वैगन निर्माण पर निर्भरता 50 प्रतिशत कम हुई
कोलकाता । ब्रेथवेट एंड कम्पनी लिमिटेड ने अपने राजस्व के लिए वैगन निर्माण पर निर्भरता 50 प्रतिशत कम कर दी है । 2022 में कम्पनी की आय 764 करोड़ रुपये रही और वित्त वर्ष 2023 में कम्पनी को राजस्व में 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1 हजार करोड़ रुपये के टर्नओवर की उम्मीद है । मर्चेन्ट्स चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित परिचर्चा सत्र को सम्बोधित करते हुए ब्रेथवेट एंड कम्पनी लिमिटेड के चेयरमैन एवं एम डी यतीश कुमार ने यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि 2017 में ब्रेथवेट एक बीमार इकाई थी और कम्पनी की नेट वर्थ 2017 -18 में जहाँ 5.8 करोड़ रुपये थी । यहीं से बदलाव शुरू हुआ और अब चालू वित्त वर्ष में 200 करोड़ रुपये हो जायेगी ।
कुमार ने कहा कि “2018-19 में हमारा 98 प्रतिशत राजस्व वैगनों से आता था, लेकिन हमने घाटे से उबरने के लिए नए क्षेत्रों में विविधीकरण के माध्यम से निर्भरता को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है। कम्पनी ने 4 साल में 11 नये व्यवासयिक द्वार खोले हैं और हर माह 1 हजार वैगन कम्पनी बना रही है ।
हमने बड़े पैमाने पर सेवा क्षेत्र में प्रवेश किया है जैसे – ओ एंड एम, सिविल निर्माण, कंटेनर निर्माण, फाउंड्री, सामग्री हैंडलिंग और सौर उर्जा जैसे क्षेत्र । रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत काम कर रहे इस पीएसयू का लक्ष्य 2025 तक 2,500 करोड़ रुपये के राजस्व का है । इसके बाद वह पूँजी बाजार में प्रवेश के लेकर विचार करेगा । यतीश कुमार ने कहा कि कम्पनी के पास 500 करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक है और फिलहाल घरेलू बाजार प्राथमिकता है । ब्रेथवेट सौर उर्जा के क्षेत्र में भी प्रवेश कर रही है और डीवीसी के साथ 10 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगा रहा है औप महाराष्ट्र के लिए 500 मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगा रहा है ।
ध्यातव्य है कि कम्पनी को मिनी रत्न -1 का दर्जा प्राप्त है और अब महारत्न का दर्जा पाने हेतु प्रयासरत है और कुछ वर्षों में इसे प्राप्त कर लिया जाएगा । स्वागत भाषण एमसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अतुल चूड़ीवाल ने दिया । धन्यवाद ज्ञापन एमसीसीआई की लॉजिस्टिक्स, ट्रान्सपोर्ट एवं शिपिंग कमेटी के चेयरमैन लवेश पोद्दार ने दिया ।