Friday, July 18, 2025
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एचआईटीके के शौभिक ने बनाया यौन उत्पीड़न रोकने के लिए उपकरण

कोलकाता । हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बी.टेक के तृतीय वर्ष के छात्र ने यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है। बी.टेक के एप्लाइड इंस्ट्रुमेंटेशन और इंजीनियरिंग के छात्र शौभिक घोष द्वारा निर्मित यहकंप्यूटर विजन सॉफ्टवेयर विकसित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करता है। दावा है कि यह सर्विलेंस कैमरों के जरिए यौन उत्पीड़न को रोकने में सहायक है।
आपदा की स्थिति में उपकरण को दबाने पर इससे तेज अलार्म और सायरन की आवाज निकलेगी और आस – पास के लोद सजग हो जायेंगे। यदि व्यक्ति तर्जनी को उपकरण के सामने लाता है या नम्बर एक की तरफ इंगित करता है तो सिस्टम सीधे पुलिस को बुला देगा।
शौभिक ने सॉफ्टवेयर का नाम ‘साथी’ रखा और उन्हें लगता है कि इससे यौन शोषण को रोकने में मदद मिल सकती है जो हमारे देश में दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।
शौभिक ने कहा, ‘मेरी रुचि डेटा साइंस, कंप्यूटर विज़न और गहन अध्ययन में है। एक तकनीकी उत्साही के साथ, मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और रोटारैक्ट क्लब, हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का एक सक्रिय सदस्य भी हूं। मैंने महसूस किया कि उत्पीड़न भीड़-भाड़ वाली जगहों पर होता है और कई महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर इसे नोटिस करने या शोर मचाने में झिझक महसूस करती हैं। वे प्रतिक्रिया नहीं दे पातीं। इसने मुझे ‘साथी’ विकसित करने के लिए प्रेरित किया है,”
हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, कोलकाता के सीईओ पी के अग्रवाल ने कहा, “हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में, हम एक व्यापक आधारित शोध मंच प्रदान करते हैं जहां छात्र कुछ वास्तविक समय परियोजनाओं का आविष्कार कर सकते हैं जो देश भर में लोगों के सामने आने वाली कई समस्याओं का समाधान दे सकते हैं।”
एचआईटी की एप्लाइड इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रुमेंटेशन इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष डॉ. मधुरिमा चट्टोपाध्याय ने कहा, “शौभिक वास्तव में एक मेहनती छात्र है और उसका विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण सराहनीय है।”

युवाओं को उद्यमी बनाने हेतु परिचर्चा

कोलकाता । द हेरिटेज कॉलेज की द हेरिटेज इकोनॉमिक्स सोसायटी भारत में व्यवसाय की सम्भावनाओं को लेकर एक परिचर्चा आयोजित की। संस्थान के हेरिटेज इकोनॉमिक्स फेस्ट के तहत आयोजित इस परिचर्चा का उद्घाटन वेस्ट बंगाल स्टेट काउंसिल ऑफ हायर एडुकेशन के पूर्व सदस्य एवं वैज्ञानिक डॉ. सनत कुमार साहा ने किया। परिचर्चा में बंधन बैंक के चेयरमैन एवं एवं हेरिटेज बिजनेस स्कूल के मुख्य मेंटर डॉ. अनूप सिन्हा, कॅरियर आफ्टर फैमिली इंटरप्राइजेज की संस्थापक कविता अग्रवाल, आईसीएसआई के सहायक निदेशक सीएस एस, राजेश, एचआईटीके के अंतिम वर्ष के विद्यार्थी तथा लेक्चर नोट्स टेक्नोलॉजिस एवं आरएयू इंडस्ट्रीज के संस्थापक उपमन्यु चटर्जी ने विचार रखे। परिचर्चा के दौरान हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल एवं केबीटी के निदेशक डॉ. बासव चौधरी ने व्यावसायिक परिप्रेक्ष्य में कोलकाता स्वतन्त्रतापूर्व एवं स्वतन्त्रता के बाद की स्थितियों का आकलन किया। सत्र का संचालन हेरिटेज बिजनेस स्कूल की एसोसिएएट प्रोफेसर डॉ. रिमू चौधुरी ने किया। हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ प्रदीप अग्रवाल ने उम्मीद जतायी कि इस कार्यक्रम से उद्यमी बनने के इच्छुक विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।

विकास पत्रकारिता’ पर तीन दिवसीय पत्रकार प्रशिक्षण कार्यशाला

पत्रकार लक्ष्मी शर्मा की रपट

सिलीगुड़ी । यूनिसेफ (पश्चिम बंगाल) की साझेदारी में प्रेस क्लब (कोलकाता) व सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ‘विकास पत्रकारिता’ विषय पर गुरुवार से तीन दिवसीय पत्रकार प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हो गयी। इसमें पहले दिन जनसंचार व पत्रकारिता के अकादमिक जगत के जाने-माने विशेषज्ञ डाॅ. उमा शंकर पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार पुलकेश घोष, प्रेस क्लब (कोलकाता) के अध्यक्ष स्नेहाशीष सूर व अन्य विशेषज्ञों ने प्रतिभागी पत्रकारों को विकास पत्रकारिता के विविध पहलुओं से अवगत कराया।

इसमें मुख्य अतिथि के रूप में सिलीगुड़ी के डिप्टी मेयर रंजन सरकार सम्मिलित हुए। उन्होंने इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां नकारात्मक पहलुओं को उजागर करना व उस पर सवाल उठाना पत्रकारिता है तो दूसरी ओर सकारात्मक पहलुओं से जन-जन को अवगत कराना भी पत्रकारिता है। इसलिए पत्रकारिता में हर पहलू को समेटा जाना चाहिए। इस दिशा में पत्रकारों के प्रशिक्षण की पहल अत्यंत सराहनीय है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सिलीगुड़ी महकमा सूचना व संस्कृति पदाधिकारी जयंत मल्लिक, जनपथ समाचार के संपादक विवेक बैद, सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब के अध्यक्ष प्रमोद गिरि व महासचिव अंशुमान चक्रवर्ती ने भी वक्तव्य रखा और सिलीगुड़ी व आसपास के विकास के विविध पहलुओं को रेखांकित किया। इस कार्यशाला में प्रेस क्लब (कोलकाता) के सह सचिव निताई मालाकार, सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब के उपाध्यक्ष इरफान-ए-आजम व अन्य कई प्रतिभागी पत्रकार सम्मिलित रहे। यह कार्यशाला शनिवार को संपन्न होगी।

कला कभी नहीं मरती : स्मृतियों में चित्रकार सीमा चतुर्वेदी

कोलकाता । कलाकार के मरने के बाद भी उसकी कला कभी नहीं मरती। सीमा चतुर्वेदी एक ऐसी ही कलाकार थीं जो अपने असाध्य रोग कैंसर से लड़ती हुए मृत्यु को प्राप्त हुईं। मंडाला चित्रों के लिए जानी जाने वाली सीमा चतुर्वेदी विगत कई वर्षों से पेंटिंग में काफी काम कर रही थीं। आईसीसीआर में अवनींद्रनाथ टैगोर गैलरी में डायमंड फोर के तत्वावधान में लगी एक प्रदर्शनी में उनसे मिलने का अवसर मिला। प्रदर्शनी का उद्घाटन रामानंद बंदोपाध्याय ने किया था। कला के विविध रूपों जैसे वाटर कलर, ऑयल पैंटिग के लगभग साठ चित्रों की प्रदर्शनी लगी थी जिसमें कृष्ण और गणेश के कई प्रतीकात्मक और परंपराओं से युक्त चित्र थे जो उनकी कल्पना के विस्तार को दर्शाते थे। सीमा ने बीमारी को कभी भी अपने मन पर हावी नहीं होने दिया और सदैव ही उनके होठों पर सकारात्मक मुस्कान लिए रहतीं थीं। तीस मार्च बाईस उनके जीवन का आखिरी दिन था। अपने अंतिम समय में अपोलो अस्पताल में भर्ती रहीं जहां उन्होंने दुनिया से विदा लिया। अपने घर परिवार को संभालती हुई कैंसर से लड़ती हुई रंगों में जीवन को खोजती सीमा जीवन के रंग बिखेरती दिखाई देती है। लोक वेशभूषा में दो राजस्थानी स्त्रियों की पेंटिंग, समूह नृत्य चित्र, झील में खिला कमल, बुद्ध की विभिन्न भंगिमाओं के चित्र तो कला की विशिष्टता लिए हुए हैं। साथ ही मंडाला प्रिंट वाले कॉफी मग तो बहुत ही मनोरम हैं जब भी कोई कॉफी मग देखेगा उसे कलाकार की सकारात्मकता का एहसास होगा। कलाकार मर जाता है लेकिन उसकी कला जिंदा रहती है।सीमा की अंतिम इच्छा थी कि फलों के पेड़ लगवाने की जिसे पूरा किया उनके पति बेटा और बेटी दामाद और बच्चों ने । न्यू टाउन के स्मृति वन में अमरूद, आम, चीकू, अमलतास, बरगद आदि के पेड़ सीमा की अंत्येष्टि अवशेष के साथ लगाए गए। भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज की प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी (सीमा की जेठानी) ने बताया कि वह इंटीरियर डिजाइनर भी थीं और उनको रंगों का बहुत ज्ञान था। इस अवसर पर डॉ वसुंधरा मिश्र ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

केदारनाथ दर्शन के लिए दो दिन में हुई साढ़े तीन हजार टिकटों की एडवांस बुकिंग

कोलकाता । चारधाम यात्रा के दौरान श्री केदारनाथ धाम के लिए संचालित होने वाली हेली सेवा के टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग बीते सोमवार से शुरू की गयी। दो दिन में करीब साढ़े तीन हजार टिकटों की एडवांस बुकिंग की जा चुकी है। जिसमें करीब 15 हजार तीर्थयात्री यात्रा करेंगे। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 06 मई को खोले जाएंगे। केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से हेली सेवा संचालित की जाती है।

कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद इस साल चारधाम यात्रा को बड़े स्तर पर संचालित करने के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण की ओर से पहले ही सभी तैयारियां पूरी की ली गई हैं। हेली सेवा के लिए ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग करने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिरसी, फाटा, गुप्त काशी से नौ एविएशन कंपनियां हेली सेवा का संचालन कर रही हैं। इसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट और आर्यन एविएशन, फाटा से केदारनाथ के लिए पवन हंस, चिपसन एविएशन, थंबी एविएशन और पिनाक्ल एयर तथा सिरसी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट, हिमालयन हेली और केट्रल एविएशन द्वारा अपनी सेवाएं दी जा रही हैं। जिसमें प्रति यात्री किराया गुप्तकाशी से केदारनाथ 7750 रुपये, फाटा से 4720 रूपये तथा सिरसी से केदारनाथ 4680 रूपये है।

पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि देश दुनिया से आने वाले तीर्थ यात्री जीएमवीएन की वेबसाइट heliservices.uk.gov.in पर हेली सेवा की एडवांस बुकिंग करा रहे हैं। हमने उत्तराखण्ड एक पहाड़ी राज्य होने के कारण हवाई संपर्क और बुनियादी ढांचे के महत्व को समझा है। तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।

कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में व्याख्यान एवं कहानी पाठ

कोलकाता । मंगलवार कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘एक दिवसीय व्याख्यान और कहानी पाठ ‘का सफल आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश से आए प्रोफेसर आनंद कुमार सिंह ने “अज्ञेय” पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने उनकी कविता ‘बावरा अहेरी’ और ‘असाध्य वीणा’ पर अपने विचार रखे और कहा कि हिंदी के विद्यार्थियों को हिन्दी के साथ अन्य विषयों को भी जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हिंदी के विद्यार्थियों को बहुआयामी सोच,भाषा और बोलियों को जानना होगा । कहानीकार सुमन सिंह ने अपनी कहानी “कौन सी सड़क जाएगी बांदा” का बहुत ही सुंदर ढंग से पाठ किया । उन्होंने अपनी कहानी में कोरोना के दृश्यों का वर्णन किया ,किस तरह से लोग उस समय बेबस हुए थे ,सभी संवेदनाओं को उन्होंने अपनी कहानी में बहुत सुंदर ढंग से बताया ।कलकत्ता विश्वविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजश्री शुक्ला ने दोनों अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि हम सब बहुत गौरवान्वित, लाभान्वित और प्रभावित हुए। इस आयोजन में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षक उपस्थित थे ।इनके कारण यह कार्यक्रम सफल हुआ। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभाग के प्रोफेसर राम प्रवेश रजक ने किया और धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के प्रोफेसर विजय कुमार साव ने किया।

बीएचएस में विद्यार्थियों को दी गयी कोविड -19 की वैक्सीन

कोलकाता । बिड़ला हाई स्कूल ने कोलकाता नगर निगम के सहयोग से कोविड -19 को लेकर टीकाकरण अभियान चलाया। 6 अप्रैल को आय़ोजित इस अभियान के तहत 12 -14 वर्ष के छात्रों को कोविड -19 की वैक्सीन लगायी गयी। प्राथमिक तौर पर आठवीं एवं नौवीं कक्षा के अतिरिक्त सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी निःशुल्क वैक्सीन दी गयी। कोलकाता नगर निगम द्वारा भेजे गये 2 मेडिकल कर्मियों ने 219 छात्रों को कोविड -19 की वैक्सीन दी। स्कूल ने बेलव्यू क्लिनिक से किसी भी आपात स्थिति के लिए चिकित्सकों की व्यवस्था की थी मगर इसकी आवश्यकता नहीं पड़ी। इस दौरान नर्सों, शिक्षक – शिक्षिकाओं और कर्मचारियों ने पंजीकरण, प्रमाणपत्रों के प्रिंटिंग का दायित्व सम्भाला जो टीका लगवाने वाले हर विद्यार्थियों को दिया गया।

रपट – रिया खेतान

आयोजित हुआ ” प्वाइंटर्स बिजनेस फोरम (पीबीएफ) एक्सपो 2022″

साउथ पॉइंट हाई स्कूल के पूर्व विद्यार्थियों ने गठित किया फोरम

400 से अधिक सक्रिय पूर्व छात्रों के योगदान के से बना है

कोलकाता । साउथ प्वाइंट स्कूल के पूर्व विद्यार्थियों ने बंगाल की व्यावसायिक प्रगति के लिए नयी पहल की है। विश्व भर में फैला साउथ प्वाइंट के पूर्व विद्यार्थियों को एक साथ लाने के लिए पॉइंटर्स बिजनेस फोरम (पीबीएफ) एक्सपो का आयोजन किया गया। इस एक्सपो को ” द डायलॉग: बिजनेस बियॉन्ड बाउंड्रीज – एसेंशियल फॉर सुपरचार्ज्ड ग्रोथ” नाम दिया गया है। “पॉइंटर्स बिजनेस फोरम एक्सपो 2022” का उद्घाटन प्रमुख अतिथि कृष्णा दमानी (ट्रस्टी और सचिव, साउथ पॉइंट एजुकेशन सोसाइटी और वाइस चेयरमैन, साउथ पॉइंट हाई स्कूल) ने किया।

इस मौके पर डॉ. सुबोर्नो बोस (चेयरमैन और सीईओ आईआईएचएम और इंडिस्मार्ट ग्रुप वर्ल्डवाइड के सीईओ एवम् अंतर्राष्ट्रीय आतिथ्य परिषद, लंदन और पीबीएफ के सदस्य), अनिर्बान कुमार मुखोपाध्याय, (निदेशक, हेरिटेज बंगाल ग्लोबल और पीबीएफ के सदस्य) डॉ. अर्नब बसु (सह-संस्थापक और सीईओ, यांचा पॉजिटिव पेरेंटिंग एलएलपी और पीबीएफ के सदस्य), प्रदीप चोपड़ा (निदेशक, पीएस ग्रुप), संजय गुहा (संस्थापक-सीईओ, एक्वीस्ट ग्लोबल और पीबीएफ सदस्य), अतिन दत्ता (निदेशक और ट्रस्टी, जॉर्ज टेलीग्राफ ग्रुप) मैत्रेयी मलिक (हेल्थकेयर एंटरप्रेन्योर और पीबीएफ के अन्य गणमान व्यक्ति शामिल थे।

पॉइंटर्स बिजनेस फोरम (पीबीएफ) के सदस्य पूरे विश्वभर में व्यापारियों के समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसमें दुनिया भर में फैले 400 से अधिक इस संगठन के सदस्यों के साथ साउथ प्वाइंट हाई स्कूल के पूर्व छात्रों को भी शामिल किया गया हैं, जो मुख्य रूप से इस राज्य में मौजूद व्यापारियों के व्यावसायिक हितों की रक्षा करते हैं। यह एक अनूठा बिजनेस ग्रुप है, जिसमे महामारी के दौरान एक स्कूल के पूर्व छात्र एक साथ एक मंच पर रहेंगे। सिर्फ यही नहीं अब इस संगठन का रिश्ता यूके, यूएसए और ऑस्ट्रेलिया जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों के व्यापायियों के साथ मजबूत संबंध स्थापित हो चुका हैं।
इस एक्सपो के अयोजन का मूल उद्देश्य पूर्व छात्रों के व्यापारिक समुदाय को एक मंच पर लाकर विभिन्न व्यक्तियों के साथ सार्थक संवाद विनिमय में शामिल होने और अपने व्यवसाय के बारे में विस्तृत जानकारी देकर उसे दूसरों के सामने लाने के साथ-साथ विभिन्न व्यापारिक क्षेत्रों में विशेषज्ञों से विस्तृत ज्ञान लेना है। जिससे वे इन ज्ञान का लाभ उठाकर आय सीमाओं से परे सुपरचार्ज्ड विकास कर सके।

पॉइंटर्स बिजनेस फोरम (पीबीएफ) एक्सपो 2022 का एक और उद्देश्य सहयोग और सह-निर्माण के मिश्रण से एक बड़ा रोडमैप बनाना है।  इस अवसर पर बोलते हुए, जॉर्ज टेलीग्राफ ग्रुप के निदेशक और ट्रस्टी अतिन दत्ता ने कहा, लगभग सभी स्कूलों का अपना पूर्व छात्र निकाय होता है, लेकिन पीबीएफ में 400 से अधिक सदस्यों के साथ विशेष रूप से किसी स्कूल के पूर्व छात्रों द्वारा गठित पहला ऐसा चेम्बर ऑफ कॉमर्स है। साउथ प्वाइंट के भीतर भी यह पहली बार है, जिसमे जापान से लेकर यूके और अमेरिका तक पूर्व छात्रों का नेटवर्क शामिल है, जो एक साथ हाथ मिलाकर कार्य कर रहे हैं, इस मजबूत कड़ी की झलक इसके पहले संस्करण में भी देखने को मिली थी।

कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़े तो रखिए ख्याल 

आपने अक्सर सुना होगा कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से कई तह की बीमारियांं भी होने लग जाती हैं। ऐसे में ज्यादातर लोगों को यह तो पता होता है कि यह एक स्वास्थ्य का मसला लेकिन असल में इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। आइए, जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल क्या है और किन फलों को खाने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल नियंत्रित किया जा सकता है?

क्या है कोलेस्ट्रॉल ?
कोलेस्ट्रॉल खून में पाया जाने वाला मोम जैसा पदार्थ है। स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए शरीर को इसकी जरूरत होती है, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा से रक्त वाहिकाओं में चर्बीदार पदार्थ जमा हो जाते है। जो कई बार बढ़ते जाते हैं और इस कारण ह्रदय धमनियों से पर्याप्त मात्रा में खून का बहना मुश्किल हो जाता है। कभी-कभी इस जमा पदार्थ के अचानक टूटने से एक थक्का बन जाता है, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

इन फलों से नियंत्रण में रहता है कोलेस्ट्रॉल लेवल
नाशपाती
रोजाना एक नाशपाती खाने से कोलेस्ट्रोल लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है. नाशपाती में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल आदि तत्व होते हैं।

स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी स्वाद में भी काफी अच्छी होती है। आपको आहार में स्ट्रॉबेरी को भी शामिल करना चाहिए। स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर रूप से होते हैं।

सेब
आपने सुना ही होगा कि रोजाना एक सेब खाने से हम स्वस्थ रह सकते हैं। सेब खाने से बुरे कोलेस्ट्रॉल का खतरा बहुत कम हो जाता है। सेब में विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होते हैं।

अंगूर
अंंगूर से भी बुरे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को शरीर से घटाया जा सकता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कॉपर, फोलेट, विटामिन सी, ए, के और बी जैसे पोषक तत्व होते हैं।

पपीता
पपीता खाने से भी कोलेस्ट्रॉल लेवल कंंट्रोल रहता है. पपीते में प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें आयरन की मात्रा भी पाई जाती है।

नींबू
गर्मियों में नीबू का किसी भी रूप में सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है. नींबू में विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन इ, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

बिहार के आईआईटी जेएएम की परीक्षा में कैदी ने देशभर में हासिल किया 54वां रैंक

नवादा । कारागार को सुधारगृह भी कहते हैं, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बिहार की जेल में एक बंद कैदी ने। हत्या के मामले में जेल में बंद कैदी ने एक कीर्तिमान ही स्थापित कर दिया है। कैदी एक नौजवान है जो हत्या के केस में विचाराधीन है। वो फिलहाल नवादा की जेल में बंद है। इस कैदी युवक ने जेल में रहकर ही पढ़ाई की और ये रिकॉर्ड बना दिया। JAM वो परीक्षा है जिसमें पास होने के लिए छात्र तरसते हैं लेकिन कैदी नौजवान ने जेल से पढ़ाई करते हुए ही इस परीक्षा में इतना बड़ा रैंक हासिल कर लिया। अब जेल प्रशासन भी अपने इस कैदी पर गर्व महसूस कर रहा है।
जेल में बंद कैदी छात्र ने रच दिया इतिहास
हत्या के मामले में जेल में बंद सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र ने जेएएम 2022 में सफलता हासिल की है। आईआईटी रुड़की की ओर से आयोजित इस परीक्षा में उसे 54वीं आल इंडिया रैंक हासिल हुई है। विचाराधान बंदी सूरज वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है और तकरीबन एक साल से एक हत्या के मामले में जेल में बंद है। मंडल कारा नवादा में रहते हुए ही उसने परीक्षा की तैयारी की। परीक्षा की तैयारी में जेल प्रशासन ने सूरज उर्फ कौशलेंद्र की इसमें काफी मदद की। कड़ी मेहनत और लगन से उसने जेल में रहते हुए उसने परीक्षा की तैयारी की।
अप्रैल 2021 में गया था जेल
आपको बता दें कि वारिसलीगंज के मोसमा गांव में रास्ता विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। अप्रैल 2021 को हुई मारपीट में एक पक्ष के संजय यादव बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इलाज के लिए पटना ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई थी। तब मृतक के पिता बासो यादव ने सूरज, उसके पिता अर्जुन यादव समेत नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 19 अप्रैल 2021 को पुलिस ने सूरज समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि ये केस अभी चल रहा है और इसी बीच सूरज ने जेल के अंदर ही मेहनत कर ये कामयाबी हासिल की।