Monday, August 18, 2025
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न्यायमूर्ति शिवगणनम बने कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश

कोलकाता । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी एस शिवगणनम को बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन देश के सबसे पुराने उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के अदालत कक्ष संख्या एक में किया गया। मुख्य न्यायाधीश ने समारोह के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोकतंत्र एवं कानून के शासन को बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। न्यायमूर्ति शिवगणनम को 31 मार्च, 2009 को मद्रास उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें 29 मार्च, 2011 को स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। वह मद्रास उच्च न्यायालय की कंप्यूटर समिति के अध्यक्ष हैं। उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किया गया और 25 अक्टूबर, 2021 को शपथ ली।

 

 

आश्वासन

आनंद श्रीवास्तव

हर बार तुम्हारा
आश्वासन
मुझे एक नई उम्मीद से बांध देता है
और हर बार तुम मुझे हमेशा की तरह छल जाते हो ।
जो हो रहा है उसमें कुछ भी नया नहीं
तयशुदा जाना पहचाना सा
सब कुछ है
कुछ भी अनजान नहीं
ना तुम बदलोगे ना मैं
हर बार तुम आश्वासन बनकर आओगे और मुझसे छल करोगे
हमेशा की तरह
हर बार मैं तुम पर यकीन करूंगा
और खुद को एक नये धोखे को सहने के लिए तैयार रखूंगा।
तुम्हारे ह्रदय में कितनी कटुता है जिसका शमन सदियों से
नहीं हो रहा।
सहजता का ढोंग किये
दोमुंहा मुखौटा ओढ़े तुम सबसे जटिल क्यों हो ?
घोषित करते रहो तुम मुझे जो
घोषित करना है
तुम्हारी उठाई उंगली और बदनामी मुझे छू भी नहीं सकती।
तुम प्रत्याख्यान करते जाओगे
पर हर मोड़ पर हर राह में मैं साबुत खड़ा मिलूंगा
उम्मीद बांधे हुए कि कभी तो तुम्हारा दिल भी पिघलेगा
खुली आंखों से कभी तो चाटुकारिता के चश्मा उतार के
वास्तविकता तुम्हें दिखेगी।।
यकिन मानो सच का सामना तुम्हें भी शर्मिंदा कर देगा
और पछताओगे अपने हर उस आश्वासन पर
जिसके पीछे तुम निर्वस्त्र नग्न खड़े हो
सिर्फ और सिर्फ मेरी उम्मीद की
परछाई में।

बंगाल में कामधेनु कलर मैक्स शीट को मिलेगी मजबूती

कोलकाता । ब्रांडेड टीएमटी बार के खुदरा बाजार में भारत के सबसे बड़े निर्माता और विक्रेता, कामधेनु लिमिटेड ने पश्चिम बंगाल में कामधेनु कलर मैक्स ब्रांड की बाजार मे अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए व्यावसायिक रणनीति की घोषणा की। कंपनी उच्च क्वालिटी वाली कलर कोटेड शीट और जी सी शीट के अपने ब्रांड ‘कामधेनु कलर मैक्स’ की राज्य में उत्पादन क्षमता को अगले एक वर्ष में 2000 मीट्रिक टन सालाना और 3000 मीट्रिक टन सालाना  करने की योजना बना रही है। कंपनी की कारोबारी योजनाओं के बारे में कामधेनु लिमिटेड के निदेशक सुनील अग्रवाल ने कहा, ’’राज्य में निरंतर आर्थिक विकास और आवास और बुनियादी ढांचा क्षेत्र की बढ़ती मांग को देखते हुए, हम इस क्षेत्र में उच्च क्वालिटी वाली कलर कोटेड शीट और जी सी शीट की उत्पादन क्षमता में इज़ाफा कर रहे हैं।“ उन्होंने आगे कहा, “अंतर्राष्ट्रीय मानकों के समकक्ष कामधेनू कलर मैक्स रिहाइशी और औद्योगिक परियोजनाओं में रूफिंग व क्लैडिंग के लिए खूबसूरत समाधान पेश कर रही है। ये हल्की शीट इंस्टॉल करने में आसान हैं और इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में तेज़ी आती है। ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक कस्टमाइज़ेशन सुनिश्चित करने के लिए कामधेनु कलर मैक्स रेंज संबंधित उत्पाद भी मुहैया कराती है जैसे रेन वाटर सिस्टम, रेन गटर, क्रिम्पिंग कर्व, सैल्फ ड्रिलिंग स्क्रू आदि।“ कामधेनू कलर मैक्स’ एक प्रि-पेन्टेड प्रॉडक्ट है जो चयन हेतु आकर्षक रंगों की विस्तृत रेंज पेश करता है। हाई क्वालिटी स्टील अलॉय की अनेक परतों पर एक खास कोटिंग ’कामधेनु कलर मैक्स’को सक्षम बनाती है की वह क्रैकिंग व पीलिंग, चरम मौसम व भारी निर्माण के दौरान प्रतिरोध कर सके। यह न सिर्फ शीट को पूरी तरह ज़ंग से मुक्त एवं वाटरप्रूफ बनाता है बल्कि अंदरूनी हिस्से को गर्मियों में शीतल तथा सर्दियों में गर्माहट भरा बनाए रखता है। यह ईको-फ्रैंडली उत्पाद इमारत के कार्बन फुटप्रिंट को न्यूनतम कर के ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर भी खरा उतरता है। कामधेनु स्टील निर्माण की जानकारी और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए सर्वोत्तम कच्चा माल चुन कर सर्वश्रेष्ठ तकनीक एवं प्रक्रियाओं द्वारा बेहतरीन क्वालिटी के उत्पाद पेश करती है। यह उत्पाद कड़ी क्वालिटी जांच से गुज़रता है इसलिए हर मौसम में टिका रहता है।

युवा संगम 2 में भाग लेने दुर्गापुर पहुँचा पुडुचेरी का प्रतिनिधि मंडल

पुडुचेरी से 45 विद्यार्थियों ने भाग लिय़ा सम्मेलन में
कोलकाता । राज्य में आयोजित होने वाले युवा संगम 2 में भाग लेने के लिए पुडुचेरी से 45 विद्यार्थियों का प्रतिनिधिमंडल एनआईटी दुर्गापुर पहुँचा । ये विद्यार्थी एनआईटी. एरिंगर अन्ना एंड साइंस गवर्नमेंट कॉलेज, डॉ. एस. आर. के. गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, यानम, कांची मामुनिवर सेंटर फॉर पोस्ट ग्रेजुएट स्टडीज एंड रिसर्च, पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पेरुनथलाइवर कामराजार गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज. पुडुचेरी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, श्री मानकुल विनयागर इंजीनियरिंग कॉलेज बंगाल में दुर्गापुर एनआईटी पहुँचे । ये विद्यार्थी केन्द्र सरकार के युवा संगम कार्यक्रम में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत प्रस्तुति देने पहुँचे । प्रतिनिधिमंडल का स्वागत एनआईटी दुर्गापुर ते निदेशक (आधिकारिक) डीनन इन्द्रजीत बसाक ने किया । गौरतलब है कि एनआईटी दुर्गापुर इस कार्यक्रम की नोडल एजेंसी है । कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने किया । प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से भी मिले । इसके साथ ही विष्णुपुर एवं बाँकुड़ा के हस्तशिल्प को देखकर वे कलाकारों से भी मिले । युवाओं ने दुर्गापुर स्टील प्लांट देखा, विश्वभारती के वीसी से भी मुलाकात की और यूबीए के दत्तक ग्राम प्रतापपुर पहुँचे ।

वित्त वर्ष 2024 में सड़क निर्माण में 16 से 21 प्रतिशत के उछाल की उम्मीद

कोलकाता । इकरा को सड़क निर्माण के कार्य में तेजी आने की उम्मीद है। संस्था का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024 तक सड़क निर्माण में 16 से 21 प्रतिशत की तेजी दिखेगी और 12 हजार से 12,500 किमी सड़क बनकर तैयार होगी । टोल से होने वाले संग्रह में 6-9 प्रतिशत की वृद्धि बतायी जा रही है जबकि यातायात में भी 4-5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है । इकरा के सेक्टर हेड, कॉर्पोरेट रेटिंग्स विनय कुमार ने कहा: “वित्तीय वर्ष 2023 की पहली छमाही में, वस्तुओं की ऊंची कीमतों के साथ-साथ कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में लंबे समय तक मानसून के कारण निष्पादन प्रभावित हुआ, जिसने उत्पादक दिनों को प्रभावित किया। वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में सड़क निर्माण में 2% की वृद्धि के साथ स्थिति में सुधार हुआ, जिससे वित्त वर्ष 2023 में 1% की समग्र गिरावट हुई (वित्त वर्ष 2022 में 10,457 किमी से 10,331 किमी तक)।
“निष्पादन के विभिन्न चरणों के तहत परियोजना पाइपलाइन 55,000 किमी पर मजबूत बनी हुई है। यह, आम चुनावों से पहले परियोजना को पूरा करने पर ध्यान देने के साथ, वित्त वर्ष 2024 में 12,000-12,500 किलोमीटर तक निष्पादन को बढ़ावा देने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2024 में 70-75% पुरस्कारों के लिए लेखांकन प्रदान करने का मुख्य आधार बना रहेगा। बीओटी-टोल पुरस्कार पिछले पांच वर्षों में 5% से कम ऑर्डर के लिए जिम्मेदार हैं, और इसकी हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2024 में समान स्तर पर रहने की उम्मीद है।

फोर्ट नॉक्स में खुला नेचर्स डायमंड का शोरूम

कोलकाता ।  नेचर्स डायमंड लैब में विकसित सीवीडी डायमंड ने कोलकाता के फोर्ट नॉक्स में अपना पहला आउटलेट लॉन्च किया। जिसका उद्घाटन अभिनेत्री ऋचा शर्मा ने किया। नेचर्स डायमंड भारत में हाईटेक तकनीक के प्रयोगशाला में विकसित हीरे के आभूषणों के लेटेस्ट कलेक्शन को ग्राहकों बीच ला रहा है।

हीरा दुनिया में सबसे लोकप्रिय और कीमती रत्नों में से एक हैं, जो सुंदरता, स्थायित्व और दुर्लभता के लिए बेशकीमती रत्न माना गया हैं। आज के बदलते जमाने में पृथ्वी पर हीरों के खनन की प्रक्रिया अक्सर पर्यावरण विनाश, मानवाधिकारों के हनन और श्रमिकों के शोषण से जुड़ी होती है। हाल के वर्षों में उच्च गुणवत्ता वाले हीरे से बने जेवरात पसंद करने वालों के लिए प्रयोगशाला में विकसित हीरा एक नए विकल्प के तौर पर उभरा है।

प्रयोगशाला में विकसित हीरे जिन्हें सिंथेटिक हीरे, सुसंस्कृत हीरे या मानव निर्मित हीरे के रूप में भी जाना जाता है, इसे उन्नत तकनीक के इस्तेमाल से प्रयोगशाला में तरासा जाता है। वे उच्च दबाव-उच्च तापमान (एचपीएचटी) या रासायनिक वाष्प जमाव (सीवीडी) प्रक्रियाओं का उपयोग करके पृथ्वी के आवरण में प्राकृतिक हीरे में ढाला जाता है।

लैब-ग्रोन डायमंड में प्राकृतिक हीरे के समान रासायनिक, भौतिक और ऑप्टिकल गुण होते हैं। ये काफी कठोर और टिकाऊ होते हैं। उन्हें खनन किए गए हीरे के समान मानकों का उपयोग करके वर्गीकृत किया जाता है। अभिनेत्री ऋचा शर्मा ने कहा, कैमक स्ट्रीट में नेचर्स डायमंड ब्रांड का मौजूद होना वास्तव में काफी खुशी की खबर है। समकालीन गहनों की खरीदारी के लिए यह वन स्टॉप डेस्टिनेशन हो सकता है। नेचर्स डायमंड में आकर्षक डिजाइनों की एक विस्तृत श्रृंखला है। इस स्टोर में उपलब्ध हीरे के गहनों का लेटेस्ट ऊनी कलेक्शन हर उम्र की महिलाओं के लिए पसंदीदा डेस्टिनेशन साबित होगा। नेचर्स डायमंड के प्रबंध निदेशक हर्षिल शाह ने कहा , हाल के वर्षों में उच्च गुणवत्ता वाले प्रयोगशाला में विकृत हीरे की मांग करने वालों के लिए यह स्टोर एक नया विकल्प के रूप में सामने आया है। हमारा मुख्य उद्देश्य अपने ग्राहकों को गहनों की खरीदारी का असाधारण अनुभव प्रदान करना है। यह फैशनेबल डायमंड ज्वेलरी स्टोर उन हर उम्र की महिला की ज़रूरतों को पूरा करेंगी, जो खुद यूनिक लुक में ढलने के लिए लगातार आभूषणों के नए कलेक्शन की तलाश करती रहती हैं।

162वीं रवीन्द्र जयंती पर ‘खोला हवा’ देखने बंगाल पहुँचे गृहमंत्री अमित शाह

कोलकाता । कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर एक कवि, लेखक, नाटककार, संगीतकार, चित्रकार, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। बंगाली और भारतीय साहित्य और संगीत के साथ-साथ भारतीय कला में उनका योगदान उल्लेखनीय है। उन्होंने देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने में बड़ी अहम भूमिका निभाई। मंगलवार को कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 162वीं जयंती के अवसर पर देश के गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार शाम को कोलकाता पहुंचकर साइंस सिटी ऑडिटोरियम में पश्चिम बंगाल की सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था ‘खोला हवा’ द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया

खोला हवा की ओर से रवींद्र जयंती के मौके पर संगीत, नृत्य और चर्चा के लिए रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता के साइंस सिटी ऑडिटोरियम में इस भव्य आयोजन में पहुंचकर अपने अहम विचारों को रखा। श्री शाह ने आधुनिक भारतीय चिंतन पर कवि गुरु के प्रभाव पर कई अहम जानकारी पर प्रकाश डाला।

मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत प्रमुख बंगाली गायकों के स्वागत गीत से हुई। इस मौके पर चंद्रिमा राय ने कवि गुरु टैगोर की सुंदर कविताओं का पाठ किया। उज्जैन मुखर्जी और सोमलता आचार्य की सुरीली आवाज में पेश किए गए रवींद्र संगीत को दर्शकों ने खूब सराहा। अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता, कोहिनूर सेन बारात, तनुश्री शंकर और उनकी पूरी टीम ने इस मौके पर रंगारंग नृत्य प्रदर्शन कर इस कार्यक्रम में समा बांध दी। नृत्य संगीत कलाओं का प्रदर्शन करनेवालों में बंगाल की कुछ सर्वश्रेष्ठ युवा प्रतिभाओं ने मंत्रमुग्ध कर देने वाला शो प्रस्तुत किया।

खोला हवा के अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. स्वपन दासगुप्ता ने बंगाल के मुक्त समाज में कवि के योगदान के बारे में विस्तृत जानकारियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उन्होंने कहा, कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर का बंगाल के साहित्य, कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान अतुलनीय है। हम आभारी हैं कि “श्री अमित शाह* ने ‘खोला हवा’ के आमंत्रण को स्वीकार कर इस भव्य उत्सव में शामिल हुए हैं।

इस कार्यक्रम में शुभेंदु अधिकारी (पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता), सांसद लॉकेट चटर्जी , श्री निशिथ प्रामाणिक (गृह राज्य मंत्री), जॉन बारला (अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री) डॉ. सुकांत मजूमदार (सांसद), डॉक्टर सुभाष सरकार (शिक्षा राज्य मंत्री),  शांतनु ठाकुर (जहाजरानी राज्य मंत्री), अग्निमित्रा पाल (विधायक) के साथ खोला हवा टीम की तरफ से डॉ. स्वपन दासगुप्ता, शिशिर बाजोरिया, डॉ. स्वरूप प्रसाद घोष, मल्लिका बनर्जी, बिस्वजीत दास और शं

भवानीपुर कॉलेज ने किया मुक्केबाजी प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न

कोलकाता । भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने रोजमर्रा की जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने के साथ साथ विभिन्न प्रकार के खतरों का सामना करने के लिए लड़ाकू प्रशिक्षण का चार दिवसीय कार्यशाला 1 से 4 मई 2023 तक कॉलेज टर्फ में  आयोजित की। जिससे छात्र संभावित रणनीति सीख कर खतरों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करें।कार्यशाला का संचालन एक पेशेवर मुक्केबाजी कोच, जो कॉलेज के पूर्व छात्र भी हैं, श्री आशुतोष कुमार झा द्वारा किया गया।उन्होंने कॉलेज के खेल प्रभारी की उपस्थिति में अपने चार साथियों के साथ प्रशिक्षण दिया । कोच ने छात्रों को मुक्केबाजी के इतिहास और इसकी विभिन्न शैलियों से परिचित कराकर कार्यशाला की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने मुक्केबाज़ी में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले विभिन्न पंचों और संयोजनों जैसे जैब्स, हुक, अपरकट और क्रॉस को प्रदर्शित करना शुरू किया। प्रदर्शन के बाद, कोच ने छात्रों से जोड़े में तकनीकों का अभ्यास करने के लिए कहा। छात्रों को एक दूसरे के साथ जोड़ा गया और अभ्यास करने के लिए दस्ताने और पैड दिए गए। कोच ने प्रत्येक छात्र पर व्यक्तिगत ध्यान दिया और यह सुनिश्चित करने के लिए उनकी गलतियों को सुधारा कि वे तकनीकों का सही प्रदर्शन करें।

सत्र के बाद के आधे हिस्से में, छात्रों को उन्नत मुक्केबाजी तकनीकों और फुटवर्क से परिचित कराया गया, इसके बाद चेसबॉक्सिंग के आकर्षक हाइब्रिड खेल का प्रदर्शन किया गया, जहां उन्हें सफल होने के लिए अपने दिमाग और ताकत का इस्तेमाल करना था। उन्होंने शतरंज और मुक्केबाजी के वैकल्पिक दौरों का प्रदर्शन किया और इस नए हाइब्रिड खेल के प्रति बहुत उत्साह दिखाया। शतरंज के दौरों के दौरान, कुछ छात्र मुक्केबाजों ने एक मिनट के भीतर अपने विरोधियों को परास्त कर असाधारण कौशल दिखाया, जबकि अन्य ने बॉक्सिंग राउंड में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। एक खेल के रूप में शतरंज बॉक्सिंग खिलाड़ियों के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करता है। किकबॉक्सिंग के साथ शुरुआत करने के लिए फाइटर्स भी उत्साहित थे, जहां उन्हें अपनी किकिंग और बॉक्सिंग तकनीकों का उपयोग करने का मौका मिला। छात्रों ने बैक किक और 360° किक जैसे उन्नत किक भी किए। किकबॉक्सिंग खिलाड़ियों के दिमाग और आत्मा को विकसित करने में मदद करता है।
कुल मिलाकर, मुकाबला प्रशिक्षण सत्र एक जबरदस्त सफलता रही जो कॉलेज का लक्ष्य है। रिपोर्ट दी रुचिका सचदेव ने। डॉ वसुंधरा मिश्र ने जानकारी देते हुए कहा कि अपने छात्रों की प्रतिभा को निखारने के लिए ऐसे प्रशिक्षण सत्र जारी रखें।

आशा की किरण :भवानीपुर की एनएसएस टीम ने स्लम के सौ बच्चों के साथ बिताया एक दिन

रे ऑफ होप बच्चों के चेहरों के चेहरों पर ला दी मुस्कान
कोलकाता । गत 6 मई 2023 को, भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने ‘रे ऑफ़ होप’ नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसने कुछ वंचित बच्चों के चेहरे पर मुस्कान ला दी, जो हम संगठन के साथ थे। यू एंड मी (एचयूएम) मानवता के के लिए 2014 से काम कर रहे एक युवा आधारित गैर-लाभकारी संगठन है और यह समाज के वंचित वर्गों को भोजन, शिक्षा (जुगनू) और रोजगार (किरण) प्रदान करने पर केंद्रित है। उन्होंने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से एक ध्वस्त इमारत का पुनर्निर्माण किया है और वर्तमान में नर्सरी से मिडिल स्कूल तक के छात्रों को पढ़ा रहे हैं। इस कार्यक्रम के लिए साल्ट लेक और वीआईपी बाजार के पास झुग्गियों के 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। एचयूएम का उद्देश्य इन बच्चों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करना है। वास्तव में, इन बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए उनका समर्पण और प्रतिबद्धता प्रेरणादायक है। कॉलेज एंट्रेंस और इसके आसपास की सजावट में आर्ट इन मी कलेक्टिव द्वारा प्रदर्शित विस्तार और कलात्मक कौशल बहुत ही अद्वितीय था। टीम ने मेहमानों के लिए विचित्र सेल्फी बूथ के साथ-साथ कार्टूनों की सटीक हाथ से बनाई गई प्रतिकृतियांँ बनाईं। एनएसएस टीम ने बच्चों के हितों को पूरा करने वाली विभिन्न प्रकार की आकर्षक गतिविधियों और खेलों की योजना बनाई और उन्हें क्रियान्वित किया जिसने उन्हें मोहित और व्यस्त रखा। बच्चों के बीच कपड़े, सामान, स्टेशनरी, पके हुए सामान, खिलौने और अन्य उपहार वितरित करने के लिए कई स्टॉल लगाए गए थे, जिन्हें उन्हें कॉलेज द्वारा प्रदान किए गए मुद्रा टोकन का उपयोग करके खरीदना था, जिससे बच्चे उन वस्तुओं का चयन कर सकें जिनका वे आनंद लेंगे। उन्होंने गुब्बारों को मारना, पिंग पोंग गेंदों को निशाना बनाना, कपों की व्यवस्था करना और अपने हाथों के उपयोग के बिना भोजन करना जैसे खेल खेले, जो छात्रों के लिए एक मजेदार और रोमांचक अनुभव था। बच्चों के लिए “बुद्धू सा मन है,” “बम बम बोले,” और “आशियां” जैसे लोकप्रिय गीतों पर कॉलेज के छात्रों द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियाँ दी गईं। बदले में, झुग्गी के बच्चों द्वारा भी शानदार प्रस्तुति दी गई जो उस दिन के मेहमान थे। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और विविध गीत जैसे “गणेश वंदना,” “ढोली तारो,” और कुछ सुंदर बंगाली लोक गीत भी प्रस्तुति का हिस्सा थे बच्चों द्वारा दिखाए गए प्रदर्शनों की गहराई और समृद्धि उनकी जन्मजात प्रतिभा और उनके प्रशिक्षकों के समर्पण का प्रमाण थी। सामान्य धूप वाले मौसम में आइसक्रीम और जूस के रूप में प्रदान किया जाने वाला जलपान ताज़ा राहत देता है। सभी स्वयंसेवकों और नन्हे-मुन्नों ने दिल खोलकर नृत्य किया, जिससे खुशी का माहौल साफ नजर आ रहा था।

हमारे जीवन में “आशा की किरण” का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रत्येक प्रतिभागी को एक मोमबत्ती प्रदान करने का प्रतीकात्मक इशारा (आशार एलोये), घटना में एक मार्मिक और शक्तिशाली क्षण था। जैसा कि उन्होंने प्रेरणादायक गीत “मन में है विश्वास” गाया और अपनी मोमबत्तियां जलाईं, यह न केवल अपने लिए बल्कि समुदाय के लिए भी एक उज्ज्वल और सकारात्मक भविष्य के लिए उनकी आशा की अभिव्यक्ति थी। पूरा वालिया हॉल एक शांतिपूर्ण रोशनी के साथ जगमगा उठा। साहसी ऊर्जा, सामूहिक आशा के रूप में और पूरे अंतरिक्ष में सकारात्मक तरंगें गूंज उठीं।पेंट के साथ खेलने और कॉलेज की दीवारों पर हाथ के निशान छोड़ने की बाद की गतिविधि प्रतिभागियों के लिए स्थायी यादें बनाने का एक रचनात्मक और अभिनव तरीका था। गतिविधि ने न केवल छात्रों को रचनात्मक रूप से खुद को अभिव्यक्त करने की अनुमति दी बल्कि इस कार्यक्रम में एक व्यक्तिगत स्पर्श भी जोड़ा। अंतिम परिणाम हाथ के निशान का एक सुंदर और रंगीन प्रदर्शन था जो प्रतिभागियों की एकता और विविधता का प्रतीक था।

रे ऑफ होप का यह दिन रचनात्मकता, आनंद और एकता का एक आदर्श मिश्रण था, और यह निश्चित रूप से उन सभी लोगों द्वारा याद किया जाएगा जो इसका हिस्सा बने । कुल मिलाकर, यह आयोजन इस बात का एक आदर्श उदाहरण था कि कैसे छोटे आयोजनों का बड़ा प्रभाव हो सकता है। आयोजन का सफल परिणाम प्रो. दिलीप शाह, डीन ऑफ स्टूडेंट्स अफेयर्स, प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी के साथ सुश्री गार्गी और उनकी पूरी एनएसएस टीम के निस्वार्थ प्रयासों और लोगों के जीवन में बदलाव लाने की उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। स्वयंसेवकप्रबंधन, समन्वय के साथ-साथ इस आयोजन को सामूहिक रूप से सफल बनाने के लिए ईमानदारी से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया । छात्रों और संगठनों द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए यह एक यादगार दिन रहा। रिपोर्टर और फोटोग्राफी क्रमशः तनीषा हीरावत, पापोन दास ने की डॉ वसुंधरा मिश्र ने इस कार्यक्रम की जानकारी दी।

भवानीपुर कॉलेज ने आयोजित की कॅरियर वार्ता श्रृंखला 23

कोलकाता । भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के वाणिज्य विभाग के आफ्टरनून और इवनिंग विभाग की छात्र गतिविधि समिति की ओर से हेल्थकेयर प्रबंधन अध्याय एक का आयोजन एक अप्रैल 2023 को किया गया।
वाणिज्य विभाग ने विशेष रूप से छठे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए दो महीने (अप्रैल ’23-मई’ 23) की अवधि में ‘कैरियर वार्ता – एक श्रृंखला’ का आयोजन किया जिसमें उनको विभिन्न कैरियर अवसरों के विषय में जागरूक करने का प्रयास रहा।
इस श्रृंखला में प्रमुख व्यावसायिक घरानों, शेयर बाजार और अपरंपरागत करियर को लिया गया जिसमें मानव संसाधन प्रबंधकों के साथ एक पैनल चर्चा रखी गई। इसमें स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन, उद्यमिता विकास, रोजगार कौशल / उद्योग आवश्यकताओं पर पांँच अध्यायों को शामिल किया गया जो पिछले कुछ वर्षों से कैरियर जगत में आकर्षक भी साबित हो रहे हैं।
पहला अध्याय ‘हेल्थकेयर मैनेजमेंट’ गत 1 अप्रैल  को भवानीपुर कॉलेज के सोसाइटी हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत संचालिका और छात्र गतिविधि समिति की समन्वयक अरुंधति मजूमदार ने श्रृंखला का आधिकारिक उद्घाटन करते हुए स्वागत वक्तव्य दिया। प्रतिष्ठित अतिथि वक्ताओं में डॉ सुभ्रोज्योति भौमिक, नैदानिक ​​निदेशक, पीयरलेस अस्पताल और डॉ स्निग्धा बसु, प्रिंसिपल आईएमएस प्रमुख रहे। सभी अतिथियों का स्वागत किया गया।
डॉ. सुभब्रत गांगुली, प्रभारी शिक्षक ने उद्घाटन भाषण दिया, जिसने सत्र के लिए माहौल तैयार किया। डॉ बसु ने स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन के तहत पालन किए जाने वाले पाठ्यक्रम का अवलोकन करते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। उन्होंने छात्रों को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों/डिग्री के बारे में बताया, जिसे छात्र वाणिज्य में स्नातक कार्यक्रम पूरा करने के बाद चुन सकते हैं।
मुख्य वक्ता डॉ. भौमिक का परिचय कराया गया और उन्हें अपने विचार-विमर्श के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया। उन्होंने अपने स्पष्ट भाषण और मिलनसार स्वभाव के साथ, छात्रों के साथ एक त्वरित संबंध बनाया। उन्होंने कॅरियर के रूप में स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन के दायरे को कवर करते हुए एक विस्तृत पीपीटी प्रस्तुत की । उन्होंने फार्माकोविजिलेंस में अपने विशाल अनुभव, अस्पतालों में दवा प्रबंधन और डब्ल्यूएचओ यूनिट, जेनेवा में अपने तीन महीने के प्रवास को ल्यूसियन लीप पेशेंट सेफ्टी फेलोशिप अवार्ड के हिस्से के रूप में साझा किया, ताकि छात्रों को अधिक वास्तविक समय का परिदृश्य दिया जा सके। उन्होंने अपने प्रवचन को वाणिज्य स्नातकों के लिए इस पेशे की संभावनाओं पर केंद्रित किया क्योंकि प्रबंधन इस व्यवसाय के केंद्र में है। डॉ भौमिक ने स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन के तहत विभिन्न जॉब प्रोफाइल और अनुमानित वेतन स्लैब की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को भी निर्दिष्ट किया। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले एक उपयुक्त मानसिकता रखने के महत्व पर बल देते हुए निष्कर्ष निकाला। डॉ भौमिक की व्याख्या संपूर्ण, निश्चित और व्यापक थी।
इसके बाद संवादात्मक सत्र का संचालन अरुंधति मजूमदार ने किया, जहां छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित किया गया। आगे के स्पष्टीकरण का अनुरोध करते हुए कई छात्रों ने प्रश्न पूछे । दोनों वक्ताओं ने धैर्य के साथ सवालों का जवाब दिया और छात्रों को व्यावहारिक जवाब दिए।
वरिष्ठ संकाय सदस्य श्री देबदत्त सेन द्वारा धन्यवाद प्रेषित किया। सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट के रूप में विद्यार्थियों ने कॅरियर टॉक श्रृंखला को अपने लिए लाभदायक माना। डॉ वसुंधरा मिश्र ने बताया कि यह इस श्रृंखला का पहला अध्याय था।
अध्याय दो – उद्यमिता विकास की द्वितीय श्रृंखला
छात्र गतिविधि समिति, वाणिज्य विभाग यूजी (दोपहर और शाम अनुभाग) द्वारा आयोजित 12 अप्रैल को सोसाइटी हॉल में संपन्न हुई । ‘कॅरियर टॉक्स- ए सीरीज़-एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट’ के दूसरे अध्याय में गत 12 अप्रैल सभागार खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम की शुरुआत शाम की संचालिका और छात्र गतिविधि समिति की समन्वयक सुश्री अरुंधति मजूमदार के स्वागत भाषण से हुई। इसके बाद सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें दो प्रतिष्ठित वक्ताओं,  सीतानाथ मुखोपाध्याय, सहायक निदेशक, आईईडीएस कैडर, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार और श्री अलीव बनर्जी, सहायक प्रोफेसर, मेघनाद साहा प्रौद्योगिकी संस्थान, उद्यमिता शिक्षक औरस्टार्टअप मेंटर को सम्मान भेंट किए गए।प्रभारी शिक्षक डॉ. सुभारत गांगुली ने उद्घाटन भाषण दिया। डॉ. गांगुली ने कॅरियर के रूप में उद्यमिता की क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया, जो शाम के लिए सही दिशा तय कर रहा था।
शाम के मुख्य वक्ता मुखोपाध्याय का परिचय हुआ और उन्हें अपने विचार-विमर्श के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया। उन्होंने छात्रों को उद्यमिता की स्पष्ट समझ देकर अपने सत्र की शुरुआत की। उन्होंने पूर्ण उद्यमिता पर विचार करने से पहले कम से कम 2-3 वर्षों के लिए एक कर्मचारी के रूप में उद्योग में रहने के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद  मुखोपाध्याय ने इच्छुक उद्यमियों के लिए विभिन्न सरकारी नीतियों/योजनाओं का अवलोकन प्रदान किया। उन्होंने कई सरकारी योजनाओं के आवेदन के तरीकों और लाभ प्राप्त करने की प्रक्रियाओं पर चर्चा की। अंत में उन्होंने उद्यमशीलता के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए अनुसंधान में पहले कदम के रूप में सूचना स्कैन के महत्व को बताया।
परिचय दिए जाने पर, शाम के दूसरे वक्ता अलीव बनर्जी ने उद्यमिता और स्टार्टअप के बीच समानांतर चित्रण करके अपने सत्र की शुरुआत की। उन्होंने ब्रांड वैल्यू के बारे में विस्तार से बताया। बनर्जी ने उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने में सक्षम होने के लिए क्षमता को पहचानने या उन समस्याओं की पहचान करने के लिए नजर रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिन्हें बेहतर बनाया जा सकता है। जोखिम, उन्होंने कहा, एक अन्य प्रमुख पहलू था जिस पर विचार किया जाना चाहिए। स्वयं को प्रेरित रखना और समय के अनुरूप व्यवसाय मॉडल में परिवर्तनों को शामिल करना सर्वोपरि है, श्री बनर्जी ने जोर देकर कहा। छात्र सहजता से उनके वास्तविक जीवन के उदाहरणों से जुड़ते दिखे। उन्होंने विभिन्न संस्थानों के छात्रों की सफलता की कहानियों को प्रदर्शित करने वाले एक पीपीटी के साथ समापन किया, जिन्होंने हमारे छात्रों को और अधिक प्रेरित करने के लिए अपनी नाक को पीसने के लिए रखा और अपने जुनून का पालन किया।
शाम के तीसरे वक्ता अफताबुल हक, एक पूर्व छात्र (बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग, बीईएससी) और निओस फैसिलिटी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक को आगमन पर सम्मानित किया गया और एक सफल उद्यमी बनने में उनकी यात्रा की कहानी साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया। . छात्रों को संबोधित करते हुए, उन्होंने सबसे पहले अपने विचारों को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कॉलेज को धन्यवाद दिया और फिर अपने अल्मा मेटर के लिए अपनी प्रशंसा साझा की। अफताबुल ने आगे अपने उद्यमशीलता उद्यम को उतार-चढ़ाव और विभिन्न प्रयोगात्मक दृष्टिकोणों पर ध्यान केंद्रित करने से पहले बताया, इससे पहले कि वह सही मॉडल पर आए। उन्होंने जीईएम- एक सरकारी वन स्टॉप ई-मार्केटप्लेस पर विस्तार से चर्चा की जहां आम उपयोगकर्ता वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की जा सकती है। उन्होंने प्रतिबिंबित किया कि कैसे जेम पर अपने सामान और सेवाओं को पंजीकृत करने पर उनका उद्यमशीलता का प्रयास आसमान छू गया। उन्होंने बोली लगाने की प्रक्रिया, भुगतान संरचना और पोर्टल की अन्य बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने आगे छात्रों की सहायता करने की पेशकश की, यदि वे इस पर पंजीकरण करना चाहते हैं। समापन करते हुए, अफताबुल ने समाज को वापस देने के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण, वास्तविकता और भावना का सार सामने लाया।
इंटरैक्टिव सत्र का संचालन डॉ देबांशु चटर्जी द्वारा किया गया था जहां छात्रों को प्रश्न पूछने के लिए आमंत्रित किया गया था। कई छात्रों ने प्रासंगिक प्रश्न पूछे, जिनके तीनों वक्ताओं ने व्यापक गहन उत्तर प्रदान किए।
सत्र का समापन में वरिष्ठ संकाय सदस्य अरुण छेत्री द्वारा धन्यवाद दिया गया। डॉ वसुंधरा मिश्र ने बताया कि दोनों
सत्रों की सफलता न केवल इसमें भाग लेने वालों की संख्या में थी बल्कि उपस्थिति के बाद होने वाली शानदार प्रतिक्रिया में भी थी।

एओएन : भवानीपुर कॉलेज में मॉडल यूनाइटेड नेशंस का चार दिवसीय सम्मेलन

आओ, जुटें, सहयोग करें – इस आदर्श वाक्य के साथ राष्ट्र सभा 2023 का उद्घाटन 
कोलकाता ।  बीईएससी एओएन कोलकाता में स्थित ईस्ट इंडिया सर्किट में अग्रणी आदर्श संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों में से एक रहा है। तीन साल बाद, एओएन मॉडल यूएन के अपने 6वें संस्करण के साथ सामने आया।गत 27 अप्रैल को उद्घाटन समारोह की शुरुआत टीम द्वारा प्रस्तुत एक वीडियो के साथ की गई थी जिसमें दिखाया गया कि कैसे छात्रों ने भाग लिया है और वर्षों से आत्मविश्वास से भरे मुनर्स में उभरे हैं।

एओएन की शुरुआत शास्त्रीय नर्तकों के नृत्य के साथ की गई थी, जिन्होंने विचारपूर्ण संदेश देते हुए प्रदर्शन किया कि देशों के बीच चाहे कितने भी युद्ध क्यों न हों, दुनिया के प्रत्येक देश के बीच एकता और सहमति होने पर ही शांति हो सकती है। डॉ सुमन के.मुखर्जी, महानिदेशक ने  एक मुन और मुख्य अतिथि की अवधारणा पेश की। इसके अलावा, कॉलेज के प्रभारी शिक्षक, डॉ. सुभब्रत गांगुली ने मुख्य अतिथि, मैनफ्रेड ऑस्टर, जो जर्मनी के महावाणिज्यदूत का अभिनंदन किया । मिस्टर ऑस्टर ने मंच पर अपना वक्तव्य दिया । जर्मनी और भारत के बीच अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बारे में बात की।उन्होंने इस तथ्य के बारे में बात की कि वर्तमान संयुक्त राष्ट्र की स्थापना में कुछ खामियों के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय नियमों पर आधारित व्यवस्था का एक बहुत ही मूल्यवान हिस्सा है और चार्टर प्रावधान विश्व शांति के लिए महत्वपूर्ण हैं। छात्र मामलों के डीन प्रो दिलीप शाह ने मंच संभाला और देश के सभी हिस्सों से भाग लेने का फैसला करने वाले युवा प्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया की सराहना की। उन्होंने पहली बार मुन-इर्स को प्रोत्साहित किया और उनका मार्गदर्शन किया कि वे प्रत्येक समिति से कितनी अच्छी तरह सीख सकते हैं जो उन्हें आवंटित की गई थी। इसके अलावा, एओएन ने सचिवालय के सदस्यों के निवेश को देखा। और अंत में, मानद सलाहकार, स्वप्नील ठाकुर ने एमयूएन के प्रति अपना आभार और प्यार स्वीकार किया और कैसे अपने स्वयं के कॉलेज में वापस आना उनके द्वारा सौंपे गए सभी एमयूएन के लिए एक फ्लैशबैक था। इसके साथ उन्होंने उप-महासचिव को धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया, जिन्होंने तब “बीईएससी असेंबली ऑफ नेशंस के 6वें संस्करण की शुरुआत” की घोषणा की ।

पहला दिन सभी के लिए एक-दूसरे के साथ बातचीत करने का अवसर था, ताकि सभी प्रतिभागी समितियों की गतिशीलता को समझ सकें और चर्चाओं को दूसरे दिन से सुचारू रूप से शुरू किया जा सके । एमयूएन का दूसरा दिन उत्साह और क्षमता की भावना के साथ शुरू हुआ, प्रतिनिधियों ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समिति की कार्यवाही के लिए आगे बढ़े। कुल सात समितियाँ थीं: राज्य सभा, जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) , स्टाफ की संयुक्त प्रमुख समिति (जेसीएससी), महिलाओं की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र आयोग (यूएनसीएसडब्ल्यू), संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी), संयुक्त राष्ट्र जनरलविधानसभा-निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (यूएनजीए – डीआईएसइसी) और अंतर्राष्ट्रीय प्रेस समिति (आईपीसी) ने पहले दिन, समितियों ने सामूहिक विनाश के हथियारों की सीमा पार तस्करी से लेकर भारतीय दंड की धारा 377 के तहत समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करने तक के मुद्दों पर चर्चा की कोड संहिता नियमसंग्रह, संकेतावली, जाब्ता, संकेत-लिपि, सांकेतिक शब्दों में बदलना, संक्षिप्त नाम। उन्होंने जलवायु परिवर्तन को कृषि से जोड़ने और खाद्य सुरक्षा पर इसके प्रभाव और लैंगिक समानता के मुद्दों जैसे वैश्विक मुद्दों को भी चर्चा में लाया।

एओएन के तीसरे दिन, कॉलेज नुक्कड़ नाटक समूह, “अंतरजल” ने प्रदर्शन किया और उसके बाद सभी प्रतिनिधि तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू करने के लिए अपनी-अपनी समितियों में चले गए। कुछ उल्लेखनीय चर्चाएँ दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण थीं, जैसे यूएनएचआरसी समिति ने महिलाओं पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर चर्चा की, विशेष रूप से खाद्य सुरक्षा और कृषि के संबंध में।  सीओपी28 सम्मेलन के दूसरे दिन यूएनएफसीसीसी की शुरुआत ग्रीन क्लाइमेट फंड (जीसीएफ) के प्रवर्तन पर विचार-विमर्श की चर्चा के साथ हुई। ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमीशन (जीसीएफसी) कमेटी ने दूसरे दिन बगलिहार में चिनाब नदी पर एक बांध बनाने के लिए भारत द्वारा एक परियोजना पर चर्चा की, जबकि यूएनजीए (डीआईएसईसी)  ने डर्टी बम क्या है? एओएन के अंतिम दिन प्रत्येक समिति पूरी तरह से सक्रिय थी ताकि वे अंततः चर्चाओं में एक प्रस्ताव ला सकें। एओएन के चार दिनों तक चलने वाले सिमुलेशन ने छात्रों को एक-दूसरे से मिलने, एकजुट होने और सहयोग करने का अवसर दिया। इन भाग लेने वाले छात्रों में भविष्य के वैश्विक नेता देखने और सुनने के लिए एक इलाज थे क्योंकि उन्होंने अपनी व्यक्तिगत समिति की भूमिकाएं शुरू कीं और अपने विचारों के लिए खड़े होने और क्रांतिकारी सुझाव देने के लिए संसदीय सत्र में आगे बढ़े। मॉडल संयुक्त राष्ट्र एक समापन समारोह के साथ समाप्त हुआ, जिसके बाद वे सामाजिक लोगों के लिए जुबली हॉल की ओर बढ़े, जो एक बॉलरूम नाइट थी, जिसमें नृत्य किया, हँसे और शाम के बाकी समय का आनंद लिया। 30 संस्थानों के 275 से अधिक प्रतिनिधियों के साथ, एओएन एक उल्लेखनीय बौद्धिक कार्यक्रम है जो छात्रों द्वारा आयोजकों, वक्ताओं और प्रतिभागियों के रूप में संचालित होता है – या हमें कहना चाहिए कि लोकतांत्रिक विश्व व्यवस्था में छोटे कदम हैं। समापन सत्र में विभिन्न पुरस्कारों और उल्लेखों की घोषणा की गई। जादवपुर विश्वविद्यालय को सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधिमंडल का पुरस्कार दिया गया। सूचना दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।