नयी दिल्ली । दुनिया के नंबर एक टेनिस प्लेयर कार्लोस अल्काराज ने विंबलडन के फाइनल में दिग्गज नोवाक जोकोविच को हराकर इतिहास रच दिया। अल्काराज ने अपने कॅरियर का दूसरा ग्रैंड स्लैम जीता। उन्होंने पिछले साल यूएस ओपन का खिताब भी अपने नाम किया था। विंबलडन में चैंपियन बनते ही अल्काराज पर पैसों की बारिश हो गई। 20 साल के अल्काराज को विंबलडन जीतने पर 23 लाख 50 हजार पाउंड की इनामी राशि मिली। यह भारतीय रुपए में करीब 25 करोड़ होता है।
बता दें कि कार्लोस अल्काराज को जितना अकेले में पुरस्कार राशि मिली है उससे कहीं कम आईपीएल 2023 की चैंपियन टीम को मिली है। आईपीएल 2023 की विजेता सीएसके को 20 करोड़ की रकम मिली है जबकि आईपीएल के पूरे टूर्नामेंट के लिए प्राइज मनी का कुल बजट सिर्फ 47 करोड़ था। वहीं विंबलडन में कुल प्राइज मनी 47 लाख पाउंड यानी 465 करोड़ रुपये बांटी गई है।
सिर्फ इतना ही नहीं, फोर्ब्स मैगजीन के रिपोर्ट के मुताबिक अल्काराज की कुल नेटवर्थ 100 करोड़ से भी अधिक है। अल्काराज की कमाई का मुख्य जरिया टेनिस टूर्नामेंट से मिलने वाली पुरस्कार राशि है। इसके अलावा वह कई बड़े और लग्जरी ब्रांड के लिए एंडोर्समेंट भी करते हैं। अल्काराज मशहूर शू ब्रांड नाइकी के साथ जुड़े हुए हैं। इसके अलावा वह रोलेक्स, बीएमडब्ल्यू, केल्विन क्लाइन और लुई विटॉन जैसे लग्जरी ब्रांड के साथ उनका करार है जिससे उन्हें करोड़ों की कमाई होती है। जूनियर टेनिस के दौरान भी वह मशहूर इटालियन शू कंपनी लोटो के साथ जुड़े हुए थे।
विंबलडन जीतने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी
वर्ल्ड टेनिस के ग्रैंड स्लैम मुकाबलों में पिछले 21 सालों से बिग-4 का राज था। बिग फोर में रोजर फेडरर, राफेल नडाल, नोवाक जोकोविच और एंडी मरे नाम शामिल है। इन चारों खिलाड़ियों ने और किसी को भी दो दशक में अपनी बादशाहत में सेंध नहीं लगाने दी, लेकिन अब अल्काराज ने यह कर दिखाया है। अल्काराज दुनिया के तीसरे सबसे कम उम्र के टेनिस खिलाड़ी बने हैं जिन्होंने विंबलडन का खिताब अपने नाम किया है।
इस मामले में जर्मनी के पूर्व दिग्गज टेनिस खिलाड़ी बोरिस बेकर नाम का आता है जिन्होंने सिर्फ 17 साल की उम्र में 1985 में यह कारनामा किया था। इसके बाद ब्योन बोर्ग हैं और अब अल्काराज का नाम भी लिस्ट में शामिल हो गया है।
कार्लोस के आगे बौखला गए थे जोकोविच
नोवाक जोकोविच को हराना कार्लोस अल्काराज के लिए आसान नहीं था। पांच सेट तक गए इस मैच में अल्काराज ने जोकोविच को 1-6, 7-6, 6-1, 3-6, 6-4 से मैच जीता। आखिरी सेट को काफी रोमांचक हो गया था लेकिन 20 साल के युवा जोश के आगे जोकोविच ने हार मान ली। आखिरी सेट में जोकोविच के पास अल्काराज के सर्विस का कोई जवाब नहीं था। इस कारण वह पूरी तरह से बौखला गए थे और अपने रैकेट को गुस्सा निकालते हुए उसे तोड़ भी दिया था। एक महीने के अंतराल में अल्काराज और जोकोविच दूसरी बार एक दूसरे से भिड़े थे। विंबलडन से पहले दोनों की टक्कर फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में हुई थी, जहां जोकोविच ने चार सेट में मैच को अपने नाम कर लिया था लेकिन विंबलडन में वह अल्काराज से पार नहीं पा सके।