Tuesday, July 22, 2025
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राहुल और बरखा की जोड़ी बनी ‘एमडीजे कपल नंबर 1’

 कोलकाता ।  महाबीर दानवर ज्वैलर्स ने विवाहित जोड़ों को एक दूसरे के प्रति खास महसूस करवाने के लिए ‘एमडीजे कपल नंबर 1’ नामक भव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। तीन माह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में 10 दम्पति ग्रैंड फिनाले में पहुँचे। इस कार्यक्रम में आयोजित फैशन शो के बाद इवेंट में माहिरा – द ब्राइडल ज्वैलरी कॉउचर की ओर से अपने विशेष ब्राइडल कलेक्शन का अनावरण किया गया। एमडीजे की कपल नंबर 1 प्रतियोगिता की शुरुआत गत  23 फरवरी, 2022 को शुरू हुई। फिनाले में अभिनेत्री ऋचा शर्मा, सेलिब्रिटी साड़ी ड्रेपिस्ट और स्टाइलिस्ट डॉली जैन, अभिनेत्री उशोशी सेनगुप्ता, सेलिब्रिटी मोटिवेशनल स्पीकर नैना मोरे की भूमिका सराहनीय थी। इस अवसर पर महाबीर दानवार ज्वेलर्स के निदेशक मंडली के सदस्यों में से विजय सोनी, अरविंद सोनी, संदीप सोनी और अमित सोनी उपस्थित थे। इस सफल आयोजन को लेकर महाबीर दानवर ज्वेलर्स के निदेशक अरविंद सोनी और संदीप सोनी ने कहा, हमने इसके पहले आयोजित जोड़ी नंबर 1 प्रतियोगिता की भी काफी सराहना हुई थी। इसके कारण इस बार हम विवाहित जोड़ों के साथ इसे एक नए रूप में फिर से लेकर आए हैं। इसमें भाग लेनेवाले प्रतिभागियों का उत्साह और उनके चेहरे पर खुशी देख हमे काफी हर्ष हो रहा है। “एमडीजे कपल नंबर 1” विवाहित जोड़ों के लिए अपने बंधन को और मजबूत करने और इस रिश्ते में भरपूर प्यार भरने के लिए एक अद्भुत मंच है। हम इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हर कपल के बीच हर खास पल को सेलिब्रेट करने के मौके देकर उनके जीवन में खुशियां भरना चाहते हैं। इस मौके पर कम्पनी ने माहिरा – द ब्राइडल ज्वैलरी कॉउचर का ब्राइडल कलेक्शन भी पेश किया।

इस प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले कार्यक्रम में विजेता कपल को प्यारे से भेंट के तौर पर उन्हें दुबई की यात्रा पर भेज रहे हैं। जिससे वे अपने जीवन साथी के साथ एकांत में जिंदगी के खुशनुमा पल गुजार सके। इस फिनाले में चुने गए नंबर 1 जोड़ी को संसीता और सहर्ष द्वारा पेश किए गए उत्कृष्ट पोशाक के साथ देखा जाएगा। इस प्रतियोगी की ग्रूमिंग और इसका मेकओवर क्लब सैलून की ओर से किया गया है। सेलिब्रिटी स्टाइलिस्ट प्रिया सक्सरिया द्वारा इन जोड़ों को स्टाइल किया जा गया है। शहर की एक ऐसी बुटीक एजेंसी, जो केवल विशेष कार्यक्रम करती है, उसी सान एंटरटेनमेंट द्वारा इस कार्यक्रम को क्यूरेट किया गया है।

कपल नंबर 1 के विजेताओं की सूची : 

1: राहुल देवतिया और बरखा देवतिया (विजेता)

2: सुदीप्त चकवर्ती और रियंका घोषाल (प्रथम उपविजेता)

3: विदित गोयल और कृतिका गोयल (द्वितीय उपविजेता)

 

वाद – विवाद प्रतियोगिता में हेरिटेज बिजनेस स्कूल विजेता

कोलकाता । कोविड-19 पारंपरिक कार्यबल को नहीं रोक सकता, बल्कि कार्य, कार्यस्थल और कार्यबल का एक नया रूप तैयार कर सकता है। हाल ही में महानगर में पूर्वी भारत क्षेत्रीय सम्मेलन में 28 मई 2022 को राष्ट्रीय कार्मिक प्रबंधन संस्थान (एनआईपीएम) द्वारा पूर्वी क्षेत्रीय वाद-विवाद सत्र द्वारा आयोजित किया गया। महामारी ने भले ही हमारी गति को बाधित किया, सम्भवतः एक सीमा तक विभाजित भी हैं मगर जीवित हैं। वाद – विवाद सत्र में यह बात उठकर आई। एनआईपीएम के पूर्वी क्षेत्रीय सम्मेलन 2022 में प्रख्यात एच आऱ प्रोफेशनल शामिल थे जिन्होंने “संगठनात्मक सीमाओं का पुनर्निर्माण” पर अपने विचार व्यक्त किए।

इसकी शुरुआत एक उद्घाटन सत्र के साथ हुई जहां उद्योग, वाणिज्य और उद्यम मंत्री डॉ. पार्थ चटर्जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया।  यह आयोजन “कार्यस्थल के बारे में मिथक को दूर करने” और “कार्यबल परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए मानव संसाधन रणनीतियों” समेत कई अन्य विषयों पर चर्चा हुई।

प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों, हेरिटेज बिजनेस स्कूल (कोलकाता), भवन कोलकाता, आईक्यू सिटी यूनाइटेड वर्ल्ड स्कूल ऑफ बिजनेस-कोलकाता और आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, कोलकाता के युवा डिबेटर्स ने पूर्वी क्षेत्रीय वाद-विवाद सत्र में खचाखच भरे दर्शकों में उत्साह भर दिया। अन्य प्रतिभागियों का मानना था कि कोविड -19 ने भावना को एक हद तक कम कर दिया है, लेकिन पारंपरिक कार्यबल को नहीं मार सकता है और इस प्रकार, युवा जीवंत भारत जल्द से जल्द अपने कार्य केंद्र पर पूरी तरह से वापस आ रहा है।

मॉडरेटिंग पैनल में श्रेयी  के सीएचआरओ जयदीप चटर्जी, सीएचआरओ, प्रख्यात सदस्य निर्णायक मंडल में कई विशिष्ट व्यक्ति शामिल थे। इनमें आईआईएसडब्ल्यूबीएम के निदेशक, लोक सेवा आयोग, पश्चिम बंगाल सरकार के  पूर्व अध्यक्ष दीपांकर दासगुप्ता, एनआईपीएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष  विश्वेश कुलकर्णी शामिल थे। निर्णायक मंडल के लिए निर्णय कठिन था। कड़े मुकाबले में हेरिटेज बिजनेस स्कूल के एमबीए की टीम ने बाजी मारी। असना फातमा उस्मान और मोहम्मद अरसलान आफ्टर विजेता बने।

आधिकारिक वेबसाइट से ही चारधाम का पंजीकरण कराएं तीर्थयात्रीः सचिव पर्यटन

कोलकाता । उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा है कि पंजीकरण के फर्जीवाड़े से बचने के लिए तीर्थयात्री केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन कराएं। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए अभी अक्टूबर तक का समय है। ऐसे में यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं से बचने के लिए तीर्थयात्री किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें। साथ ही उन्होंने पत्रकारों को बताया कि यात्री किसी भी अवैध स्रोत के माध्यम से न तो रजिस्ट्रेशन करें और ना ही हेली टिकट की बुकिंग! केवल आधिकारिक वेबसाइट से अथवा काउंटर से ही अपना पंजीकरण या टिकट बुकिंग करें।

उन्होंने बताया  कि संज्ञान में आया है कि कुछ लोग पंजीकरण पीडीएफ को फोटोशॉप या एडिट करते हुए उस पर तस्वीर और अन्य जानकारियां बदलकर प्रशासन को धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं परंतु क्यूआर कोड स्कैन करते ही ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो जाता है। और ऐसे यात्रियों को आगे की यात्रा करने से रोक दिया जाता है। अतः यात्रियों को बार -बार जी आए हिदायत दी जा रही है कि वह आधिकारिक वेबसाइट अथवा काउंटर से ही अपना पंजीकरण करना सुनिश्चित करें और इसके लिए किसी भी प्रकार का भुगतान ना करें। यह पूर्णतः है निःशुल्क सेवा है। और किसी प्रकार की धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस तथा साइबर पुलिस द्वारा भी अपने स्तर से कार्यवाही आरंभ कर दी गई है।

 पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि तीर्थयात्री अपनी यात्रा की योजना बेहतर बनाकर अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर सड़कों और वाहनों की उपलब्धता से यात्रा की कुल समय अवधि कम हुई है। पहले अधिकांश यात्रा सरकारी वाहनों के माध्यम से की जाती थी और यात्रा में करीब नौ दिन का समय लगता था। इससे तीर्थ धामों में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं लगती थी। लेकिन अब बेहतर सड़क होने से तीर्थयात्री अपने निजी वाहनों से भी यात्रा कर रहे हैं और धामों तक पहुंचने में कम समय लग रहा। मौसम पूर्वानुमान की व्यवस्था भी पहले के मुकाबले बेहतर हुई है। कारण है कि मात्र 26 दिन में चार धामों में करीब 11 लाख 45 हजार तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। दिलीप जावलकर ने जोर देकर कहा कि चारधाम यात्रा अमरनाथ यात्रा की तरह सिर्फ एक महीने की यात्रा नहीं है, बल्कि छह से सात महीने के लिए यह यात्रा चलती है। ऐसे में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए तीर्थयात्री यात्रा के लिए कोई जल्दबाजी न करें। उन्होंने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें। अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों एवं पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर न जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा। उन्होंने जलवायु अनु कुलिकरण का महत्व बताते हुए कहां की चारों धाम अत्यधिक ऊंचाई पर स्थित होने के कारण वहां पर जाने के पूर्व यात्री पड़ाव पर ठहर कर धीरे-धीरे यात्रा करें और देव दर्शन के साथ -साथ प्रकृति के सौंदर्य का भी दर्शन करें। इससे शरीर ठंडी जलवायु एवं बदलती भौगोलिक परिस्थितियों के अनुकूल हो जाता है और इन सुझावों का पालन कर किसी प्रकार की आकस्मिक और अप्रिय घटना से बचा जा सकता है। चारधाम यात्रा पर आने वाले नौजवानों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे पहले बुजुर्ग एवं महिलाओं को दर्शन करने का मौका दे।

पहली बार पर्यटन विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण कराया जा रहा है। तीर्थयात्री मोबाइल एप के जरिए भी ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। 26 दिन पूर्व आरंभ हुई यात्रा में अब तक लगभग 12 लाख लोग चार धाम दर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले यह देखा गया था कि कुछ तीर्थयात्री ऑफलाइन माध्यम से एडवांस स्लॉट की बुकिंग करा उसी दिन दर्शन के लिए रवाना हो जा रहे हैं  ऐसे में धामों में क्षमता से अधिक भीड़ होने से तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा करने वाले तीर्थयात्रियों की पुलिस जांच कर उन्हें बुकिंग तिथि के दिन ही यात्रा करने की सलाह दे रही है। जबकि जो तीर्थयात्री होटल और हेली सेवा की एडवांस बुकिंग कर चुके हैं, चेक पोस्ट पर उनके दस्तावेजों की जांच कर उन्हें आगे भेजा जा रहा है।

कविगुरु और सत्यजीत राय की सृजनात्मक जुगलबंदी का उत्सव

कोलकाता । सत्यजीत राय ने अपनी 5 फिल्मों के लिए कविगुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर की लघु कथाओं एवं उपन्यास को आधार बनाया। शाांतिनिकेतन में रहकर उन्होंने अच्छे चित्रकार एवं कलाकार के गुण सीखे। हाल ही में कविगुरु और सत्यजीत राय की सृजनात्मक जुगलबंदी का उत्सव मनाते हुए प्रवासन क्लब ने अनुभव, रेनेसां, अंहिता हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के लैंग्वेज क्लब के सहयोग से विशेष उत्सव आयोजित किया। गत 19 एवं 20 मई को आयोजित इन दो कार्यक्रमों यानी राय – ट्रोसपेक्टिव एवं गीतांजली में सत्यजीत राय एवं रवीन्द्रनाथ ठाकुर की सृजनात्मकता का उत्सव मनाया गया। राय की कविगुरु के साहित्य पर आधारित फिल्मो से प्रेरित पोस्टर इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों द्वारा प्रदर्शित किये गये। विद्यार्थियों द्वारा निर्मित 2 फिल्में भी प्रदर्शित की गयीं।

 

कोलकाता की ऋतुपर्णा टीवीएस कोड वीटा की एकमात्र महिला फाइनवलिस्ट

कोलकाता । टीसीएस कोड वीटा 2022 एक प्रतिष्ठित वैश्विक कोडिंग चुनौती जिसे टीसीएस द्वारा छात्रों के बीच कौशल विकास और नवाचार की भावना को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है, हर साल प्रतियोगिता में दुनिया भर में 350000 से अधिक छात्रों की भागीदारी देखी जाती है।
हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एचआईटीके),बी.टेक-कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की छात्रा रितुपर्णा पदिरा ( बैच -2023) ने राउंड -2 को पास करने के बाद टीसीएस कोडवीटा सीजन -10 में ग्रैंड फिनाले के लिए क्वालीफाई किया, जिसके परिणाम 21 अप्रैल को घोषित किए गए थे।
अंतिम परिणाम घोषित में रितुपर्णा शीर्ष 30 फाइनलिस्टों में एकमात्र महिला फाइनलिस्ट बन गईं, जिन्हें 15 मई 2022 को आयोजित ग्रैंड फिनाले के लिए चुना गया। जहां आईआईटी दिल्ली के कलश गुप्ता को टीसीएस कोड वीटा 2022 सीज़न -10 में विजेता घोषित किया गया, वहीं रितुपर्णा पदिरा को दुनिया भर के 30 शीर्ष फाइनलिस्टों में एकमात्र महिला फाइनलिस्ट के रूप में घोषित किया गया, जिसने न केवल बंगाल को बल्कि स्त्री लिंग को भी गौरवान्वित किया।
कोडिंग के प्रति उत्साही, रितुपर्णा खुद को दुनिया के शीर्ष प्रोग्रामर में देखती हैं। रितुपर्णा ने कहा, “मुझे कोडिंग पसंद है और इस प्रतियोगिता ने मेरे आत्मविश्वास को बहुत बढ़ा दिया है। मुझे वास्तव में आश्चर्य हुआ जब मुझे कल टीसीएस से आधिकारिक तौर पर मेल मिला और मुझे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं दुनिया के शीर्ष 30 फाइनलिस्टों में से हूं।”
हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, कोलकाता के सीईओ पी.के.अग्रवाल ने कहा, “एचआईटीके के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि यह दिखाता है कि संस्थान के छात्र इस तरह के अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में कितना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।”
एचआईटीके के , कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ. एस. मजुमदार ने ऋतुपर्णा की सराहना की।

भवानीपुर कॉलेज के दीक्षांत समारोह 2022 में 4 हजार विद्यार्थियों को डिग्री

कोलकाता।  भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के दीक्षांत समारोह 2022 में सर्वोच्च अंक प्राप्त चार हजार विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई ।स्नातक और स्नातकोत्तर श्रेणी जिसमें बीकॉम, बीए, बीएसई, बीबीए, एमए, एमकॉम के विद्यार्थियों को डिग्री और पदक प्रदान किए गए। कार्यक्रम सत्रह भागों में विभाजित किया गया है और 26-27-28 मई तीन दिनों तक छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया। डीन प्रो दिलीप शाह ने प्रत्येक सत्र के उद्घाटन सत्र को आरंभ करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं हर सत्र में विभागाध्यक्ष, शिक्षकों और मैनेजमेंट के पदाधिकारियों ने विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान कर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।2019-20-21 के बैच के 3325 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई जिनमें स्नातकोत्तर के 276,बीकॉम के 2576, बीबीए के 88,बीएससी के 161, बीए के 224 विद्यार्थी रहे। इस अवसर पर दीक्षांत उद्घाटन समारोह 2022 में प्रमुख में डीन प्रो दिलीप शाह, प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी, मैनेजमेंट के पदाधिकारियों में उमेद ठक्कर, रेणुका शाह आदि कई गणमान्य अतिथियों का योगदान रहा। वर्तमान छात्र – छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। कॉलेज के अध्यक्ष मिराज डी शाह ने सभी विभागों के विद्यार्थियों के साथ शिक्षक गणों और उनके अभिभावकों को बधाई और शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर प्रो दिलीप शाह ने कार्यक्रम के हर सत्र के आरंभ में और अंत में, विद्यार्थियों को एक साथ शुभकामनाएं दीं और कॉलेज में होने वाली सभी गतिविधियों के विषय में बताया। कार्यक्रम की परिकल्पना में सोहिला भाटिया का विशेष योगदान रहा। वर्तमान विद्यार्थियों ने संचालन, वॉलंटियर्स एवं सभी व्यवस्थाओं में भाग लिया है। भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज का भारतीय भाषा परिषद और चेम्बर ऑफ कॉमर्स के साथ एमओयू भी हुआ है जो कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।

डीआरएसओ ने आयोजित किया पहला शोधार्थी सम्मेलन

कोलकाता । शोधार्थियों के लिए काम कर रहे डीआरएसओ ने अपना पहला सम्मेलन हाल ही में आयोजित किया। जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस सम्मेलन में देश भर से 200 शोधार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन में आईआईटी, एनआईटी, आईआईएसईआर्स, सीएसआईआर के अतिरिक्त बंगाल समेत कई अन्य राज्यों के शोधार्थियों ने भाग लिया। विदेशों के कई प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन मे विभिन्न समस्याओं जैसे फेलोशिप मुद्दों, एमफिल-पीएचडी सीट कटौती, शुल्क वृद्धि, की कमी पर चर्चा की गयी। अतिथि के रूप में यूनिवर्सिटी ऑफ एनिमल एंड फिशरी साइंसेज के पूर्व वीसी चन्द्रशेखर चक्रवर्ती, कलकत्ता विश्वविद्यालय के सेवानिवृत प्रोफेसर और एवं आईएनएसए के मानद वैज्ञानिक ध्रुबज्योति मुखर्जी, प्रोफेसर अमिताभ दत्ता, आईएनएसए के वरिष्ठ वैज्ञानिक अमिताभ दत्ता उपस्थित थे। महान राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित। इस अवसर पर डीआरएसओ की राष्ट्रीय परिषद (काउंसिल) गठित की गयी जिसके अध्यक्ष कानपुर विश्वविद्यालय के अकील मुरली एवं सटिटाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के डॉ. अर्घ्य दास चुने गये। डीआरएसओ की परामर्शदाता परिषद (एडवायजरी काउंसिल ) के चेयरपर्सन सौमित्र बनर्जी चुने गये।

सैन्य क्षेत्र में राष्ट्र का तत्काल आत्मनिर्भर होना आवश्यक है -लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता

कोलकाता में जुलाई में आयोजित होगा मिनी डिफेंस एक्सपो

 कोलकाता । सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता ने कहा कि युद्ध प्रणाली लगातार बदल रही है। सेना विश्व स्तर पर नयी तकनीक के साथ विकसित होने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी संघर्ष की स्थिति में किसी भी राष्ट्र को अकेले ही लड़ना होता है, इसलिए आत्मनिर्भर होने की तत्काल आवश्यकता है। कोलकाता में पहली बार छह से नौ जुलाई के बीच ‘मिनी डिफेंस एक्सपो’ का आयोजन किया जाएगा। मर्चेन्ट्स चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित  “एमसीसीआई डिफेंस कॉन्क्लेव 2022 को बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्घाटन भाषण में  उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का अवसर देगा। स्वदेशीकरण पर बोलते हुए, ले. जनरल कलिता ने नैनो टेक्नोलॉजी, एआई, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, मिसाइल, नेविगेशन टेक्नोलॉजी जैसी महत्वपूर्ण तकनीक के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आगे बताया कि रक्षा स्वदेशी निर्माताओं के लिए 2014-2020 के दौरान 1.73 लाख करोड़ के परिव्यय के साथ 239 योजनाएं शुरू की गयी हैं।
अतिथियों का स्वागत करते हुए एमसीसीआई के अध्यक्ष ऋषभ कोठारी ने कहा कि डिफेंस कॉन्क्लेव पूर्वी क्षेत्र में औद्योगिक आधार के साथ रक्षा क्षेत्र के मुख्य उत्पादकों के बीच दीर्घकालिक तालमेल विकसित करने का एक प्रयास है। “हमें यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि हमने लक्ष्य को पार कर लिया है और भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए पूंजी अधिग्रहण बजट के 65.50 प्रतिशत का उपयोग किया है।”

जनरल आईएस राठौर, पूर्वी कमान (मुख्यालय), शेखर चक्रवर्ती, सीईओ, हुगली कोचीन शिपयार्ड मधुमिता चक्रवर्ती, निदेशक, सीएमएसडीएस, डीआरडीओ, ए लाहिड़ी, एड. महाप्रबंधक, एचएएल, बैरकपुर मंडल, हेमवती एम, एजीएम-रणनीतिक योजना, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हरिकुमार आर, महाप्रबंधक-प्रौद्योगिकी योजना, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड. हरिहर दास, उप महाप्रबंधक (वीडी और आईईपी), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड और  सुजय कुमार माजी, मुख्य प्रबंधक (आउटसोर्सिंग), एचएएल, बैरकपुर डिवीजन ने भी विचार रखे।
अतिथि वक्ताओं ने उन व्यावसायिक अवसरों के बारे में बताया। कॉन्क्लेव में विभिन्न स्कीटर्स के 150 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों ने रक्षा उत्पादन इकाइयों के साथ बातचीत की। बी2बी सत्र में पूर्वी कमान, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), बैरकपुर डिवीजन, हुगली कोचीन शिपयार्ड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने भाग लिया। डिफेंस कॉन्क्लेव में आज 66 बी2बी बैठकें आयोजित की गईं। एमसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित बेरीवाल ने धन्यवाद दिया।

22 बार कोशिश करने के बाद 52 साल के शख्स ने पास की डाक्टरी की परीक्षा

कोलकाता। बंगाल के नदिया जिले में 52 साल के एक शख्स ने 22 बार कोशिश करने के बाद आखिरकार डाक्टरी की परीक्षा पास कर ली, हालांकि एमबीबीएस की पढ़ाई का अवसर नहीं मिलने पर वे होम्योपैथी कालेज में भर्ती हुए हैं। ये शख्स हैं नदिया जिले के कृष्णगंज थाना इलाके के प्रतापपुर के रहने वाले प्रदीप हाल्दार। प्रदीप गरीबी के कारण 10वीं के आगे की पढ़ाई नहीं कर पाए थे, हालांकि मन में डाक्टर बनने की उनकी इच्छा जिंदा रही। इसके बाद 2000 में उन्होंने आगे की पढ़ाई शुरू की और फिर से डाक्टर बनने की कोशिश में जुट गए। प्रदीप दिन में मजदूरी और रात में पढ़ाई करते थे। परिवार चलाने का जिम्मा होने के कारण उनकी पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही थी, इसलिए बार-बार मेडिकल की परीक्षा में विफल हो रहे थे। प्रदीप ने हालांकि हार नहीं मानी और प्रयास करते रहे। आखिरकार 22 बार कोशिश के बाद उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने इस साल डाक्टरी की परीक्षा पास कर ली।
प्रदीप की डाक्टरी की पढ़ाई का मजाक उड़ाते थे लोग
प्रदीप ने बताया कि जब वे डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे थे तो बहुत से लोग उनका मजाक उड़ाते थे। सड़क से गुजरते थे तो कुछ लोग कहते थे कि एमबीबीएस डाक्टर जा रहा है। उनकी पत्नी को उनका इस उम्र में डाक्टरी की पढ़ाई करना एक तरह का पागलपन लगता था। प्रदीप का रैंक 3,46,234 है। इस वजह से उन्हें एमबीबीएस में मौका नहीं मिल पाया, लेकिन कोलकाता होम्योपैथी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती होकर भी वे खुश हैं। उनका कहना है कि कहलाएंगे तो वे डाक्टर ही। कालेज के अध्यक्ष रजत भट्टाचार्य ने कहा-‘मैंने इतनी उम्र वाले किसी व्यक्ति को मेडिकल की पढ़ाई के लिए कालेज में भर्ती होते नहीं देखा। प्रदीप हालदार ने साबित किया है कि इंसान ठान ले तो सबकुछ कर सकता है।’

आईबीए खिलाड़ी समिति की अध्यक्ष बनी लवलीना

नयी दिल्ली । ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को खिलाड़ी समिति का अध्यक्ष चुना गया और वोटिंग अधिकार के साथ निदेशक मंडल में शामिल किया गया है। अंतराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) ने यह जानकारी दी।
महिला विश्व चैंपियनशिप 2022 के दौरान हुए चुनाव में लवलीना को सर्वाधिक मत मिले। लवलीना ने विज्ञप्ति में कहा, ‘‘आईबीए की खिलाड़ी समिति का अध्यक्ष चुने जाने पर मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं, मैंने सदस्य बनने की उम्मीद की थी लेकिन कभी नहीं सोचा था कि मैं समिति की अध्यक्ष बनूंगी, इससे मुझे भारतीय मुक्केबाजी को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी, विशेषकर दुनिया की अन्य मुक्केबाजों के बीच महिला मुक्केबाजी का प्रचार करने में।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह मुक्केबाजी को बढ़ावा देने का मेरे पास बड़ा मौका है और मैंने सबसे पहले अन्य सदस्यों और दुनिया भर के मुक्केबाजों के साथ चर्चा करने की योजना बनाई है कि इस साल मुक्केबाजी में क्या करने की जरूरत है और इसके बाद समिति के निदेशक मंडल के सुझाव और शिकायतों पर गौर किया जाएगा।’’ भारतीय मुक्केबाज शिव थापा को भी 2021 आईबीए पुरुष विश्व चैंपियनशिप के दौरान हुए चुनाव में आईबीए की खिलाड़ी समिति का सदस्य चुना गया था।
लवलीना और थापा का चयन उन मुक्केबाजों ने किया जिन्होंने पुरुष और महिला विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया जिनका आयोजन क्रमश: अक्टूबर 2021 और मई 2022 में किया गया।