Saturday, July 19, 2025
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पर्यावरण, सामाजिक, कंपनी संचालन के क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की कमी: विशेषज्ञ

नयी दिल्ली । पर्यावरण, सामाजिक और कंपनी संचालन (ईएसजी) के क्षेत्र में जरूरी कौशल वाले पेशेवरों की कमी देश के लिये 2050 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के रास्ते में एक बड़ी चुनौती है। विशेषज्ञों ने यह बात कही।
शोध संस्थान थिंक चेंज फोरम के अनुसार भारत में ईएसजी क्षेत्र में निवेश 30 से 40 अरब डॉलर होने का अनुमान है और इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है। तेजी से चौतरफा विकास के लिये ईएसजी का अनुपालन करने वालों को उपयुक्त वित्तीय संसाधनों, तकनीकी संसाधनों और पेशवरों और विशेषज्ञों के रूप में मानव संसाधन की जरूरत होगी।
संस्थान ने एक बयान में कहा, ‘‘पहले दो मामलों में प्रगति हुई है, लेकिन ईएसजी विशेषज्ञों और मानव संसाधनों के मामले में तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।’’
थिंक चेंज फोरम द्वारा आयोजित बैठक में भाग लेते हुए परामर्श कंपनी स्कल्प्ट पार्टनर्स के संस्थापक सदस्य और प्रबंध निदेशक कुमार सुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘भारत में पिछले कुछ साल से हमने स्थायी वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी के संबंध में कुछ प्रगति देखी है, लेकिन आज हमें वास्तव में कुशल ईएसजी पेशेवरों की एक टीम बनाने की प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता है…।’’
लार्सन एंड टुब्रो लि. के ‘कॉरपोरेट सस्टेनेबिलटी’ प्रमुख प्रदीप पाणिग्रही ने भी कहा कि जहां तक ईएसजी लक्ष्यों का संबंध है, सही विशेषज्ञता रखने वाले टीम की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको वास्तविक तौर पर विशेषज्ञ बनाने की आवश्यकता है। सिर्फ प्रशिक्षण देने या किसी अन्य क्षमता निर्माण कार्यक्रम को शुरू करने से मदद नहीं मिलती है। आपको कारोबार की बारीकियों को समझने की जरूरत है। तब ही चीजें सही तरीके से काम करती हैं।’’
इंस्टिट्यूट ऑफ इकनॉमिक ग्रोथ में पर्यावरण और संसाधन अर्थशास्त्र इकाई की अध्यक्ष और प्रमुख पूर्णमिता दासगुप्ता ने कहा कि बड़ी कंपनियों के लिए ईएसजी जैसे कुछ क्षेत्रों में प्रगति करना आसान हो सकता है, लेकिन छोटी इकाइयों के लिये इस मामले में समस्या हो सकती हैं।

 नवीन के शव को दान करेगा परिवार, यूक्रेन में गोलीबारी में गई थी जान

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने शनिवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में रूस की गोलाबारी में मारे गए राज्य के एक मेडिकल छात्र का पार्थिव शरीर दान किया जा रहा है। इसके लिए सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है। सूत्रों के मुताबिक नवीन के माता-पिता ने अंतिम श्रद्धांजलि के बाद अस्पताल को शव दान करने का फैसला किया है। खारकीव ‘नैशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी’ में मेडिकल के अंतिम वर्ष के छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की 1 मार्च को संघर्ष क्षेत्र में मौत हो गई थी। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने नवीन के पार्थिव शरीर को लेने के लिए एक अंतिम संस्कार एजेंट नियुक्त किया था। सरकारी नोडल अधिकारी (यूक्रेन संकट) मनोज राजन ने एक बयान में कहा कि एजेंट ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है और उसके बाद आवश्यक कागजी कार्यों को पूरा करके इसे वारसॉ (पोलैंड) ले जाया गया है।
प्राइवेट अस्पताल को शव दान कर सकता है परिवार
नवीन हावेरी जिले के रानेबेन्नूर तालुक के चलगेरी गांव के निवासी थे। सूत्रों के मुताबिक, उनके माता-पिता ने अंतिम श्रद्धांजलि देने के बाद दावनगेरे के एक निजी अस्पताल को शव दान करने का फैसला किया है। नवीन के पिता शंकरप्पा ने कहा- मेरा बेटा चिकित्सा के क्षेत्र में कुछ हासिल करना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कम से कम उसके शरीर का उपयोग अन्य मेडिकल छात्र पढ़ाई के लिए कर सकते हैं। इसलिए, हमने चिकित्सा अनुसंधान के लिए अपने बेटे का शरीर दान करने का फैसला किया है।

क्रिप्टोकरेंसी के वर्गीकरण पर काम कर रही है सरकार

लेनदेन पर कर लगाने की तैयारी
नयी दिल्ली । केन्द्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी के वर्गीकरण पर काम कर रही है। इस समय सिर्फ क्रिप्टो एक्सचेंज द्वारा दी जाने वाली सेवा पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है और इसे वित्तीय सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। जीएसटी अधिकारियों का विचार है कि क्रिप्टो किसी लॉटरी, कैसीनो, सट्टेबाजी, जुआ, घुड़दौड़ के समान हैं, जिनके पूरे मूल्य पर 28 प्रतिशत जीएसटी लागू है। इसके अलावा सोने के मामले में पूरे लेनदेन मूल्य पर तीन प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी पर जीएसटी लगाने के संबंध में स्पष्टता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ”क्रिप्टोकरेंसी पर जीएसटी लगाने के संबंध में स्पष्टता जरूरी है और हम विचार कर रहे हैं कि क्या इसे पूरे मूल्य पर लगाया जाना चाहिए, और क्या क्रिप्टोकरेंसी को वस्तुओं या सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।”एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अगर क्रिप्टोकरेंसी के पूरे लेनदेन पर जीएसटी लगाया जाता है तो यह दर 0.1 से एक फीसदी के बीच हो सकती है।अधिकारी ने कहा, ”कर की दर पर चर्चा शुरुआती चरण में है, चाहे यह 0.1 प्रतिशत हो या एक प्रतिशत। पहले वर्गीकरण पर निर्णय को अंतिम रूप देना होगा और फिर दर पर चर्चा की जाएगी।”
जीएसटी कानून क्रिप्टोकरेंसी के वर्गीकरण के बारे में स्पष्ट रूप से नहीं बताता है और ऐसी वर्चुअल डिजिटल मुद्राओं को विनियमित करने के लिए कानून के अभाव में वर्गीकरण करते समय यह भी ध्यान रखना होगा कि कानूनी ढांचा इसे अनुयोज्य दावे के रूप में वर्गीकृत करता है या नहीं। अनुयोज्य दावा एक ऐसा दावा है, जो न्यायालय में कार्रवाई के योग्य हो।आम बजट 2022-23 में क्रिप्टो परिसंपत्तियों पर आयकर लगाने के संबंध में कुछ स्पष्टता लाई गई है। सरकार क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए अलग से एक कानून पर काम कर रही है, लेकिन अभी तक कोई मसौदा सार्वजनिक रूप से जारी नहीं किया गया है।

 

स्कूल के पास ट्रैफिक जाम की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुँचा नन्हा विद्यार्थी

चित्तूर । यूकेजी के छह वर्षीय छात्र ने आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के पालमनेर के स्थानीय पुलिस थाने में पहुंचकर अपने स्कूल के आसपास खराब ट्रैफिक की शिकायत की। आदर्श स्कूल में पढ़ने वाले कार्तिक ने पालमनेर सर्कल इंस्पेक्टर एन. भास्कर को बताया कि ट्रैक्टरों के चलते रोड ट्राफिक जाम हो जाता है और सड़कों को खोद दिया गया है। उन्होंने पुलिस अधिकारी से कहा कि वे स्वयं क्षेत्र का दौरा करें और समस्या का समाधान निकालें।
इस बच्चे के आत्मविश्वास को देखकर ऑन-ड्यूटी ऑफिसर प्रभावित हुए और उसे मिठाई खिलाई। ऑफिसर ने उसे आश्वासन दिया कि उसकी शिकायत सुनी जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा। पुलिस ऑफिसर ने बच्चे को अपना मोबाइल नंबर दिया और लड़के से कहा कि जब भी वह स्कूल जाये और ट्रैफिक की समस्या हो तो उसे कॉल करे। बता दें स्कूल के पास नाली का काम होने के कारण सड़क खोदी जा रही है, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है।

भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने की पुस्तकों पर चर्चा

भारतीय भाषा परिषद के सहयोग से आयोजित हुआ कार्यक्रम

कोलकाता ।  भारतीय भाषा परिषद और भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने तीन पुस्तकों को पढ़ा और उनकी समीक्षा की। भारतीय भाषा परिषद की अध्यक्ष डॉ कुसुम खेमानी ने अपने संदेश में कहा कि पुस्तकें हाथ में लेकर पढ़ने से एक अलग ही अनुभूति होती है। संदेश पढा़ परिषद के मंत्री डॉ केयुर मजमूदार ने । ए पी जे अब्दुल कलाम की पुस्तक ‘विंग्स अॉफ फॉयर’ पर बीए अंग्रेजी की छात्रा नम्रता चौधरी ने बताया कि कितने संघर्षों के बाद एक अब्दुल कलाम पैदा होता है। मिसाइल मैन और भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति होने के साथ-साथ वे एक प्रेरक व्यक्तित्व रहे हैं। असफलताओं को पार करके ही व्यक्ति अपने जीवन में सफल होता है, हार भी जीत में बदल जाती है। विंग्स ऑफ फॉयर’ के दो महत्वपूर्ण पृष्ठों को भी पढ़ा। वहीं बीकॉम के छात्र फजल मोहम्मद ने लेखक एलिफ शफक के उपन्यास ‘फोर्टी रूल्स अॉफ लव’ पर चर्चा करते हुए उपन्यास की नायिका ऐला जो जूनियर एडिटर होती है लेकिन उसके जीवन में सब कुछ रहते हुए भी वह बहुत अकेली और प्रेमविहीन थी और एक पुस्तक ने उसके जीवन को कैसे बदल डाला, इसी को केंद्र में रखकर पुस्तक लिखी गई है। पुस्तक पढकर उसे प्रेम का अहसास होता है ।भारतीय भाषा परिषद से आई साहित्य मर्मज्ञ डॉ अल्पना सिंह ने डॉ. कुसुम खेमानी के उपन्यास पर चर्चा करते हुए कहा कि डॉ कुसुम खेमानी का उपन्यास ‘लावण्यदेवी’ एक ऐसा उपन्यास है जिसमें एक कुटुम्ब की पांच पीढ़ियों की गाथा समाहित है। प्रमुख नायिका चरित्र लावण्य देवी है जिनका जीवन कर्मशील है और उनके सारे फैसले जनहित में किए जाते हैं। कार्यक्रम के आरंभ में कॉलेज के डीन प्रो दिलीप शाह ने कहा कि पुस्तक पढ़ते समय विभिन्न विचारों, दर्शन और संस्कृति का ज्ञान होता है। अपने वक्तव्य में एपीजे अब्दुल कलाम से संबंधित अपना एक संस्मरण भी सुनाया। चर्चिल, गांधी के वैचारिक मतभेद और अन्य पठनीय पुस्तकों के विषय में बात की। भारतीय भाषा परिषद के मंत्री डॉ केयुर मजमूदार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया ।परिषद के कार्यकारिणी सदस्य अमित मूंधड़ा की उपस्थिति रही। अमित मूंधड़ा ने कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ पिंकी साहा सरदार को पुस्तक गुच्छ देकर सम्मानित किया। कॉलेज की ओर से डॉ अल्पना सिंह और डॉ केयुर मजमूदार को मोमेंटो प्रदान किया गया।
भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज की लाइब्रेरी में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन डॉ वसुंधरा मिश्र ने किया ।पचास से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति रही।

पन्ना डायमंड वर्ल्ड ने हावड़ा में खोला अपना तीसरा स्टोर

हावड़ा : शादियों का मौसम आने ही वाला है और इस सीजन में खरीदार खरीददारी करने के लिए उमडेंगे। ऐसे में हावड़ा शहर के हावड़ा एसी मार्केट के पास राघव प्लाजा में अपना तीसरा स्टोर खोला है। भारत के विश्वसनीय ब्रांडों में से एक पन्ना डायमंड वर्ल्ड शोरूम के निदेशक पिंटू अग्रवाल ने कहा कि हावड़ा में नये शोरूम के साथ हमारा लक्ष्य विश्वस्तरीय और डायमंड की अनूठी ज्वैलरी खरीदने का अनुभव प्रदान करना है। इसके साथ ही ग्राहकों को रिटेल का बेजोड़ माहौल भी मिलेगा। इस शोरूम में हम अपने ग्राहकों को एक ही छत के नीचे हर अवसर के लिए खरीदारी करने का आनंद प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि पन्ना डायमंड वर्ल्ड की शहर और देश के पूर्वी क्षेत्र में और विस्तार योजनाएं हैं और पन्ना डायमंड वर्ल्ड की यूएसपी फ्री डायमंड रिप्लेसमेंट, सबसे कम मेकिंग चार्ज और सबसे कम डायमंड रेट, बीआईएस हॉलमार्क और एसजीएल, आईजीआई प्रमाणित ज्वैलरी, प्रशंसा के साथ आजीवन मेंटेनेंस है। हीरों की, 15 दिनों के भीतर मुफ्त एक्सचेंज, ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा उपलब्ध है।

पिंटू अग्रवाल ने कहा कि नए स्टोर के लॉन्च के मौके पर पन्ना डायमंड वर्ल्ड अपने ग्राहकों को मेकिंग चार्ज पर 50 फीसदी की छूट, हीरे की कीमतों पर 25 फीसदी और 50,000/- की खरीद पर 0.25 ग्राम सोने का सिक्का मुफ्त दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सभी आभूषण हॉलमार्क वाले हैं और हीरे एसजीएल और आईजीआई जैसी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ प्रमाणन कंपनी से प्रमाणित हैं।

बता दें कि पन्ना डायमंड वर्ल्ड ने अपना पहला स्टोर 2018 में कैमक स्ट्रीट कोलकाता में और दूसरा स्टोर, ग्लोब मॉल, लिंडसे स्ट्रीट में खोला था। पन्ना डायमंड वर्ल्ड के अनुसार हावड़ा ज़ोन एक बहुत ही परिपक्व और आभूषण प्रेमी ग्राहकों से भरा है, जो नवीन डिजाइनों की सराहना करते हैं और हीरे के बारे में बहुत जानकार हैं।

हेटेरो को सी.डी.एस.सी.ओ. की मंजूरी, बना सकेगी स्पूतनिक लाइट वैक्सीन

कोलकाता । दुनिया की जानी-मानी वर्टिकली इंटीग्रेटेड फार्मास्युटिकल ऑर्गनाइजेशन ‘हेटेरो’ ने घोषणा की है कि उसकी बायोलॉजिक्स शाखा ‘हेटेरो बायोफार्मा’ को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सी.डी.एस.सी.ओ.) से भारत में सीमित आपात इस्तेमाल के लिए ‘स्पुतनिक लाइट’ के निर्माण की मंज़ूरी मिल गई है। ‘हेटेरो’ भारत में पहली ऐसी बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है, जिसे 18 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों में कोविड-19 की रोकथाम के लिए,0.5 मिली की एकल खुराक वाले, स्थानीय रूप से निर्मित उत्पाद के निर्माण और मार्केटिंग (एम और एम) की मंज़ूरी मिली है। इस समय भारत में मंजूरशुदा अन्य सभी वैक्सीन की दो खुराकें लेनी पड़ती हैं।
स्पुतनिक लाइट, स्पुतनिकV का पहला घटक (पुनः संयोजक ह्यूमन एडेनोवायरस सीरो टाइप नंबर 26 (rAd26)) है –जो कि कोरोनावायरस रोग, कोविड-19 के लिए दुनिया की पहली पंजीकृत वैक्सीन है। फरवरी 2022 में, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डी.सी.जी.आई.) ने भारत में एकल-खुराक वाली कोविड-19 वैक्सीन‘स्पुतनिक लाइट’ के आपात इस्तेमाल की अनुमति दी है।
डॉ. शुभदीप सिन्हा , सीनियर वी. पी. एंड हेड – क्लिनिकल डेवलपमेंट एंड मेडिकल अफेयर्स (सी.डी.एम.ए.) हेटेरो, ने कहा कि स्पुतनिक लाइट (स्पुतनिकVका घटक I) में, दोनों ग्लाइकोप्रोटीन विशिष्ट और वायरस – न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी के साथ-साथ सी डी 4 और आईएफएन – वाई  स्तरों के साथ,कोविड -19 के खिलाफ विशेष रूप से एंटीबॉडी के उच्च टाइटर्स पाए गए थे। स्पुतनिक लाइट ने भी SARS CoV-2 वायरस की ओमिक्रॉन किस्म के खिलाफ अपनी निष्क्रिय करने की गतिविधि दिखाई थी। इससे पहले किए गएस्पुतनिक Vके नैदानिक परीक्षणों ने विश्व स्तर पर कोविड-19 वायरसकी अन्य उप-किस्मों से सुरक्षा के लिए काफी अच्छे संकेत दिए हैं।”

एचआईटीके का सौम्यजीत गेट 2022 की परीक्षा में देश में तीसरे स्थान पर

कोलकाता । हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एचआईटीके) के विद्यार्थी सौम्यजीत कुंडू ने गेट 2022 की परीक्षा में देश भर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वह बी.टेक केमिकल इंजीनियरिंग के 2022 बैच का विद्यार्थी है। इस साल 9 लाख विद्यार्थियों ने गेट की परीक्षा दी और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के 1500 से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे। सौम्यजीत का कुल स्कोर 929 है। एचआईटीके के मुताबिक वह एकमात्र स्वायत्त निजी संस्थान है जो केमिकल इंजीनियरिंग के लिए शीर्ष 3 रैंक धारकों में शामिल है। देश भर में बी.टेक. बायोटेक्नोलॉजी (बैच -2022) के विद्यार्थियों, शुभ्रज्योति घोष (13वां स्थान) एवं देबस्मिता शर्मा चौधरी (20वां स्थान), ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। कोर इंजीनियरिंग में बी.टेक. – इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (बैच – 2022) के तथागत राय ने देश भर में 136वाँ स्थान प्राप्त किया। गेट -2022 में कोर इंजीनियरिंग की परीक्षा में देश भर के 2 लाख विद्यार्थी परीक्षा में बैठ थे। एचआईटीके के सीईओ पी.के. अग्रवाल, प्रिंसिपल बासव चौधरी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी सराहना की। सौम्यजीत पब्लिक सेक्टर में काम करना चाहता है जबकि शुभ्रज्योति आईआईटी में बायोटेक्नोलॉजी से इंटीग्रेटेड पीएचडी की तैयारी कर रहा है।

बीएचएस अल्यूमनी ने विद्यार्थियों को करवाया देशभक्तिपरक भ्रमण

विद्यार्थियों ने देखे बैरकपुर के स्मारक
कोलकाता । बिड़ला हाई स्कूल अल्यूमनी एसोसिएशन और प्रबन्धन ने बीएचएस के विद्यार्थियों का देशभक्तिपरक भ्रमण करवाया। विद्यार्थियों को बैरकपुर का भ्रमण करवाया गया जहाँ उन्होंने देशभक्ति की भावना को जागृत करने वाले स्मारक देखे। विद्या मंदिर के महासचिव सेवानिवृत्त मेजर जनरल वी.एन. चतुर्वेदी ने प्रेरक वक्तव्य दिया। विद्यार्थियों ने स्वाधीनता सेनानी बिन्दी तिवारी, मंगल पांडेय के बारे में जाना और 30 जनवरी को आयोजित होने वाले शहीद दिवस के महत्व से भी वे अवगत हुए। इसके साथ ही पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से बैरकपुर का इतिहास भी विद्यार्थियों ने जाना। इसके साथ ही पुलिस अकादमी, मोतीझील विद्यार्थियों ने देखे।

लंदन के टावर ब्रिज पर प्रवासी भारतीयों ने मनायी होली

लंदन । ब्रिटेन में रहनेवाले बंगाली महिला समुदाय द्वारा गठित एक गैर-लाभकारी संगठन “हेरिटेज बंगाल ग्लोबल” (एचबीजी) की ओर से लंदन के टॉवर ब्रिज में भव्यता के साथ मनाया गया। यह पहली बार है जब टॉवर ब्रिज पर इस तरह के उत्सव को इतने उत्साह और विविधता में एकता की सच्ची भावना के साथ मनाया गया है, यहां रहनेवाले विभिन्न जाति धर्म के भारतीय समुदाय के प्रवासी लोगों ने शामिल होकर पोस्ट-कोविड उत्सवों का आनंद उठाया। इस कार्यक्रम में एचबीजी के सदस्यों द्वारा आयोजित फ्लैश डांस में बांग्ला लोक गीतों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें प्रियंका, शेमंती, तमालिका, अंजी, नमन, निर्लिप्ता और श्रेया, पियाली, डोयल, कार्तिका, ध्रुवी और देबाश्री ने अरित्री द्वारा किए गए कोरियोग्राफी में फ्लैश डांस का भव्य प्रस्तुतिकरण किया। एचबीजी के उपाध्यक्ष महुआ बेज और अरिजीत सरकार चंद्रेयी के साथ यास्मिता एवम् पद्मदास के तत्वाधान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें शामिल अतिथियों ने तरह-तरह के भारतीय स्वादिष्ट भोजन का आनंद उठाया।

हेरिटेज बंगाल ग्लोबल (एचबीजी) के निदेशक अनिर्बान मुखोपाध्याय ने कहा, इस आयोजन का मुख्य आकर्षण भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न था, जिसे फ्लैश डांस के दौरान तिरंगे के प्रदर्शन और पश्चिम बंगाल की बहू पौराणिक सांस्कृतिक उत्सव दुर्गा पूजा को यूनेस्को की मान्यता मिलने की खुशी के रूप में दर्शाया गया था। इस भव्य अयोजन में लंदन में रहनेवाले अन्य विदेशी नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में शामिल होकर इस उत्सव का भरपूर आनंद लिया।  सुर साम्राज्ञी कोकिला स्वर्गीय लता मंगेशकर और बॉलीवुड के डिस्को किंग स्वर्गीय बाप्पी लाहिड़ी को एचबीजी के सदस्यों व कार्यक्रम में उपस्थित लोगों की तरफ से भावपूर्ण श्रद्धांजलि देकर कार्यक्रम का समापन किया गया।