कोलकाता । अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा कि शुद्ध गणित तार्किक विचारों की कविता है।भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने गत 25 नवंबर को देबदीप चक्रवर्ती के साथ मैथ्स मैजिक पर एक मजेदार सत्र इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया। सोफिया परवीन ने वक्ता देबदीप चक्रवर्ती का परिचय दिया। तकनीकी कौशल और प्रबंधकीय कौशल के जानकार इंजीनियरिंग में स्नातक और प्रतिष्ठित बी-स्कूल, टीएपीएमआई से एमबीए में 99.8 प्रतिशत से शिक्षा प्राप्त की । प्रो. पिंकी साहा सरदार ने अतिथि वक्ता का अभिनंदन और प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी, समन्वयक बी.कॉम (मॉर्निंग) ने गर्मजोशी भरे वक्तव्य से स्वागत किया। चक्रवर्ती ने बताया कि वर्तमान में वे आईएमएस कोलकाता में मुख्य संरक्षक के रूप में कार्यरत हैं।अपने वक्तव्य में कहा कि उनकी प्रतिबद्धता प्रतिभा का पोषण करने और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की है। उनका अटूट समर्पण और विशेषज्ञता उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में एक अमूल्य संपत्ति बनाती है। उन्होंने कई छात्रों को प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने में मदद की है और उन्हें जादुई गणित के गुर सिखाए हैं। सत्र में लगभग 100 उत्साही छात्र भाग ले रहे थे। उन्होंने वैदिक गणित की विभिन्न युक्तियों को प्रदर्शित करते हुए एक पावरप्वाइंट प्रस्तुति प्रस्तुत की। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को गणितीय समस्याओं को हल करने के लिए दिलचस्प और आसान तकनीक सिखाना और उन्हें विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में बैठने के लिए तैयार करना था। चक्रवर्ती ने छात्रों से पूछा कि किसी भी क्षेत्र में जीवित रहने के लिए वे कौन से दो विषयों को आवश्यक और महत्वपूर्ण मानते हैं। छात्रों ने कोरस में गणित और अंग्रेजी के लिए जोर से बात की जो सही उत्तर था। उन्होंने छात्रों को समझाया कि कर गणना और ऋण गणना, धन प्रबंधन और व्यय प्रबंधन के लिए गणित आवश्यक है। चक्रवर्ती द्वारा दिखाए गए पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन से छात्रों को वैदिक गणित के गुर सिखने में मदद मिली। उन्होंने आधार विधि सिखाई, जो हमें बड़ी गुणन समस्याओं को कुछ ही सेकंड में हल करने में मदद करती है। उन्होंने परिचारकों को एक रैखिक विधि सिखाकर भी प्रबुद्ध किया और उस विधि का उपयोग करके कुछ गणितीय समस्याओं को हल किया। सत्र के अंत में एक प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई जिसमें 1 से 5 अंकों के प्रश्न शामिल थे। सभी प्रश्न तीस सेकेंड के निर्धारित समय में हल करने थे। यह मनोरंजक था कि छात्र सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे और समस्या समाधान में संलग्न होते हैं और मज़ेदार तरीके से गणित सीखने का आनंद लेते हैं। सभी समस्याओं और उत्तरों पर छात्रों और चक्रवर्ती द्वारा चर्चा की गई। इस सत्र ने छात्रों पर यह प्रभाव डाला कि गणित कठिन नहीं है, यह दिलचस्प है। हमें बस सबसे कठिन समस्याओं को हल करने के सरल तरीके जानने की जरूरत है। कुल मिलाकर यह कॉलेज के छात्रों के लिए मज़ेदार और सीखने का एक समृद्ध अनुभव था।रिपोर्ट कासिस शॉ और फोटोग्राफी पपन दास ने किया। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।