पुणे : कई रहस्यपूर्ण उपन्यासों सहित 1,200 से अधिक पुस्तकें लिखने वाले प्रसिद्ध मराठी कथाकार गुरुनाथ नाईक का लंबी बीमारी के बाद महाराष्ट्र में निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। नाईक के पारिवारिक सूत्रों ने गुरुवार को उनके निधन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मूल रूप से गोवा के रहने वाले नाईक का निधन बुधवार शाम को पुणे के अस्पताल में हुआ।
सोलह साल पहले मस्तिष्क पक्षाघात से पीड़ित होने के बाद से वह लिखने में अक्षम थे। उनका उपचार चल रहा था। नाईक ने 1970 से 1982 के बीच 700 से अधिक रहस्यपूर्ण उपन्यास लिखे और अपनी किताबों में कई काल्पनिक रहस्यमयी चरित्र गढ़े।
‘जहरी पे’, ‘कैबरे डांसर’, ‘महामानव’, ‘रक्तचा पौस’ उनकी कुछ लोकप्रिय पुस्तकों में शामिल हैं। उन्होंने अपनी कहानियां आकाशवाणी पर भी सुनाईं। नाईक ने लातूर में एक मराठी समाचार पत्र के संपादक के तौर पर भी सेवाएं दीं।
(साभार – दैनिक भास्कर)