न्यायमूर्ति लीला सेठ का निधन

नयी दिल्ली : देश के किसी उच्च न्यायालय की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश और प्रसिद्ध लेखक विक्रम सेठ की मां न्यायमूर्ति :सेवानिवृत्त: लीला सेठ का निधन हो गया।

वह 86 साल थीं और कल रात दिल का दौरा पड़ने से नोएडा स्थित निवास पर उनका निधन हो गया।
उनके बेटे शांतुम सेठ ने कहा कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। मेरे भाई विक्रम, बहन और हमारे परिवार के दूसरे सदस्य यहां हैं।’’ शांतुम ने कहा, ‘‘करीब तीन हफ्ते पहले वह गिर गयी थीं और उनकी कूल्हे की हड्डी टूट गयी थी। अपोलो अस्पताल में उनका ऑपरेशन किया गया था और एक हफ्ते पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। हमने पीसीआर को फोन किया, एंबुलेंस आयी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।’’ लीला सेठ ने कानून के क्षेत्र में कई इतिहास रचे थे। वह लंदन बार परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने वाली पहली महिला थीं, दिल्ली उच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश थीं और साथ ही किसी उच्च न्यायालय :हिमाचल प्रदेश: की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश थीं।

वह 16 दिसंबर के सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद 2012 में गठित की गयी न्यायमूर्ति वर्मा समिति के तीन सदस्यों में भी शामिल थीं।

‘ए सूटेबल ब्यॉय’ उपन्यास के रचनाकार की मां लीला खुद एक लेखिका थीं और उनकी आत्मकथा ‘ऑन बैलेंस’ एक बेस्टसेलर रही है। उन्होंने 2014 में प्रकाशित हुई किताब ‘टॉकिंग ऑफ जस्टिस: पीपुल्स राइट्स इन मॉडर्न इंडिया’ भी लिखी है जिसमें उन्होंने 50 साल से ज्यादा लंबे अपने कानूनी करियर में अपने सामने आए महत्वपूर्ण मुद्दों की बात की है।

 

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