Sunday, July 20, 2025
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कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज के वार्षिक समारोह में बरसी आजादी के अमृत महोत्सव की वर्षा

कोलकाता । कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव एवं कॉलेज का वार्षिक सांस्कृतिक अनुष्ठान आयोजित किया गया। 17 अगस्त को महानगर के ज्ञान मंच सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हावर्ड यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के गार्डिनियर प्रोफेसर एवं पूर्व सांसद प्रो. सुगत बोस उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य सभा सांसद एवं कॉलेज संचालन समिति के अध्यक्ष जनाब मो. नदीमुल हक उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त पश्चिम बंगाल सरकार के अल्पसंख्यक मामलों एवं मदरसा शिक्षा विभाग के सचिव जनाब गोलाम हसन उबैदुर रहमान, विशेष सचिव जनाब शकील अहमद, छपते – छपते के प्रधान सम्पादक विश्वम्भर नेवर, कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज की संचालन समिति की सदस्य मैत्रेयी भट्टाचार्य, मौलाना आजाद कॉलेज के उर्दू विभागाध्यक्ष एवं कॉलेज संचालन समिति के सदस्य डॉ. दाबिर अहमद भी समारोह में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदीप प्रज्ज्वलन के साथ कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सत्या उपाध्याय एवं अतिथियों ने किया। समारोह में स्वागत वक्तव्य रखते हुए डॉ. उपाध्याय ने ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की कामना की। आजादी के अमृत महोत्सव के महत्व एवं उसके उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने नयी पीढ़ी को अपने कर्त्तव्यपथ पर अडिग रहने, अपने देश प्रेम और देश के प्रति अपने उत्तरदायित्व की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का यह धर्म है कि नयी पीढ़ी को वे सद्प्रेरणा, सत्चरित्रता और सत्कर्म की शिक्षा दें। शिक्षकों की पैनी दृष्टि राजनीति, समाज नीति पर भी रहनी चाहिए और तभी समाज संस्कार सुदृढ़ होगा। इसी के साथ ही उन्होंने कॉलेज की प्रगति का वार्षिक विवरण प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि वक्ता मुख्य अतिथि के रूप में हावर्ड यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के गार्डिनियर प्रोफेसर एवं पूर्व सांसद प्रो. सुगत बोस ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस पर केन्द्रित अपने वक्तव्य में कहा कि नेता जी ऐसे एकमात्र नेता थे जो हर भाषा, जाति, धर्म पर विश्वास करते थे और सबको साथ लेकर चलते थे। स्त्री – पुरुष समानता में उनका गहरा विश्वास था और वे आजीवन लैंगिक विषमता को दूर करने के लिए काम करते रहे।
पश्चिम बंगाल सरकार के अल्पसंख्यक मामलों एवं मदरसा शिक्षा विभाग के सचिव जनाब गोलाम हसन उबैदुर रहमान ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि भारत बहुत आगे बढ़ चुका है मगर अब भी बहुत कुछ करना बाकी है और यह काम युवाओं को ही करना है। समारोह में उपस्थित राज्य के मदरसा विभाग के विशेष सचिव जनाब शकील अहमद ने युवाओं को शिक्षा के माध्यम से देश का नाम रोशन करने को प्रेरित किया। छपते – छपते के प्रधान सम्पादक विश्वम्भर नेवर ने कहा कि आजादी का सही मतलब अशिक्षा और भुखमरी से आजादी है। शिक्षा का कोई विकल्प नहीं है। स्त्री शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सुधार आया है और आज लड़कियां शानदार प्रदर्शन कर रही हैं।


राज्यसभा सांसद एवं कॉलेज संचालन समिति के अध्यक्ष जनाब मो. नदीमुल हक ने कहा कि भारत की यह खूबी है कि हमारा लोकतंत्र आज भी सक्रिय है और यहाँ धर्म, जाति और भाषा से परे लोग साथ रहते हैं। कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज की संचालन समिति की सदस्य मैत्रेयी भट्टाचार्य ने कहा कि हम सभी को मिलकर देश को आगे ले जाना होगा। मौलाना आजाद कॉलेज के उर्दू विभागाध्यक्ष एवं कॉलेज संचालन समिति के सदस्य डॉ. दाबिर अहमद ने कहा कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद का यह समय आत्ममंथन और आकलन का समय है।
इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव पर कॉलेज की ओर से प्रकाशित स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया। समारोह में कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज में अमृत महोत्सव पालन समारोह की दृश्य – श्रव्य प्रस्तुति की गयी। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अन्तर्गत वंदेमातरम् की ऐतिहासिक यात्रा का प्रदर्शन किया गया। भारतीय स्त्रियों की स्थिति पर केन्द्रित एवं जश्न ए आजादी पर एक माइम की प्रस्तुति की गयीस और मेधावी छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।

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कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज को मिलेगा नया परिसर
कलकत्ता गर्ल्स कॉलेज का नया परिसर शीघ्र बनने जा रहे। कॉलेज के वार्षिक समारोह में वक्तव्य रखते हुए मदरसा विभाग के विशेष सचिव जनाब शकील अहमद ने यह बात कही। नया परिसर पार्क सर्कस में होगा। उन्होंने इसके लिए कलकत्ता गर्ल्स कॉ़लेज की संचालन समिति के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद नदीमुल हक एवं कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सत्या उपाध्याय के प्रयासों की सराहना भी की।

देशराग अमृत – स्वरचित कविता – वही देश भारत है

सुशील रविदास, गारुलिया मिल हाई स्कूल

आओ भविष्य भारत के,
कराऊँ परिचय भारत से।

जिसके पूर्व में है खाड़ी बंगाल की,
और अरब सागर है पश्चिम में,
वही देश भारत है।

जिसके दक्षिण में है महासागर हिन्द का,
और उत्तर में बसता है हिमालय,
वही देश भारत है।

जहां बहे पवन उनचास,
और मिट्टी होती पांच,
वही देश भारत है।

जहां पानी बदले एक कोस पर,
और तीन कोस पर बदले बोली,
वही देश भारत है।

जहां संगीत में डूबा है काशी,
और लोग डूबे है वतन के प्यार में,
वही देश भारत है।

जहां गुरु बड़ा भगवान से,
और होता आदर उनके नाम से,
वही देश भारत है।

जिसका इतिहास था स्वर्णिम,
और वर्तमान की बात ही क्या,
वही देश भारत है।

जहां के लोग हो निडर,
और भाईचारा जिनका दृढ़,
वही देश भारत है।

जिसकी गोद में खेलती हैं नदियां,
और गीत गाती है चिड़िया,
वही देश भारत है।

जहां पाए जाते धर्म अनेक,
और इंसानियत भी है एक,
वही देश भारत है।

जिस मां के गोद में पलते है भविष्य उसके,
और है तैनात सीमा पर सपूत जिसके,
वही देश भारत है।

हम उसी देश के निवासी हैं,
हम सभी भारतवासी है।

महानगर पहुँची ‘दोबारा’ की टीम

कोलकाता । ‘पिंक’ और ‘बदला’ के बाद तापसी पन्नू की एक और थ्रिलर फिल्म प्रदर्शित हुई। ‘दोबारा’ की टीम हाल ही में महानगर पहुँची। फिल्म फिलहाल चर्चा में है और मेलबर्न के इंडियन फिल्म फेस्टिवल, फैंटेशिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जैसे कई फिल्मोत्सवों में सराही जा चुकी है। महानगर में टीम ‘दोबारा’ की स्क्रीनिंग अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी ने करवाई। तापसी पन्नू, पावेल गुलाटी, फिल्म के निर्देशक अनुराग कश्यप और निर्माता एकता कपूर ने फिल्म को लेकर मीडिया से जानकारी साझा की। तापसी पन्नू और पावेल गुलाटी ने फिल्म के प्रदर्शन के पूर्व कालीघाट मंदिर के दर्शन किये। फिल्म का निर्माण शोभा कपूर एवं एकता कपूर की कल्ट मूवीज द्वारा किया गया है।

2,000 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पीवी प्लांट भी शुरू करेगा डीवीसी

एमसीसीआई में डीवीसी पर परिचयात्मक सत्र
कोलकाता । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री डीवीसी: द रोड अहेड की विकसित भूमिका पर एक परिचयात्मक सत्र आयोजित किया। मुख्य अतिथि के रूप में दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के अध्यक्ष आर. एन. सिंह उपस्थित थे।
सत्र को डीवीसी के अरूप सरकार, सदस्य (वित्त) और श्री असीम नंदी, कार्यकारी निदेशक (वाणिज्यिक) और श्री डी. पुइतंडी, मुख्य अभियंता (वाणिज्यिक) ने भी संबोधित किया।
एमसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित बेरीवाला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, ने सत्र के लिए स्वागत भाषण दिया। उन्होंने सराहना की कि डीवीसी ने 91.12 प्रतिशत की क्षमता उपयोग के साथ 38,416 एमयू की अब तक की सबसे अधिक वार्षिक उत्पादन के रूप में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं जो डीवीसी के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक है।
दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के अध्यक्ष श्री आर एन सिंह ने अपने संबोधन में 2030 तक 15,000 मेगावाट बिजली उत्पादन प्राप्त करने के मिशन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पूर्वी क्षेत्र में बिजली की कुल मांग 24,000 मेगावाट दर्ज की गई, जिसमें पिछले साल डीवीसी ने 6,000 मेगावाट का योगदान दिया।
डीवीसी के भविष्य के रोड मैप पर बोलते हुए सिंह ने कहा कि दिसंबर 2024 तक, डीवीसी टीपीएस के कच्चे जल जलाशयों में 30 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर प्लांट शुरू करने में सक्षम होगा और 2024-25 तक, डीवीसी 2,000 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पीवी प्लांट भी शुरू करेगा। डीवीसी 2030 तक अपने ताप विद्युत उत्पादन में 3,720 मेगावाट की वृद्धि करेगा।
नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की क्षमता में कमी के संबंध में समस्या बताई। डीवीसी ने लुगुपहार और पंचेत हिल सहित विभिन्न क्षेत्रों में पंप भंडारण परियोजना की योजना बनाई है। सिंह ने इस बात की भी सराहना की कि भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा पावर ग्रिड है। भारत ने बिजली की कमी वाले देश से बिजली अधिशेष वाले देश तक की यात्रा को कवर किया है।
डीवीसी के सदस्य (वित्त) अरूप सरकार ने घोषणा की कि डीवीसी ने 28 अगस्त को कुमारडुबी में 11 केवी सबस्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया है और डीवीसी अगले 3 से 4 महीनों में घाटी क्षेत्रों में 17 अतिरिक्त 11 केवी सबस्टेशन के साथ आएगा। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बिजली शुल्क के मुद्दे को संबोधित करते हुए, आयातित कोयले की कीमत उच्च दर पर रही है जो अप्रत्यक्ष रूप से बिजली की लागत को बढ़ाती है। डीवीसी ने भारत में सबसे कम बिजली दरों को बनाए रखा है। श्री सरकार ने यह भी बताया कि कोयले की कीमत को नियंत्रित कर लिया गया है; यह बिजली उत्पादन की कम लागत का संकेत देगा। एमसीसीआई की विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा परिषद के अध्यक्ष देवेन्द्र गोयल ने धन्यवाद दिया।

हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस को द पाइनियर ऑफ एवेन्ट – ग्रेड लर्निंग अवार्ड

कोलकाता । हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस को द पाइनियर ऑफ एवेन्ट – ग्रेड लर्निंग अवार्ड अवार्ड मिला है। पीआरएसआई के कोलकाता ब्रैंडेज समिट 2022 में संस्थान को यह पुरस्कार मिला। समिट का उद्घाटन पद्मश्री पीयूष पांडेय ने किया जिनकी पुस्तक ओपन हाउस विद पीयूष पांडेय का लोकार्पण भी किया गया। सम्मेलन में डिजिटल ब्रांडिंग, कन्टेंट मार्केटिंग, आज के समय में ब्रांडिंग और जनसम्पर्क पर पद्मश्री डॉ.नीरू कुमार, टीमवर्क्स आर्ट के प्रबन्ध निदेशक संजय राय, कंटेंट क्रियेटर मनीष पांडेय, एड फैक्टर्स पीआर के उपाध्यक्ष विक्रम कर्वी ने विचार रखे। सम्मेलन में 25 स्टार्टअप प्रदर्शित किये गये जिनमें से 8 स्टार्टअप को 25 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली। हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस को दिया गया द पाइनियर ऑफ एवेन्ट – ग्रेड लर्निंग अवार्ड संस्थान की ओर से हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ पी. के. अग्रवाल ने कोलकाता में यूएस की कौंसुल जनरल मेलिंडा पावेक से लिया। उन्होंने यह पुरस्कार राष्ट्र को समर्पित किया। समारोह में श्री शिक्षायतन फाउंडेशन और ओम दयाल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस को भी उनके योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया।

सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल में अलंकरण समारोह

कोलकाता । सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल में जूनियर स्टूडेंट्स काउंसिल का अलंकरण समारोह हाल ही में आयोजित किया गया। स्कूल के सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स में आयोजित अलंकरण समारोह का आरम्भ हेडमिस्ट्रेस श्रीमती पांजा के वक्तव्य से हुआ। छात्राओं ने नेतृत्व को प्रेरित करता गीत गाया। विद्या मंदिर सोसायटी के महासचिव मेजर जनरल चतुर्वेदी ने छात्राओं स्व – अनुशासन, नेतृत्व एवं सशक्तीकरण हेतु प्रेरित किया। इसके बाद शपथ ग्रहण समारोह हुआ। स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती दे ने कार्यकारिणी की छात्राओं को बैज पहनाया। समारोह का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

बिड़ला हाई स्कूल में मना भारतीय स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव

कोलकाता । बिड़ला हाई स्कूल में स्वतन्त्रता दिवस समारोह गत 15 अगस्त को आयोजित किया गया। विद्या मंदिर सोसायटी के महासचिल मेजर जनरल चतुर्वेदी ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान को देशभक्ति के जोश के साथ गाया गया और उसके बाद मेजर जनरल चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए भारतीय स्वतन्त्रता को लेकर अपने विचार साझा किये। उन्होंने छात्रों से भारतीयों के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान पर गर्व करने का आग्रह किया, और उन्हें राष्ट्र को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाई। इस अवसर पर देशभक्ति के रंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बिखरे। “सारे जहां से अच्छा। वाद्य यंत्र की प्रस्तुति के बाद, अंग्रेजी की एक वरिष्ठ शिक्षिका सुश्री एल अग्रवाल ने अपना भाषण दिया। उन्होंने स्वतंत्रता, या स्वतंत्रता की हमारी धारणा के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए और हमें याद दिलाया कि पूर्ण स्वतंत्रता के लिए हमारा संघर्ष खत्म नहीं हुआ था। अगला प्रदर्शन एक नृत्य था जिसमें भारतीय शास्त्रीय नृत्यों को पश्चिमी धुनों के साथ जोड़ा गया था, जिसमें हिंदू पाठ, विष्णु पुराण से एक किंवदंती को चित्रित किया गया था। स्कूल के अध्यक्ष युक्त खेमका ने समारोह को संबोधित किया, जिसके बाद जूनियर वर्ग के छात्रों के देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। अंत में, आधुनिकता और अमानवीयता की बेड़ियों से, समय के जाल से पूर्ण स्वतंत्रता के पहलू को सीनियर स्कूल के छात्रों द्वारा एक नृत्य के माध्यम से फिर से प्रदर्शित किया गया जिसमें रवीन्द्रनाथ ठाकुर के गीतों का उपयोग कुशलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम के अंत में, सभी को स्कूल से एक अनुकूलित फ़ोल्डर और मिठाई वितरित की गयी।
रपट : एल अग्रवाल

मानवीय संस्कृति के लेखक हैं प्रेमचंद

‘आजादी के 75 साल: प्रेमचंद का भारत’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

मिदनापुर। राजा नरेंद्र लाल खान महिला महाविद्यालय (स्वायत्त) के हिंदी विभाग द्वारा ‘आज़ादी के 75 साल: प्रेमचंद का भारत’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के संगीत विभाग के अध्यापक एवं छात्राओं द्वारा संगीत प्रस्तुति के साथ हुई। कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रेणु गुप्ता ने स्वागत वक्तव्य देते हुए बताया कि हमारे कॉलेज को देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शामिल किया गया है।हमारे कॉलेज की प्रिंसिपल के सहयोग से हम निरंतर प्रगति कर रहे हैं।प्रेमचंद का साहित्य भारतीयता का साहित्य है। प्रथम सत्र में अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए रेवेंशा विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर अजय पटनायक ने कहा कि आजादी के75वर्षों में देश ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काफी विकास किया है।प्रेमचंद के सपनों को पूरा करने का भरपूर प्रयास आज भी जारी है।। बीज वक्तव्य देते हुए विश्वभारती शांतिनिकेतन के पूर्व प्रोफेसर हरिश्चंद्र मिश्र ने कहा कि प्रेमचंद का साहित्य हमें गलत चीजों का विरोध करना सिखलाता है।प्रेमचंद ने समाज के बड़े हिस्से को अपनी रचना के केंद्र में रखा है।वे हमें नैतिक मूल्यों से जोड़ते हैं।इस अवसर पर हिंदी विश्वविद्यालय हावड़ा के उपकुलपति प्रोफेसर दामोदर मिश्र के वक्तव्य का वाचन शोधार्थी मधु सिंह द्वारा किया गया। बतौर वक्ता विद्यासागर विश्वविद्यालय, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार प्रसाद ने कहा कि प्रेमचंद के साहित्य में जीवन की जो छवियां हैं वे हमें बेचैन करती हैं।आज भी दलित हाशिये पर हैं।प्रेमचंद ने ऐसे भारत का सपना नहीं देखा था,जहां मटके का पानी पीने के लिए एक दलित बच्चे को मरना पड़ा। खड़गपुर कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ पंकज साहा ने कहा कि प्रेमचंद के भारत को देखने के लिए हमें प्रेमचंद को सिर्फ पढ़ना ही नहीं होगा उसे जीवन में भी उतारना होगा। इस सत्र में डॉ. प्रकाश अग्रवाल और रूपेश कुमार यादव ने आलेख पाठ किया। इस सत्र का संचालन अतिथि प्रवक्ता रवि पंडित ने किया। दूसरे सत्र की शुरुआत कॉलेज के अंग्रेजी विभाग की छात्रा प्रतिभा कारक द्वारा राष्ट्रप्रेम पर आधारित गीत के साथ हुई। इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए विद्यासागर विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी प्रेमचंद के सपनों का भारत नहीं बन पाया।गरीबों, दलितों, वंचितों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिली।वे राजनीतिक परिवर्तन के साथ सामाजिक क्रांति की अपेक्षा रखते हैं ताकि मानवीय संस्कृति का विकास हो सके। बतौर वक्ता विद्यासागर विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. श्रीकांत द्विवेदी ने कहा कि प्रेमचंद के पात्र जीवन में छोटे-छोटे संघर्षों के बीच अपनी मुक्ति का स्वप्न देखते हैं।वे भारतीय जनमानस के लेखक हैं। मिदनापुर ऑटोनोमस कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रणजीत सिन्हा ने कहा कि प्रेमचंद हिंदी और उर्दू समाज में समान रूप से स्वीकृत हैं।उन्होंने भारतीय समाज को खंड-खंड में देखने के बजाय समग्रता में देखा। खड़गपुर कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. संजय पासवान ने कहा कि प्रेमचंद वंचितों के लेखक हैं। इस सत्र में राकेश चौबे, मधु सिंह एवं सोनम सिंह ने आलेख पाठ किया। इस अवसर पर अंकिता द्विवेदी ने काव्य पाठ किया। इस अवसर पर कॉलेज स्तर पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागी प्रथम स्थान के लिए संयुक्त रूप से रुथ कर एवं नेहा शर्मा को द्वितीय और तृतीय के लिए क्रमशः पायल गुप्ता और लता मेहरा को पुरस्कृत किया गया। इस सत्र का संचालन अतिथि प्रवक्ता पंकज सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका सुमिता भकत ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

स्वतन्त्रता दिवस पर ब्लैक कर्टेन थिएटर ” ने किया नुक्कड़ नाटक

कोलकाता । 75 वें स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर ” ब्लैक कर्टेन थिएटर ” ने रवीन्द्र सदन, अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स के पास एक नुक्कड़ नाटक का अयोजन किय़ा। इस नुक्कड़ नाटक के जरिये किसानो के साथ हो रहे अन्याय और उनकी समस्याओं पर प्रकाश डाल दर्शको से प्रश्न करते हुए उन्हें ये बताया की आज़ादी के इतने वर्ष के बाद भी हम अब तक समाज के बंधनो मे किस तरह बन्धे हुए हैं जो हमें मानसिक रुप से आज़ाद नहीं होने देती। हमारे सोच को एक घेरे मे बाँधी रखती हैं, और उसे विकसित होने से रोकती है l स्वतन्त्रता दिवस के शुभ अव्सर पर “ब्लैक कर्टेन थिएटर” का पहला नुक्कड़ नाटक बहुत ही सहजता से एकत्रित दर्शको पर छाप छोड़ी।

ला मार्टिनियर फॉर ब्वॉयज में तीन दिवसीय पैट्रियोटिक मीट आयोजित

कोलकाता । स्वाधीनता के 75वें वर्ष पर हाल ही में ला मार्टिनियर फॉर ब्वायज में देशभक्ति परकर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस तीन दिवसीय पैट्रियोटिक मीट में विद्यालय के आत्मोदय भवन में वाद – विवाद समेत अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी। गत 10 अगस्त मिडिल स्कूल में वाद – विवाद प्रतियोगिता में छठीं से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता की विजेता बी.डी.एम. इंटरनेशनल की एंजिल भट्टाचार्य बनी जबकि ला मार्टिनियर फॉर गर्ल्स की लावण्या जैन द्वितीय स्थान पर रही।  लोरेटो डे स्कूल, इलियट रोड की वेदिका टंडन और बी.डी. एम इंटरनेशनल  की अवनी ने भी सराहनीय प्रदर्शन किया। 13 अगस्त को समारोह के अंतिम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए।  इन गतिविधियों में नृत्य, संगीत,देश भक्ति गीत शामिल थे। प्रतिभागी शिक्षण संस्थानों में राजस्थान विद्या मंदिर, सिल्वर प्वाइंट स्कूल, सेंट स्टीफन्स, हावड़ा, लारेटो डे स्कूल धर्मतल्ला, आर्मी पब्लिक स्कूल, सेंट  स्टीफेंस, नेपालगंज, सेंट  मैरी स्कूल दमदम, कलकत्ता इम्यूनल स्कूल, सैफी गोल्डेन जुबली इंग्लिश पब्लिक स्कूल, सेंट जोसेफ काॅलेज, पार्थ मेमोरियल स्कूल, यंग हॉरिजन स्कूल, जुलियन डे स्कूल कोलकाता, जुलियन डे स्कूल हावड़ा, ला मार्टीनियर फाॅर गर्ल्स, ला मार्टीनियर फाॅर ब्वायज विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रधान अतिथि एयर कमांडर महेश अग्रवाल एवं मुख्य अतिथि राजीव कुमार झा ने आयोजन की सराहना की। कुछ स्कूल के प्रधानाचार्यों वीडियो सन्देश के माध्यम से शुभकामनाएं भेजीं। ला मार्टीनियर फाॅर ब्वायज स्कूल के कार्यवाहक प्रिंसिपल जाॅन स्टीफन्स, विद्यालय के सचिव सुप्रियो धर ने बच्चों को प्रेरक वजन कहे। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का संचालन पहले दिन डेल रे और चंदन कुमार ने किया जबकि अंतिम दिन का  संचालन अदिति राज सिंह एवं आरव बच्छावत ने किया। धन्यवाद ज्ञापन स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक बलवंत सिंह ने किया।