कोलकाता । समाज के कमजोर वर्ग के युवाओं के आजीविका में सुधार के लिए जीनियस कंसल्टेंट लिमिटेड (जीनियस फाउंडेशन) की एक पहल से कई युवाओं को आगे बढ़ने का रास्ता मिला। जीनियस कंसल्टेंट लिमिटेड (जीनियस फाउंडेशन) भारत की सबसे बड़ी मैनपावर आउटसोर्सिंग कंपनी में से एक है, जिसने घरेलू उपकरणों और अन्य घरेलू उपकरणों में कुशल बनाकर समाज के कमजोर वर्ग के युवाओं के लिए आजीविका में सुधार के लिए एक नेक पहल की। प्रशिक्षण कार्यक्रम को एसेंसिव एजुकेयर लिमिटेड के सहयोग से इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) द्वारा निष्पादित किया गया था।
कार्यक्रम के दौरान कुल 60 उम्मीदवारों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया गया। खास बात यह है कि इन इच्छुक युवाओं में से कई युवाओं ने लॉयड, हिताची, गोदरेज, हैवेल्स आदि प्रतिष्ठित संगठनों में काम करना शुरू कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि उनमें से कुछ ने ग्रामीण स्तर के उद्यमियों के रूप में काम करना शुरू कर दिया है और अपने इलाके में घरेलू उपकरणों की मरम्मत सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। साथ ही ईएसएससीआई और एसेंसिव एजुकेयर लिमिटेड युवाओं को एक सफल उद्यमी बनने के लिए सहयोग प्रदान कर रहे हैं। प्रेस क्लब ऑफ कलकत्ता में कार्यक्रम के दौरान युवाओं को पाठ्यक्रम पूर्णता प्रमाण पत्र वितरित किए गए। साथ ही युवाओं को बेसिक टूल किट भी दिए गए, ताकि वे टूल किट खरीदने के लिए पैसे खर्च करने की चिंता किए बिना अपने आप काम शुरू कर सकें।
प्रमाणपत्र वितरण समारोह में जीनियस कंसल्टेंट्स लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक वाई.पी. यादव, एसेंसिव एजुकेयर लिमिटेड की प्रबंध निदेशक सयानी चटर्जी, एसेंसिव एजुकेयर लिमिटेड के निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी तन्मय दास और अन्य हस्तियों ने हिस्सा लिया।
युवाओं को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मरम्मत का प्रशिक्षण
कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में साम्प्रदायिक सौहार्द पर सेमिनार
कोलकाता । कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में साम्प्रदायिक सौहार्द पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस अवसर कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सत्या उपाध्याय ने शिक्षण संस्थानों में साम्प्रदयिक सौहार्द की आवश्यकता पर जोर दिया एवं मनुष्यता को सभी धर्मों की आत्मा बताया । उन्होंने कहा अनुशासन साम्प्रदायिक सौहार्द का सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ है जो अन्दर से आता है और जिसका पालन स्वप्रेरणा से ही किया जाता है । इस लिहाज से स्त्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि वह अपनी भूमिका का पालन सही तरीके से करें तो देश या समाज को कोई भी नहीं तोड़ सकता ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित एनसीसी की 2 बंगाल गर्ल्स बटालियन के कमांडिग ऑफिसर कर्नल सुनीत सिंह ने साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शिक्षण संस्थानों में एनसीसी की भूमिका पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि हमारे अन्दर एक दूसरे के धर्म के प्रति आदर और उसके प्रति समझ होनी चाहिए, जैसा सेना में होता है । उन्होंने सेना का उदाहरण देते हुए कहा सेना में सभी न सिर्फ एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं बल्कि एक दूसरे की धार्मिक गतिविधियों में भी शामिल होते हैं। इस अभ्यास के लिए जिस प्रयास की आवश्यकता पड़ती है, वह एनसीसी में सिखाया जाता है। उन्होंने छात्राओं को सोशल मीडिया की खबरों को बगैर सत्यता जाँचे आगे प्रसारित न करने की सलाह भी दी । इस अवसर पर प्रधान अतिथि के रूप में उपस्थित बेथुन कॉलेज के पॉलिटिकल साइंस विभाग की सेवानिवृत्त प्राध्यापिका एवं कवयित्री डॉ. कुमकुम चट्टोपाध्याय ने एकता एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के जाति – धर्म समेत अन्य भेदभावों को समाप्त करना होगा एवं साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए सकारात्मक संतुलन बनाना होगा। स्वागत भाषण पॉलिटिकल साइंस विभागाध्यक्ष प्रो. चन्द्रनाथ साहा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मंद्रिता राय एवं शेख राज अली ने किया ।
कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में मध्य एशिया एवं भारत के सम्बन्धों पर अन्तरराष्ट्रीय वेबिनार
कोलकाता । कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में भारत एवं मध्य एशिया के सम्बन्धों पर एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया। कॉलेज के इतिहास विभाग द्वारा आयोजित इस वेबिनार में भारत के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक सम्बन्ध के सन्दर्भ में मध्य एशिया एवं ऐतिहासिक कालखंड की चर्चा की गयी । वेबिनार को सम्बोधित करते हुए कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या एवं सचिव डॉ. सत्या उपाध्याय ने कहा कि किसी भी देश में मनुष्य की प्रवृत्ति एक ही होती है, बस अभिव्यक्ति का तरीका अलग होता है। साहित्य एवं संस्कृति के माध्यम से मध्य एशिया एवं भारत के सम्बन्ध मजबूत हुए हैं और अनुवाद के माध्यम से साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में निकटता आई है। वेबिनार में उज्बेकिस्तान की ताशकंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ ओरियेंटल स्टडीज के महात्मा गाँधी इंडोलॉजी सेंटर की निदेशक एवं दक्षिण एशियाई विभाग की अध्यक्ष प्रो. उल्फत मुखीबोवा ने दोनों देशों के सम्बन्धों की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि दोनों ही संस्कृतियों ने एक दूसरे को प्रभावित किया है। उज्बेकी साहित्य में बीसवीं सदी के दिग्गज साहित्यकारों. जैसे – मुंशी प्रेमचंद, यशपाल की रचनाएं अनूदित होकर प्रकाशित हुईं। राजनीतिक स्तर पर भी दोनों देशों के सम्पर्क रहे हैं । भारतीय – उज्बेकी लोगों के जीवन, व्यवहार एवं आचरण में भी समानता है । इसी संस्थान के अनुवाद अध्ययन एवं अन्तरराष्ट्रीय पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डॉ. नीलोफर खुजाएवा ने कहा कि हिन्दी एवं उर्दू में बहुत सी उज्बेकी रचनाओं का अनुवाद हुआ है । यह वेबिनार आभासी माध्यम पर आयोजित किया गया था । इस वेबिनार में प्रो. नन्दिनी भट्टाचार्य समेत कई अन्य शिक्षिकाओं ने विचार रखे ।
‘सृजन सारथी सम्मान -2022’ से सम्मानित हुईं प्रो. प्रेम शर्मा
कोलकाता । शुभ सृजन नेटवर्क का पहला सृजन सारथी सम्मान प्रो. प्रेम शर्मा को प्रदान किया गया। सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय में आयोजित एक आत्मीय समारोह में सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय की मंत्री एवं समारोह अध्यक्ष दुर्गा व्यास ने प्रो. प्रेम शर्मा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया । सम्मानित व्यक्तित्व प्रो. प्रेम शर्मा के सद्य प्रकाशित काव्य संग्रह ‘एक दीप जलाकर देखो’ का भी लोकार्पण किया । अपने वक्तव्य में चर्चित साहित्यकार एवं शिक्षाविद् दुर्गा व्यास ने प्रो. शर्मा की सरलता, सृजनात्मकता, जीजिविषा को प्रेरणा देने वाला बताया । इस अवसर पर उपस्थित प्रधान अतिथि उदिता नेवर ने पुस्तकों को ऑडियो बुक और डिजिटल प्रारूप में लाने का परामर्श दिया । समारोह में उपस्थित कवि लखबीर सिंह ‘निर्दोष’ एवं गजेन्द्र नाहटा ने भी अपने शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर शुभ सृजन नेटवर्क की ओर से अभिनंदन पत्र सेठ सूरजमल जालान बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं ने मिलकर प्रो. प्रेम शर्मा को दिया। अपनी सृजनात्मक यात्रा पर बात करते हुए प्रो. प्रेम शर्मा ने कहा कि लेखन के प्रति उनको साहित्यकार अरुण अवस्थी एवं कवि कालीप्रसाद जायसवाल से प्रेरणा मिली। प्रो. प्रेम शर्मा ने सेठ सूरजमल जालान बालिका विद्यालय में ही 40 वर्षों तक अध्यापन किया है, समाज सेवा में सक्रिय रही हैं और अब तक 3 पुस्तकें लिख चुकी हैं। शुभ सृजन नेटवर्क की संस्थापक एवं प्रमुख सुषमा त्रिपाठी कनुप्रिय़ा ने कहा कि वरिष्ठ जनों के प्रति कृतज्ञता बोध को अभिव्यक्त करते हुए सृजन सारथी सम्मान की घोषणा की गयी है। प्रो. प्रेम शर्मा को प्रथम सृजन सारथी सम्मान प्रदान करना गौरव की बात है । इसके अतिरिक्त सृजनात्मकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले युवाओं के लिए सृजन प्रहरी सम्मान भी आरम्भ किया जा रहा है। प्रो. कमल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पुस्तकाध्यक्ष श्रीमोहन तिवारी, दीनानाथ पांडेय, अरविंद तिवारी, विवेक तिवारी समेत पुस्तकालयकर्मियों की विशेष भूमिका रही ।
समय की कसौटी पर खरी उतरी है भारत – रुस की मित्रता
कोलकाता । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कोलकाता में रशियन फेडरेशन के कौंसुल जनरल एलेक्सी एम. इदमकिन के साथ विशेष सत्र आयोजित किया । उन्होंने कहा कि भारत और रुस के बीच हमेशा से मित्रता रही है और जो विश्वास है, वह कभी कम नहीं हुआ । इंडामाकिन ने कहा कि 1971 के भारत – पाक युद्ध से लेकर कारगिल तक, किसी भी कठिन परिस्थिति में रुस भारत के साथ रहा है।
भारत-रूसी मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है। भारत रूस के खिलाफ मौजूदा पश्चिमी प्रतिबंधों में शामिल नहीं होना चाहता है और दोनों देश एक-दूसरे का साथ देते रहे हैं । एमसीसीआई के अध्यक्ष ऋषभ सी. कोठारी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापार कारोबार वित्त वर्ष 2023 की पहली छमाही में 11 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक तक पहुंच गया, जो व्यापार लक्ष्य को प्राप्त करने की संभावना को दर्शाता है। 2025 तक 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का। धन्यवाद ज्ञापन एमसीसीआई के कमेटी सदस्य राजेन्द्र खंडेलवाल ने दिया ।
प्रतिस्पर्द्धा विरोधी आचरण पर एमसीसीआई में कार्यशाला
कोलकाता । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में प्रतियोगिता विरोधी आचरण पर कार्यशाला आयोजित की गयी । कम्पटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग ) के सलाहकार राकेश कुमार ने इस सन्दर्भ में एमआरटीपी एक्ट की जानकारी दी । उन्होंने कहा कि एकाधिकार अपने आप में अवैध नहीं है, लेकिन इसका दुरुपयोग गलत है । एकाधिकार बाजार की ताकतों के बीच स्वतंत्र व्यवहार करने की क्षमता है । एमआरटीपी अधिनियम के तहत एक उद्यम 25 प्रतिशत से अधिक बाजार पर कब्जा करने में सक्षम नहीं हो सकता है। इससे अधिक कुछ भी होने पर प्रभुत्व का दुरुपयोग माना जाएगा ।
उन्होंने कहा कि सीसीआई, बाजार के एकाधिकार को रोकने के लिए बोली में हेराफेरी में हस्तक्षेप कर सकता है, जो मुख्य रूप से धोखाधड़ी से लगायी जाने वाली, बोली, बोली रोटेशन, कवर बिडिंग, बोली को दबाकर विज्ञापन ग्राहक आवंटन के माध्यम से होता है। जबकि सीसीआई के दंड प्रावधान थे, यह बाजार सुधार और उद्यमों के साथ-साथ व्यक्तियों पर प्रतिस्पर्धा बहाल करने तक सीमित था। कुमार ने कहा कि आयोग के पास सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत दीवानी अदालत के समान अधिकार हैं। स्वागत भाषण एमसीसीआई की लीगल एवं कॉरपोरेट काउंसिल के को -चेयरमैन डॉ. जीवन चक्रवर्ती ने दिया । एमसीसीआई की ह्यूमन रिसोर्स डेवलेपमेंट काउंसिल के चेयरमैन श्री तुषार बसु ने धन्यवाद दिया ।
110वें स्थापना वर्ष पर ऑक्सफोर्ड लाया ब्लेंडेड लर्निंग सॉल्यूशन ‘ऑक्सफोर्ड इंस्पायर’
शिक्षकों एवं प्रिंसिपलों के लिए 2 दिवसीय कार्यशाला आयोजित की।
कोलकाता । प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय ऑक्सफोर्ड के विभाग ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने भारत में अपनी स्थापना के 110 वर्ष पूरे कर लिये हैं। इस अवसर पर राज्य भर के शिक्षकों एवं प्रिंसिपलों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी । इसके साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (ओयूपी) ने मिश्रित शिक्षण समाधानों के अपने नए सूट – ऑक्सफोर्ड इंस्पायर को आरम्भ करने की भी घोषणा की । ग्रेड 1 से 8 के छात्रों के लिए, ऑक्सफोर्ड इंस्पायर भारत का पहला योग्यता आधारित मिश्रित शिक्षण समाधान है, जिसके मूल में ‘शिक्षार्थी सफलता’ है। समाधान श्री द्वारा लॉन्च किया गया था। सुमंत दत्ता, प्रबंध निदेशक, ओयूपी इंडिया।
नए समय की शिक्षा को ध्यान में रखकर लाये गये ब्लेंडेड लर्निंग प्रोडक्ट के महत्व पर प्रकाश डालते हुए ओयूपी इंडिया के एमडी सुमंत दत्ता ने कहा, पश्चिम बंगाल की एक मजबूत सांस्कृतिक और शैक्षिक राज्य होने की प्रतिष्ठा है। हमें विश्वास है कि राज्य के छात्र और शिक्षक ऑक्सफोर्ड इंस्पायर के अभिनव प्रारूपों की सराहना करेंगे, ताकि अवधारणात्मक सीखने और गुणवत्ता सामग्री तक पहुंच में सुधार हो सके। नया मिश्रित उत्पाद स्कूली किताबों और साथी डिजिटल समाधानों जैसे वीडियो, प्रश्न बैंक, क्विज़ आदि की पेशकश करके समग्र रूप में शिक्षा के लिए छात्रों की निरंतर बदलती जरूरतों को पूरा करेगा। ऑक्सफोर्ड इंस्पायर की नींव एनईपी 2020 द्वारा अनुशंसित दृष्टिकोण के साथ प्रतिध्वनित होती है और आकर्षक विषय और गतिविधि-आधारित मिश्रित शिक्षण मॉड्यूल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली अवधारणा-आधारित, क्रॉस-डिसिप्लिनरी शिक्षा पर केंद्रित है।
इस कार्यक्रम में, ओयूपी ने अंग्रेजी पुस्तकों की अपनी बेस्टसेलर श्रृंखला – न्यू ऑक्सफोर्ड मॉडर्न इंग्लिश के एक नए संस्करण का अनावरण किया। पाठ्यपुस्तक (पहली बार 1987 में शुरू की गई), वर्तमान में अपने 36वें संस्करण में है। नया संशोधन, पूरी तरह से नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, अपने शैक्षणिक मूल को बरकरार रखते हुए पाठ्यक्रम का एक आधुनिक संस्करण प्रदान करता है।
ओयूपी ने एक नई व्याकरण श्रृंखला – द ग्रामर स्कॉलर भी लॉन्च की। कक्षा 1 से 8 तक की किताबें मज़ेदार, इंटरैक्टिव तरीके से भाषा सिखाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। यह एनईपी 2020 और सरकार के पारख मूल्यांकन दिशानिर्देशों के अनुरूप है। यह पहला व्याकरण पाठ्यक्रम है जो इंटरैक्टिव शिक्षण उपकरण और शिक्षण सामग्री के साथ एकीकृत डिजिटल एड्स प्रदान करता है।
हेक्सागन इंडिया ने पेश किया न्यू लेइका एपी20 ऑटोपोल
निर्माण और सर्वेक्षण क्षेत्र के पेशेवरौं के लिए दुनिया का पहला टिल्ट-कंपेंसेटेड टोटल स्टेशन पोल सॉल्यूशन
हैदराबाद । हेक्सागन इंडिया की ओर से न्यू लेइका एपी20 ऑटोपोल बाजार में आ गया है। निर्माण और सर्वेक्षण छेत्र से जुड़े प्रोफेशनल के लिए यह दुनिया का पहला टिल्ट-कंपेंसेटेड टोटल स्टेशन पोल सॉल्यूशन होगा। हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर जियो स्मार्ट इंडिया 2022 कॉन्क्लेव में इसे भव्य तरीके से लांच किया गया। इस मौके पर विशिष्ट लोगों में प्रमोद कौशिक (प्रेसिडेंट हेक्सागन इंडिया), मनोज शर्मा (डायरेक्टर मार्केटिंग एंड सेल्स एक्सीलेंस, हेक्सागन इंडिया), पंकज गुप्ता (डायरेक्टर सेल्स जियोसिस्टम्स, हेक्सागन इंडिया), परेश त्रिवेदी (निदेशक, सेल्स, एसआईजी, हेक्सागन इंडिया) के अलावा अन्य कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
लेइका एपी20 ऑटोपोल, नए एपी रिफ्लेक्टर पोल के साथ अपग्रेडेड सेंसर मॉड्यूल को जोड़ती हैं। यह दुनिया का पहला उपकरण है, जो तीन सामान्य वर्कफ़्लो से मिलनेवाली चुनौतियों को त्वरित हल करता है। इसके अलावा पोल को लंबवत और स्थिर रखना, फ़ील्ड सॉफ़्टवेयर में मैन्युअल रूप से पोल की ऊंचाई दर्ज करना और कई रिफ्लेक्टर वाली साइट पर फॉरेन टारगेट को लॉक करना भी इसका अन्यतम कार्य है। हेक्सागन इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद कौशिक ने कहा, हम समझते हैं कि आज के व्यस्ततम समय में समय-सारणी, सटीक ऑन-डिमांड डेटा की बढ़ती उम्मीदें और बजट की कमी ने सर्वेक्षकों और इससे जुड़े प्रोफेशनल्स पर काफी दबाव डाला है। इस चुनौती के बीच एपी20 ऑटोपोल एक गेम चेंजर बनकर हमारे बीच आया है, क्योंकि यह एक साथ कई चुनौतियों का समाधान करता है। यह बिल्कुल अद्वितीय हैं और पेशेवरों को उनके काम करने के तरीके में बदलाव लाने में सक्षम है।
इस अवसर पर पंकज गुप्ता (डायरेक्टर, सेल्स जियोसिस्टम्स, हेक्सागन इंडिया) ने कहा, नया एपी20 ऑटोपोल अत्याधुनिक सेंसर से युक्त तकनीकों को मिश्रित करता है, ताकि लेइका जियोसिस्टम्स की मदद से टोटल स्टेशनों के साथ डिजिटल वर्कफ़्लो में मैन्युअल प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से स्वचालित किया जा सके। इसे हम कठिन मौसम की स्थिति में भी माप सकते हैं, इसके साथ ही हम पहले दुर्गम बिंदुओं को भी इसकी मदद से माप सकते हैं।
लेइका जिओसिस्टम्स- आनेवाले अगले 200 वर्षों के लिए सर्वेक्षण की दुनिया में क्रांति लाते हुए हेक्सागन का हिस्सा बनने के बाद लेइका जियोसिस्टम्स इस छेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए अब संपूर्ण समाधान बनकर सामने आया है। प्रीमियम उत्पादों और अभिनव समाधान के विकास के लिए जाने जानेवाले एयरोस्पेस, रक्षा, सुरक्षा, निर्माण और विनिर्माण जैसे उद्योगों से जुड़े प्रोफेशनल्स अब अपनी सभी भू-स्थानिक आवश्यकताओं के लिए लेइका जियोसिस्टम्स पर भरोसा करते हैं। सटीक उपकरणों, परिष्कृत सॉफ्टवेयर और विश्वसनीय सेवाओं के साथ, लेइका जियोसिस्टम्स इस छेत्र के भविष्य को आकार देने वालों को उनकी समस्या का समाधान कर उन्हें सुविधा प्रदान करता है।
सुमधुर संगीत के वादे के साथ आई इंटरनल साउड्स संगीत कम्पनी
कोलकाता। संगीत की दुनिया में गुणवत्तापरक मधुर संगीत लाने के उद्देश्य से नयी संगीत कम्पनी “इटरनल साउंड्स” ने कदम रखा है। टाटा 88 ईस्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में इसका उद्घाटन किया गया । वित्त बाजार विशेषज्ञ उत्सव पारेख, उद्योगपति मयंक जालान, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं फिल्म निर्माता गौरांग जालान एवं विख्यात तबला वादक विक्रम घोष की भागीदारी में यह कम्पनी आरम्भ हुई है। इस मौके पर मशहूर गायिका उषा उत्थुप, फिल्म निर्देशक अरिंदम सिल, संगीतज्ञ उस्ताद राशिद खान के साथ टॉलीवुड अभिनेत्री जया सील घोष व अन्य संगीत जगत से जुड़ीचर्चित हस्तियाँ उपस्थित थीं।
इस अवसर पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए संगीतज्ञ विक्रम घोष ने कहा, ‘आज के जमाने में ज्यादातर लोग अब केवल ऐसा संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहें हैं, जो मौसम की तरह बदलते रहता है जबकि दूसरी ओर, इटरनल साउंड्स का विजन स्थायी संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है। यहां उल्लेखनीय संगीत जगत के कुछ चर्चित चेहरों में जैसे, हरिहरन, उषा उत्थुप, सोनू निगम, शान, कविता सेठ, महालक्ष्मी अय्यर आदि प्रमुख हैं। शास्त्रीय विधा में हम पंडित विश्वमोहन भट्ट, पंडित अजय चक्रवर्ती, उस्ताद राशिद खान, पंडित रोनू मजूमदार, कौशिकी चक्रवर्ती सहित कई अन्य गणमान्य लेखक के साथ मिलकर हम कई भावपूर्ण रचनाएँ आगे चलकर करेंगे! हम जॉन मैकलॉघलिन, नोरा जोन्स, रिकी केज, अनुष्का शंकर, ग्रेग एलिस, स्टीव स्मिथ आदि जैसे कई प्रमुख कलाकारों को उनकी सहमति के आधार पर उनके लिए कई अंतरराष्ट्रीय मंच बनाना चाहते हैं। केवेंटर एग्रो लिमिटेड के एमडी मयंक जालान ने कहा, हम ऐसा संगीत बनाना चाहते हैं, जो भारतीय संगीत को संपूर्ण रूप से कवर कर इसे परिपूर्ण करे। यह भी ध्यान में रखने की जरूरत है कि, जरूरी नहीं कि मौसमी हिट के उद्देश्य से यह संगीत संचालित हो। हमें उम्मीद है कि हम आने वाले वर्षों में अपने दर्शकों को बहुमूल्य संगीत उपहार में देने में सक्षम होंगे। उत्सव पारेख (चेयरमैन, एसएमआइएफएस कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड) ने कहा, ‘इटर्नल साउंड्स’ में हमेशा महान प्रतिभा की झलक छिपी रहेगी। हम दृढ़ता से मानते हैं कि कई लोगों में अभी भी गुणवत्तापूर्ण संगीत की कई शैलियां मौजूद है, वे ऐसे संगीत के पुनरुत्थान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। गौरांग फिल्म्स के निदेशक श्री गौरांग जालान ने कहा कि, ”इटर्नल साउंड्स में हम इसके भविष्य को लेकर काफी आशावादी हैं। इसके जरिए स्थायी संगीत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, सदाबहार गायक हरिहरन जी के साथ 5 गानों वाला रोमांटिक एल्बम हम जल्द ही रिलीज करने की तैयारी कर रहे हैं, जो हमारी पहली रिलीज होगी।
भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के अध्यक्ष चंपक लाल ए दोशी का निधन
कोलकाता । गत 14 नवम्बर को प्रातः 8 बजे भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के लोकप्रिय अध्यक्ष चंपक लाल दोशी जी नहीं रहे। विद्यार्थियों और शिक्षक गणों तथा मैनेजमेंट के सभी पदाधिकारियों में गहरा शोक व्याप्त है। इस अवसर पर राज्य की मुख्यमंत्री माननीय ममता बनर्जी ने शोक पत्र द्वारा समाज सेवी चंपक लाल ए दोशी जी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वहीं मेयर फिरहाद हकीम ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के लोगों को सांत्वना प्रदान की। भवानीपुर कॉलेज के उपाध्यक्ष मिराज डी शाह, डायरेक्टर जनरल डॉ सुमन मुखर्जी, डीन प्रो दिलीप शाह और टीआईसी डॉ सुभब्रत गंगोपाध्याय एवं सभी शिक्षक गणों ने चंपक लाल ए दोशी जी का जाना समाज शिक्षा के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति बताई।
अर्चना ने मनाया कविता उत्सव
कोलकाता । अर्चना संस्था की सदस्यों ने कविता उत्सव मनाया जिसमें स्वरचित रचनाएँ और गीत पढे़ गए। संगीता चौधरी ने एक दिन मन की सुप्त कंदराओं में विचारों का भूचाल आया। कविता सुनाई, मृदुला कोठारी ने देह के सारे अंगों पर दोहे एवं मुक्तक कान कोयल के सुने सोन चिरैया की बोली सुनाकर सबका मन मोह लिया और गीत निस दिन वह अंधियारे को भगाने आता है। सूरज का एक दीप लिए जो भोर में गाता है सुनाया, सुशीला चनानी ने दोहा विधा में माँ की गोदी सी लगे,ममता भीगी रात।तन पाता है थपकियाँ ,मन सपने सौगात।।और कविता तन्हाई सुनाई जिसकी पंक्तियाँ भीड़ में तो इन्सान खो जाता है, बस तन्हाई के आलम में ,अपना सा हो जाता है। पसंद की गई। अहमदाबाद से भारती मेहता ने कविता एक स्थिति के बाद, कोई भी रिश्ता ओढ़ने से रुकती नहीं हैं ठंड! और जब वह बच्ची थीउसकी मुस्कान थी हल्की- फुलकी रंग बिरंगी तितली की तरह! सुनाकर नए बिंबों का प्रयोग किया। हिम्मत चोरड़़िया प्रज्ञा ने मनहरण घनाक्षरी-सारे जग से न्यारा, लगे हमें सदा प्यारा।पावन ये देवभूमि, हिन्दुस्तान है।। गीतिका-तारे तोड़ जमीं पर लाऊँ, कहता मेरा लाल।माँ मुझको बंदूक दिला दो, बदलूँगा मैं चाल।।, बनेचंद मालू ने कवि कुछ ऐसा गीत सुनाओ, मनका मीत मिल जाए ! और मैं ढूंँढन निकला आदमी सुना कर अपने अनुभवों को शब्दों द्वारा साझा किया। प्रसन्न चोपड़ा ने उत्सव बाहर नहीं अंदर मना रही हूँ । गीत बाहर नहीं अंदर गा रही रही हूँ सुनाया जिसमें छिपे विषाद के भाव ने सबको भावुक कर दिया । उषा श्राफ ने ये शाम के धुंधलके, साए थे गहरे हल्के सुना कर अपनी रोमांटिक भावनाओं को व्यक्त किया। वसुंधरा मिश्र ने कविता सूरज ग्रहण पस्त सुनाई जिसकी पंक्तियाँ सूर्य को जन्म देना नहीं है आसान, यश, तेज, ओज यूँ ही नहीं मिल जाते। जैसी पंक्तियाँ कर्म के प्रति प्रोत्साहित करने वाली रहीं। संचालक और संयोजन करते हुए इंदु चांडक ने कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की और कविता शब्द व्यष्टि हैं समष्टि दृश्य हैं दृष्टि हैं ब्रह्म हैं सृष्टि हैं और मुश्किलों बन संगिनी तुम साथ मेरे चलती जाओ सुनाई। धन्यवाद ज्ञापन किया बनेचंद मालू नेे । जूम पर यह कार्यक्रम अर्चना संस्था की मासिक गोष्ठी के अंतर्गत किया गया।
सेठ सूरजमल जालान गर्ल्स कॉलेज में अल्यूमनी मीट
कोलकाता । सेठ सूरजमल जालान गर्ल्स कॉलेज में हाल ही में अल्यूमनी मीट आयोजित की गयी । इस मिलनोत्सव में कॉलेज की पूर्व छात्राएं उपस्थित हुईं। इनमें से कई छात्राएं विभिन्न कार्यक्षेत्रों में स्थापित हो चुकी हैं । इस अवसर पर कॉलेज की टीचर इन्चार्ज डॉ. चंदना दत्ता ने भी अपने विचार रखे। कॉलेज की छात्राओं ने पूर्व छात्राओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। पूर्व छात्राओं में कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सत्या उपाध्याय, कलकत्ता विश्वविद्यालय की प्रो. डॉ. राजश्री शुक्ला, गोखले कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. कुलदीप कौर, गोखले कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग की प्रोफेसर ललिता अग्रवाल, पत्रकार सुषमा त्रिपाठी समेत कई अन्य पूर्व छात्राएं उपस्थित थीं। इस मिलनोत्सव में स्वागत भाषण डॉ. सुचिता कुजूर ने दिया तथा संयोजन अल्यूमनी एसोसिएशन की संयोजक प्रो. डॉ. इंदिरा चक्रवर्ती ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. डॉ. देवारति सेन ने किया