स्वतंत्रता सेनानी जतींद्रनाथ मुखर्जी (बाघा जतिन) को दी गई श्रद्धांजलि

कोलकाता । भवानीपुर एजूकेशन सोसाइटी कॉलेज ने स्वतंत्रता सेनानी बाघा जतिन यानी जतींद्रनाथ मुखर्जी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। “अमरा मोरबो, जगत जगबे – हम देश को जगाने के लिए मरेंगे।”जतीन्द्रनाथ मुखर्जी (‘बाघा जतिन’)ने इस नारे के साथ देश को स्वतंत्र करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। गणतंत्र दिवस पर भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज और स्कूल के विद्यार्थियों, प्रबंधन के सदस्यों , शिक्षक और शिक्षिकाओं की उपस्थिति में पारंपरिक वेशभूषा में कॉलेज के अध्यक्ष रजनीकांत दानी और उपाध्यक्ष मिराज डी शाह, रेक्टर प्रो दिलीप शाह ने ध्वजारोहण किया और राष्ट्रगीत गा कर झंडे का सम्मान किया। इस अवसर पर भवानीपुर कॉलेज के एनसीसी की जल थल और वायु सेवा विंग और भवानीपुर आईएससी स्कूल के छात्रों ने बैंड के साथ मार्चपास्ट करते हुए राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी।
कॉलेज के अध्यक्ष श्री रजनीकांत दानी ने सभी अतिथियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए 75वें गणतंत्र दिवस पर बधाई और शुभकामनाएँ दी । छात्र मामलों के रेक्टर और डीन प्रो दिलीप शाह ने भारत के संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया जिसमें सभी उपस्थित लोग शामिल हुए। कॉलेज के महानिदेशक डॉ. सुमन के मुखर्जी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने वक्तव्य रखते हुए रवीन्द्र नाथ टैगोर द्वारा लिखे राष्ट्रगान का महत्व बताया और देशभक्ति का संदेश दिया।
बाघा जतिन के जीवन पर कॉलेज के इन – एक्ट कलेक्टिव के एक साथी कलाकार ने उनके अपने जीवन को अभिनयात्मक रूप में दर्शाया जो बहुत ही प्रभावी रहा। इस प्रस्तुति में स्वतंत्रता सेनानी के जीवन के क्षण और उन्हें ‘बाघा’ जतिन की उपाधि कैसे मिली, इसकी कहानी शामिल रही। अंत में एक्ट टीम द्वारा सभी के साथ मिलकर प्रसिद्ध गीत “आरंभ है प्रचंड है” गीत को एक साथ गाया गया जिससे प्रत्येक भारतीय में राष्ट्रीयता के भाव प्रबल रूप से प्रकट हुए ।
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर आईसीएसई और आईएससी स्कूल के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम नृत्य, 80 और 90 के दशक के प्रसिद्ध जिंगल और नाट्य प्रस्तुतियां भी दीं गई जो बहुत पसंद की गईं। । बीईएससी की किकबॉक्सिंग टीम द्वारा आत्मरक्षा तकनीकों का प्रदर्शन किया गया । अन्य प्रदर्शनों के अलावा, भवानीपुर डिज़ाइन अकादमी के छात्र भी समारोह में शामिल हुए और देशभक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद क्रेस्केंडो कलेक्टिव द्वारा एक लाइव संगीत सत्र था जहां उन्होंने हमारे देश के रंगों के असंख्य गीतों की प्रस्तुति दी, फ्लेम्स कलेक्टिव फ्लेम ने पूर्वी और पश्चिमी नृत्य द्वारा एक पावर-पैक नृत्य का प्रदर्शन किया ।
गणतंत्र दिवस समारोह में सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा पहनने वाले छात्र की घोषणा की गई जो बीईएससी के छात्र देवांग नागर और सानिया फहीम को दिया गया। वहीं शिक्षकों में सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा के लिए शिक्षक का खिताब डॉ. सुचित्रा और डॉ वसुंधरा मिश्र को दिया गया। प्रो मीनाक्षी चतुर्वेदी ने संविधान से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे। कार्यक्रम के अंत में, प्रो दिलीप शाह ने उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया और दर्शकों से जलपान के लिए वालिया हॉल में जाने का अनुरोध किया। रिपोर्टर अनिकेत दासगुप्ता और फ़ोटोग्राफ़र अंकित माझी, सौरीश कुमार देब, अर्का मुखर्जी, प्रियांशु चटर्जी रहे। इस कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ वसुंधरा मिश्र ने ।

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