Saturday, August 16, 2025
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भारतीय मुद्रा में व्यापार करने वाला 19वाँ देश बना बांग्लादेश

ढाका । दुनिया में आज हर तरह का कारोबार डॉलर के जरिए होता है। लेकिन कई देश हैं जो डॉलर से छुटकारा चाहते हैं। बांग्लादेश और भारत के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इसके जरिए अब बांग्लादेश भारत से अपना व्यापार रुपये में करेगा। बांग्लादेश 19वां देश बन गया है जो भारत के साथ डॉलर की जगह भारतीय मुद्रा में व्यापार करेगा। दोनों देश डॉलर को छोड़ने और अपने लेनदेन को आसान बनाने के लिए स्थानीय मुद्रा के इस्तेमाल की बातचीत महीनों से कर रहे थे।
भारत के साथ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शुरु करने के लिए बांग्लादेश के दो बैंक सोनाली बैंक और ईस्टर्न बैंक लिमिटेड ( ईबीएल) दो भारतीय बैंकों एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक में अपने वोस्ट्रो खाते खोलेंगे। दोनों भारतीय बैंक भी बांग्लादेश के इन बैंकों में अपने खाते खोलेंगे। बिनी किसी तीसरी मुद्रा के दोनों देश टका और रुपया में अपना व्यापार करेंगे। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक सोनाली बैंक लिमिटेड के सीईओ और एमडी मोहम्मद अफजल करीम ने कहा, ‘इस तरह के व्यापार से दोनों देशों का डॉलर पर दबाव कम होगा। दोनों देशों को इससे फायदा होगा।’
विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव होगा कम
भारतीय रिजर्व बैंक और एसबीआई का एक प्रतिनिधिमंडल बांग्लादेश की राजधानी पहुंचा था। यहां रुपया और टका में व्यापार करने पर चर्चा हुई थी। 11 अप्रैल को आरबीआई और एसबीआई के भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ईबीएल और सोनाली बैंक के एमडी से मुलाकात की। बांग्लादेश बैंक के कार्यकारी निदेशक मेजबुल हक ने कहा कि उनके देश के व्यवसायों ने भारत के साथ रुपये-टका में व्यापार का स्वागत किया है, क्योंकि इससे विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव कम होगा।
इन देशों से भी होता है रुपए में व्यापार
रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में भारत से बांग्लादेश का आयात करीब 13.69 अरब डॉलर था जिसमें से 2 अरब डॉलर का कारोबार भारतीय रुपये में होगा और बाकी का भुगतान अमेरिकी डॉलर में किया जाएगा। ईबीएल के एमडी ने कहा, ‘दोनों देशों के केंद्रीय बैंक से मंजूरी के बाद हम ग्राहकों को सूचित करेंगे कि भारत के साथ आयात और निर्यात सीधे रुपये में हो सकता है। जो भी व्यापारी रुपए में कारोबार करना चाहेंगे उन्हें लेटर ऑफ क्रेडिट दिया जाएगा। इससे व्यापारियों को फायदा पहुंचेगा।’ रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इजरायल, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, सेशेल्स, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम वह देश हैं, जिनके साथ भी रुपए में व्यापार होता है।

ब्रिटेन में भारतीय महिला का संबलपुरी साड़ी में मैराथन

 4 घंटे 50 मिनट में 42 किमी तक लगाई दौड़

लंदन । उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के मैनचेस्टर शहर में उत्तर-पूर्व भारत की पारंपरिक संबलपुरी साड़ी पहनकर मैराथन में दौड़ती हुई ओडिशा की एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मधुस्मिता जेना (41) ने रविवार को अपनी चटख रंग की साड़ी और स्नीकर्स में चार घंटे और 50 मिनट में 42 किमी से अधिक की दूरी तय की। उनके इस कारनामे के बाद से सोशल मीडिया पर उनकी इस उपलब्धि के चर्चे हो रहे हैं।
ब्रिटिश प्रवासी संगठन फ्रेंड्स ऑफ इंडिया सोसाइटी इंटरनेशनल (एफआईएसआई) ने एक ट्वीट में कहा, “ब्रिटेन के मैनचेस्टर में रहने वाली एक भारतीय मधुस्मिता जेना ने एक सुंदर संबलपुरी साड़ी में आराम से मैनचेस्टर मैराथन 2023 में हिस्सा लिया। अपनी भारतीय विरासत को गर्व से प्रदर्शित करते हुए, वह सर्वोत्कृष्ट भारतीय पोशाक पर एक आकर्षक दृष्टिकोण भी प्रस्तुत करती हैं।” जल्द ही उनकी इस उपलब्धि की कई और लोगों ने भी सराहना की। हालांकि, कुछ लोगों ने उनके परिधान की व्यावहारिकता पर हैरानी जताई।

छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान ला रहे हैं बिहार के ‘पैडमैन’ गौरव राय

सिवान । बिहार के ‘पैडमैन’ हालांकि आर्थिक रूप से उतने कमजोर नहीं हैं। इनके सामने बच्चियों को समझाने का झंझट नहीं है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बिहार के ‘पैडमैन’ की। जो इन दिनों हजारों छात्राओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रहे हैं। कहते हैं कि समाज के लिए कुछ करने की चाहत तो सभी मुश्किलें आसान हो जाती हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण हैं जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के सुघड़ी निवासी गौरव राय। इन्होंने खुद की पहल से भगवानपुर हाट प्रखंड के तीन हाई स्कूलों में मंगलवार को सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाई।
गौरव राय ने माघर उच्च विद्यालय, माघर, इंद्र सिंह उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज, हिलसड़ और एसएसए उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज भगवानपुर हाट में वेंडिंग मशीन लगवाया। पटना से अपनी कार से इन मशीनों को लेकर गौरव राय एक- एक कर तीनों हाई स्कूलों में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने खुद से स्कूल में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन को लगाया। साथ ही शिक्षक और छात्राओं को इसके उपयोग की ट्रेनिंग भी दी। गौरव राय के इस पहल को देख शिक्षकों और छात्राओं ने खूब सराहा।
110 स्कूलों में लगा चुके हैं वेंडिंग मशीन
पटना में एक निजी कंपनी में सीनियर जेनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत गौरव सिन्हा सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रति महीने खुद की सैलरी से बचत कर वे सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन और साइकिल खरीदते हैं। इस काम में बाद में मित्रों का भी सहयोग मिलने लगा। ऐसे में अब तक बिहार के 110 हाई स्कूलों में सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन लगा चूके हैं। साथ ही 157 जरूरतमंद बच्चों को साइकिल भी दे चूके हैं।
कोरोना काल में बने ऑक्सीजन मैन
गौरव राय की पहचाना बिहार में ऑक्सीजन मैन के नाम से भी है। कोरोना के समय पटना में जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध करा कर गौरव सिन्हा ने कई लोगों की जिंदगी बचाई थी। जिसकी वजह से इन्हें ऑक्सीजन मैन के तौर पर बिहार में पहचान मिली। दरअसल कोरोना पॉजिटिव होने के बाद पीएमसीएच में उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने खुद सिलिंडर खरीद लिया। और जब ठीक हो गए तो लोगों को सिलिंडर उपलब्ध कराने लगे। जिसमें लोगों ने भी उनका खूब साथ दिया।
(साभार – नवभारत टाइम्स)

अमित शाह ने किया विश्व का पहला नैनो डीएपी (तरल) उर्वरक राष्ट्र को समर्पित

• माननीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने इफको मुख्यालय, नयी दिल्ली में इफको द्वारा विकसित इफको नैनो डीएपी (तरल) उर्वरक राष्ट्र को समर्पित किया।
• एफसीओ के तहत अधिसूचित इफको नैनो डीएपी (तरल) शीघ्र ही किसानों के लिए उपलब्ध होगा।
• यह उर्वरक पौधे की उत्पादकता बढ़ाने में कारगर है। इसे आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर कृषि के ध्येय के अनुरूप विकसित किया गया है।
• यह परंपरागत यूरिया से सस्ता है। (डीएपी की एक बोरी की कीमत रु. 1350/- है जबकि नैनो डीएपी (तरल) के एक बोतल की कीमत मात्र रु. 600/- है।
• इसका प्रयोग जैविक रूप से सुरक्षित है तथा इसका उद्देश्य मृदा, जल और वायु प्रदूषण को कम करना है।
• इससे डीएपी के आयात पर निर्भरता कम होगी।
• इससे परिवहन और भंडारण की लागत में कमी आएगी।

कोलकाता । कृषि उत्पादकता तथा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से माननीय केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री  अमित शाह ने आज विश्व के पहले नैनो डीएपी (तरल) उर्वरक का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री के सहकार से समृद्धि और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। माननीय मंत्री जी ने इफको सदन में आयोजित एक समारोह में नैनो डीएपी (तरल) राष्ट्र को समर्पित किया, जिसे भारत व विदेश में करोड़ों किसानों और सदस्य सहकारी समितियों ने ऑनलाइन देखा।
इफको ने नैनो डीएपी के उत्पादन के लिए गुजरात में कलोल, कांडला और उड़ीसा में पारादीप में विनिर्माण इकाइयों की स्थापना की है। कलोल संयंत्र में उत्पादन पहले ही शुरू हो चुका है। इस वर्ष नैनो डीएपी के 5 करोड़ बोतलों का उत्पादन किया जाएगा जो 25 लाख टन डीएपी के बराबर होगा। आशा है कि वित्त वर्ष 2025-26 तक इफको के तीनों नैनो डीएपी संयंत्रों से नैनो डीएपी की 18 करोड़ बोतलों का उत्पादन किया जाएगा।
नैनो डीएपी (तरल) नाइट्रोजन और फास्फोरस का उत्तम स्रोत है, जो पौधों में इन पोषक तत्वों की कमी को दूर करता है। उर्वरक क्षेत्र की विश्व की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) द्वारा विकसित तरल उर्वरक नैनो डाय-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत 2 मार्च, 2023 को अधिसूचित किया गया है। इफको को भारत में नैनो डीएपी (तरल) के उत्पादन की अनुमति देने के लिए राजपत्र अधिसूचना जारी की गई थी। यह जैविक रूप से सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही अवशेष मुक्त हरित कृषि के लिए उपयुक्त है।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, ने कहा , “सफल सहकारी समितियां अपने ढांचे से बाहर निकलते हुए अनुसंधान और नए नए क्षेत्रों में पदार्पण कर रही हैं । इस दृष्टि से इफको आज सभी सहकारी समितियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है। इफको के द्वारा नैनो डीएपी (तरल) का लॉन्च फ़र्टिलाइज़र के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है। करोड़ों केमिकल फर्टिलाइजर युक्त भूमि भारतीयों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बनी हुई है। आज लॉन्च हुए नैनो डीएपी (तरल) न केवल भूमि के संरक्षण में बड़ा योगदान देगा अपितु पौधे पर छिड़काव के माध्यम से उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को बढ़ाएगा ।“ “देश में कुल फर्टिलाइजर का उत्पादन 384 लाख मीट्रिक टन हुआ है। इसमें सहकारी समितियों ने 132 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन किया है। और इस 132 लाख मैट्रिक टन फ़र्टिलाइज़र में से अकेले इफको ने 90 लाख मीट्रिक टन फर्टिलाइजर का उत्पादन किया है। भारत की आत्मनिर्भरता में इफको, कृभको जैसी हमारी सहकारी समितियों का बहुत बड़ा योगदान है”  शाह ने कहा। इफको के अध्यक्ष दिलीप संघाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘सहकार से समृद्धि’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने के अनुरूप किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें बेहतर भविष्य प्रदान करने के उद्देश्य से नैनो डीएपी (तरल) को विकसित किया गया है।
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि नैनो डीएपी (तरल) फसल में पोषक तत्वों की गुणवत्ता और उत्पादकता को बढ़ाने में बहुत प्रभावी पाया गया है। नैनो डीएपी (तरल) पर्यावरण हितैषी उत्पाद है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग में काफी कमी आएगी। उन्होंने बताया कि इफको किसानों की बेहतरी के लिए अत्याधुनिक नवीन कृषि तकनीकों और नवाचारों के प्रयोग पर लगातार काम कर रहा है।

बांग्ला नववर्ष पर राज्यपाल ने किया शांति एवं सद्भाव का आह्वान

कोलकाता । बंगाली नववर्ष के अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंदबोस ने शांति और सद्भाव का आह्वान करते हुए गत 15 अप्रैल को एनसीसी पीस वॉक साइकिल वारियर्स और हेरिटेज वॉक को झंडी दिखाकर रवाना किया। राजभवन के उत्तरी गेट के सामने झंडी दिखाकर रवाना किया गया। शुभ नववर्ष पर राजभवन के इस गेट को खोल दिया गया। बांग्ला नव वर्ष पर आम लोगों के दर्शन के लिए द्वार खोले गए । “बंगाल में इस दौरान नई सुबह के रूप में आनंद उत्सव मनाता है जो ‘नबो बोरशो’ कहलाता है । युवा शक्ति प्रकाशमय हो और युवा उस शांति को देखेंगे,
समाज में सद्भाव स्थापित हो, बंगाल फिर से अपना गौरव हासिल करेगा ”, गवर्नर सीवी आनंद बोस ने अपने वक्तव्य में कहा और विश्वास जताया कि युवाओं को सशक्त बनाने से ही राष्ट्र सशक्त होगा। पूरे पश्चिम बंगाल से कई रक्षा कर्मियों के साथ एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया था जिसमें भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के एनसीसी बैच भी शामिल रहा।
भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के एनसीसी कैडटों ने राज्यपाल के साथ एक संक्षिप्त बातचीत भी की जिसमें उन्होंने सभी को अत्यधिक प्रेरित किया। सूचना अरित्रिका दूबे ने दी ।यह जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।

अशोक द्विवेदी एवं अनिल ओझा नीरद को साहित्य अकादेमी का भाषा सम्मान

कोलकाता । वर्ष 2019 के लिए साहित्य अकादेमी का प्रतिष्ठित भाषा सम्मान पुरस्कार भोजपुरी भाषा एवं साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए अशोक द्विवेदी (बलिया) एवं अनिल कुमार ओझा ‘नीरद’ (कोलकाता) को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया था। यह पुरस्कार अकादेमी के साहित्योत्सव 2023 में नई दिल्ली में साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष श्री माधव कौशिक द्वारा प्रदान किया जाना था। लेकिन आकस्मिक अस्वस्थता के कारण श्री नीरद यह पुरस्कार ग्रहण करने नहीं पहुँच सके। इसलिए 1 लाख रुपए के इस पुरस्कार के साथ दिया जानेवाला उत्कीर्ण ताम्र फलक अकादेमी के क्षेत्रीय सचिव डॉ. देवेंद्र कुमार देवेश द्वारा उनके आवास पर जाकर उन्हें हस्तगत किया गया। इस अवसर पर नीरद ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अकादेमी का यह पुरस्कार उनके लिए नोबेल पुरस्कार की तरह है। ज्ञातव्य हो कि अकादेमी द्वारा कालजयी एवं मध्यकालीन भारतीय साहित्य तथा गैरमान्यताप्राप्त भाषाओं के विद्वानों के लिए भाषा सम्मान दिए जाने का आरंभ 1996 में किया गया था, जो अब तक 113 विद्वानों को प्रदान किया जा चुका है। इसके पूर्व भोजपुरी भाषा-साहित्य में योगदान के लिए अकादेमी का भाषा सम्मान पुरस्कार धरीक्षण मिश्र (1996),  मोती बी.ए. (2001) एवं  हरिराम द्विवेदी (2013) को प्रदान किए गए हैं।

सीवी और इंटरव्यू प्रशिक्षण को लेकर भवानीपुर कॉलेज में कार्यशाला

कोलकाता । नौकरी के लिए साक्षात्कार आपके ज्ञान का परीक्षण नहीं है बल्कि उस ज्ञान का सही समय पर उपयोग करने की आपकी क्षमता का परीक्षण है। लगभग स्नातकों के अपने जीवन के अगले चरण में प्रवेश करने के साथ, भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने उन्हें एक अच्छी तरह से बनाए गए बायोडाटा के साथ इस यात्रा को शुरू करने का अवसर प्रदान किया और साक्षात्कार को कैसे क्रैक किया जाए, इस पर कुछ समझदार सुझाव दिए। कार्यशाला कॉलेज के सोसाइटी हॉल में 21 अप्रैल को एनसीडीए और करियर डेवलपमेंट एलायंस (यूएसए) द्वारा प्रमाणित करियर कोच प्रो. उर्वी शुक्ला द्वारा आयोजित की गई, जो कि 20 साल के शिक्षण अनुभव के साथ एक लेखक और शिक्षिका हैं। कार्यशाला की शुरुआत छात्र मामलों के डीन प्रो दिलीप शाह ने छात्रों को ऐसी कार्यशालाओं के महत्व के बारे में संबोधित करते हुए की जो उनसे संबंधित उद्योगों में भविष्य की संभावनाओं को बढ़ाती है।
कार्यशाला में प्रो. शुक्ल द्वारा विकसित पावरप्वाइंट प्रस्तुतियां शामिल थीं जिसमें सीवी और उसकी सामग्री पर बहुमूल्य जानकारी थी। उन्होंने रिज्यूम, सीवी और बायोडाटा के बीच के अंतर पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सीवी में शामिल सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताया, जैसे किसी के कौशल सेट, उद्देश्यों को हाइलाइट करना और बिना किसी व्याकरण संबंधी त्रुटियों के औपचारिक भाषा का उपयोग कैसे करें। उन्होंने बताया कि क्यों ये तत्व एक नौकरी के इच्छुक व्यक्ति को दूसरों से अलग दिखने और अपनी इच्छा के अनुसार नौकरी के लिए चुने जाने में सक्षम बनाते हैं। वर्कशॉप का दूसरा आधा हिस्सा इस बात पर केंद्रित था कि इंटरव्यू के लिए खुद को कैसे तैयार किया जाए। इसमें इंटरव्यू के लिए क्या करें और क्या न करें और इंटरव्यू के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार करने से जुड़ी सभी बातें शामिल थीं। उन्होंने उन्हें उन सामान्य गलतियों के बारे में भी आगाह किया जो फ्रेशर्स अपने पहले कुछ इंटरव्यू के दौरान करते हैं। उन्होंने छात्रों को साक्षात्कारकर्ता द्वारा उनसे पूछे जा सकने वाले प्रश्नों की एक सूची प्रदान की और उन्हें सलाह दी कि वे पहले से ही उनके लिए बुनियादी उत्तर तैयार कर लें।
सत्र समापन से पूर्व प्रो शुक्ला ने कहा कि फ्रेशर्स को साक्षात्कार के दौरान नियम और शर्तों पर बातचीत नहीं करनी चाहिए बल्कि पहले साक्षात्कार को क्रैक करने पर ध्यान देना चाहिए। कार्यशाला का समापन छात्रों द्वारा अपने प्रश्न उठाने के साथ हुआ, जिसका प्रो. शुक्ला ने विधिवत उत्तर दिया। सोसायटी हॉल में छात्रों ने प्रो शुक्ला को उनके मार्गदर्शन और उनके समय के लिए। प्रतिभागियों की संख्या अपेक्षा से अधिक थी। यह खुशी की बात है कि घोषित अवकाश के दौरान भी परिसर में इस तरह की भीड़ देखी गयी । रिपोर्ट अनिकेत दासगुप्ता ने दी और सूचना डॉ वसुंधरा मिश्र ने दी ।

एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम ने शुरू किया एमएसएमई अड्डा

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, ग्रेटेक्स और सन्मार्ग फाउंडेशन का सहयोग

कोलकाता । देश की अर्थव्यवस्था को ग्लोबल रैंकिंग इंडेक्स पर मजबूत करने में एमएसएमई की अहम भूमिका होती है। एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम-पश्चिम बंगाल चैप्टर ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, ग्रीटेक्स और सन्मार्ग फाउंडेशन के साथ मिलकर कोलकाता के द पार्क होटल में एमएसएमई अड्डा का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में विधायक विवेक गुप्ता, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एसएमई स्टार्टअप के प्रमुख अजय ठाकुर , एमएसएमई विकास मंच के अध्यक्ष रजनीश गोयनका (अध्यक्ष, ), ग्रेटेक्स कॉर्पोरेट सर्विस लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक आलोक हरलालका, एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम, पश्चिम बंगाल की अध्यक्ष सीएस (डॉ.) एवं अधिवक्ता ममता बिनानी के अलावा समाज के कई अन्य सम्मानीय लोग मौजूद थे।
एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम, पश्चिम बंगाल की अध्यक्ष एवं आईसीएसआई और एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम पश्चिम बंगाल चैप्टर की पूर्व अध्यक्ष सीएस (डॉ.) एवं अधिवक्ता ममता बिनानी ने कहा, मुझे एमएसएमई अड्डा का हिस्सा बनकर बेहद खुशी हो रही है, इसका लक्ष्य एमएसएमई को लेकर इसके विभिन्न पहलुओं के बारे में अब हर महीने उदारतापूर्वक विचार-विमर्श करना है। प्राथमिक तौर पर भारत एक मजबूत प्राथमिक और द्वितीयक बाजार माना जाता है। यह इस बात का प्रमाण है कि कैसे हमारे सम्मानीय व्यवसायों ने व्यापारिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है। जिसके कारण इसके संचालन के दृष्टिकोण और परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। इसी उपलब्धि के कारण आज भारत पूरी दुनिया के शीर्ष 10 देशों में अपनी जगह बनाने की दहलीज पर खड़ा है। आज का यह दौर एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का बेहतरीन समय है। इस अवसर का लाभ लेना न भूलें।
एमएसएमई के बारे में: हमारे देश की अर्थव्यवस्था को वैश्विक रैंकिंग इंडेक्स पर मजबूत करने में एमएसएमई काफी अहम भूमिका निभाता है। वर्तमान अनुमानों के अनुसार भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 30 प्रतिशत, जिसमें 63 मिलियन से अधिक एमएसएमई हैं, जिसमें पहले की तुलना में इसमें लगभग दोगुना बढ़ोत्तरी हुई है।

उद्योगों की स्थापना के लिए कई जगहों पर भूमि चिह्नित कर रही है राज्य सरकार

कोलकाता । मर्चेन्ट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने हाल ही में राज्य की उद्योग, वाणिज्य, उद्यम एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ.शशि पांजा के साथ एक परिचर्चा सत्र आयोजित किया । सत्र को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगों के विस्तार के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है और इसके लिए वेस्ट बंगाल इंडस्ट्रियल प्रोमोशन बोर्ड के तहत 8 विभाग लाए गए हैं जिससे उद्योगों की स्थापना योग्य भूमि की पहचान की जा सके । राज्य सरकार की नीतियों के तहत पर्यटन पर विशेष जोर दिया जा रहा है । उत्तर बंगाल में चाय पर्यटन आकर्षण का केन्द्र बन रहा है । न्यू चमता और रायदक बागान में चाय उत्पादन के उपयोग में नहीं लाई जा रही भूमि को पर्यटन के लिए उपयोग में लाया जा रहा है । चमता में में मेफेयर होटल बन रहा है मगर भूमि के उपयोग के लिए कुछ मापदंड निर्धारित किये गये हैं । यह भूमि सस्ते आवासों एवं होम स्टे के लिए भी इस्तेमाल की जाएगी । इनमें से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सबसे रघुनाथपुर से गुजरते हुए अमृतसर-दानकुनी फ्रेट कॉरिडोर के किनारे 8000 एकड़ गैर कृषि भूमि की पहचान थी जहां कई उद्योग लगने की सम्भावना थी । इंडस्ट्रियल प्रोमोशन बोर्ड ने पुरुलिया की जंगल सुन्दरी एवं क्रमनगरी को उद्योगों की स्थापना के लिए चिह्नित किया गया है और इसे रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन में विभाजित किया गया है । पुरुलिया में लौह एवं स्टील उद्योग की स्थापना के अवसर हैं । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमृतसर – डानकुनी मार्ग के कल्याणी तक विस्तार करने एवं उत्तर बंगाल को जोड़ने के लिए एक और रेलवे कॉरिडोर के निर्माण का प्रस्ताव दिया है । पश्चिम बंगाल की स्टील ईकाइयों को ओडिशा से लौह अयस्क मुहैया करवाने को लेकर पांजा ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री ने इस बाबत हुई एक बैठक में इस पर सहमति जतायी है पर समय लगेगा । उन्होंने कहा कि आसनसोल के पास ढाकेश्वरी कॉटन मिल के लिए 193 एकड़ भूमि, दुर्गापुर के निकट मंगलपुर में विशाल भूमि, बेलूर में 100 एकड़ भूमि. जहाँ कभी नेस्को था, चिह्नित की गयी है । स्वागत भाषण एमसीसीआई के अध्यक्ष नमित बाजोरिया ने दिया जबकि उपाध्यक्ष प्रीति. ए. सुरेका ने धन्यवाद दिया ।

एमसीसीआई में कैपिटल मार्केट कॉन्क्लेव, निवेशकों के हितों पर जोर


कोलकाता । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कैपिटल मार्केट कॉन्क्लेव आयोजित किया । सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह और मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी सौरभ मुखर्जी उपस्थित थे । कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह ने कहा कि आईटी क्षेत्र की तरह ही स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र भारत में लंबी अवधि के लिए विकास को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में खपत होने वाली 40 फीसदी दवाएं भारत में बनती हैं। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के अलावा, “हमें अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने, मुक्त व्यापार समझौतों का लाभ उठाने की आवश्यकता होगी ।
मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य निवेश अधिकारी सौरभ मुखर्जी ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र भारत में विकास का नेतृत्व करेगा, लेकिन भौतिक बुनियादी ढाँचा, कर संरचना में बदलाव, बैंकिंग सुधार और भारत स्टैक- डिजिटल बुनियादी ढाँचे को मजबूत करने से विकास को बढ़ावा मिला है। मुखर्जी ने कड़ी मेहनत पर जोर दिया और कहा कि भारत में निवेशकों को बढ़ने का अवसर दिया जाना चाहिए । विकास को सक्षम करने के लिए एक प्रवाहकीय नियामक वातावरण होना चाहिए। शाह ने कहा कि बाजार में सफल होने के लिए लंबी अवधि के आधार पर अच्छी कंपनियों में निवेश करना चाहिए और बाजार में बने रहना चाहिए। एमसीसीआई के अध्यक्ष श्री नमित बाजोरिया ने स्वागत भाषण दिया। अन्य वक्ताओं में अर्जव बिल्डर्स की निदेशक दिवा जैन,एमसीसीआई की कैपिटल मार्केट काउंसिल के चेयरमैन रवि जैन, शामिल थे। स्टार्ट अप पर एमसीसीआई काउंसिल के अध्यक्ष प्रतीक चौधरी ने धन्यवाद दिया।

पाश के 15 वर्ष होने पर समारोह, पहुँचे बीएचएस के विद्यार्थी

कोलकाता । वर्ष 2023 में पाश (पीएएससीएच) पहल के 15 वर्ष पूरे हो गए हैं और इस महत्वपूर्ण घटना को लेकर गोएथे इंस्टीट्यूट ने मैक्स मुलर भवन एवं बिड़ला हाई स्कूल में हाल ही में कई कार्यक्रम किए । संस्था स्वयं 2009 से पहल से जुड़ी हुई है। 11 अप्रैल को 5वीं. 6ठीं एवं सातवीं के विद्यार्थियों ने गोएथे इंस्टीट्यूट द्वारा थिंक आर्ट्स के सहयो से आयोजित एक कार्यशाला में भाग लिया । ए.वी.आर में आयोजित यह कार्यशाला दिग्गज लुडविग वैन बीथोवेन के जीवन और कार्यों पर आधारित थी । विद्यार्थियों ने उनके संगीत की कुछ मधुर प्रस्तुतियाँ कीं । अगले दिन सातवीं, आठवीं एवं नौवीं के विद्यार्थियों ने एनिमेशन कार्यशाला में भाग लिया जो गौरव जुयाल द्वारा गोएथे इंस्टीट्यूट की साझीदारी में आयोजित की गयी थी । वे आर्ट अटैक इंडिया के प्रस्तोता भी रह चुके हैं । विद्यार्थियों ने कार्यशाला में फ्लिप द क्लिप ऐप से मजेदार एनिमेटेड क्लिप बनाना सीखा । 13 अप्रैल को तीसरी भाषा के रूप में जर्मन सीख रहे सातवीं एवं आठवीं के विद्यार्थी यहाँ स्टेम कारर्यशाला में भाग लिया । यहाँ रोबोटिक्स, ए.आई, केमेस्ट्री, थ्री डी पेंटिंग दिखे । विद्यार्थियों ने मिनी ड्रोन भी उड़ाया । आठवीं कक्षा के तनीश आदित्य बनर्जी ने एक नृत्य कार्यक्रम में भाग लिया । इस दौरान पाश कार्निवल कन्सर्ट भी आयोजित किया गया । इस अवसर पर कोलकाता में जर्मनी के कौंसुल जनरल मैनफ्रीड अस्टर, गोएथे इंस्टीट्यूट के प्रमिख एस्ट्रेड वेज के अतिरिक्त कई प्रख्यात स्कूल के प्रिंसिपल एवं शिक्षक – शिक्षिकाएं उपस्थित थी ।