नयी दिल्ली : मी टू कैम्पेन के तहत कई क्रिकेटर्स और पदाधिकारियों के नाम आने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) इसे लेकर सख्त हो गया है। उसने क्रिकेट में महिला शोषण के खिलाफ सख्ती से कदम उठाते हुए नवंबर में होने वाले महिला टी-20 वर्ल्ड कप से पहले ‘महिला सुरक्षा और दिशा निर्देश’ नीतिबनाने का फैसला किया है। विश्व कप से इस फैसले को अमल में लाया जा सकता है।
क्रिकेटर्स और पदाधिकारियों पर लगे यौन शोषण के आरोप
आईसीसी सिंगापुर में तीन दिन तक चलने वाली बैठक में इस नीति पर चर्चा करेगा। वह वेस्टइंडीज में होने वाले महिला वर्ल्ड कप से ‘महिला सुरक्षा व दिशा निर्देश’ को लागू करना चाह रहा है।”पिछले 18 महीनों में आईसीसी के टूर्नामेंट, अंतरराष्ट्रीय मैचों और वर्ल्ड क्रिकेट में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और गलत तरीके से छूने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि आईसीसी इन नियमों को जल्द लागू करना चाह रहा है। हाल ही में मी टू कैम्पेन के तहत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य कार्यकारी राहुल जौहरी, श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा और तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं।