कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हैट्रिक जीत दर्ज करने वालीं टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी एक बार फिर से राज्य की मुख्यमंत्री बन गई हैं। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर आज यानी बुधवार को लगातार तीसरी बार राजभवन में शपथ ग्रहण किया। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को राज्यभवन में मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, निवर्तमान सदन के नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान और माकपा के वरिष्ठ नेता बिमान बोस को कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया था। ममता बनर्जी ने एक दशक से अधिक पहले सिंगुर और नंदीग्राम में सड़कों पर हजारों किसानों का नेतृत्व करने से लेकर आठ साल तक राज्य में बिना किसी चुनौती के शासन किया। आठ साल के बाद उनके शासन को 2019 में तब चुनौती मिली जब भाजपा ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर अपना परचम फहरा दिया। ममता बनर्जी (66) ने अपनी राजनीतिक यात्रा को तब तीव्र धार प्रदान की जब उन्होंने 2007-08 में नंदीग्राम और सिंगूर में नाराज लोगों का नेतृत्व करते हुए वाम मोर्चा सरकार के खिलाफ राजनीतिक युद्ध का शंखनाद कर दिया और सत्ता में आईं। 292 सीटों (2 सीटों पर चुनाव नहीं हुए) में से तृणमूल के खाते में 213 सीटें गईं, जबकि भाजपा को 77 सीटें मिली हैं।