कोलकाता । एजुकेशन एंड यू (ईएंडयू) की संस्थापक प्रियंवदा अग्रवाल ने फेसेस के सहयोग से “शिक्षा शिखर सम्मेलन” का सफल आयोजन किया। इसमें शिक्षाविदों के साथ बड़ी संख्या में शिक्षकों के अलावा समाज के अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया। ईएंडयू एजुकेशन समिट में एजुकेशन एंड यू की अंदरूनी कहानी को प्रदर्शित किया गया है। जिसके बाद इस संस्थान की पुन: डिजाइन की गई वेबसाइट www.educationandyou.in को लॉन्च किया गया। इसके बाद कार्यक्रम में एक पैनल चर्चा हुई, जिसका विषय था “आज के डिजिटल युग में शिक्षा का भविष्य: वरदान या अभिशाप?” इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित वक्ताओं और अतिथियों में प्रो. सुमन कुमार मुखर्जी (निदेशक, द भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज), डॉ. अनुराधा दास (निदेशक, गार्डन हाई इंटरनेशनल स्कूल), डॉ. ब्रतती भट्टाचार्य (शिक्षाविद और शिक्षाउद्यमी) के साथ प्रोफेसर डॉ. ध्रुबज्योति चट्टोपाध्याय (कुलपति, सिस्टर निवेदिता विश्वविद्यालय) शामिल हुए। पैनल का सफल संचालन प्रियंवदा अग्रवाल (एजुकेशन एंड यू की संस्थापक) ने किया। इस आयोजन में आईपीएस जगमोहन (डीजी, सिविल डिफेंस, पश्चिम बंगाल पोलिस) और श्री इमरान जकी (फेसेस के अध्यक्ष) के साथ समाज की कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने इस कार्यक्रम में शामिल थे । एजुकेशन एंड यू की संस्थापक प्रियंवदा अग्रवाल ने कहा, हम शिक्षक, छात्रों के भविष्य के निर्माता हैं। छात्रों के प्रति हमारा समर्पण, जुनून और नवीन शिक्षण पद्धतियाँ अगली पीढ़ी को सही राह पहचानने की भावना और सोच उनके मन में जगाती हैं। इस अवसर पर, एजुकेशन एंड यू के सलाहकार सदस्य अंकुर अग्रवाल ने कहा कि डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म न केवल इंटरनेट पर एक आभासी स्थान का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि यह अनंत संभावनाओं, ज्ञान और कनेक्शन की दुनिया का एक प्रवेश द्वार भी है। ईएंडयू के सलाहकार सदस्य और कलकत्ता उच्च न्यायालय में प्रैक्टिसिंग वरिष्ठ वकील, श्री आनंद बसु ने कहा, मैं शिक्षा क्षेत्र के पीछे की प्रेरक शक्ति, शिक्षकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आपकी अटूट प्रतिबद्धता और हमारे युवाओं की शिक्षा के माध्यम से भविष्य को आकार देना हमारी गहरी प्रशंसा का पात्र है। आप शिक्षण प्रणाली की दिल और आत्मा हैं, इसलिए हम आपको तहे दिल से सलाम करते हैं। इस अवसर पर फेसेस के अध्यक्ष इमरान जकी ने कहा, एजुकेशन एंड यू ने दिसंबर 2014 में अपनी सेवाएं शुरू की थी। तब से लेकर अब तक लगभग 9+ साल हो गए हैं। जैसे-जैसे साल बीतते गए, उन्होंने नई ऊंचाइयां हासिल कीं और अपनी टीम का विस्तार लगातार कर रहे हैं। जब उन्होंने इस इस संस्था की शुरुआत की थी, तब इसमें काफी गिने चुने छात्र थे, लेकिन तब से लेकर अब तक उन्होंने देशभर के 7,000 से अधिक छात्रों और प्रोफेशनल को परामर्श दिया है और उनके करियर को आकार देने में मदद की है। इस कार्यक्रम से जुड़ना मेरे और फेसेस के लिए खुशी की बात है।