पंचों को बेटियों का करारा जवाब, पिता की अंतिम इच्छा पूरी कर दी मुखाग्नि

बूंदी : राजस्थान में पहले जहां पंचों ने एक पांच साल की बच्ची को घर से बेघर करने का फरमान सुनाया। अब फिर बूंदी में ही खाफ पंचायत का खौफ सामने आया है। जहां पंचों ने बेटियों को अपने पिता के अंतिम संस्कार करने से रोका। जिसके विरुद्ध जाकर बेटियां ने अपने पिता की अंतिम

भारत अपनी धार्मिक अल्पसंख्यक आबादी को ‘अभूतपूर्व’ सुविधाएं देता है : रिपोर्ट

वाशिंगटन :अमेरिका स्थित एक हिंदू अधिकार समूह की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार धार्मिक अल्पसंख्यक आबादी को ‘अभूतपूर्व’ सुविधाएं देती है। समूह के मुताबिक भारतीय क्षेत्र में स्थिरता के लिये यह एक बड़ी वजह है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) ने ‘भारत: विविधता में लोकतंत्र’ शीर्षक वाले अपने हालिया संक्षिप्त नीति विवरण

रील नहीं, रियल लाइफ नायकों की जिंदगी पर बने बायोपिक : अक्षय कुमार

मुम्बई : हिंदी फिल्मों में बायोपिक के बढ़ते चलन पर अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा कि वह कभी नहीं चाहेंगे कि उनकी जिंदगी पर बायोपिक बने। इस तरह की फिल्में रील नायकों पर नहीं बल्कि रियल लाइफ यानी असल जिंदगी के नायकों पर बननी चाहिए। हाल में अभिनेता संजय दत्त की जिंदगी पर आधारित राजकुमार

नृत्य और संगीत से अलग नहीं हो सकती मैं

वह जब थिरकती हैं तो आपकी नजर बस ठहर जाती है। सोशल मीडिया पर अक्सर वह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करती रहती हैं मगर रुकिये, वह एक कुशल नृत्यांगना ही नहीं, एक मेधावी छात्रा भी हैं। इसके साथ ही वह शिक्षिका और पत्रकार भी रह चुकी हैं। कलकत्ता विश्वविद्यालय से हिन्दी में स्नातकोत्तर कर रही

मुज्जफरपुर कांड : सिर्फ शोर मत बचाइए, जमीन पर जाकर काम भी कीजिए

आपने राक्षस देखे हैं….और राक्षसों के आगे घुटने टेकते राजा देखे हैं…..? आपने कलियों को असमय जमीन पर टूटते और कुचले जाते देखा है….पहला वाकया याद करने के लिए आपको पुराणों में झाँकने की जरूरत नहीं है…आपको किसी रामायण और महाभारत को देखने की जरूरत भी नहीं है….हमारा समय इतना बेरहम समय है कि आपको

राष्ट्रीयता

1934 को ‘हंस’ में प्रकाशित प्रेमचंद का यह लेख बेहद प्रासंगिक हो गया है। यह तो हम पहले भी जानते थे और अब भी जानते हैं कि साधारण भारतवासी राष्ट्रीयता का अर्थ नहीं समझता, और यह भावना जिस जागृति और मानसिक उदारता से उत्पन्न होती है, वह अभी हम में बहुत थोड़े आदमियों में आई

भगवान शिव के त्रिशूल पर जो टिकी है…वह है काशी

वाराणसी जिसे बनारस या काशी भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्‍थल है। यह शहर गंगा नदी के तट पर उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह विश्‍व का वैसा प्राचीनतम शहर है जहां प्राचीन काल से ही लोग लगातार निवास करते आ रहे हैं। इसका उल्‍लेख प्राचीनतम ग्रंथ ऋग्‍वेद में भी मिलता है। इसे

पत्रकारिता में सर्वमान्य, अंतिम और शाश्वत कुछ नहीं होता

  कोलकाता प्रेस क्लब तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हाल ही में कार्यरत पत्रकारों के लिए तीन दिवसीय पत्रकारिता कार्यशाला आयोजित की गयी थी। कोलकाता प्रेस क्लब तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हाल ही में कार्यरत पत्रकारों के लिए तीन दिवसीय पत्रकारिता कार्यशाला आयोजित की गयी

जनहित पत्रकारिता की पहली शर्त है

कोलकाता प्रेस क्लब तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हाल ही में कार्यरत पत्रकारों के लिए तीन दिवसीय पत्रकारिता कार्यशाला आयोजित की गयी थी। यह भाषण कार्यशाला के समापन समारोह में वरिष्ठ पत्रकार तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति  प्रो.  जगदीश उपासने ने दिया था।यह वक्तव्य आपको

अब सूचना से आगे बढ़कर विश्लेषणपरक खबरें देनी होंगी

कोलकाता प्रेस क्लब तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हाल ही में कार्यरत पत्रकारों के लिए तीन दिवसीय पत्रकारिता कार्यशाला आयोजित की गयी थी। कार्यशाला में कुलपति  प्रो. जगदीश उपासने तथा कुलसचिव   प्रो. संजय  द्विवेदी के साथ विश्वविद्यालय की रीवा परिसर के प्रभारी  प्रो. जयराम शुक्ल ने बदलती पत्रकारिता और उसकी