कोलकाता। भारत जैन महामंडल लेडिज विंग कोलकाता शाखा की सदस्याओं ने होली का कार्यक्रम आयोजित किया। प्रसिद्ध रेस्टोरेंट स्टन द सन में विनय सेठिया के शानदार आयोजन में सभी ने डीजे पार्टी के जरिए राजस्थानी गीतों का जमकर आनंद लिया । कई तरह के गेम, धमाल, मस्ती, लज़ीज़ खाना, स्टार्टर, शीतय पेय और राजस्थानी व्यंजनों के साथ कुल्फी के जायके के साथ सबने खूब एन्जॉय किया। सभी बहनों में उत्साह देखने लायक था। रंग – बिरंगी पोशाकें मे सजी बहनों ने मस्ती धमाल के साथ राजस्थानी भाषा में बातचीत करते हुए मायड़ भाषा को बढ़ावा देने पर जोर दिया। जो बहनें फर्राटेदार अंग्रेजी बोला करती है वो भी प्रोग्राम में राजस्थानी भाषा में ही बातें करने के साथ राजस्थानी गीत गा रही थीं। समाजसेवी और भारत जैन महामंडल लेडिज विंग की संस्थापक, सलाहकार श्रीमती अंजू सेठिया ने बताया जबतक राजस्थानी भाषा की शुरुआत अपने घर से नहीं होगी सकारात्मक परिणाम नहीं मिल पाएंगे। प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के रुप में डाक्टर वसुंधरा मिश्र विशेष रुप से उपस्थित रही। वसुंधरा मिश्र का स्वागत अध्यक्ष चंदा गोलछा ने उत्तरीय ओढ़ाकर किया। रेस्टोरेंट के मालिक विनय सेठिया का सुंदर सहयोग रहा, समाज सेवा के तौर पर उन्होंने काफी डिस्काउंट दिया। भारत जैन महामंडल लेडिज विंग कोलकाता शाखा की अध्यक्ष चंदा गोलछा ने विनय सेठिया को भारत जैन महामंडल का मोमेंटो और उत्तरीय ओढ़ाकर सम्मानित किया। अध्यक्ष चंदा गोलछा, संस्थापक और सलाहकार सरोज भंसाली, अंजू सेठिया, कोषाध्यक्ष अंजु बैद ,रुबी गोलछा, राजश्री भंसाली, कान्ता लुनिया, कविता बोहरा’, सीमा बेगानी, अंजु सुराना, रेशम दुगड, कविता दुगड , उषा बैद, राज कोठारी, इन्द्रा बागरेचा, सज्जन भंसाली, सीमा भावसिंहका, सुमन फुलफगर, सरिता बैद,सुषमा नाहटा, मंजु चोरडिया, कनकलता चोपड़ा ,सुमन कोठारी, सुनीता सेठिया, बेला सेठिया, सीमा बैद, चंदा प्रहलादका, अमराव रामपुरिया, सरोज बैद, गुलाब बैगानी, सुपयार पुगलिया, सुमित्रा सेठिया, स्नेह बागरेचा, निर्मला बागरेचा, भारती लुनिया, सुनीता कुडलिया, प्रमिला कुंडलिया, मीना सोनी आदि सदस्याएं आयोजन की सफलता के लिए सक्रिय रही । उपस्थित सभी बहनों को प्रताप मल गोविंद राम विक्रम सरिता भसालीकी तरफ से होली रंग उपहार स्वरूप दिया गया। चंदा गोलछा,सरोज भंसाली, इंद्रा बागरेचा का आज के प्रोग्राम मे सहयोग रहा।
भारतीय भाषा परिषद का कर्तृत्व समग्र सम्मान-2024
राहुल सांकृत्यायन एशियाई जागरण पर सोचते थे
भवानीपुर कॉलेज के एन सी सी कैडेटों द्वारा डिकोडिंग एस एस बी सेमिनार
कोलकाता । डिकोडिंग एसएसबी सेमिनार स्वयं से पहले सेवा की धारणा को ध्यान में रखते हुए, 27 फरवरी 2024 को, हमारे पूर्व कैडेट जेयूओ शिवांश सोमवंशी (बैच 2020-2023) ने हमारे एनसीसी कैडेटों के लिए एक कार्यशाला आयोजित की, जिसमें उन्होंने एसएसबी साक्षात्कार के अपने अनुभव और टिप्स और ट्रिक्स साझा किए। इससे उन्हें अपने पहले प्रयास में ही सफल होने में मदद मिली। शिवांश को एनसीसी स्पेशल एंट्री के लिए 19 एसएसबी-इलाहाबाद 55वें कोर्स से अनुशंसित किया गया और उसने अखिल भारतीय रैंक 35 हासिल की है।
सेमिनार एसएसबी साक्षात्कार के सभी विभिन्न चरणों के बारे में था। साक्षात्कार पांच दिनों की अवधि में आयोजित किया जाता है, और इसे 2 चरणों में वर्गीकृत किया जाता है। उन्होंने पहले दिन की शुरुआती स्क्रीन-इन के बारे में बताया, जिसमें ओआईआर (ऑफिसर्स रेटिंग टेस्ट), पीपीडीटी (पिक्चर परसेप्शन एंड डिस्कशन टेस्ट) और उसके बाद ग्रुप डिस्कशन शामिल था। शिवांश ने नियमों पर प्रकाश डाला और हमारे सीडीटी को कुछ नोट्स दिए। चरण दो में मनोवैज्ञानिक परीक्षण, समूह कार्य और बाधाएं, व्याख्यान, समूह योजना अभ्यास, साक्षात्कार और अंतिम सम्मेलन शामिल है। उन्होंने एसएसबी साक्षात्कार के लिए क्या करें और क्या न करें के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपना अनुभव भी साझा किया। बाद में, प्रोफेसर दिलीप शाह, रेक्टर और डीन बीईएससी ने उन्हें उनकी उपलब्धि के लिए एक स्मृति चिन्ह भेंट किया और साथ ही सशस्त्र बलों में करियर चुनने के लिए कैडेटों को परामर्श देने और प्रेरित करने के लिए उन्हें एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। अरित्रिका दुबे एनसीसी प्रभारी एयर विंग ने आयोजन और संयोजन में भाग लिया। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।
समीक्षा – काव्य संग्रह ‘एक उत्सव :एक महोत्सव’ बावरे मन की ये ज़ुबानी चिट्ठी

भवानीपुर कॉलेज ने मनाया विद्यार्थियों के साथ इबीजा फ़र्न रिज़ॉर्ट में पिकनिक
महिला दिवस पर आपसे कुछ सवाल शुभजिता के
गृहलक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती…जाने कितनी शुभकामनाएं….पर क्या स्त्री के सम्मान का यह मापदंड हो सकता है । हम यह सोच ही रहे थे कि वेबदुनिया पर हमें यह प्रश्न मिले और ऐसा लगा कि यह प्रश्न तो वह प्रश्न हैं जो हम भी पूछना चाहते हैं तो चलिए वेबदुनिया पर प्रीति सोनी ने जो शानदार प्रश्न पूछे हैं, वही शुभजिता भी आपसे पूछना चाहती है…चलिए अब बताइए –
1. क्या किसी बस, ट्रेन या सार्वजनिक स्थल पर खड़ी महिला को सीट देने के लिए आप पहल करते हैं, या फिर आप अपनी सीट पर बैठे-बैठे उन्हें परेशान होता देखना पसंद करते हैं?
2. क्या आप किसी महिला को उसके अच्छा या बुरा दिखने पर घूर-घूरकर ऊपर से नीचे तक बार-बार देखते हैं, या एक बार नजर देखने के बाद दूसरी बार ऐसा नहीं करते?.
3. किसी महिला की गलती होने पर आप उससे बदतमीजी से बात करते हैं, या सामान्य तरीके से उसे समझाने का प्रयास करते हैं?
4. सड़क पार कर रही, या वहां से गुजर रही महिला या किशोरी पर क्या आप अच्छा या बुरा कमेंट करते हैं, या सहयोगात्मक रवैया जताकर उसे निकलने के लिए रास्ता देते हैं?
5. क्या महिलाओं की निजता से जुड़ी किसी बात पर आप अकेले में या समूह में खिसियाकर अपनी हंसी छुपाने का प्रयास करते हैं?
6. क्या आपने कभी महिला या किसी युवती को अवांछित रूप से छूने का प्रयास किया है? अपने अनुसार परिस्थिति न बनने या आपकी बात न मानने पर आप महिलाओं के चरित्र को लेकर सवाल उठाते हैं ?
7. कुछ स्थितियों में क्या आप महिलाओं की मदद सिर्फ इसलिए करते हैं, कि आपको उन पर दया आ रही हो?
8. क्या आप अपने घर में या बाहर महिलाओं के लिए अपशब्द या गाली का प्रयोग करते हैं, या फिर उनपर हथ उठाने का प्रयास करते हैं?
9. क्या आप महिलाओं को केवल उसकी देह की दृष्टि से देखते हैं, या फिर उसका अपना कोई व्यक्तित्व और अस्तित्व है इस पर यकीन करते हैं?
10. किसी महिला के सफल होने या प्रतिष्ठा और कार्य के मामले में आपसे आगे निकल जाने की स्थिति में आप उसका उत्साहवर्धन करते हैं, या उसका उत्साह कम करने का प्रयास करते हैं ?
इन सारे सवालों के सही जवाब आप खुद जानते हैं, लेकिन अगर आपके जवाब, सही जवाबों से मेल नहीं खाते, तो आपको एक बार विचार करने की आवश्यकता है, खुद के लिए…कि क्या आप सच में नारी का सम्मान करते हैं।
(साभार – वेबदुनिया)
महाशिवरात्रि पर ऐसे पंचामृत
महाशिवरात्रि के दिन भोलेनाथ का जल, दूध, घी, शहद, गन्ने के रस के साथ पंचामृत से अभिषेक किया जाता है। इतना ही नहीं, शिव भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में पंचामृत भी बांटा जाता है. आपको बता दें, पंचामृत पांच पवित्र चीजों से बनता है। इसे बनाने के लिए पांच अमृत सामग्री- दूध, दही, घी, शहद और चीनी का उपयोग किया जाता है। दरअसल, सभी देवी-देवताओं की पूजा में पंचामृत का उपयोग किया जाता है। लेकिन महादेव को यह बहुत प्रिय है. ऐसे में अगर आप भी महाशिवरात्रि के दिन शिव पूजा के लिए घर पर पंचामृत बनाना चाहते हैं तो इस रेसिपी को अपनाएं।
पंचामृत बनाने के लिए सामग्री- 5-6 बड़े चम्मच दही, 1 बड़ा चम्मच घी, 2 कप दूध, 1 चम्मच सूखे मेवे, 2 बड़े चम्मच पिसी हुई चीनी,1 बड़ा चम्मच शहद, 4-5 तुलसी के पत्ते
पंचामृत बनाने की विधि- पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन को अच्छी तरह धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद बर्तन में दूध, दही, घी, शहद और चीनी डालकर सभी सामग्री को अच्छी तरह मिला लें। आप चाहें तो इसके लिए ग्राइंडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अब इस मिश्रण में तुलसी के पत्ते और कटे हुए सूखे मेवे मिलाएं। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए पंचामृत तैयार है।
गोटा पट्टी से सजाएं साधारण सलवार कमीज
हम सभी को बाज़ार में खरीदारी करना बहुत पसंद होता है। इसलिए हम अक्सर ट्रेंडी डिज़ाइन वाले कपड़े पहनते हैं। लेकिन कई बार हम एक ही डिजाइन के कपड़े पहनकर थक जाते हैं। ऐसे में आप अपने सादे कपड़ों को फैंसी बनाने के लिए गोटा पट्टी का इस्तेमाल कर सकती हैं।
इसमें आपका लुक भी अच्छा लगेगा. इसके अलावा आपके कपड़ों का लुक भी बदल जाएगा। आइए हम आपको बताते हैं कि आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं.
सूट के गले पर प्रयोग करें -अगर आपको लगता है कि सूट की नेकलाइन प्लेन है तो आप इसे फैंसी बनाने के लिए इस पर गोटा पट्टी का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आपको एक पतली पट्टी लगानी होगी ताकि आप इसकी परत बना सकें। इसके बाद आप इससे चौकोर या बॉक्स डिजाइन बना सकते हैं। आप चाहें तो इसे सूट की स्लीव्स और बॉटम पर भी लगा सकती हैं। इसके साथ आपका सिंपल सूट अच्छा लगेगा।
सूट के किनारे पर गोटा पट्टी लगाएं – अगर आपको लगता है कि सूट में प्रिंट की कमी के कारण वह प्लेन दिखता है तो ऐसे में आप इसके किनारों पर गोटा का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए एक पतली पट्टी का प्रयोग करें। ऐसा स्कार्फ खरीदें जो सूट के रंग से मेल खाता हो और फिर आप चाहें तो इसे दुपट्टे के ऊपर भी पहन सकती हैं। इससे आपका सूट भी अच्छा लगेगा. इसके अलावा आप चाहें तो छोटे-छोटे फूलों के डिजाइन बनाकर भी गर्दन पर लगा सकती हैं।
प्रिंटेड सूट पर गोटा पट्टी लगाएं – अगर आपका सूट प्रिंटेड है तो आप उसे फैंसी बनाने के लिए गोटा पट्टी का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए आप इसे गर्दन और आस्तीन और नीचे के बॉर्डर पर लगा सकती हैं। इससे आपका सूट अच्छा दिखेगा। इसके लिए आप चाहें तो मोटे बकरे का इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे पीस आपको बाजार में 20 से 40 रुपये में मिल जाएंगे ।