कोलकाता। एनएच नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, हावड़ा ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया इतिहास कायम किया है। दरअसल अस्पताल ने केवल एक साल के भीतर चौथी पीढ़ी के दा विंची की तकनीकी की सहायता से सफलतापूर्वक 100 रोबोटिक सर्जरी पूरी कर उन्नत चिकित्सा उपचार के क्षेत्र में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। खास बात यह है कि इस तकनीक की सहायता से सर्जरी करने पर कम रक्त हानि, कम दर्द और तेजी से ठीक होने के लिए उन्नत प्रक्रिया मानी जाती है। अस्पताल की तरफ से आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इस बाबत जानकारी दी गई। डॉ. सुमन मल्लिक ने बताया कि यह हमारे लिए केवल एक कदम है क्योंकि हम बेहतर और अधिक लाभकारी स्वास्थ्य तकनीकों को लाने के लिए खुद को समर्पित करेंगे। कैंसर के लिए उपलब्ध पारंपरिक उपचारों के अनुसार, कई मामलों में ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जिकल इनवैशन की आवश्यकता होती है। हालांकि सर्जरी को दर्दनाक प्रक्रियाओं में से एक माना जाता है लेकिन हाल के दशक में 3डी विज़ुअलाइज़ेशन के साथ, न्यूनतम इनवेसिव तकनीक और तेजी से रिकवरी रोबोटिक सर्जरी ने इस विचार को बदल दिया है। इस दृष्टि को आगे बढ़ाने के प्रयास में हाल ही में नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, हावड़ा ने कैंसर देखभाल में उन्नत उपचार के लिए चौथी पीढ़ी के दा विंची की तकनीकी रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत की। टीम में डॉ कौस्तव बसु, डॉ तरुण जिंदल, डॉ सुमित सान्याल, डॉ सुमन मलिक शामिल हैं। नारायणा हेल्थ के उत्तर और दक्षिण के क्षेत्रीय सीओओ आर.वेंकटेश के ने कहा कि हम अपने वचन के अनुसार आगे बढ़े जा रहे हैं। कैंसर देखभाल में रोबोटिक सर्जरी टीम के सभी अनुभवी और कुशल सर्जनों ने रोबोटिक सर्जरी के साथ कैंसर के उन्नत और केंद्रित उपचार के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही लोगों में अधिक से अधिक जागरूकता पैदा करने के लिए उन्नत रोबोटिक सर्जरी के साथ गाइनी कैंसर, यूरो कैंसर, जीआई कैंसर आदि के लक्षित अंग विशिष्ट उपचार पर एक अन्य चर्चा भी आयोजित की गई।
बेकार पड़ी चीजों से सजाएं अपना आशियाना
घर में ऐसी बहुत सी पुरानी चीजें होती हैं, जिन्हें महिलाएं बेकार समझकर फेंक देती हैं। जरुरी नहीं कि आप घर को नया लुक देने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करें। आप घर में इस्तेमाल न होने वाली चीजों से भी घर को सजा सकते हैं।
बेकार पड़े सामान से घर को नया लुक दे सकते हैं। बढ़ती महंगाई में होम डेकोर की चीजें खरीदने के लिए आप घर में पड़ी बेकार चीजों से घर सजा सकती हैं। तो चलिए आपको कुछ ऐसी चीजें बताते हैं जिनसे आप घर डेकोरेट कर सकते हैं।
पुराने बैग का करें दोबारा उपयोग
पुराने पड़े बैग महिलाएं अक्सर फेंक देती हैं। लेकिन आप इन बैग्स को एक नई लुक देकर घर डेकोरेट कर सकते हैं। आर्टिफिशयल फूलों का इस्तेमाल करके आप बैग का रियूज कर सकते हैं।
कांच की बोतलें
आप कांच की बोतलें भी घर सजाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इन बोतलों का कैंडल स्टैंड के रुप में प्रयोग कर सकते हैं। पुराने ऊन के ऊपर फेवीकोल लगाकर आप बोतलों को डेकोरेट कर सकते हैं। आप इसका इस्तेमाल फ्लावर पॉट इस्तेमाल कर सकते हैं।
पुरानी दराज
अक्सर कमरों की दराज खराब हो जाती है, जिसे महिलाएं ऐसे ही फेंक देती हैं। आप इस दराज का इस्तेमाल एक कॉर्नर के रुप में कर सकती हैं। इसमें आप फूलदान और एंटीक पीसेज रखकर इसे डेकोरेट कर सकती हैं।
टायर
आप पुराने पड़े टायरों से भी घर सजाने की सुंदर चीजें बना सकती हैं। इनका इस्तेमाल आप गार्डन को सुंदर बनाने के लिए कर सकते हैं। टायरों को गाढ़े और चटक रंगों के साथ रंग लें। फिर इनमे मिट्टी भरकर आप इसमें सुंदर फूल और पौधे लगा सकते हैं। आप इन्हें कवर करके लॉबी या फिर बालकनी में रख सकते हैं।
पुराने बक्से
आजकल भले ही इन पुराने बक्सों को कोई इस्तेमाल नहीं करता। लेकिन आप इनका इस्तेमाल अपने घर को सजाने के लिए कर सकती हैं। पुराने बक्सों पर पेंटिंग करके आप उन्हें अपने घर के किसी कोने में रख सकती हैं। इसके अलावा आप मैटल वर्क के साथ भी इन्हें आकर्षक लुक दे सकते हैं।
कोलकाता मेट्रो के सियालदह स्टेशन का उद्घाटन
कोलकाता । केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के सियालदह मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन किया, जो कोलकाता के उपनगरों में रहने वाले लोगों को बिना परेशानी के सेक्टर 5 के आईटी केंद्र तक पहुंचने में मदद करेगा।
ईरानी ने स्टेशन का उद्घाटन डिजिटल तरीके से हावड़ा मैदान से किया, जो हुगली नदी के दूसरी तरफ 16.6 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का टर्मिनल स्टेशन है।
अब तक ट्रेनें सेक्टर 5 और फूलबगान के बीच चल रही थीं। सियालदह तक वाणिज्यिक सेवाएं बृहस्पतिवार से शुरू हो जाएंगी, जिससे कॉरिडोर की कुल परिचालन लंबाई 9 किलोमीटर हो जाएगी। ईरानी ने कहा कि सियालदह तक 2.33 किलोमीटर के विस्तार से लगभग 35,000 यात्रियों को उनके दैनिक आवागमन में मदद मिलेगी।
मेट्रो स्टेशन देश के सबसे व्यस्त टर्मिनल रेलवे स्टेशनों में से एक सियालदह में उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को जोड़ेगा, जिससे साल्ट लेक और सेक्टर 5 के आईटी केंद्र की यात्रा करने वाले यात्रियों को सम्पर्क प्रदान होगा।
मेट्रो अधिकारियों को उम्मीद है कि सियालदह तक सेवाओं के विस्तार से आंशिक रूप से संचालित ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर में यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि होगी।
पूरी तरह से चालू होने पर, लाइन हावड़ा को कोलकाता के रास्ते साल्ट लेक से जोड़ेगी। कॉरिडोर की आधारशिला फरवरी 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री प्रणब मुखर्जी की उपस्थिति में रखी थी।
कैट की परीक्षा में 3 बार फेल, फिर आईआईएम के एमबीए चायवाला
एक हाथ ठेले से शुरू हुआ सफर अब 200 शहरों में फैलने वाला है। हम बात कर रहे हैं एमबीए चाय वाला के नाम से मशहूर प्रफुल्ल बिल्लौरे की। देश के 100 शहरों में अपना कारोबार जमाने के बाद अब वे इसे 200 शहरों में फैलाने जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने 500 लोगों को नौकरी देने की योजना भी बनाई है।
दक्षिण भारतीय शहरों में खोलेंगे स्टोर
प्रफुल्ल ने अपने कारोबार का विस्तार करने की तैयारी कर ली है और एमबीए चाय वाला के नए स्टोर्स में करीब 500 लोगों को रोजगार देने की योजना बनाई है। भोपाल, श्रीनगर, सूरत, दिल्ली समेत अन्य 100 शहरों में कारोबार जमाने के बाद अब प्रफुल्ल दक्षिण भारत में जाने का मन बना रहे हैं।
इन शहरों में विस्तार की है योजना
प्रफुल्ल बिल्लौरे के नेतृत्व वाली चाय कैफे श्रृंखला एमबीए चायवाला इस साल के अंत तक 200 भारतीय शहरों में अपने स्टोर्स को स्थापित करना चाहती है। उम्मीद है कि इससे लगभग 1,000 से ज्यादा नौकरियां पैदा होंगी, लेकिन फिलहाल 500 लोगों को नौकरी पर रखने की तैयारी की गई है। प्रफुल्ल का कहना है कि एमबीए चाय वाला उत्तर भारत के बाद अब देश के दक्षिणी हिस्से में विस्तार करेगा। उन्होंने कहा कि वे चेन्नई , बेंगलुरु, बेलगाम, तिरुपति और अन्य हिस्सों में अपने स्टोर लॉन्च करेंगे।
एक उपाय ने बदल दी किस्मत
मध्य प्रदेश के एक किसान के बेटे प्रफुल्ल बिल्लौरे का सपना दरअसल, एमबीए करके मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करने का था. लेकिन कैट परीक्षाओं में लगातार तीन असफल प्रयासों के बाद उन्हें एमबीए शब्द को लेकर व्यवसाय का आइडिया आया। फिर क्या था आईआईएम अहमदाबाद के बाहर ही 2017 में उन्होंने चाय का ठेला लगा दिया और इसका नाम दिया एमबीए चायवाला । इसके बाद उनके कारोबार ने जो रफ्तार पकड़ी उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ‘मिस्टर बिल्लौर अहमदाबाद’ के रूप में पहचान बना चुके प्रफुल्ल हजारों लोगों को रोजगार दे रहे हैं और उनका टर्नओवर करोड़ों रुपये का है।
हर महीने खुल रहे 10-15 स्टोर्स
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल एमबीए चाय वाला हर महीने 10-15 फ्रैंचाइजी स्टोर खोल रहा है। इनमें से प्रत्येक स्टोर ब्रांड नाम एमबीए चाय वाला के तहत संचालित किया जाता है। कंपनी अपनी फ्रेंचाइजी बेचने के लिए सालाना आधार पर 20 लाख रुपये तक वसूलती है। कमाई के बारे में प्रफुल्ल कहते हैं कि उनका अहमदाबाद स्थित मूल स्टोर एक महीने में 17 लाख रुपये तक कमाता है। उन्होंने कहा कि हमारा एक औसत स्टोर सात कर्मचारी और एक छोटा आउटलेट करीब पांच लोगों को रोजगार दे रहा है। इस तरह 100 शहरों में और विस्तार करने से हम 500 लोगों को नौकरी दे सकेंगे।
एचआईटीके को मिला नैक में ए ग्रेड
कोलकाता । हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोलकाता को नैक में ए ग्रेड मिला है। मकाउट से मान्यता प्राप्त इस संस्थान का दौरा हाल ही में नैक की टीम ने किया था। हाल ही में संस्थान ने 21वाँ स्थापना दिवस मनाया था। इसके साथ ही इस अवसर पर एक पोस्टल कवर जारी किया गया। एचआईटीके के चेयरमैन पद्मश्री पी आर अग्रवाल ने इस उपलब्धि को मील का पत्थर बताते हुए संस्थान के शिक्षकों एवं कर्मियों की सराहना की। हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन एच. के. चौधरी ने कहा कि नैक से मिली स्वीकृति संस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में मदद करेगी। इसके साथ ही यूजीसी एवं सरकार की शोध एवं अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। एचआईटीके के प्रिंसिपल प्रो. बासव चौधरी ने कहा कि टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ पी.के. अग्रवाल ने प्रबन्धन का आभार जताया। नैक द्वारा प्रदत्त यह स्वीकृति अगले 5 साल के लिए मान्य होगी।
शाबाश मीठू : इडेन में मिथाली और तापसी ने खेली क्रिकेट
कोलकाता । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिथाली राज की बायोपिक ‘शाबाश मिठू’ सिनेमाघरों में जल्द ही आ रही है। हाल ही में मिथाली फिल्म में उनकी भूमिका निभा रही तापसी पन्नू के साथ महानगर पहुँची। तापसी ने फिल्म से जुड़े अनुभव साझा किए। इसके साथ ही निर्देशक श्रीजीत मुखर्जी ने भी फिल्म की जानकारी दी। इडेन गार्डेन में आयोजित मीडिय़ा वार्ता के दौरान मिथाली और तापसी ने बल्ले और गेंदबाजी की झलक दिखाई। मिथाली ने कहा कि इडेन गार्डेन क्रिकेट का घर है और यहाँ आना और खेलना उनके लिए सम्मान की बात है।
तापसी ने कहा कि उन्होंने बहुत से मैच देख हैं मगर उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि वे इस मैदान में क्रिकेट के लिए खड़ी होंगी। इसका इतिहास और खेल की दुनिया में इसका महत्व जानना यह एक अलग अनुभव है। श्रीजीत मुखर्जी ने इसे सम्मान भरा अनुभव बताया। वायाकॉम 18 द्वारा निर्मित यह फिल्म 15 जुलाई को प्रदर्शित हो रही है।
बजाज कंज्यूमर केयर लाया प्रीमियम मॉइस्चराइजिंग साबुन
कोलकाता । बजाज कंज्यूमर केयर लिमिटेड ने बजाज आल्मंड ड्रॉप्स मॉइस्चराइजिंग साबुन बाजार में उतारा। कम्पनी के मुताबिक बादाम के तेलऔर विटामिन ई के लाभों के साथ, यह साबुन त्वचा को उत्तम नमी देती है, जिससे त्वचा नरम, स्मूद और चमकदार रहती है।
पूरी सजगता के साथ किए गए वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार का परिणाम, बजाज आल्मंड ड्रॉप्स मॉइस्चराइजिंग साबुन त्वचा को बेहतर मॉइस्चराइजेशनदेती है। यह उत्पाद कंपनी के बजाज आल्मंड ड्रॉप्स हेयर ऑयल की पेशकश है जिसने दशकों से 13,500 करोड़ रुपये के हेयर ऑयल स्पेस में मजबूत स्थिति बनाई है।
इस अवसर पर बजाज कंज्यूमर केयर के प्रबंध निदेशक, जयदीप नंदी ने कहा, “ इस साबुन में बादाम तेल और विटामिन ई न केवल बालों के लिए बल्कि त्वचा को भी लाभ पहुंचानेके लिए प्रसिद्ध रहे। बजाज आल्मंड ड्रॉप्स मॉइस्चराइजिंग साबुन के साथ, हमअब इसी फायदे को एक प्रीमियम साबुन के रूप में पेश कर रहे हैं।” इस ग्रेड 1 गुणवत्ता वाली साबुन की टीएफएम वैल्यू 76 प्रतिशत है और यह बाजार 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।
एमसीसीआई और स्टील सिनैरियो ने आयोजित की सीईओ मीट
कोलकाता । मर्चेन्ट्स चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एवं स्टील सिनैरियो जर्नल ने एक सीईओ मीट आयोजित की।
स्वागत भाषण में एमसीसीआई के अध्यक्ष ऋषभ कोठारी ने स्टील मैन्यूफक्चरिंग हब के लिए कोर कमेटी गठित करने का सुझाव दिया जिससे पश्चिम बंगाल को सबसे बड़ा स्टील निर्माण केन्द्र बनाया जा सके। उन्होंने राज्य सरकार से इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए राज्य में इस्पात मंत्रालय स्थापित करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर प्रधान अतिथि के रूप में उपस्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता के उप चेयरमैन सम्राट राही ने कहा कि भारत सरकार भारत में विशेष रूप से पूर्व में इस्पात उत्पादन बढ़ाने के लिए इच्छुक है। 80 प्रतिशत लौह अयस्क और 100 प्रतिशत कुकिंग कोल पूर्व में है। उन्होंने कहा कि हल्दिया बंदरगाह पर इस्पात के परिवहन के लिए एक समर्पित बर्थ है। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ने फ्लोटिंग क्रेन सुविधाएं शुरू की हैं और नाइट नेविगेशन सुविधाएं भी बनाई जा रही हैं। ये पहल महत्वपूर्ण हैं क्योंकि कोलकाता एक नदी बंदरगाह है जिसमें मसौदा मुद्दे हैं।
इस्पात मंत्रालय की संयुक्त संयंत्र समिति के कार्यकारी सचिव रंजन ने कहा कि द्वितीय स्तर के इस्पात क्षेत्र के लिए एक नीति बनाने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने आगे उल्लेख किया कि जेपीसी भारत के लिए वैश्विक एजेंसियों के लिए इस्पात क्षेत्र में आधिकारिक डेटा प्रदाता है।
बीएसई के मुख्य व्यवसाय अधिकारी समीर पाटिल ने कहा कि बीएसई एशिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। बीएसई में पहले से ही 375 एमएसएमई सूचीबद्ध हैं, जिनमें से 120 एमएसएमई बीएसई के मुख्य बोर्ड में सूचीबद्ध हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्टील अनुबंधों में मूल्य अस्थिरता के खिलाफ बचाव किया जा सकता है। बीएसई प्राइस डिस्कवरी के लिए प्लेटफॉर्म प्रदाता है।
उद्घाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन स्टील सिनैरियो की सम्पादक एवं प्रकाशक शकुन्तला चन्दा ने दिया। उद्घाटन सत्र के बाद दो तकनीकी सत्र हुए। इनमें कच्चे माल और कुशल श्रमिकों को सुरक्षित करने और व्यापार के माध्यम से हरित इस्पात प्रौद्योगिकी और व्यापार विकास पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एमसीसीआई की स्टील सम्बन्धी काउंसिल के चेयरमैन दीपक कुमार अग्रवाल ने कहा कि कोयले की कमी और रैक के अभाव के कारण स्टील उद्योग को दिक्कत हो रही है। इस कमेटी के सह चेयरमैन विवेक ने कहा कि भारत सरकार ने चीन से कच्चे माल के आयात को प्रतिबंधित कर दिया है। इससे एमएसएमई द्वारा घरेलू कच्चे माल के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। सत्र का समापन खुली चर्चा से हुआ।
कोविड -19 को लेकर नये निर्देश चाहता है उद्योग जगत
कोलकाता । मर्चेन्ट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स में चिकित्सर्क दिवस यानी डॉक्टर्स डे पर परिचयात्मक सत्र आयोजित किया। परिचर्चा का विषय ‘इम्प्लाइज हेल्थ एंड वेलबिंग : द रोड अहेड पोस्ट कोविड’ था। परिचर्चा को सम्बोधित करते हुए सीएमआरआई अस्पताल में पल्मोनोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. राजा धर वायरस की प्रकृति के बारे में बताया, जो अपनी गंभीरता खोने के बाद भी अधिक संक्रामक हो जाता है। उन्होंने कहा कि कोविड के साथ-साथ टीकों के इलाज के लिए अधिकांश दवाएं कोरोना वायरस के स्पाईक्ड प्रोटीन पर हमला करती हैं जो दोहराने के लिए हमारी कोशिकाओं से जुड़ जाता है। “यह स्पाइक्ड प्रोटीन है जो उत्परिवर्तित होता है; इसलिए अंतिम लहर की दवाएं नयी लहर में भी काम नहीं करतीं। फोर्टिस अस्पताल में मनोचिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ संजय गर्ग ने कहा कि कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संकोच पूरी तरह से दूर हो गया है। लोग मदद के लिए पेशेवरों के पास पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों और वास्तव में, सभी को अलग-थलग रहने के बजाय अपने “समानान्तर”, अपने पड़ोसियों, अपने दोस्तों के लिए अपने दरवाजे खोलने की सलाह दी। उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों को “नहीं” शब्द सुनने दें क्योंकि सीमाएं स्वस्थ थीं। अंत में, उन्होंने सभी को खुद को अपना “मी टाइम” देने की सलाह दी। , एएमआरआई अस्पताल, ढाकुरिया में वरिष्ठ क्रिटिकल केयर सलाहकार डॉ. सरस्वती सिन्हा ने कहा पूर्ण लॉकडाउन के अभूतपूर्व झटके, बीमारी के बारे में कलंक और दुनिया भर में दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य मशीनरी के टूटने से उच्च निर्भरता वाली इकाइयों में भी संसाधनों के पुन: आवंटन के मामले में बेहतर लचीलेपन और बदलाव की प्रतिक्रिया का मार्ग प्रशस्त हुआ। . कोविड ने स्वास्थ्य कर्मियों को अधिक चुस्त-दुरुस्त रहना सिखाया था।
सत्र का संचालन एमसीसीआई की हेल्थ केयर काउंसिल के चेयरमैन डॉ. कमलेश कोठारी ने किया। चर्चा को सम्बोधित करते हुए एमसीसीआई के अध्यक्ष ऋषभ कोठारी ने कहा कि आज कर्मचारियों का स्वास्थ्य और उनके हित परिचर्चा से कहीं आगे हैं। कोविड -19 को लेकर उद्योग जगत को नये दिशा -निर्देश मिलने चाहिए। धन्यवाद एमसीसीआई की ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन तुषार बसु ने ज्ञापित किया।
डॉ. राजा धर द्वारा दिया गया परामर्श
इस लहर में जोखिम में हैं लोग: बुजुर्ग, सह-रुग्णता वाले लोग जैसे मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय की स्थिति।
किसे मास्क लगाना चाहिए: जिनके घर में बुजुर्ग माता-पिता या सह-रुग्णता वाले लोग हैं। आप प्रतिरक्षित हो सकते हैं, लेकिन आपके माता-पिता नहीं हो सकते हैं।
हाथ की स्वच्छता: हम सभी के लिए। हाथों को सेनेटाइज करने या धोने से कई संक्रमण कम होते हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग: न्यू नॉर्मल में शायद अब संभव नहीं है।
टीकाकरण: सभी के लिए दो खुराक; बूस्टर सभी के लिए सलाह दी जाती है और यदि आप जोखिम में हैं तो जरूरी है; जोखिम वाले लोगों के लिए भी, उन्होंने वार्षिक इन्फ्लुएंजा वैक्सीन और नुस्खे के साथ, निमोनिया वैक्सीन की सिफारिश की।
वार्षिक कोविड वैक्सीन: अगले पांच वर्षों के लिए सभी के लिए अनुशंसित
विलुप्त व्यंजनों को संरक्षित करेगी अन्नपूर्णा स्वादिष्ट, अगस्त में आएगा आईपीओ
तुरियो फाउंडेशन की साझीदारी में ओलंकार रेंज के तहत लाई गोहनाबड़ी
कोलकाता । पैकेज्ड नमकीन, खाद्य एवं ब्रेवरेज निर्माता कम्पनी अन्नपूर्णा स्वादिष्ट खुद को एनएसई-एसएमई प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध करने की तैयारी में है। कम्पनी अगस्त में आईपीओ ला रही है और उसे बाजार से 28 करोड़ रुपये उगाहने की उम्मीद है। इस राशि का उपयोग कम्पनी के विस्तार में होगा। अन्नपूर्णा स्वादिष्ट मुख्य रूप से टियर 3 और 4 बाजार में मजबूत पकड़ रखती है। कम्पनी की खासियत इसके 1 रुपये से 5 रुपये तक की पैकेजिंग वाले उत्पाद और पारम्परिक व्यंजन विधि को बरकरार रखना है।
अन्नपूर्णा स्वादिष्ट के सह-संस्थापक और अध्यक्ष श्रीराम बागला ने कहा कि अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक शहरों को कवर करने की योजना है। अन्नपूर्णा स्वदिष्ट, का कारोबार 62 करोड़ रुपये का है, चालू वित्त वर्ष को लगभग ₹180-200 करोड़ पर बंद करने की उम्मीद कर रहा है।
कम्पनी की स्थापना हालांकि 2016 में ही हुई थी मगर पैकेज्ड खाद्य पदार्थों के कारोबार में यह 2020 में उतरी। बागला के मुताबिक कोविड -19 के कारण उनको व्यवसाय में काफी सहायता मिली। आसनसोल और सिलीगुड़ी में अन्नपूर्णा की निर्माण इकाइयाँ हैं और शीघ्र ही राज्य में दो और निर्माण इकाईयाँ आरम्भ होंगी जिनमें से एक धूलागढ़ में होंगी।
अन्नपूर्णा स्वाधीन के सह-संस्थापक और अध्यक्ष श्रीराम बागला ने कहा कि बंगाल की पारम्परिक व्यंजन कला को देश के दूसरे हिस्सों में ले जाने के लिए बिग बास्केट जैसी कम्पनी से भी साझेदारी की गयी है।
कम्पनी पारम्परिक व्यंजन ओलंकार भी बना रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने वाली संस्था तूरियो फाउंडेशन के साथ साझेदारी करते हुए पूर्वी भारत में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए अन्नपूर्णा स्वादिष्ट काम कर रही है। पूर्व मिदनापुर की पारम्परिक गोहना बड़ी (आभूषण के आकार की बड़ियाँ) , बिहार के अचार,झारखंड के पापड़ समेत घी एवं मधु निर्माण के क्षेत्र में कम्पनी सक्रिय है। फिलहाल अन्नपूर्णा स्वादिष्ट के पास 450 वितरक हैं और यह संख्या और भी बढ़ाई जाएगी। तूरियो फाउंडेशन के निदेशक संदीप माइती ने कहा कि अन्नपूर्णा स्वादिष्ट के साथ और भी विलुप्त हो रहे पारम्परिक व्यंजनों को ओलंकार रेंज के माध्यम से सामने लाया जाएगा। जून 2022 में, अन्नपूर्णा ने 11.05 करोड़ रुपये की मासिक बिक्री की और वर्तमान में, 490 कर्मचारियों की एक टीम है जिसमें से 70 महिलाएं हैं।