शक्ति संचित कर पुनः पहुँच गया है चांद तक भारत फिर उठ खड़ा हुआ है,
भारत माता ग्रामवासिनी। खेतों में फैला है श्यामल धूल भरा मैला सा आँचल, गंगा यमुना
कोलकाता । लिटिल थेस्पियन द्वारा आयोजित 15 वां रंग अड्डा 26 जुलाई को सुजाता देवी
कोलकाता । गत शुक्रवार, 28 जुलाई को कोलकाता की जानी मानी संस्था साहित्यिकी द्वारा सुप्रसिद्ध
कई क्लासिकल फिल्मों ने कई बॉलीवुड स्टार्स को रातों-रात स्टार बना दिया। इनमें से एक
आत्मकथाकार: रेणु गौरीसरिया इससे पूर्व कि हम रेणु गौरीसरिया द्वारा विरचित आत्मकथा “ज़करिया स्ट्रीट से
कल ही की तो है बात धुंधले प्रकाश की पाठिका चल निकली मंजिल पाने स्वयं
स्त्री पुरुष के संबंधों पर हिंदी में कई नाटक लिखे गए हैं और वे चर्चित
“एक दीप जलाकर तो देखो” प्रो प्रेम शर्मा का सद्य प्रकाशित कविता संग्रह है।भाषा नहीं,
वरिष्ठ साहित्यकार सुधा अरोड़ा का हिन्दी साहित्य जगत का महत्वपूर्ण चेहरा हैं । इनका जन्म