Tuesday, December 16, 2025
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चीन ने 11 साल बाद माना- यह दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी हमलों में से एक था

बीजिंग : चीन ने 2008 में हुए मुंबई आतंकवादी हमले को सबसे खतरनाक हमलों में से एक करार दिया है। लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई में ताज होटल समेत कई जगहों पर हमला किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। चीन ने शियानजियांग प्रांत में मुस्लिमों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को लेकर निकाले गए श्वेत पत्र में कहा कि बीते कुछ सालों में आतंकवाद और अतिवाद के वैश्विक स्तर पर फैलने से मानव सभ्यता पर खासा असर पड़ा है।
‘आतंकवाद और अतिवाद के खिलाफ लड़ाई और शियानजियांग में मानवाधिकारों के संरक्षण’ नाम से प्रकाशित इस पत्र को तब जारी किया गया है, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की यात्रा पर हैं। पत्र के मुताबिक, आतंकवाद ने दुनियाभर में शांति और विकास के लिए खतरा पैदा किया है। आतंकवाद से लोगों के जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। श्वेत पत्र में चीन ने आतंकवाद की समस्याओं को उस समय उठाया है जबकि कुछ दिनों पहले ही चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी करार देने के प्रस्ताव पर तकनीकी रोक (टेक्निकल होल्ड) लगा दी। चीन के इस कदम को भारत ने निराशाजनक बताया था।
श्वेत पत्र के मुताबिक- चीन ने हर तरह के आतंकवाद का विरोध किया है। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरी नीति अपनाने वालों का विरोध भी किया है। यह भी कहा कि बीजिंग आतंकवाद को किसी खास देश, संप्रदाय या धर्म के साथ जोड़कर नहीं देखता। आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए गरीबी खत्म करना जरूरी है ताकि इससे जुड़े लोगों को कोई कमजोर कड़ी न मिल सके।
14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है। 26 फरवरी को भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाक में घुसकर आतंकी गुटों पर कार्रवाई की थी। उधर, मुंबई आतंकी हमले में 9 आतंकी पुलिस के हाथों मारे गए थे जबकि एक आतंकी अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया था। बाद में कसाब को फांसी की सजा दी गई। मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता और जमात उद दावा का सरगना हाफिज सईद पाक में खुले आम घूम रहा है। अमेरिका ने सईद के बारे में सूचना देने वाले को एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा की है।

बैजू बावरा का रीमेक बनाएंगे संजय लीला भंसाली

मुम्बई : संजय लीला भंसाली वर्ष 1952 में प्रदर्शित सुपरहिट फिल्म बैजू बावरा का रीमेक बनाने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि भंसाली इस फिल्म के लिए शाहरुख खान और सलमान खान को लेना चाहते हैं। शाहरुख और सलमान का अपना प्रशंसक वर्ग है। दोनों की जोड़ी को एक साथ पर्दे पर देखने के लिए प्रशंसक बेताब रहते हैं। इससे पहले सलमान भंसाली की सुपरहिट फिल्म हम दिल दे चुके सनम और सांवरिया में और शाहरुख फिल्म देवदास में काम कर चुके हैं। भंसाली ने इस फिल्म के रीमेक के लिए बैजनाथ, बैजू और बैजू तानसेन टाइटल रजिस्टर करवाये हैं। इसी फिल्म में संजय सलमान और शाहरुख को एक साथ लेंगे। इससे पहले साल 2010 में कृष्णा शाह ने बैजू बावरा का रीमेक बनाना शुरू किया था। इस फिल्म का नाम ‘बैजू- द जिप्सी’ रखा गया था। तब इस फिल्म में लीड एक्टर का रोल आमिर खान प्ले कर रहे थें। वहीं, ए आर रहमान फिल्म का संगीत देने वाले थे। लेकिन बाद में यह फिल्म ठंडे बस्ते में चली गई और फिर कभी इस पर काम शुरू ही नहीं हुआ।

मुकेश अंबानी ने की भाई अनिल अंबानी की मदद, अनिल ने मुकेश-नीता को कहा शुक्रिया

मुम्बई : रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने छोटे भाई अनिल अंबानी की कर्जे में डूबी कंपनी रिलायंस कम्‍युनिकेशन लिमिटेड(आरकॉम) के कर्ज का भुगतान किया है। इसके बाद अनिल ने बड़े भाई मुकेश और भाभी नीता अंबानी का बकाया चुकाने में मदद करने पर आभार जताया है। बड़े भाई मुकेश अंबानी की मदद से अनिल ने स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के 458.77 करोड़ रुपये चुकाए। आरकॉम के प्रवक्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए एरिक्सन के 550 करोड़ का भुगतान पूरा हो गया है। इस भुगतान के साथ ही आरकॉम की एरिक्‍सन के साथ चल रही 18 महीने पुरानी कानूनी लड़ाई भी समाप्‍त हो गयी। अनिल अंबानी ने एक बयान जारी कर कहा, “संकट की इस घड़ी में मेरे साथ खड़े रहने के लिए मैं अपने बड़े भाई मुकेश और भाभी नीता को धन्यवाद कहता हूँ। ऐसे मौके पर मदद करके उन्होंने यह दिखाया कि अपने पारिवारिक मूल्यों के प्रति सच्चाई के साथ खड़े रहना कितना जरूरी है। मैं और मेरा परिवार उनके इस कदम के काफी आभारी हैं और इसने हम पर गहरी छाप छोड़ी है।’ आरकॉम फरवरी में पहले ही सुप्रीम कोर्ट में 118 करोड़ रुपये जमा कर चुका था। स्वीडिश फर्म ने आरकॉम के नेटवर्क का प्रबंधन और संचालन करने के लिए 2014 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और पिछले साल बकाया राशि को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
यह दूसरा मौका है जब मुकेश अंबानी ने अपने छोटे भाई की मदद की है। साल 2018 में मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इंफोकॉम ने आरकॉम की वायरलैस सेवा को 3000 करोड़ रुपये में खरीदा था। बाजार में प्राइस वॉर के चलते आरकॉम को पैसों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। आरकॉम एक समय देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी थी लेकिन गिरते राजस्‍व, बढ़ते घाटे और 46 हजार करोड़ रुपये के कर्ज के चलते साल 2017 के आखिरी दिनों में उसे अपना वायरलैस का कारोबार बंद करना पड़ा।
आरकॉम और एरिक्‍सन के बीच 2017 में कानूनी जंग शुरू हुई थी। एरिक्‍सन ने बैंकरप्‍सी कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए आरोप लगाया था कि 2013 में आरकॉम के नेटवर्क की सारसंभाल को लेकर हुए सात साल के सौदे के तहत उसे 1500 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍यूनल से नेशनल कंपनी लॉ अपीलैट ट्रिब्‍यूनल में चला गया। यहाँ पर दोनों कंपनियों के बीच 30 सितंबर 2018 तक 550 करोड़ रुपये का भुगतान करने की सहमति बनी। 30 सितम्‍बर तक आरकॉम की ओर से भुगतान नहीं मिलने पर एरिक्‍सन ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली। सुप्रीम कोर्ट ने आरकॉम को 15 दिसंबर 2018 तक भुगतान करने को कहा। इस तारीख तक भी भुगतान नहीं हो पाया। जब 550 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं हो पाया तो एरिक्‍सन ने आरकॉम के चेयरमैन अनिल अंबानी और उनकी दो यूनिट के खिलाफ अवमानना की याचिकाएं दाखिल कीं। फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने अनिल अंबानी को फटकार लगाई और कहा कि 19 मार्च तक ब्‍याज सहित भुगतान किया जाए।

होली के रंग तो अपने भी हैं

बात जब होली की हो तो रंगों से परहेज करना अच्छी बात नहीं है। रंग खेलिए मगर प्रकृति के अनुकूल रंगों का इस्तेमाल करके खेलिए। होली पर शरारत के बहाने जबरन रंग लगाना अच्छी बात नहीं है बल्कि इसमें तो स्नेह का रंग मिले तो रंग पक्के होंगे। आप तैयारी कर रहे हैं होली की तो कुछ बातों का ध्यान तो जरूर रखें –
कपड़े सफेद पहनें और पुरानी टीशर्ट या कमीज हो तो पहन सकते हैं।
जींस की जगह ऐसे फैब्रिक पहनें जो जल्दी से सूख जाए तो कॉटन की ट्राउजर, पजामा या रंगीन मैचिंग पैंट भी बुरा आइडिया नहीं है।
फुल शर्ट या हाफ शर्ट पहनी जा सकती है मगर हाफ शर्ट पहन रहे हैं मगर दोनों ही सूरतों में अच्छी तरह तेल लगाना न भूलें।
बालों में रंग डालने से बचें तो बेहतर नहीं बच सकते तो कैप पहनें या बाँधनी की पगड़ी भी पहन सकते हैं। वैसे होली का मूड बढ़ाने के लिए कई तरह के विग बाजार में उपलब्ध हैं।
आपको कलर मैच करना आना चाहिए। ब्राइट शेड (येलो, ऑरेंज, पर्पल, रेड) में लूज फिट टी-शर्ट के साथ ब्लैक या ब्लू कलर की लाइट डेनिम पहन सकते हैं।
बाल और दाढ़ी अच्छी तरह ट्रिम करना न भूलें। धूपी चश्मा पहनें, दाँतों और आँखों में रंग न जाने दें और अगर अगर चला जाए तो पानी से खूब अच्छी तरह धोना न भूलें।


कोल्हापुरी चप्पल सही रहेगी। पहनने से पहले जरूर देखें कि वह पानी में फिसलने वाली चप्पल न हो।
अगर किसी महिला मित्र के साथ होली खेल रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसे असुविधा न हो या उसे जबरन रंग न लगाएं। यही बात आपके सीरियस मोड वाले दोस्तों पर भी लागू होती है।
लोकगीत सुनें, बॉलीवुड गीत भी सुनें मगर अश्लील गाने आपकी महिला मित्रों को असहज ही नहीं करते बल्कि उनकी नजर में आपकी छवि डैमेज भी कर सकते हैं।
रंग छुड़ाने के बाद कोई अच्छा मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें।
हर्बल होली खेलें..और खूब खेलें…।

होली के रंगों में दिखें रंगीली और सजीली

होली रंगों वाला त्योहार है तो इस त्योहार में सजीला दिखना भी जरूरी है। यह सही है कि हम नये कपड़े तो पहनने से रहे मगर इतने पुराने कपड़े भी न पहनें कि वह हाथ लगाते ही खराब हो जाए..जाहिर है कि संतुलन जरूरी है। बस यही बात आपको होली में पहने जाने वाले कपड़ों के चयन के समय ध्यान में रखने की जरूरत है। तो होली पर दिखें रंगीली और सजीली –
अगर आप साड़ी पहनने का सोच रही हैं तो बेशक यह बहुत ही अच्छा परिधान है। होली जैसे त्योहार में साड़ी पहनने का अलग ही मजा है, लेकिन होली के दिन साड़ी पहनने के लिए आपको आत्मविश्वास के साथ इसे कैरी करना होगा। जब यह भींग जाती है तो शरीर से चिपकने लगती है। कॉटन या मलमल साड़ी पहनें।
सफेद चिकनकारी कुर्ती के साथ मल्टी कलर दुपट्टा या स्कार्फ, ब्लू जींस के साथ व्हाइट कुर्ता। इन सब तरह के कपड़ों में आपका लुक खूब फबेगा।


होली के रंगों से सफेद कपड़े गंदे करना अच्छा नहीं लगता तो इस दिन आप चटख रंगों के कपड़े भी पहन सकती हैं। इनमें रंग जल्दी दिखाई नहीं देता और साफ करना भी आसान होता है।
कपड़ों के चुनाव के साथ इस बात का ध्यान रखें कि कौन सा ​फैब्रिक मौसम और आपकी स्किन के हिसाब से सही हैं। वैसे तो कॉटन फैब्रिक होली खेलने के लिए बढ़िया है। सर्दी, गर्मी और बरसात हर मौसम में इस फैब्रिक को पहना जा सकता है। यह फैब्रिक शरीर में चुभता नहीं है।
ध्यान रहे होली पर आप जो भी ड्रेस पहनने वाली हैं। वह ज्यादा टाइट और बॉडी फिट न हो। इससे आपका लुक खराब होगा और असहज भी रहेंगी। साथ ही आप गहरे यानी डीप गले के कपड़े पहनने से बचें, स्कर्ट न पहनें, हाफ स्लीव्स और छोटे कपड़े न पहनें।
इस समय फैशन में धोती पैंट, शॉर्ट्स, प्लाजों हैं। इसे आप कुर्ते और टॉप के साथ और अपने हिसाब से हिसाब से पहन सकती हैं।

होली पर खूबसूरती को न लगे केमिकल रंगों की नजर

होली का त्योहार ही कुछ ऐसा होता है कि इसकी मौज-मस्ती से खुद को बहुत ज्यादा देर तक बचाए रख पाना मुश्किल होता है मगर होली में सूखा हो या गीला, रंग न लगे तो भला कैसी होली…तो अमा…घर में क्या छुपे बैठे हैं..निकलिए…रंग लगाइए…लगवाइए मगर इन बातों पर ध्यान दीजिए तो खूबसूरती को नहीं लगेगी….रंगों की नजर
होली खेलने से पहले चेहरे और हाथ-पैरों पर अच्छे से तेल की मालिश कर लें। इसके लिए आप नारियल या बादाम तेल का इस्तेमाल करें जो हर तरीके से है फायदेमंद।
चेहरे पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं जो धूप की हानिकारक किरणों से होने वाले दुष्प्रभावों को रोकता है और त्वचा क्षतिग्रस्त होने से बचाता है।
नाखूनों पर लगने वाले होली के रंग देखने में तो खराब लगते ही हैं साथ ही ये जल्दी उतरते भी नहीं। तो इसके लिए होली खेलने से पहले नेलपॉलिश लगाना न भूलें। इससे कोई दूसरा रंग आसानी से नहीं चढ़ता।
आँखों में किसी भी प्रकार का केमिकल बहुत ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है और होली के दौरान इसकी संभावना बहुत ज्यादा रहती है। इससे बचाव के लिए धूपी चश्मा पहन सकती हैं।
बालों की देखभाल भी चेहरे जितनी ही जरूरी है। होली से एक रात पहले बालों में अच्छे से तेल लगा लें। नारियल तेल का इस्तेमाल करें। अगर सरसों तेल लगा सकती हैं तो वह भी लगा सकती हैं।
होली में बालों को खोलकर बिल्कुल न रखें। पोनीटेल या चोटी बना लें। वैसे स्कॉर्फ से बालों को कवर करके भी होली खेला जा सकता है।
अगर सेंसिटिव स्कैल्प है तो होली खेलने से पहले नींबू का रस से हल्का मसाज कर लें जिससे उस पर हानिकारक रंगों का असर कम होगा।

त्वचा से आसानी से रंग हटाने के लिए आप कुछ घरेलू चीजों की मदद से सकते हैं। इससे रंग भी आसानी से उतर जाता है और आपकी त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता है। जानिए ऐसे ही आसान तरीके –

दही और बेसन: अगर आपकी त्वचा से कलर नहीं हट रहा है तो दही और बेसन का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाएं। इस पेस्ट को बनाने के लिए 3 चम्मच दही में 1 चम्मच बेसन मिलाकर 15 मिनट तक चेहरे पर लगा लें। 15 मिनट बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें। इससे आसानी से कलर चला जाएगा।

गुलाबजल: गुलाबजल आपकी त्वाच को साफ रखने में तो मदद करता ही है साथ ही रंग हटाने में भी मददगार होता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए मुल्तानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को लगाकर सूखने दें। यह पेस्ट केमिकल की वजह से होने वाली जलन को भी कम करता है।

एलोवेरा: त्वचा को नुकसान ने बचाने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए कलर लगी त्वचा पर एलोवेरा लगाएं। यह त्वचा से गंदगी हटाने के साथ कलर साफ करने में मदद करता है।

अमचूर: कलर हटाते समय त्वचा को बार-बार ना धोएं इससे आपकी त्वचा शुष्क हो सकती है। कलर हटाने के लिए भीगे हुए अमचूर पाउडर का इस्तेमाल करें।

 

 

हो जाए हुड़दंग भरी होली पार्टी

होली हुड़दंग और मस्ती का त्योहार है और दोनों ही दोस्तों या परिवार के बगैर नहीं होते। यह एक मौका है जब आप इन दोनों को एक साथ ला सकते हैं और इस काम को आसान बनाने के लिए कर डालिए एक होली पार्टी..ये बातें आपकी मदद कर सकती हैं।
पार्टी कोई भी हो सबसे पहले लोगों को उस पार्टी का न्योता भेजा जाता है। खर्च बचाना हो तो पिक एडिटर ऐप की मदद से ऑनलाइन कार्ड बनाइए या फिर बच्चों के साथ हाथ से कार्ड बनाकर उसके कलर जेरॉक्स निकलवा लें य घर में प्रिंटर हो तो प्रिंट निकाल लें।
स्वादिष्ट खाना तो किसी भी पार्टी की जान होती है, पार्टी में खाने के साथ स्नैक्स का इंतजाम भी अच्छा होना चाहिए। आप मेन्यू में गुजिया, मालपुआ, छोले भटूरे, पाव भाजी आदि का इंतजाम कर सकते हैं। स्नैक्स के अलावा होली के मौके पर ठंडाई, लस्सी, कॉफी, चाय का इंतजाम रखना ना भूलें। जरूरी हो तो आपस में जिम्मेदारी बाँटी भी जा सकती है।
होली के गानों की प्लेलिस्ट पहले से ही तैयार रखें, ताकि पार्टी के वक्त गाने ढूंढने में समय न बर्बाद हो। अगर नांच गाने के साथ कुछ और कार्यक्रम आयोजित करने का मन है, तो वो भी कर सकते हैं। होली पार्टी को यादगार बनाने के लिए संगीत जरूरी है। लोक संगीत सबसे बेहतर है। आप अपने दोस्तों के साथ महफिल जमाइए और जरूरी नहीं कि सब किशोर कुमार या मोहम्मद रफी बनें…जिसको जो आता है, गाने दें। जी भरकर नाचें और उसमें परफेक्शन से ज्यादा मस्ती का ध्यान रखिए। अन्ताक्षरी से लेकर लुका छिपी तक खेलिए…मजा आएगा। होली पर ज्यादातर सफेद रंग के कपड़े पहनें जाते हैं क्योंकि उस पर सभी रंग उभरकर सामने आते हैं। महिलाओं के लिए स्कार्फ और पुरुषों के लिए टोपी भी ड्रेस कोड में शामिल कर सकते हैं। ये आपके बालों को सलामत रखेगा।

शख्स, जिसने स्पर्श से धीरूभाई अम्बानी को भी स्वस्थ कर दिया

मुम्बई :  आध्यात्मिक स्पर्श उपचार एक अकथनीय घटना है जो किसी भी वैज्ञानिक प्रणाली और प्रक्रियाओं से आगे की बात करती है। हैरत इस बात की है कि यह उपचार कोई डॉक्टर नहीं आम इन्सान कर रहा है और बहुत से लोगों को पीड़ामुक्त कर चुका है। स्पर्श से प्रभावित भाग में गर्मी पैदा होती है। दावा है कि इसके परिणामस्वरूप मरीज को उम्र भर दर्द और कठोरता से राहत मिलती है। यह शख्स हैं मोहन जोशी, जो डॉक्टर नहीं है और न ही भगवान का कोई अवतार। जोशी का कहना है कि वर्षों पहले उनको एक आध्यात्मिक गुरु से यह पता चला था कि वास्तव में उन्हें विशेष शक्तियां प्रदान की गई थीं, जो सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, रुमेटीइड आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस जैसे मामलों में राहत दिला सकती थीं। शुरुआत उन्होंने एक दोस्त के कहने पर उसके उपचार से की और निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने लगे।
उनका कहना है कि यह चिकित्सा प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत सस्ती और सुलभ है। इस आध्यात्मिक उपचार चिकित्सा से लाभान्वित होने वााले लोगों की सूची लम्बी है। इनमें प्रमुख उद्योगपति, लेखक, अभिनेता, सीए, अधिवक्ता शामिल हैं और सूची जारी होती है। आध्यात्मिक उपचार गठिया, लूम्बेगो, वैरिकाज़ नसों की सूजन, ब्रोंकोस्पज़म, ऑस्टियोपोरोसिस, स्पॉन्डिलाइटिस, पक्षाघात, पेट में ऐंठन, जमे हुए कंधे, सिर का चक्कर, तनाव, अनिद्रा जैसी कई अन्य बीमारियो में कारगर है। भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त हो चुके जोशी स्पर्श चिकित्सा की शक्ति को एक निस्वार्थ कार्य मानते हैं। जोशी 1982 से मुम्बई में आध्यात्मिक उपचार का अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने तब से अब तक सौ से अधिक रोगियों का इलाज किया है। लगभग 40 प्रतिष्ठित समाचार पत्रों और पत्रिकाओं ने उनके उपचार कार्य को गति दी है। उनका कहना है कि अपनी चिकित्सा से उन्होंने धीरूभाई अम्बानी, दिवंगत नेता बलराम जाखड़ तक का इलाज किया है। अम्बानी के शरीर के दाहिने हिस्से में लकवा मार गया था, जोशी के उपचार से ठीक हुए। हालाँकि वे यह भी स्वीकार करते हैं कि यह उपचार प्रणाली राहत देती है, पूर्णतया समाधान नहीं है। कोलंबो में प्रसिद्ध विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें “डॉक्टर ऑफ साइंस” की उपाधि से सम्मानित किया गया। उन्होंने भारत के कई शहरों जैसे मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत, नवसारी, भोपाल, इंदौर, मदुरै, कोयम्बटूर, पोलाची आदि में चिकित्सा शिविरों में भी भाग लिया है। फिलहाल उनको इस काम में उनकी बेटी से मदद मिल रही है।

20 लाख तक की ग्रेच्युटी पर नहीं लगेगा आयकर

नयी दिल्ली : कर्मचारियों को अब 20 लाख तक की ग्रेच्युटी पर कोई आयकर नहीं देना होगा। कैबिनेट की बैठक में वित्त मंत्रालय के ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 20 लाख रुपए करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। सरकार ने बजट में ही कर मुक्त ग्रेच्युटी की सीमा बढ़ाने का ऐलान किया था। श्रम मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि कर मुक्त ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी गई है। इस प्रस्ताव से उन कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा जो ग्रेच्युटी भुगतान कानून, 1972 के दायरे में नहीं आते।
मंत्रालय ने बताया, “वित्त मंत्रालय ने आयकर कानून, 1961 की धारा 10 (10) (तीन) के तहत ग्रेच्युटी के लिए आयकर छूट सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपए कर दी है।’ कैबिनेट बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इनकम टैक्स एक्ट की धारा 10(10)(iii) में संशोधन किया जाएगा और इस एक्ट के तहत ग्रेच्युटी की रकम पर मिलने वाली इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ाई जाएगी।

फ्रांस्वा बेटनकोर्ट : दुनिया की सबसे अमीर महिला

नयी दिल्ली : खूबसूरत दिखने के लिए दुनियाभर में महिलाएं ही नहीं पुरूष भी तरह तरह के सौंदर्य प्रसाधन इस्तेमाल करते हैं। क्रीम, फाउंडेशन, शैंपू और हेयर कलर जैसे उत्पादों से उनकी खूबसूरती कितनी बढ़ती है, यह तो कोई नहीं जानता, लेकिन इन तमाम लोगों की जेब से निकलने वाले पैसे ने फ्रांस की सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनी लॉरियल की मालकिन को दुनिया की सबसे अमीर महिला जरूर बना दिया है। आज आलम यह है कि इस कंपनी की मालकिन की संपति 51 अरब डालर पर पहुंच चुकी है।
भारतीय टेलीविजन के विज्ञापनों में कभी ऐश्वर्या राय तो कभी सोनम कपूर लड़कियों को लॉरियल के विभिन्न सौंदर्य प्रसाधन, शैंपू, कंडीशनर या हेयर कलर लगाने की सलाह देती हैं। शहरों में ही नहीं बल्कि गांव देहात की लड़कियों में भी इन सुंदरियों की तरह दिखने की चाहत इतनी ज्यादा है कि देश में भी ऐसे तमाम उत्पादों पर दिल खोलकर पैसा खर्च किया जाता है। फोर्ब्स द्वारा हाल ही में जारी दुनिया के रईस लोगों की सूची में फ्रांस की कॉस्मेटिक कंपनी लॉरियल की वारिस फ्रांस्वा बेटनकोर्ट को 15वां स्थान मिला है। चूंकि इस सूची में उनसे ऊपर सभी पुरूष हैं इसलिए उन्हें दुनिया की सबसे अमीर महिला माना गया है। यह सच है कि फ्रांस्वा को यह दौलत उनकी मेहनत से नही बल्कि किस्मत से मिली है, लेकिन पिछले दो साल में उन्होंने कंपनी और अपनी संपति में इजाफा किया है। वह लिलियन बेटनकोर्ट की पुत्री हैं, जिनकी 2017 में मौत होने के बाद तमाम संपति इकलौती बेटी फ्रांस्वा को मिली।
इस परिवार का फोर्ब्स की सूची में आना कोई नई बात नहीं है। फ्रांस्वा से पहले उनकी मां लिलियन दुनिया की सबसे अमीर महिला और दुनिया की 14वीं सबसे अमीर शख्स थीं और 2017 में उनकी संपत्ति 44.3 अरब डॉलर थी। 2005 में फोर्ब्स ने लिलियन को दुनिया की 39वीं सबसे ताकतवर महिला बताया था। लिलियन बेटनकोर्ट का जन्म पेरिस में हुआ था और वह अपने माता पिता की इकलौती संतान थीं। उनके पिता यूगेन शूलर ने साल 1909 में लॉरियल की शुरुआत की थी। लिलियन मात्र 5 साल की थीं जब उनकी मां का देहांत हो गया। वह अपने पिता के बहुत नजदीक रहीं और बहुत कम उम्र में कंपनी के कामों में उनका हाथ बंटाने लगीं।
समय के साथ कंपनी बढ़ती रही और साल 1950 में लिलियन ने राजनीतिज्ञ आंद्रे बेटनकोर्ट से शादी कर ली। उनके यहां 10 जुलाई 1953 को फ्रांस्वा बेटनकोर्ट का जन्म हुआ। फ्रांस्वा को इस कंपनी की सर्वेसर्वा होने के अलावा बाइबल पर टिप्पणियों और यहूदी-ईसाई संबंधों पर उनकी सशक्त लेखनी के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने ज्यां पियरे मीयर्स से विवाह किया और दोनों के दो बच्चे हैं, जिनकी उन्होंने यहूदी परंपरा के अनुसार परवरिश की है।
2017 में कंपनी की कमान संभालने वाली फ्रांस्वा की उपलब्धियों की बात करें तो बेटनकोर्ट के नेतृत्व में लॉरियल कंपनी ने वर्ष 2018 में बिक्री का रिकार्ड बनाते हुए पिछले एक दशक में बिक्री में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की। वह 1997 से लॉरियल के बोर्ड में शामिल रही हैं और कंपनी की चेयरपर्सन हैं। वह अपने परिवार के समाज सुधार के कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं और उनके द्वारा चलाये जा रहे फाउंडेशन ने देश में विज्ञान और कला की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
देश में सौंदर्य प्रसाधनों का कारोबार जिस तेजी से बढ़ रहा है और अब तो पुरूषों ने भी इस क्षेत्र में महिलाओं को टक्कर देना शुरू कर दिया है। ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं अगर यह कंपनी आने वाले दशकों में भी बिक्री में वृद्धि के नये रिकार्ड कायम करे और फ्रांस्वा की कमाई इसी तरह बढ़ती रहे।