शिवमंगल सिंह सुमन स्मरण -यह आलेख गत 5 अगस्त को लिखा गया था। हमारा प्रयास
1934 को ‘हंस’ में प्रकाशित प्रेमचंद का यह लेख बेहद प्रासंगिक हो गया है। यह
कोलकाता प्रेस क्लब तथा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा हाल
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नयी दिल्ली : कवि और गीतकार गोपाल दास नीरज शब्दों के ऐसे चितेरे कि उनके
एस्टोरिया : भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली गदर पार्टी की अमेरिकी धरती
महारानी लक्ष्मीबाई की वीरांगना छवि को जनमानस में छापने का सबसे बड़ा काम कवयित्री सुभद्रा
निवेदिता भिडे समाजसेवा के क्षेत्र में एक नाम है जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के
वनिता वसन्त कोलकाता शहर के विधान सरणी के ट्राम लाइन से ट्राम गुजर रही थी।
जैनेन्द्र बाजार में एक नई तरह की पाजेब चली है। पैरों में पड़कर वे बड़ी