22 साल की एक फैशन मॉडल ‘मिस वर्चुअल कज़ाकिस्तान’ के फाइनल राउंड में पहुंच गईं, लेकिन आश्चर्य की बात ये है कि वो एक महिला नहीं बल्कि पुरुष हैं।
अरीना अलीयेवा (असली नाम, ईले डियागिलेव) ‘मिस वर्चुअल कज़ाकिस्तान’ के लिए की जा रही ऑनलइन प्रतियोगिता के फ़ाइनल में पहुंचे। उनकी तस्वीर को लोगों से 2000 से अधिक वोट मिले।
इस स्तर पर पहुंचने के बाद अलीयेवा को ‘मिस वर्चुअल शमकंद’ बना दिया गया। शमकंद दक्षिणी कज़ाकिस्तान प्रांत की राजधानी है लेकिन अलीयेवा की ये खुशी थोड़ी देर के लिए थी क्योंकि आयोजकों ने ग़लत जानकारी देने के आधार पर उन्हें अयोग्य करार दिया। ये क्षेत्रीय उपाधि और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए अब आयोजकों ने ईकेरिम तमिरखानोवा के नाम का प्रस्ताव दिया है जिन्हें 1,975 वोट मिले थे।
प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने के दो दिन बाद ईले डियागिलेव ने खुद स्वीकार किया कि वो महिला नहीं हैं और अरीना अलीयेवा “उनकी टीम का प्रोजेक्ट” था।
वो कहते हैं, “अधिकतर महलाएं सोचती हैं कि खूबसूरत दिखना ही सबसे हम बात है और खूबसबूरत दिखना मुश्किल कम है। लेकिन मैंने अपने दोस्तों से कहा था कि पुरुष भी महिला से खूबसूरत हो सकता है।”
“मैं फैशन जगत में तब से हूं जब मैं 17 साल का था, मैं मॉडल का काम करता हूं। मैं मेकअप के ज़रिए खुद को आसानी से बदल सकता हूं और इसीलिए मैंने एक फोटोग्राफर, हेयरस्टाइलिस्ट और मेकअप आर्टिस्ट को बुलाया और बस अरीना की तस्वीर तैयार थी।”
“मैं फाइनल में पहुंचा तो मुझे खुद बेहद आश्चर्य हुआ।”
आम तौर पर लोगों ने इंस्टाग्राम पर आयोजित इस प्रतियोगिता को काफी पसंद किया है। कईयों ने डियागिलेव को एक अपवाद बताया और कहा कि वो “कई महिलाओं से कहीं अधिक खूबसूरत हैं।
लेकिन सभी लोगों ने सकारात्मक टिप्पणियां नहीं की. इंस्टाग्राम के एक यूज़र ने कहा, “ये एक और मामला है जब ऐसी प्रतियोगिताओं को कमतर कर देखते हैं और कहते हैं कि ‘आपने एक देश के तौर पर हमें अपमानित किया है।”
एक व्यक्ति ने लिखा, “मुझे लगता है कि ये प्रचार का एक तरीका है और लोग इसके बाद प्रतियोगिता के बारे में बात करेंगे।”
(साभार – बीबीसी हिन्दी)