Monday, August 4, 2025
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बजट 2023…जानिए क्या आपके लिए आपके बजट में

नयी दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 में लगभग हर वर्ग को खुश करने की कोशिश की है। वेतनभोगियों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया। पिछले 9 साल से टैक्स स्लैब में बदलाव का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर आई है। अब 7 लाख रुपये तक सालाना कमाने वाले व्यक्ति को कर नहीं देना होगा। इससे नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत मिली है। अपने भाषण की शुरुआत में ही वित्त मंत्री ने कहा कि यह अमृत काल का पहला बजट है। आर्थिक ग्रोथ 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है। इस दौरान संसद में ‘भारत जोड़ो’ के नारे भी लगे। दरअसल, बजट सत्र के लिए उसी समय राहुल गांधी संसद पहुंचे थे। हालांकि वित्त मंत्री अपना भाषण देती रहीं। वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान हमने सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखा न रहे इसलिए हमने 80 करोड़ लोगों को फ्री में राशन देने की योजना चलाई। यह 28 महीने तक चली है। वित्त मंत्री ने बताया कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का पूरा खर्च 2 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने उठाया। आज की वैश्विक चुनौतियों के बीच जी20 की अध्यक्षता ने हमें एक अवसर दिया है जिससे दुनिया में भारत की भूमिका को मजबूत किया जा सके। वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के साथ ही हमारी सरकार जनहित एजेंडे के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार ने 2014 से कोशिश की है कि सभी नागरिकों का जीवन स्तर बेहतर हो और प्रति व्यक्ति आय डबल से ज्यादा बढ़कर 1.97 लाख रुपये पहुंच गई है। 9 साल में भारतीय अर्थव्यवस्था 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी इकॉनमी बन गई है।

वंचितों को वरीयता…मुफ्त अनाज एक साल और

सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2 लाख करोड़ रुपये का खर्च केंद्र सरकार कर रही है। अंत्योदय योजना के तहत गरीबों के लिए मुफ्त खाद्यान्न को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। वित्त मंत्री ने नौकरियों के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराने को अपनी प्राथमिकता बताई। महिलाओं के सशक्तीकरण, पर्यटन, बिजनस माहौल को मजबूत करने की बात कही। निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था में संगठित क्षेत्र का दायरा बढ़ा है, काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। वित्त मंत्री ने अपना भाषण अंग्रेजी में दिया लेकिन ‘वंचितों को वरीयता’ की बात उन्होंने हिंदी में कही।

दो साल के लिए महिला सम्मान बचत पत्र योजना आई

दो साल के लिए महिला सम्मान बचत पत्र नाम से एक नई लघु बचत योजना का ऐलान। इसमें 2 लाख रुपये तक महिलाएं और लड़कियां पैसा जमा कर सकेंगी और इस पर 7.5 प्रतिशत का निश्चित ब्याज मिलेगा। इसमें आंशिक रूप से निकालने का भी विकल्प होगा।

वरिष्ठ नागरिक खाता स्कीम की सीमा 4.5 लाख से 9 लाख रुपये की जाएगी।

ग्रीन क्रेडिट कार्ड का नोटिफिकेशन जल्द होगा और डिजिलॉक में सुविधाएं बढ़ेंगी। 47 लाख युवाओं को तीन साल तक भत्ता मिलेगा।

क्रेडिट गारंटी योजना के लिए नौ हजार करोड़ का प्रावधान। एमएसएमई के ब्याज में एक फीसदी की छूट की घोषणा।प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.O की शुरुआत की जाएगी।​

वेतनभोगियों को कर सीमा में छूट

  • 9 लाख आय वालों को केवल 45 हजार रुपये टैक्स देना होगा।
  • 15 लाख कमाने वाले को अब 1.5 लाख टैक्स देना होगा। 20 पर्सेंट का फायदा हुआ।
बुजुर्गों के लिए खुशखबरी

वरिष्ठ नागरिक खाता योजना की सीमा 4.5 लाख रुपये से 9 लाख की जाएगी। इसका मतलब यह है कि सीनियर सिटिजन पर इस स्कीम में अधिकतम 4.5 लाख की जगह 9 लाख रुपये तक जमा करवा सकेंगे। वहीं, संयुक्त खाते में अधिकतम जमा रकम की सीमा बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दी गई है।

ये चीजें महंगी हो जाएंगी

  • सिगरेट
  • सोना
  • चांदी
  • प्लेटिनम
  • विदेश से आने वाली चांदी की चीजें
  • किचन चिमनी
ये सब चीजें सस्ती होंगी
  • कुछ मोबाइल फोन
  • इलेक्ट्रिक गाड़ियां
  • कैमरे के लेंस
  • खिलौने
  • साइकिल
  • ऑटोमोबाइल
  • एलईडी टीवी
  • बायोगैस से जुड़ी चीजें

‘पीएम प्रणाम’ की घोषणा

  • वैकल्पिक उर्वरक को बढ़ावा देने के लिए पीएम प्रणाम योजना की घोषणा की गई है। गोबरधन योजना के तहत 500 नए संयंत्रों की स्थापना की जाएगी। गोबरधन के लिए दस हजार करोड़ का प्रावधान।
  • वित्त मंत्री ने राज्यों के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि केंद्र राज्य सरकारों को एक और साल तक 50 साल के लिए बिना ब्याज के कर्ज देना जारी रखेगा।
  • मोटे अनाजों को ‘श्री अन्न’ का नाम दिया जाएगा, भारत को वैश्विक केंद्र बनाने के लिए हैदराबाद का उत्कृष्टता केंद्र काम करेगा।
  • वाहन कबाड़ नीति के लिए पर्याप्त फंड का प्रावधान किया जाएगा
  • इंजीनियरिंग संस्थानों में 5जी सेवाओं पर आधारित 100 प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी, नए कारोबारी अवसरों और रोजगार सृजन का आधार तैयार होगा।
  • 740 एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों के लिए अगले 3 साल में 38,000 टीचरों और सहायक कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी।
  • बजट में ई-कोर्ट के तीसरे चरण के लिए 7,000 करोड़ रुपये का प्रावधान।
बजट में ‘सप्तर्षि’ लक्ष्य
  • वित्त मंत्री ने इस बजट के सात लक्ष्य बताए, जिसे उन्होंने सप्तर्षि कहा। 1. समावेशी विकास 2. वंचितों को वरीयता 3. बुनियादी ढांचा और निवेश 4. क्षमता विस्तार 5. हरित विकास 6. युवा शक्ति 7. वित्तीय क्षेत्र
  • वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का बजट 66% बढ़ा दिया गया है।
  • 2014 से स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।
  • पीएम विश्व कर्मा कौशल सम्मान पैकेज के बारे में वित्त मंत्री ने बताया। इस पैकेज के तहत पारंपरिक कलाकारों और शिल्पकारों की सहायता प्रदान की जाएगी। इससे न केवल उनकी क्वॉलिटी बेहतर होगी बल्कि उनके प्रोडक्ट को एमएसएमई वैल्यू चेन के साथ इंटिग्रेट किया जाएगा। इससे उन्हें आर्थिक मदद, ट्रेनिंग और ब्रांड प्रमोशन मिलेगा।
  • निर्मला ने कहा कि बच्चों और किशोरों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा।

इसे भी पढ़ें -उद्योगों को प्रोत्साहित करने वाला एवं आम जनता के लिए राहत लाने वाला है बजट

खेती-पशुपालन पर जोर

  • वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का आर्थिक एजेंडा नागरिकों के लिए अवसरों को सुविधाजनक बनाने, विकास और रोजगार के अवसर को तेज गति प्रदान करने के साथ ही व्यापक आर्थिक स्थिरता को मजबूत करने पर केंद्रित है।
  • मंत्री ने ऐलान किया कि खेती से जुड़े स्टार्टअप को सरकार प्राथमिकता देगी। युवा उद्यमियों के कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि कोष की स्थापना की जाएगी।
  • पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन पर विशेष फोकस रखते हुए कृषि ऋण टारगेट को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।

केवाआईसी प्रक्रिया आसान होगी, 50 नए एयरपोर्ट का ऐलान

  • बजट में ऐलान किया गया है कि केवाईसी प्रक्रिया आसान की जाएगी। व्यापारियों की सुविधा बढ़ाने के लिए कई कानून हटाए गए हैं। एआई के लिए तीन उत्कृष्टता केंद्र बनेंगे। 50 नए एयरपोर्ट बनाए जाएंगे।
  • पीएम आवास योजना के लिए खर्च को 66% बढ़ाकर 79,000 करोड़ किया गया है।
  • बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यह अब तक का सबसे ज्यादा बजट है।
  • पूंजी निवेश खर्च 33% बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जा रहा है, जो जीडीपी का 3.3% होगा। महामारी से प्रभावित एमएसएमई को राहत दी जाएगी।

(साभार – नवभारत टाइम्स)

सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल का वार्षिक क्रीड़ा समारोह सम्पन्न

कोलकाता । सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल का वार्षिक क्रीड़ा समारोह हाल ही में आयोजित किया गया । कोविड के 2 साल बाद मैदान पर लौटकर छात्राएं काफी खुश दिखीं । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ओलम्पिक एथलीट एवं अर्जुन पुरस्कार विजेता राहुल बनर्जी उपस्थित थे ।छात्राओं, शिक्षिकाओं, पूर्व छात्राओं, पूर्व शिक्षिकाओं, अभिभावकों एवं शिक्षण कर्मियों ने इस अवसर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया । जुम्बा, ड्रिल, योग एवं कराटे में छात्राओं ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया । आठवीं कक्षा की विशेष जरूरतमंद छात्रा हितांशी चेतानी ने संगमरमर की स्लैब तोड़कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया । प्राथमिक विभाग की नोवैल्टी रेस पसंद की गयी । मौर्य हाउस ने अपने समग्र उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ट्रॉफी जीती और पल्लव हाउस ने मार्च पास्ट के लिए ट्रॉफी जीती ।

उद्योगों को प्रोत्साहित करने वाला एवं आम जनता के लिए राहत लाने वाला है बजट

कोलकाता । उद्योग जगत ने केंद्रीय वित्त मंत्री डॉक्टर निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए आर्थिक बजट पर उत्साहवर्द्धक प्रतिक्रिया दी है और इसे विकासोन्मुखी बजट बताया है । आइए जानते हैं कि बजट 2023 को लेकर क्या कहते हैं उद्योग जगत के धुरंधर और विद्वत जन –

सीएस (डॉ.) एडवोकेट ममता बिनानी (पूर्व अध्यक्ष, आईसीएसआई और एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम, पश्चिम बंगाल की वर्तमान अध्यक्ष) 

एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विकास उत्प्रेरक हैं। केंद्र सरकार ने इस बजट के साथ न केवल एमएसएमई क्षेत्र को सभी प्रकार के समर्थन और इसे सुरक्षा प्रदान करने के लिए न सिर्फ बहुत अच्छा काम किया है, बल्कि इससे जुड़े व्यवसायों के विस्तार का मार्ग भी प्रशस्त किया है। एंटिटी डिजिलॉकर की स्थापना, 6,000 करोड़ रुपये के लक्षित निवेश के साथ पीएम मत्स्य सम्पदा योजना की एक नई उप-योजना शुरू करना और एमएसएमई के लिए ई-कॉमर्स की सुविधा प्रदान करना प्रशंसनीय है। यह बिल्कुल नए तरीके का बजट है, जो 1 अप्रैल, 2023 को प्रभावी होगा। इस क्षेत्र में 9,000 करोड़ रुपये के बूस्ट राशि प्रदान करने के लिए सरकार की सोच को धन्यवाद। इन नीतियों और योजनाओं के माध्यम से एमएसएमई न केवल “मेक इन इंडिया” बल्कि “मेक फॉर द वर्ल्ड” में भी योगदान देंगे, जैसा कि बजट में भी इसकी कल्पना की गई है।

नीलेश शाह ( प्रबंध निदेशक , कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी)


“यह बजट बाहुबली बजट है। एक तीर से कई निशाने साधे गये हैं। वित्तीय विवेक को घाटा कम करते हुए वित्त वर्ष 26 तक राह निर्धारित कर दी गयी है । कर में कटौती करने से खपत बढ़ेगी, निवेश को प्रोत्साहित किया गया है। आँकड़े वास्तविक, प्रतिबद्धता एवं विश्वसनीयता बढ़ाने वाले हैं ।बजट में संपत्ति के मुद्रीकरण पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सकता था लेकिन बाजार की स्थितियों पर यह निर्भर करता है । सही मायनों में यह एक बाहुबली बजट है ।

दीपक अग्रवाल (सीआईओ-डेट, कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी)


केन्द्रीय वित्त मंत्री पूंजीगत व्यय में 33% की वृद्धि के साथ-साथ राजकोषीय घाटे को 6.4% से 5.9% तक कम करने का एक अच्छा संतुलन बनाने में सक्षम रही हैं। यह कदम भारतीय अर्थव्यवस्था को और अधिक लचीला बनाने में योगदान देगा। पूंजीगत व्यय में निवेश से मध्यम अवधि में उत्पादकता में वृद्धि होगी और मुद्रास्फीति को संरचनात्मक रूप से नीचे लाने में मदद मिलेगी। बजट 2023 नॉमिनल जीडीपी विकास दर और राजस्व वृद्धि अनुमान विश्वसनीय हैं।”

महेश बालासुब्रमण्यन (प्रबंध निदेशक, कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड)


बजट जनता की उम्मीदों के अनुरूप है और इसने भारत की विकास गाथा को मजबूत करने की दिशा में प्रमुख फोकस क्षेत्रों पर सही गति दी है। राजकोषीय विवेक का पालन करने और एक स्पष्ट रोड मैप तैयार करने से लेकर वित्त वर्ष 26 तक सकल घरेलू उत्पाद के 4.5% तक राजकोषीय घाटे के लिए, 10 ट्रिलियन रुपये के कैपेक्स परिव्यय पर जोर, हरित विकास पर ध्यान, 20 ट्रिलियन रुपये का कृषि ऋण, बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए ग्रामीण और सामाजिक क्षेत्र, व्यापार करने में आसानी के लिए पहल 39,000 कानूनों को कम और समेकित करके और व्यक्तिगत आयकर में राहत देकर, बजट भारत के लिए सही प्रोत्साहन प्रदान करता है क्योंकि यह वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करता है। बजट उपभोक्ताओं के लिए भी अच्छा रहा है, खासकर मध्यम वर्ग जो खर्च को बढ़ाने में मदद करेगा , बढ़ती खपत और मांग इस प्रकार समग्र अर्थव्यवस्था की मदद करती है।”

सुरेश अग्रवाल (एमडी और सीईओ, कोटक महिंद्रा जनरल इंश्योरेंस कंपनी )

 

“मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं से एक पायदान ऊपर, बजट में महिलाओं और युवाओं पर विशेष जोर दिया गया है जो इसे वास्तव में नागरिक केंद्रित बनाता है। सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख बने रहने के लिए दुनिया में अर्थव्यवस्था, यह आयकर छूट के माध्यम से करदाताओं की क्रय शक्ति में सुधार करने, प्रत्यक्ष करदाताओं के लिए बढ़ी हुई शिकायत निवारण तंत्र और निवेश पर पूंजीगत लाभ से पूंजीगत कटौती के माध्यम से सरकार की मंशा को प्रदर्शित करता है, जबकि मुद्रास्फीति को संबोधित करने के लिए समग्र रूप से विवेकपूर्ण है। घरेलू उद्योगों का समर्थन करने के लिए कई पहलों के साथ, बजट वैश्विक मंदी के बीच भारत को एक लचीली स्थिति में रखने के लिए सकारात्मक भावनाओं को निर्धारित करता है।”

ए.के. पांडेय (वरिष्ठ शिक्षक, श्री जैन विद्यालय) 

बहुत बढ़िया बजट है । सरकार ने न सिर्फ कैपेक्स को बढ़ाकर 10 लाख करोड़ किया बल्कि राजकोषीय घाटा भी संतुलित रखा । आयकरदाताओं के लिए कर सीमा में छूट एक बड़ी राहत है और पूंजीबाजार के लिए कुछ भी नहीं है । मसलन अगर एक व्यक्ति की आय 7.10 लाख रुपये सालाना है तो कर कुल 26000 रुपये है मगर आय 7 लाख से कम है तो कर नहीं लगेगा ।

बजट से सभी को होगा लाभ, कृषि एवं ग्रामीण व्यवस्था को मिलेगा प्रोत्साहन – नमित बाजोरिया

मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में बजट 2023 पर चर्चा

कोलकाता । मर्चेंट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में बजट 2023 पर चर्चा आयोजित की गयी । एमसीसीआई ने केंद्रीय वित्त मंत्री, श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए 5वें बजट की सराहना की है । एमसीसीआई के अध्यक्ष नमित बाजोरिया ने कहा कि बजट अच्छा है और इससे पूरी आबादी को फायदा होने जा रहा है । इसने कृषि क्षेत्र और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक जोर दिया है । इसने एमएसएमई पर जोर दिया है और सबसे महत्वपूर्ण रूप से बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर जिसका रोजगार सृजन सहित अर्थव्यवस्था पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बजट ने सात पहलुओं पर प्राथमिकता दी है। . , सप्तर्षि, समावेशिता, उत्पादकता, वृद्धि, युवा, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, और आत्मनिर्भर स्वच्छ संयंत्र कार्यक्रम के लिए क्लस्टर आधारित और मूल्य श्रृंखला को अपनाने पर जोर देने के साथ।
कृषि त्वरण योजना के तहत स्टार्ट अप को लाया गया है और इस योजना के लिए 2,200 करोड़ रुपये का परिव्यय किया गया है। कृषि ऋण लक्ष्य 2.4 लाख करोड़ रुपये रखा गया है और मछुआरों के विकास के लिए 6,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। देश को श्रीअन्न योजना (सात प्रकार के बाजरे) के लिए झोपड़ी बनाने की वित्त मंत्री की घोषणा का बाजोरिया ने स्वागत किया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन, जिसमें से 2.04 करोड़ रुपये भारतीय रेलवे के लिए है, एक बहुत ही स्वागत योग्य कदम था। यह लगातार तीसरा वर्ष रहा है कि बुनियादी ढांचे पर आवंटन में वृद्धि की गई और इस वर्ष यह पिछले वर्ष के आवंटन से 33% की वृद्धि के साथ सकल घरेलू उत्पाद का 3.3% हो गया। भारतीय रेल को अब तक का सर्वाधिक आवंटन किया गया।
बजट में रखी गई कई अन्य पहलों में से एमसीसीआई के अध्यक्ष ने क्रेडिट गारंटी योजना में 9,000 करोड़ रुपये के इन्फ्यूजन का स्वागत किया जिससे एमएसएमई को 2 लाख करोड़ रुपये के कोलैक्टेरल फ्री लोन (संपार्श्विक मुक्त ऋण) मिल सके। उन्होंने अनुमानित कराधान योजना का स्वागत किया, जिसमें सीमा को 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये कर दिया गया है। बुनियादी ढांचे में सुधार, एलआईजी आवास को बढ़ावा देने, शहरी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए नगरपालिका बांड जारी करने, उर्वरक के वैकल्पिक उपयोग (पीएम प्रणाम) के माध्यम से सर्कुलर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राज्यों को 50 साल का ब्याज मुक्त ऋण, जिसके लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। , ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम, विश्वास को विवाद में संशोधन के लिए जन विश्वास बिल और ई-कोर्ट के तीसरे चरण के लिए 7000 करोड़ रुपये के आवंटन का राष्ट्रपति द्वारा स्वागत किया गया।
औद्योगिक उपयोग के विभिन्न आदानों के आयात पर सीमा शुल्क में कमी और आयकर स्लैब को और कम करने का स्वागत किया गया है, हालांकि वह नई और पुरानी आयकर व्यवस्था के बीच वास्तविक अंतर के बारे में थोड़ा आशंकित रहे।

व्यक्ति और सत्ता को ही नहीं, सृष्टि को भी ध्वस्त कर सकता है स्त्री का आक्रोश

– कृतिऋचा सिंह

एक स्त्री की आह में इतना हुंकार होता है कि जिसके लिए वो सिसक ले उस व्यक्ति एवं सत्ता का उग्र मार्तंड भी अस्त करने में प्रकृति देर नहीं करती । ऐसे ही नहीं महादेव समस्त संसार के संहार के लिए व्याकुल हुए । ऐसे ही नहीं मां सती की मनोदशा ने दक्ष के यज्ञ का सर्वनाश कराया ।

नहीं सहन था शिव के समीप नंदा का आना, नहीं कर सकी जगतजन्नी शिव के इस परिहास को क्षमा । अग्नि कुण्ड ही रहा निमित्त समस्त ब्रह्माण्ड को देना पड़ा इसका मूल्य । कैसे कर सकती थीं वागेश्वरी अधिष्ठात्री अपने अधिकार के यज्ञ में वामभाग गायत्री को ? नहीं ले सकती थीं त्याग का पारितोषिक । मूक वेदना में सीमित होगया ब्रह्म का आस्तित्व । गंगा ने भी दिया था पीड़ित मन से श्राप ।

ऐसे ही नहीं विसर्जित किया हस्तिनापुर ने अपने अस्थियों को जलप्रवाह में । ऐसे ही नही द्वारिका जलमग्न हुई ऐसे ही नहीं मिला कोई मोल राधा की सिसकियों का जिसने रुक्मिणी के अस्तित्व मात्र से कितना विछोह सहा । क्या दुःख का कोई अंत रहा होगा उन 16 हज़ार रानियों के जिनके लिए श्री कृष्ण सबके थे । हां थे पालनहार पर कौन कर पाएगा सहन बराबर के बटवारे को ? कैसे अंतस्थ से द्रौपदी ने स्वीकार किया होगा ? सरयू ने सबको सिंचित किया । ऐसे ही नहीं कितनी ही अग्निपरीक्षा मां जानकी ने दी ।

क्या दुःख रहा होगा ? कैसे उर्मिला ने स्वर्णिम दीवारों को बनाया होगा सहचरी ? अपने आहत मन को , मंदोदरी के मन पर पड़े प्रहार पर ऐसे ही नहीं ध्वस्त हुई होगी दशानन की स्वर्णिम लंका । किसने देखा होगा नागमति की आंखो से रिसते दर्द के अंगारे को ? ऐसे ही नहीं विध्वंश के नाम चढ़ा वीर राजपूताना का गौरव । आह कैसी सुंदर कांति थी ! कैसे लीलने को आतुर हो गया ? बहुत कोमल होती है परन्तु समस्त ब्रह्माण्ड को उद्विग्न करने का सामर्थ्य होता है उसमें ।

ऐसे ही नहीं बाजीराव को मनमीत से मनोवृति के मानसिक विकार मिले । ऐसे ही इतिहास नहीं बना । सर्वस्व होती है फिर भी इतिहास को निर्मित होना है। हर एक काल के चक्र को बताना है पुनः वहीं से निर्मित हुआ इतिहास । पुनः स्त्री ही रही अपने मन से आहत, निर्विकार । नहीं समझा मानव । पुनः किया वहीं कपट, दंभ, अभिमान जिसका परिणाम तय था ।
निष्कर्ष का आह्वान । फिर कहीं नारी मन हताहत हुआ । फिर इतिहास ने किया शंखनाद।। किसी के सुमेरू से मान मन का होगा अस्त । ऐसे ही नहीं होती वह निर्माता । उनके ही हाथो में होता है ध्वंस का दंड । फिर कैसे रह जाते है हर युग में अनभिज्ञ उनकी ही सिसकियों से अज्ञ हर काल के सशक्त इतिहासकार।

भवानीपुर कॉलेज ने सौ स्वतंत्रता सेनानियों को दी सलामी 

कोलकाता । भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने सरस्वती पूजा के साथ साथ गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व उल्लास और उमंग के साथ मनाया। कॉलेज के अध्यक्ष रजनीकांत दानी ने इस अवसर पर अपनी शुभकामनाएं दीं। आजादी के 74वें अमृत महोत्सव पर सौ स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया गया। कॉलेज मैनेजमेंट के पदाधिकारियों में प्रदीप सेठ, जितेंद्र भाई शाह, योगेश भाई दोशी, पंकज भाई शाह, उमेश भाई ठक्कर, जोगेश भाई शाह, मिथेश भाई मेहता, भवानीपुर डिजाइन अकादमी की रेणुका भट्ट और भवानीपुर गुजराती स्कूल के हेडमास्टर ब्रजभूषण सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही। झंडे को फहराया अध्यक्ष रजनीकांत दानी ने और सभी विद्यार्थियों और शिक्षक गणों ने राष्ट्रीय गीत को एक साथ गाया। इस अवसर पर भवानीपुर स्कूल और कॉलेज की एनसीसी कैडेटों ने मार्चपास्ट करते हुए झंडे को सलामी दी। बाद में लोकतांत्रिक भारत देश के संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा कॉलेज के डीन प्रो दिलीप शाह ने जिसको सभी ने एकसाथ दोहराया।
सभी विद्यार्थियों और शिक्षक गणों ने सरस्वती पूजा और आरती की। इस अवसर पर भवानीपुर कॉलेज के उन्तिस शिक्षक शिक्षिकाओं को यूजीसी द्वारा स्वीकृत जर्नल में प्रकाशित आलेखों, पुस्तकों और पीएचडी पर सरस्वती सम्मान 2023 प्रदान किया गया। प्रत्येक वर्ष सरस्वती पूजा पर यह सम्मान दिया जाता है जिसमें उत्तरीय, उपहार और धनराशि दी जाती है।
डॉ वसुंधरा मिश्र ने बताया कि एनसीसी केडट सेरेमनी के अंतर्गत महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करने वाले कैडेटों को आर्मी के अतिथि प्रमुख ने सम्मानित किया और प्रो दिलीप शाह को कैप से नवाजा।
वर दे वीणावादिनी पर कॉलेज के फ्लेम कलेक्टिव ने नृत्य प्रस्तुति दी । भवानीपुर स्कूल के आईसीएसई और आईसीएस के विद्यार्थियों ने देश गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कॉलेज की ओर से सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा के उपहार छात्रा अंजली कृपलानी और छात्र समर्थ कुमार को दी गई वहीं हेडमास्टर ब्रजभूषण सिंह और शिक्षिका अरविंदर कौर को दिया गया। निर्णायक मंडल में रेणुका भट्ट और डॉ वसुंधरा मिश्र रहे। इस अवसर पर गैर शैक्षणिक कर्मचारियों ने सरस्वती पूजा का प्रसाद फल और लड्डू दिए गए और महाप्रसाद में शिक्षकों को खिचड़ी पूडी सब्जी बैंगुनी चटनी पापड़ और गुलाब जामुन दिए गए वहीं सभी विद्यार्थियों को सैंडविच ढोकले चिप्स और मीठे के डिब्बे दिए गए। अंत में, सभी विद्यार्थियों ने नृत्य करते हुए कॉलेज की टर्फ पर एक साथ डीजे के साथ संगीत गीत का आनंद लिया। कार्यक्रम का संचालन किया समीक्षा खंडूरी, तुषिता चुगानी ने और संयोजन किया डीन प्रो दिलीप शाह ने ।

साहित्यिकी ने कथाकार मन्नू भंडारी की स्मृति में आयोजित की संगोष्ठी

कोलकाता । ‘साहित्यिकी’ परिवार की ओर से ‘मन्नू जी को याद करते हुए’ जनसंसार सभाकक्ष में ‘ संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ मंजु रानी गुप्ता के स्वागत- अभिनंदन से हुआ।
लिटिल थेस्पियन की निदेशक व अभिनेत्री उमा झुनझुनवाल ने मन्नू भंडारी की कथा वाचन करते हुए कहा कि ‘पत्नी और प्रेमिका के बीच संतुलन बना कर चलना तलवार की धार पर चलने के समान है।’ ऋतु डागा ने स्पष्ट किया कि मन्नू जी का कथासाहित्य जनसमाज से जुड़ा हुआ है । ‘आपका बंटी’ उस समय लिखा गया जब समाज में विवाह विच्छेद कम होते थे। मन्नू जी ने स्त्री-पुरुष के त्रिकोण द्वारा जीवन की ज्वलंत समस्याओं को दिखाया है । मन्नू जी का लेखन हिन्दी सिनेमा से भी जुड़ा। सिनेमा से जुड़कर साहित्य अधिक विस्तार पा सकेगा।
ताज़ा टी. वी. के निदेशक विश्वम्भर नेवर ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट किया कि मन्नू जी एक शिक्षिका थीं और शिक्षक अपने परिवेश को गहराई से ऑब्जर्व करता है। पढ़े-लिखे समाज की विडंबनाओं व संवेदनाओं को मन्नू जी ने समझा और उसे अभिव्यक्ति दी। नेवर जी ने कहा ‘उनकी धारावाहिक कथाओं को पढ़ कर ही मैंने लिखना सीखा। सुधा अरोड़ा ने कहा कि मन्नू जी उनकी फ्रेंड, फिलासफर और गाईड थीं । उनके लेखन व भाषा में एक लय है।उनकी भाषा सीधी और सरल है। उन्होंने शिक्षण और लेखन दोनों काम एकसाथ किया । वरिष्ठ सदस्या रेणु गौरीसरिया ने कहा कि मन्नू जी प्रेम और श्रद्धा की मूर्ति थीं ,विद्यार्थियों को पढ़ने की प्रेरणा देती थीं । मन्नू जी की सुपुत्री, ‘हंस’ की प्रबंध निदेशक रचना यादव ने मन्नू जी के दैनिक जीवन के विविध आयामों पर चर्चा करते हुए कहा कि माँ उनकी प्रेरणा थीं , उन्होंने उन्हें आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी और कहा कि समाज को कुछ दो। माँ उनको अकेलेपन एहसास नहीं होने देती थीं । घर में बराबर साहित्यिक गोष्ठियाँ होती थीं । विद्या भंडारी ने अध्यक्षीय भाषण में सभी के वक्तव्य की सराहना करते हुए, धन्यवाद ज्ञापन किया ।
कार्यक्रम का सफल और जीवंत संचालन आकाशवाणी एवं एफ एम रेनबो की उद्घघोषिका एवं जानी मानी कवयित्री सविता पोद्दार ने किया।साहित्यिकी की अन्य सदस्याएं वसुंधरा मिश्र, सुषमा हंस के साथ महानगर के कवि विशन सिखवाल, कवयित्री नीतू सिंह भदौरिया, मीतू कनोड़िया, नीता अनामिका, श्रद्धा टिबरीबाल व अन्य साहित्यनुरागी अच्छी खासी संख्या में उपस्थित थे ।

द हेरिटेज स्कूल में विंटर कार्निवल ‘कोलाहल’ आयोजित

कोलकाता । द हेरिटेज स्कूल में हाल ही में विंटर कार्निवल ‘कोलाहल’ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात शास्त्रीय संगीत गायिका कौशिकी चक्रवर्ती एवं विजुअल आर्टिस्ट सुशांत पाल उपस्थित थे । कार्निवल में 5 हजार से अधिक विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने कई गतिविधियों में भाग लिया । इन गतिविधियों में क्ले मॉडलिंग, गायन, नृत्य समेत कई अन्य गतिविधियाँ शामिल थीं । इस अवसर पर केबेटी द्वारा विशेष जरूरतमंद बच्चों के लिए संचालित स्कूल सूर्य किरण के बच्चों ने भी नृत्य प्रस्तुति दी । सुशांत पाल ने कार्निवल में आयोजित सांस्कृतिक एवं कलात्मक गतिविधियों की सराहना की । कौशिकी चक्रवर्ती ने विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा करते हुए बधाई दी । द हेरिटे स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सप्रू ने शिक्षक – शिक्षिकाओं की सराहना की । राष्ट्रीय शिक्षा नीचि 2020 को ध्यान में रखते हुए रिसाइक्लिंग, सृजनात्मकता एवं समग्र शिक्षा पर कार्निवल में जोर दिया गया ।

द हेरिटेज स्कूल कोलकाता श्री श्री पुरस्कार समारोह का उपविजेता

कोलकाता । द हेरिटेज स्कूल को शिक्षा के क्षेत्र में समग्र योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया है । बंगलुरू में आयोजित एक समारोह में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में श्री श्री अवार्ड्स का उपविजेता बना । गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के हाथों केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. आर के रंजन सिंह, कर्नाटक के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री बी. सी. नागेश, ड्रेपर एसोसिएट्स के संस्थापक टिम ड्रेपर, की उपस्थिति में हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ प्रदीप कुमार अग्रवाल ने पुरस्कार ग्रहण किया । स्कूल को यह पुरस्कार विशेष जरूरतमंद बच्चों के लिए समग्र शिक्षा, मूल्यपरक शिक्षा और नवोन्मेष यानी इनोवेशन के लिए दिया गया। इस श्रेणी में प्रथम पुरस्कार शंकर विहार के आर्मी पब्लिक स्कूल को मिला । हेरिटेज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सीईओ प्रदीप कुमार अग्रवाल ने कहा कि गुरुदेव से सम्मान प्राप्त करके हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं । द हेरिटेज स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सप्रू ने सफलता का श्रेय शिक्षक – शिक्षिकाओं के अथक परिश्रम को देते हुए उनको बधाई दी और अभिभावकों के योगदान की भी सराहना की ।

प्रेसिडेंसी अल्यूमनी एसोसिएशन के साथ ऑटिज्म के प्रति जागरुक करेगा एमसीसीआई

कोलकाता । मर्चेन्ट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री प्रेसिडेंसी अल्यूमनी एसोसिएशन के साथ मिलकर ऑटिज्म के प्रति जागरुकता लाएगा । प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस 20 जनवरी पर इसे लेकर शपथ ली गयी । एमसीसीआई प्रेसिडेंसी अल्यूमनी एसोसिएशन कलकत्ता का चेम्बर सहयोगी है और इसका एनजीओ सहयोगी शुम्पुन फाउंडेशन है। एमसीसीआई की तरफ से पास्ट प्रेसिडेंट ने विशाल झांझरिया ने शपथ ली । इसके पूर्व एमसीसीआई की ओर से अध्यक्ष नमित बाजोरिया, प्रेसिडेंसी अल्यूमनी एसोसिएशन कलकत्ता के अध्यक्ष सुतीर्थ भट्टाचार्य, शुम्फुन फाउंडेशन की निदेशक मजुलिका मजुमदार ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किये । इसके तहत ही ऑटिज्म स्पेक्ट्रेम डिर्सॉडर (एएसडी) के प्रति जागरुकता लाने के प्रति साझीदारी हुई है ।