कोलकाता ः कलकत्ता विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा दिवंगत कवि केदारनाथ सिंह की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी। इस सभा में विद्यार्थियों तथा शोधार्थियों ने कवि को याद करते हुए अपने संस्मरण साझा किये। इसके साथ ही उनकी कविताओं की आवृति और आलेख पाठ भी किया गया। सीयू की हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. राजश्री शुक्ला ने कवि के साथ अपनी स्मृतियाँ साझा करते हुए उनकी सहजता को उनकी विशेषता बताया। उन्होंने कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय में व्याख्यान के लिए कवि केदारनाथ सिंह का आना एक लम्बी प्रतीक्षा के अंत जैसा था। उनका वक्तव्य किसी बुजुर्ग के आशीर्वचनों जैसा था और उन्होंने हमेशा नयी पीढ़ी को उत्साह बढ़ाकर प्रोत्साहित किया। उनकी कविताओं की कई पँक्तियों का प्रयोग आज हिन्दी में मुहावरों की तरह किया जा रहा है। वे अपनी आत्मीयता को बाँटते हुए गये हैं। सभा में बंगवासी कॉलेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष आशुतोष कुमार, काँचरापाड़ा कॉलेज की हिन्दी विभागाध्यक्ष सुनीता मंडल तथा सीयू के हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर राम प्रवेश रजक ने भी विचार रखे।