खुद पीठ पर पत्‍थर गिरने का डर, फिर भी भाई को बचाती रही 7 साल की बहन

17 घंटे बाद मलबे से आए दोनों मासूम
अंकारा । छह फरवरी 2023 का दिन तुर्की और सीरिया के इतिहास से कभी नहीं मिटाया जा सकेगा। तड़के चार बजकर 17 मिनट पर आए एक भूकंप ने सबकुछ तबाह कर दिया। अब तक करीब आठ हजार लोगों की मौत हो चुकी है और कई तस्‍वीरें दिल तोड़ने वाली हैं। कई मासूम बच्‍चों की भी मौत हुई हैं। लेकिन इसी भूकंप के मलबे से एक ऐसी तस्‍वीर आई है जो नाउम्‍मीदगी में भी एक उम्‍मीद जगा जाती है। यह तस्‍वीर है एक सात साल की बच्‍ची और उसके भाई की। इस तस्‍वीर ने भाई बहन के खूबसूरत रिश्‍ते को फिर अमर कर दिया जो इस दुनिया में सबसे प्‍यारा है। इन दोनों बच्‍चों को 17 घंटे बाद मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
अपना डर किनारे, भाई सबसे पहले
भूकंप का मलबा जो खुद अपने आप में डराने वाली चीज है, उसके अंदर यह बच्‍ची बिना डरे-घबराए अपने भाई की रक्षा करती रही। खुद उसकी पीठ से कुछ ऊपर एक पत्‍थर था लेकिन वह अपने प्‍यारे भाई को चोट नहीं लगने देना चाहती थी। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि ये बच्‍ची उसकी बहन है। मगर यूनाइटेड नेशंस (UN) के प्रतिनिधि मोहम्‍मद साफा जिन्‍होंने इस तस्‍वीर को ट्वीट किया है, उन्‍होंने इस दूसरे बच्‍चे को उसका भाई बताया है।
साफा ने लिखा, ‘यह सात साल की बच्‍ची अपने छोटे भाई के सिर पर हाथ रखकर उसकी रक्षा कर रही है जबकि दोनों मलबे में 17 घंटे तक फंसे रहे। इस तस्‍वीर को किसी ने शेयर नहीं किया और अगर वह मर जाती तो हर कोई इसे शेयर कर रहा होता।’ साफा ने अंत में लिखा, ‘पॉजिटिविटी को शेयर करिए।’ तुर्की और सीरिया दोनों ही देशों में जमकर तबाही हुई है। इस तबाही में कई बच्‍चों ने अपनी जान गंवाई है तो कुछ बचकर बाहर निकले हैं। खून जमाने वाला तापमान यहां पर राहत कार्यों में बाधा डाल रहा है। राहत और बचावकर्मी बिना रूके और थके मलबे से बच्‍चों को निकालने का काम कर रहे हैं।
सैंकड़ों राहतकर्मी दूर-दूर तक फैले मलबे से बचे हुए लोगों को निकाल रहे हैं। अथॉरिटीज को डर है कि सोमवार को आए भूकंप के बाद मरने वालों की तादाद में इजाफा हो सकता है। भूकंप के बाद लगातार आ रहे झटकों ने स्थिति को विकट बना दिया है। तुर्की और सीरिया दोनों ही देशों में बर्फीला तूफान आया हुआ है। इसकी वजह से तापमान जीरो से भी नीचे चला गया है। सीरिया में जिस जगह पर भूकंप आया, वो हिस्‍सा सरकार और विद्रोहियों के बीच बंटा हुआ है।
1700 इमारतें तबाह
खबरों के मुताबिक सैंकड़ों की संख्‍या में परिवार इस समय विद्रोहियों के हिस्‍से वाली जमीन पर मलबे के नीचे दबे हुए हैं। तुर्की में भूकंप की वजह से हजारों इमारतें गिर गई हैं। बताया जा रहा है कि करीब 1700 बिल्डिंग्‍स भूकंप में धाराशायी हो गई हैं। तुर्की के दियारबाकिर के अलावा सीरिया के अलेप्‍पा और हमा में हर तरफ बिल्डिंग्‍स का मलबा है। उत्‍तर-पूर्व दिशा में 330 किलोमीटर तक यह मलबा फैला हुआ है।

 

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।