मुम्बई : ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ टीवी का लोकप्रिय धारावाहिक है। शो में हर किरदार अपनी अनूठी अदाकारी से लोगों को खूब हंसाते है। यह शो 28 जुलाई 2008 को शुरू हुआ था। शो में अब्दुल यानी शरद सांकला का किरदार लोगों को खूब पसंद है। शरद ने 35 से ज्यादा फिल्मों में भी काम किया है, लेकिन इसके बाद भी वो 8 साल तक बेरोजगार थे लेकिन तारक मेहता सीरियल को साइन करने के उनकी जिंदगी बदल गयी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा। शरद ने अपनी पहली फिल्म 1990 में ‘वंश’ से इंडस्ट्री में कदम रखा था। इस फिल्म में शरद ने ‘चार्ली चैप्लिन’ की भूमिका अदा की थी। इस फिल्म में शरद को 50 रुपए प्रति दिन के मिलते थे।
इसके बाद शरद खिलाड़ी, बाजीगर और बादशाह जैसी कई बड़ी फिल्मों में भी नजर आए। लेकिन इसके बाद शरद 8 सालों तक जॉबलेस रहे। शरद ने एक इंटरव्यू में बताया था कि इन आठ सालों में मैं अपना पोर्टफोलियो लेकर प्रोड्यूसर्स के दरवाजे खटखटाता फिरता था। नाम होने के बावजूद काम नहीं मिला मुझे।
मुझे सरवाइव करना था तो असिस्टेंट डायरेक्टर, कोरियोग्राफर और कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर मैंने काम करना शुरू किया। कुछ कैमियो भी किए। लेकिन बड़ा कुछ नहीं मिला। फिर मैंने ‘तारक मेहता…’ ज्वॉइन किया और फिर मुड़कर नहीं देखा।
शरद ने बताया कि शुरुआत में मैं महीने में 2-3 दिन शूट करता था। लेकिन चरित्र लोकप्रिय हो गया और लोग मुझे शरद न सही अब्दुल के रूप में जानने लगे। कभी 50 रुपए कमाने वाले शरद को आज तारक शो के लिए 35 से 40 हजार रुपए मिलते हैं। उनका खुद का मुंबई में घर है और उनके दो रेस्तरां भी है, जो मुम्बई में है।