Friday, May 23, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]
Home Blog Page 739

नृत्य की दुनिया में रंग भरती रहीं मृणालिनी साराभाई

मशहूर नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का गुरुवार को 97 वर्ष की आयु में अहमदाबाद में निधन हो गया। उन्होंने गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की देखरेख में 1938 में शांति निकेतन से पढ़ाई-लिखाई की।aशांति निकेतन से शिक्षा हासिल करने के बाद वह कुछ समय के लिए अमरीका चली गईं. भारत लौट कर आने पर भरतनाट्यम और कथकली नृत्य का प्रशिक्षण लिया। मृणालिनी साराभाई का विवाह भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉक्टर विक्रम साराभाई के साथ 1942 में हुआ। साल 1947 में उनकी पहली संतान कार्तिकेय का जन्म हुआ। उन्होंने कथकली की अपनी पहली प्रस्तुति दिल्ली में दी. उनके नृत्य की सराहना पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू भी किया करते थे। मां की तरह उनकी बेटी मल्लिका साराभाई ने भी नृत्य को अपनाया। मृणालिनी साराभाई ने 1949 में दर्पण संस्थान की स्थापना की और बच्चों को शास्त्रीय नृत्य का प्रशिक्षण देना शुरू किया।

 

बाचाखान यूनिर्वसिटी, जहाँ आतंकियों से अंत तक लड़े प्रोफेसर हामिद

पेशावर की नॉर्थ-वेस्ट पाकिस्तान के चरसद्दा में बाचा खान यूनिवर्सिटी पर बुधवार को आतंकी हमले में केमेस्ट्री के प्रोफेसर सैयद हामिद हुसैन की मौत हो गई। मरने से पहले इस प्रोफेसर ने अपनी पर्सनल पिस्टल के साथ आतंकियों का सामना किया। पाकिस्तान के सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें शहीद और हीरो बताया।

छात्रों ने बताया- प्रोफेसर को एक गोली लगी, फिर भी वे फायर करते रहे…

– यूनिवर्सिटी में जियोलॉजी के स्‍टूडेंट जहूर अहमद ने डॉन न्‍यूज को बताया, “फायरिंग की आवाज सुनने के बाद मैंने हॉस्‍टल से निकलने की कोशिश की, लेकिन केमेस्‍ट्री टीचर हामिद ने मुझे बाहर जाने से रोक दिया।”प्रोफेसर हामिद ने अपने हाथ में पिस्‍टल पकड़ रखी थी। हमें रोकने के पहले वो फायर कर चुके थे। तभी हमने देखा कि एक गोली आकर उन्‍हें लगी।”

– “हमने देखा कि दो आतंकी गोलियां बरसा रहे हैं। मैं अंदर की ओर भागा।”

– “इसके बाद किसी तरह पिछली दीवार जंप कर भाग निकला। तब तक वे आतंकियों के सामने डटे रहे।”

– एक और छात्र ने बताया, ” हम क्लास में थे, तभी फायरिंग की आवाज सुनी। हमने देखा कि तीन टेररिस्ट शूट कर रहे हैं।”

– “वे हमारे डिपार्टमेंट की तरफ आ रहे थे। तभी एक स्टूडेंट विंडो से जंप कर क्लासरूम से बाहर चला गया।”

“तब तक टेररिस्ट रजिस्ट्रार ऑफिस में घुस चुके थे। हम सभी वहां से भाग गए।”

इस स्टूडेंट ने भी बताया कि केमेस्ट्री प्रोफेसर पिस्टल ताने हुए थे। आतंकियों पर फायरिंग कर रहे थे।

एआरवाई न्‍यूज के मुताबिक, प्रोफेसर हामिद के 7 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके थे। वो ऑर्गेनिक केमेस्‍ट्री के एक्‍सपर्ट थे।

 

बढ़ती उम्र में खूबसूरती को न लगे नजर

आप वक्त को नहीं थाम सकतीं लेकिन अपने बाल, त्वचा और हाथों को दोबारा सेहत और चमक दे सकती हैं। इसके लिए आपको किसी प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत नहीं है, न ही कोई महंगे सैलॉन ट्रीटमेंट्स की जरूरत है या कोई ऐसे मेडिसिन कैबिनेट की भी जरूरत नहीं है जिसमें तरह-तरह के लोशन और क्रीम भरे हुए हों। करना केवल इतना है कि अपनी लाइफस्टाइल पर थोड़ा ज्यादा ध्यान दें और अपने रूटीन में सरल ऐंटी-एजिंग ट्वीक्स ऐड करते चलें।

हेल्दी बालों में बाउंस और शाईन होता है लेकिन फ्लैट आयरन, कलरिंग आयरन और हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से बाल डल और फ्लैट हो जाते हैं। हफ्ते में कम से कम दो दिन हीटफ्री हॉलिडे मनाएं। अपने बालों को कुछ समय के लिए हीट स्टाइलिंग टूल्स से दूर रखें। शैम्पू के बाद इन्हें एयर ड्राय करें।

डर्मेटोलॉजिस्ट हर रोज एसपीएफ लगाने की सलाह देते हैं जिससे कि स्किन कैंसर से बचा जा सके। एसपीएफ एक ऐंटि-एजिंग टूल भी है। स्टैंडर्ड एसपीएफ 30 को ही मानें। इसे हर दिन लगाया करें। चाहे धूप हो या बारिश।

हाथ के पीछे की त्वचा काफी पतली होती है। इस वजह से हाथ की त्वचा में झुर्रियाँ जल्दी आने  लगती है। खासकर ठंड में जब सूखी हवा त्वचा की पूरी नमी ही खींच लेती है तब इस पर लोशन लगाना बेहद जरूरी होजाता है। हैंड क्रीम वो खरीदें जिसमें सनस्क्रीन हो। इससे सन डैमेज नहीं होगा और साथ ही झुर्रियों से भी बचेंगी। रात को सोने से पहले और सुबह उठते ही एसपीएफ 30 वाली हैंडक्रीम हाथ के पीछे की स्किन पर जरूर लगाएं।

आपका चेहरा आपकी एज नहीं बता पाता है। एजिंग हाथ देखने से पता पड़ती है। इसलिए जरूरी है नेल पॉलिश ट्रिक अपनाएं। ज्वेलरी के साथ नेल पेंट लगाएं जिससे आपके हाथ के इम्परफेक्शन ढंके जा सकें। ऐंटी-एजिंग मैनक्योर लें और ज्वेल टोंड कलर्स यूज करें। रिच पर्पल और रेड्स अच्छे रहेंगे। ये ज्यादा इंटेंस नहीं होते लेकिन जरूरत के मुताबिक कलर भी एड करते हैं।

एक्सरसाइज से ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ता है जिससे स्किन खूबसूरत लगने लगती है। एक शोध के अनुसार एक्सरसाइज रिवर्स एजिंग कर सकती हैं। इसके अलावा जब आप शेप में होते हैं तब ज्यादा हेल्दी महसूस करते हैं। एक्सरसाइज भी ऐंटी-एजिंग टूल माना जा सकती है।

ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी जमा होने लगता है जो सेहत के लिए बुरा है। इससे आंख के नीचे काले गड्ढे भी पड़ने लग सकते हैं। जहां तक हो सके अलग से नमक न लें। ब्रेड में, सीरियल में, सॉस में, मसालों में और कुछ बेक्ड चीजों में पहले ही काफी मात्रा में नमक पाया जाता है।

अगर आप पहले ही रोज माउथवॉश करती हैं तो इसे जारी रखें। ये दांतों और मसूढ़ों की अच्छे से सफाई कर देता है। नतीजा आपके गम्स गुलाबी या पीले नहीं पड़ते हैं। इसके लिए आप ऐल्कोहॉल फ्री माउथवॉश यूज करें।

प्रोटीन खाने से बाल अच्छे रहेंगे। इनकी मजबूती के लिए जरूरी है अपनी डाइट में प्रोटीन शामिल करें। खाने में एक डाइट प्रोटीन की होना चाहिए। खासकर महिलाओं के लिए तो यह बेहद जरूरी है।

अगर आपने हीट स्टाइलिंग कम कर दी है और प्रोटीन खाना भी शुरू कर दिया है लेकिन फिर भी बाल में वो लचक नहीं है जो होनी चाहिए तो इसके लिए अपने पोस्ट-शॉवर हैबिट्स को ब्लेम करें। गीले बाल बेहद वीक होते हैं इसलिए तब इन्हें ब्रश नहीं करें। ऐसा करने पर ब्रेकेज होगा और स्प्लिट एंड्स भी पैदा होंगे।

हरी सब्जियां प्रकृति के दिए हुए टूथब्रश हैं। फाइबर रिच सब्जियां जैसे पालक, ब्रॉक्ली वगैरह खाने से दांत अपने आप साफहो जाते हैं। खाने में आधी प्लेट हरी सब्जियों से भरी हुई होना चाहिए। जो लोग ज्यादा ग्रीन्स खाते हैं उनकी त्वचा स्वस्थ और चमकदार हो जाती है।

बिग बॉस के विजेता बने प्रिंस नरूला

बिग बॉस के विजेता इस बार प्रिंस नरूला बन गए। 23 जनवरी को हुए फिनाले में उन्होंने अन्य चार प्रतिभागियों  रोशेल राव, मंदाना करीमी, प्रिंस नरूला और ऋषभ सिन्हा को मात देकर यह खिताब अपने नाम किया जबकि दूसरे स्थान पर ऋषभ सिन्हा रहे। वहीं तीसरे नंबर पर मंदाना करीमी और चौथे नंबर पर रोशेल राव रहीं। इस शो के फिनाले में कैटरीना कैफ खास मेहमान के रूप में मौजूद थीं इसलिए इस शो का समापन काफ़ी खास रहा। सलमान खान ने कैटरीना के साथ विजेता की घोषणा की।  कैट अपनी आगामी फिल्म ‘फितूर’ के प्रमोशन के लिए इस शो के फिनाले में आई थीं। यहां वे अपने सह कलाकार आदित्य रॉय कपूर के साथ थिरकती भी दिखीं।

इस शो के समापन को काफ़ी ख़ास बनाने की कोशि‍श की गई. फिनाले में टेलीविज़न से लेकर फिल्मी दुनिया के लोग मंच पर नज़र आए. जहां टेलीविज़न से ‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’ की भारती सिंह और कृष्णा अभिषेक मंच पर मौजूद थे। नौ अक्टूबर से शुरू इस रिएलिटी शो की टीआरपी को लेकर कई बातें कही गईं। यहां तक कि

‘बिग बॉस 9’ को अभी तक के सीज़न में से सबसे ‘उदासीन’ सीज़न करार दिया गया। इसकी टीआरपी को बढ़ाने के लिए चैनल ने शो में कुछ वाइल्ड कार्ड इंट्रीज़ भी करवाई। खै़र, जैसे-तैसे डगमागाती बिग बॉस की नैया को ईरानी मॉडल और अदाकारा मंदाना करीमी ने थोड़ा संभाला और फिर वाइल्ड कार्ड इंट्री के कुछ प्रतिभागियों ने शो से लोगों को बांधे रखा। इस बार काफ़ी कुछ ऐसा हुआ, जो पहले सीज़न में नहीं हुआ. सबसे पहले तो शो की विजेता राशि कम हुई। बिग बॉस के विजेता को ट्रॉफी के साथ 50 लाख रुपए की जगह 35 लाख ही मिले।

 

सोनम को नीरजा के स्कूल से आया बुलावा

रील लाइफ की नीरजा यानी सोनम कपूर को बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल ने गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण के लिए बुलाया है। ये पहला मौका है जब इस स्कूल ने किसी बाहरी विद्यार्थी को अपने यहां ध्वजारोहण के लिए बतौर अतिथि बुलाया है, क्योंकि नीरजा भनोट इसी स्कूल की छात्रा थीं। चंडीगढ़ की रहने वाली नीरजा ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा यहीं से ली थी।
359 यात्रियों को अपनी जान देकर बचाने वाली नीरजा भनोट स्कूल के नेशनल हीरो वाली गैलरी में बड़े शान से दर्ज है।. स्कूल का हर बच्चा उनकी बहादुरी पर नाज करता है. अब जबकि नीरजा पर फिल्म बनी हैं तो नीरजा के सम्मान के लिए स्कूल ने बड़ा फैसला किया है।
फिल्म ‘नीरजा’ की अदाकारा सोनम कपूर ने स्कूल में झंडा फहराए जाने की खबर से बेहद खुश हैं और वो बच्चों के साथ रूबरू होंगी और उनसे बातचीत करेंगी।
आपको बता दें कि 1847 में बने बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल देश के नामी स्कूलों में शुमार है। बॉलीवुड की सभी हस्तियों के बच्चों के लिए यह स्वर्ग है। साथ कई बड़े राजनेताओं ने अपनी बारहवीं तक पढ़ाई इसी स्कूल में की है. चाहे वो आमिर खान हों, रिति‍क रोशन, लकी अली, जॉन अब्राहम या फिर उद्धव ठाकरे।
सूत्रों की मानें तो सोनम कपूर ने नीरजा भनोट की पूरी जिंदगी को फिल्म के माध्यम से जिया है. फिल्म बनने से पहले ही सोनम ने पूरी रिसर्च की और उनके दोस्तों रिश्तेदारों से नीरजा को लेकर चर्चा भी की. इसके साथ ही 1986 के पैमएम में बैठे कई यात्रियों से बातचीत की और फ्लाइट की रिकॉर्डिंग भी सुनी. जिससे 5 सितंबर को हुए वाकये को वैसा ही दिखाया जाए जैसा घटा था. यह फिल्म 19 फरवरी को रिलीज हो रही है।

अपराजिता – जो माने कभी न हार

अपराजिता – यह शब्द जीजिविषा के साथ सृजनात्मकता की उर्जा से भरा है। अपराजिता एक कोशिश है जो महिलाओं के नजरिए से महिलाओं की बात करना चाहती है। घटना जीवन की हो या देश या फिर समाज की, उसका सबसे अधिक अच्छा या बुरा प्रभाव स्त्री पर पड़ता है। मेरा मानना है कि घटना हो या उसकी प्रतिक्रिया, इन सबका असर एक स्त्री के जीवन पर पड़ता है मगर खबरों की दुनिया में भी उसके हिस्से का कोना शायद खाली सा रह गया। आधुनिकता और परम्परा के बीच फँसी स्त्री खुद को भी दूसरों की नजर से तोल रही है। क्या करे कि सब खुश रहें मगर यह ख्याल एक क्षण के लिए नहीं आता कि एक क्षण उसका भी होना चाहिए। आम खबरों में महिलाओं पर होने वाला असर हो या महिलाओं से जुड़ी खबर, अपराजिता इनकी पड़ताल करने का काम करेगी। सौंदर्य, फैशन, घर बच्चे और सफलता की जद्दोजहद में जुटी स्त्री की दुनिया इससे आगे हो सकती है और उसे बहुत सी बातों से फर्क पड़ता है। अपराजिता का अर्थ पेज 3 की रोशनी में दिखने वाली औरते ही नहीं हैं बल्कि अपनी अलग जमीन की तलाश करने वाली स्त्रियाँ हैं। स्त्री तभी सशक्त होगी जब वह समझे और उसे समझा जाए इसलिए पुरुषों की सोच को समझना जरूरी है इसलिए होगा पुरुष क्षेत्र। गणतंत्र में स्त्री अपने अधिकारों की बात कर तो रही है उसे अपना विवेक औऱ सकारात्मक दृष्टिकोण साथ लेकर चलना होगा। यह सफर तो बस शुरू हो रहा है, राह अभी भी लम्बी है मगर विश्वास यह है कि यात्रा आरम्भ की है तो मंजिल भी जरूर मिलेगी क्योंकि हर स्त्री अपराजिता है।

शराब से भी ज्यादा खतरनाक हैं ये ड्रिक्स, बचें इनके प्रयोग से

अनजाने में आप बहुत से ऐसे ड्रिक्स हैं जिन्हें पीते हैं लेकिन नहीं जानते हैं कि ये शराब की तरह खतरनाक हो सकते हैं वजन के लिए।

सिर के भयंकर दर्द में आराम देंगे ये आसान घरेलू उपाय

सिर दर्द बहुत ही आम समस्या है लोगों के बीच। इसके कई कारण हो सकते हैं, तनाव, माइग्रेन या फिर नींद पूरी ना होना। लेकिन कभी ये समस्याएं गंभीर हो जाती हैं। इसके निजात पाने के लिए अगर कुछ घरेलू उपाय किए जाएं तो फायदा होगा।