टीम शुभजिता जल:एक प्रेरणा निखिता पाण्डेय ‘जल’ एक ऐसी धारा है, जिसे. न प्रकृति बांध
कवि गुरु रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कविता पढ़ रही हैं शुभस्वप्ना मुखोपाध्याय
कवियित्री अनामिका की कविता पढ़ रही हैं.. प्रीति साव
नयी दिल्ली : जेईई और नीट परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए खुशखबर। नेशनल
मूल रचना : डॉ. एम.लक्ष्मी कुमारी हिंदी अनुवाद: शुभांगी उपाध्याय मुक्तसङ्गोऽनहंवादी धृत्युत्साहसमन्वित: | सिद्ध्यसिद्ध्योर्निर्विकार: कर्ता
शिक्षण डॉ. वसुन्धरा मिश्र द्वारा। उपन्यास और कहानी के अंतर्गत उपन्यास :”सूखा बरगद “-मंजूर एहतेशाम
लॉकडाउन के कारण हमारी जिन्दगी बदली है और शिक्षा पद्धति भी। अब तेजी से ऑनलाइन
घनघोर अँधेरी रात में घड़ी की सुइयों की आवाज़ पंखे के चलने की आवाज़ कुत्ते
पटना : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन से सभी कलाकारों में मायूसी छा गयी
कविता – निखिता पांडेय आवृत्ति – पार्वती शॉ