विधि का फैशन के प्रति लगाव बचपन से था। एक फैशन उद्यमी बनने से पहले वे डाटा एनालिटिक्स के तौर पर नौकरी करती थीं। उन्हें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अपने क्लाइंट्स के साथ मिलने जाना होता था। उन्हें अपने लिए किसी ब्रांड के ऐसे कपड़े कभी नहीं मिले जिसे पहनकर वे पूरी तरह संतुष्ट हो जाएं। यहीं से उन्हें ये लगा कि महिलाओं के लिए एक ऐसे ब्रांड की शुरुआत करना चाहिए जो हर बॉडी आकार पर फबें। इसके बाद विधि ने अपने सस्टेनेबल लेबल की शुरुआत की। वे अपने लेबल के लिए लिनेन, ऑर्गेनिक कॉटन, रिसाइकल्ड वुल और बांस से बने फैब्रिक का उपयोग करती हैं। इन परिधानों को पैक करने के लिए प्लास्टिक बैग के बजाय रिसाइकल्ड पेपर बैग्स का इस्तेमाल किया जाता है।
विधि का ब्रांड शत-प्रतिशत महिलाओं द्वारा संचालित किए जाने वाला ब्रांड है जहां 100% महिलाएं ही सिलाई का काम करती हैं, वहीं 90% स्टाफ मेंबर्स भी महिलाएं ही हैं। विधि अपने प्रयासों से एक ऐसा समाज बनाना चाहती हैं जहां महिलाएं एक दूसरे का सहारा बनकर आगे बढ़ें। जहां वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हों और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सकें। जो महिलाएं फैशन की दुनिया में आगे बढ़ना चाहती हैं, उनसे विधि कहती हैं – ”बहुत सारे विकल्पों को साथ लेकर चलने के बजाय किसी एक काम पर फोकस करें। आपके लिए ये भी जरूरी है कि फैशन की दुनिया में हो रहे उतार-चढ़ावों पर नजर रखें। इसके लिए पढ़ने पर ध्यान दें। इस क्षेत्र से जुड़ी बारीकियों को जानने के लिए अलग-अलग उम्र के लोगों से मिलें और उनके विचार जानें। इसके साथ ही अगर आपको परिवार का सपोर्ट मिले तो निश्चित रूप से कामयाबी आपके कदम चूमेगी”।
(साभार – दैनिक भास्कर)