साहस का अनुकरणीय उदाहरण पेश करते हुए शहीद कर्नल संतोष महादिक की पत्नी आज 11 महीनों का कठिन प्रशिक्षण हासिल करने के बाद सेना में अधिकारी के तौर पर शामिल हो गयीं। उनके साथ एक अन्य महिला निधि दूबे भी सेना में शामिल हुईं। दो साल पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए कर्नल महादिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
38 साल की स्वाति महादिक दो बच्चों की मां हैं और आर्मी ऑर्डनेंस कोर ने उन्हें सेना में अधिकारी के रूप में शामिल किया।
उनके पति कर्नल महादिक को वीरता के लिए सेना मेडल दिया गया था। उनकी नवंबर, 2015 को उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंक विरोधी अभियान में मौत हो गयी थी।
कर्नल महादिक सेना के 21 पैरा स्पेशल फोर्सेज के अधिकारी थे और उनके सहकर्मियों के अनुसार वह हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करने के लिए जाने जाते थे।
स्वाति अपने पति के पदचिह्नों का पालन करते हुए पिछले साल अक्तूबर में सेना के अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) का हिस्सा बनी थीं।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम सार्वजनिक ना करने के अनुरोध के साथ कहा, ‘‘चेन्नई में ओटीए में प्रशिक्षण पूरा करने के बाद स्वाति महादिक को आज अधिकारी के तौर पर सेना में शामिल कर लिया गया।’’ उन्होंने बताया कि स्वाति पुणे में आर्मी ऑर्डनेंस कोर का हिस्सा होंगी।
निधि दुबे नाम की एक और महिला आज अधिकारी के तौर पर सेना में शामिल हुईं। निधि ने अपने पति को खो दिया जो सेना में नायक थे।