ईद के पवित्र त्योहार पर भवानीपुर एडुकेशन सोसायटी कॉलेज के विद्यार्थियों की एन एस एस यूनिट ने एक नई पहल की है जो सभी के लिए प्रेरणादायक है। यह उन गरीब बच्चों के चेहरों पर आई खुशी और प्रसन्नता की लहर है जो उन्होंने कभी नहीं सोचा था। वे भी अपनी मर्जी से कुछ खरीदारी कर सकेंगे यह तो बिल्कुल ही नहीं सोचा था जिन बच्चों के रहने के लिए खुला आकाश हो,खाने के लिए अपने हाथों से परिश्रम करना पड़ता है तब कहीं खाने के लिए कुछ मिलता है या फिर खाली पेट ही रेल की पटरियों के किनारे किसी कोने में नींद में पड़े सुबह का इंतजार करते, शायद कुछ अच्छा मिले। ऐसे बच्चों को ईदी मिल जाए तो ऊपर वाले भगवान,ईसा, अल्लाह की मेहरबानी है।
भवानीपुर एडुकेशन सोसायटी कॉलेज के विद्यार्थी ऐसे 250 बच्चों को साथ लेकर क्वेस्ट मॉल गए जहां उन्हें अपनी मर्जी से खरीदारी करने का पहला सुनहरा अवसर मिला। इसकेआयोजन के पीछे कॉलेज के प्रथम वर्ष के स्वागत समारोह के दौरान डीन प्रोफेसर दिलीप शाह के दिमाग की उपज थी जिसे वोलेंटियर छात्रा यामिनी गंभीर ने सकारात्मक रूप दिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन तिलजला शेड एनजीओ के संयोजन में हुआ। मुदरा पथुरिया और कॉलेज के उपाध्यक्ष मिराज डी. शाह का विशेष सहयोग रहा।इसके अतिरिक्त कॉलेज के पवन अग्रवाल(चेयरमेन, एन के रियेल्टर) और व्यक्तिगत रूप से सहयोग धनराशि प्रदान की।
प्रत्येक बच्चे को ईदी के रूप में 500 रूपये की खरीदारी का अवसर देना एक सुअवसर ही है।भवानीपुर कॉलेज के प्रोफेसर दिव्येश शाह के निर्देशन में कॉलेज की एन एस एस युनिट ने गरीब परिवार के 250 बच्चों को क्वेस्ट मॉल के स्पेंसर में शॉपिंग करवाई जो उन गरीब बच्चों के लिए एक अनोखा अनुभव था,असंभव घटना थी।
“बच्चे तो बच्चे ही होते हैं “वहां किसी मजहब की दिवार नहीं होती,उनके चेहरे की मुस्कान एक ही होती है जो ईश्वरीय देन है। ईद के पूर्व उन बच्चों ने अपनी ईदी स्वयं खरीदी, उस समय उनकी खुशी को देखकर लग रहा था कि उनसे उनका गम और उदासी कोसों दूर चली गई है।बोर्नविटा, हॉर्लिक्स, टूथब्रश, टूथपेस्ट, टिफ़िन बॉक्स, कैडबरी आदि विभिन्न वस्तुएं उनहोंने स्वयं खरीदी।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद नदिमुल हक एवं उनकी बेगम फरहा, नेता तौसीफ़ रहमान एवं सहसचिव आदि उपस्थित थे। कॉलेज के उपाध्यक्ष मिराज शाह ने ईद पूर्व सभी को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान की।
(रिपोर्ट -डॉ. वसुंधरा मिश्र)