मन्नू भंडारी की पहली रचना कब पढ़ी थी, वह तो याद नहीं लेकिन इतना जरूर
प्रकृति हर रूप में , हर ऋतु में ,अपना अद्भुत सौंदर्य बिखेरती है। जहां बारिश
वर्तमान समय में जहां लोग अपनी जीविका के अलावा और कुछ नहीं सोचते वहां एक
नयी दिल्ली । दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार और तेलंगाना की शहरी झुग्गियों में किये गये एक
महिला दिवस मनाने से क्या सोच बदल सकती है या बदल रही है। कम से
भारतवर्ष पर सैकड़ों वर्षों से ही अनगिनत आक्रमण होते आए हैं परन्तु इसकी अखण्डता को
सुषमा त्रिपाठी कनुप्रिया नेताजी सुभाष चन्द्र बोस..यह नाम ही हमारी आत्मा में देशभक्ति को जगा
सुषमा त्रिपाठी कनुप्रिया कोलकाता : नया साल आ गया है और शुरू हो गया है
वर्ष 2021 समापन की ओर है। कार्यालय में सहयोगियों के बीच पार्टियां, क्रिसमस लंच और
16 दिसंबर 1971 को भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी संसद भवन के अपने कार्यालय