कोलकाता। खुदीराम बोस सेंट्रल कॉलेज के हिंदी विभाग द्वारा शैक्षिक भ्रमण के तहत अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नेशनल लाइब्रेरी का भ्रमण किया गया। विभाग के विद्यार्थी वहाँ उतनी अधिक संख्या में किताबों को देखकर आह्लादित हुए। इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. शुभ्रा उपाध्याय ने कहा कि आज फेसबुक,व्हाट्सएप्प और इंस्टाग्राम के चक्कर में विद्यार्थी पुस्तक से दूर हो रहे हैं। ऐसे में हम शिक्षकों को दायित्व और बढ़ जाता है कि छात्र-छात्राओं को पुस्तकों से जोड़ें। उन्हें पुस्तकों के महत्व के बारे में बताएं। यही सोचकर आज हिंदी विभाग द्वारा विद्यार्थियों को शैक्षिक भ्रमण के लिए नेशनल लाइब्रेरी ले जाया गया। विभागाध्यक्ष डॉ. मधु सिंह ने कहा कि आज पुस्तक संस्कृति को बचाने की जरूरत है।बच्चों में पुस्तकों और पुस्तकालयों के प्रति रूचि कम होती जा रही है। एक रिसर्च में पाया गया है कि सोशल साइट्स पर अधिक समय बिताने की वजह से विद्यार्थियों में धैर्य की कमी हो रही है। धैर्य की कमी की वजह से बच्चों में किताब पढ़ने की प्रवृत्ति कम हो रही है। बच्चों को किताबों से जोड़ने के लिए ही इस शैक्षणिक भ्रमण के आयोजन किया गया। राहुल गौड़ ने कहा कि शिक्षण का संबंध भ्रमण से भी है। इस तरह के भ्रमण से बच्चों में किताबों को लेकर उत्सुकता पैदा होती है। बच्चों के साथ-साथ हमें भी यहाँ आकर काफी आनंद आ रहा है। निश्चित रूप से इस भ्रमण से बच्चों में पठन-पाठन को लेकर यह बेहतर माहौल निर्मित होगा और सोशल मीडिया के दौर में बच्चें किताबों से जुड़ेंगे।पुनिता प्रसाद ने कहा भ्रमण से शिक्षण का तरीका व्यावहारिक होने के साथ आनंददायक भी है। इस अवसर पर विभाग के एल्मुनी सदस्य के तौर पर सीमा प्रजापति, प्रीति साव, रोहित गुप्ता, अभिनय कुमार प्रसाद उपस्थित थे।