घर में अगर बुजुर्ग हैं तो आपकी मदद कर सकते हैं ये उपकरण

जब भी आप घर से बाहर होते हैं तो घर में मौजूद बुज़ुर्गों की चिंता बनी रहती है। कहीं उन्हें किसी चीज की आवश्यकता तो नहीं या बाहर किसी व्यक्ति से उनको खतरा तो नहीं, ये सभी चिंताएं होना लाजमी है। सिर्फ यही नहीं, उन्हें रोजमर्रा के कामों में भी परेशानी हो सकती है। ऐसे में, खास वृद्धों के लिए बनाए गए उपकरण काम के होंगे। सोनाक्षी सक्सेना बता रही हैं बुजुर्गों की मदद करने वाले गैजेट्स के बारे में…


यह सिक्योरिटी अलार्म सिस्टम खिड़की या दरवाजों पर लगा सकते हैं। किसी तरह की आपात स्थिति के लिए ये सावधान करता है। वहीं हर दरवाजे पर लगे मोशन सेंसर हलचल मिलने पर अलर्ट करते हैं। यह सिर्फ अनचाहे आगुंतक ही नहीं बल्कि आग, जहरीली गैस या चिकित्सा जरूरतों के लिए भी अलर्ट देता है।

इसमें पूरे महीने की दवाइयां समय और दिन के अनुसार रख सकते हैं। इसमें दवाइयां लॉक रहती हैं। दिन और समय के मुताबिक सैटिंग करनी होती है। जब दवाइयां लेने का समय होता है तो इसमें अलार्म बजने के साथ-साथ फ्लैश लाइट जलने लगती है और दवाएं लॉक से बाहर आ जाती हैं।


घर के अंदर और बाहर बुज़ुर्ग व्यक्ति को आपकी मदद की आवश्कता पड़ सकती है। उन्हें मेडिकल इमरजेंसी डिवाइस घड़ी या लॉकेट पहना सकते हैं। इसमें पैनिक बटन होता है ताकि एसओएस की मदद के लिए कॉल किया जा सके। ये वॉटरप्रूफ भी होता है, इसलिए बुज़ुर्ग बाथरूम में भी इसे पहने रखकर निश्चिंत हो सकते है।


इस उम्र में बार-बार उठने में समस्या होती है तो ऑल इन वन रिमोट कंट्रोल मददगार हो सकता है। यह रिमोट मोबाइल में होता है। इससे पंखा, लाइट आदि चालू या बंद कर सकते हैं। जिनके जोड़ों में दर्द है, उन्हें बार-बार उठने की जरूरत नहीं रह जाएगी। अगर घर में स्मार्ट लॉक सिस्टम लगा है तो इससे दरवाजा लॉक या अनलॉक कर सकते हैं। वीडियो कैमरा भी एक्सेस कर सकते हैं।


बाथरूम इस्तेमाल करते वक्त खड़े होने में दिक्कत न हो इसके लिए टॉयलेट के दोनों तरफ होल्डर लगा सकते हैं। इन्हें शावर, नल के आसपास और सिंक के दोनों तरफ भी लगाया जा सकता है। बाथरूम के लिए बेंच भी उपयोग कर सकते हैं। इसमें भी होल्डर्स लगे होते हैं ताकि बुज़ुर्ग आसानी से उठ और बैठ सकें।


दिनभर घर में रहकर ऊब महसूस न हो इसलिए मनोरंजन भी बहुत जरूरी है। अगर वृद्ध दिनभर घर में रहते हैं तो उनके लिए स्मार्ट स्पीकर्स लगा सकते हैं। इसे टीवी या टैब से कनेक्ट किया जा सकता है। इस तरह वे आंखों पर बिना ज़ोर डाले स्पीकर को सिर्फ कमांड देकर पसंदीदा चैनल या गाने लगा सकते हैं। इसके लिए उन्हें किसी रिमोट या बटन की भी जरूरत नहीं होगी। उनका समय भी अच्छा गुजरेगा।


यह कैमरा घर और बाहर लगा सकते हैं, जो 360 डिग्री में घूमकर पूरे घर पर नजर रखता है। इसे ऐप की मदद से उपयोग में लिया जाता है। यह घर के आसपास होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखता है। यदि कोई अनजान व्यक्ति नजर आता है तो मोबाइल ऐप की मदद से आप उससे पूछताछ कर सकते हैं।


अगर किसी बुज़ुर्ग को डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी है तो जीपीएस डिवाइस को घड़ी या लॉकेट के रूप में पहना सकते हैं। इसे मोबाइल से ट्रैक कर सकते हैं। घर से दूर रहकर भी उन पर नजर रखी जा सकती है। यदि वे घर से बाहर चले जाते हैं तो उनका पता आसानी से लगाया जा सकता है। इसमें सुरक्षित क्षेत्र की सैटिंग भी कर सकते हैं। उस दायरे से बाहर जाने पर मोबाइल पर अलर्ट एसएमएस भी मिलता है।


घर में बुज़ुर्ग हैं तो गोरिल्ला ग्रिप मैट बाथरूम में डाल सकते हैं। इसमें ग्रिप बनी होती है जो जमीन से चिपक जाती है ताकि पैर रखने पर ये फिसले नहीं। पैरों में फंसने से न ये अपनी जगह से हटती है और न ही मुड़ती हैं। इन्हें उन जगहों पर भी डाल सकते हैं जहां फिसलने का डर हो।

(साभार – दैनिक भास्कर)

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