अब जब फेस्टिव सीजन शुरू हो रहा है तो इंडियन लुक आप चाहती हैं
त्योहार या मौका कोई भी हो, कोशिश हमारी रहती है कि साड़ी पहनें। साड़ी एक
बेल्ट एक ऐसी एक्सेसरीज है जो आप इस्तेमाल करते ही होंगे। आम तौर पर कोई
जयपुर : ऐसा माना जाता है कि शाही परिवार फैशनेबल होते हैं। इसी परंपरा को
आप अपने आस-पास कहीं भी देखें, इक्कत आपको नज़र आ ही जाएगा. ये फैब्रिक उन
मधुबनी लोक कला बिहार के मधुबनी स्थान से संबन्धित है। मधुबन का अर्थ है ‘शहद
मॉनसून यानि झमाझम बारिश के दिन। आम तौर पर होता है कि आप अपने तमाम
बाटिक का नाम सुनते ही दिमाग में शांतिनिकेतन की याद आ जाती है। बंगाल की
लड़कियाँ कपड़े खरीदते समय जितना वक्त लगाती हैं, लड़के उतना वक्त नहीं लगाते। रंग और
पश्चिम बंगाल के विष्णुपुर व मुर्शिदाबाद में बनती हैं। सन् 1965 से बनारस में भी