मेहंदी भारत ही नहीं बल्कि सारी दुनिया मेहंदी कुछ समय के लिए ही सही, पर उनकी त्वचा की पहचान बन जाती है, अतः अब वे अपनी उँगलियों तथा पैरों में भी मेहंदी लगवाती हैं। यह प्रथा पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश तथा अन्य अरब के देशों में विख्यात है। आजकल शादियों एवं अन्य उत्सवों में मेहंदी का प्रयोग हाथों तथा पैरों पर भी किया जाता है। हेना का प्रयोग करने वाले ऐसे कई विशेषज्ञ हैं जो आपके पैरों और उँगलियों को खूबसूरत डिज़ाइनों से रंगने में सक्षम हैं। नीचे ऐसी ही कुछ डिज़ाइनों के प्रकार दिए जा रहे हैं।
मेहंदी लगाना एक काफी खूबसूरत प्रथा है जिसका पालन एशियाई देशों में विभिन्न उत्सवों के मौके पर किया जाता है। यह तीज, करवाचौथ, ईद, शादी के समारोहों आदि के समय लगाया जाता है। मेहंदी कई प्रकार की होती हैं और ये एक महिला के हाथों तथा पैरों में एक अलग सुंदरता ले आती है। दुनियाभर में कई महिलाएं ऐसी हैं जो मेहंदी लगाने की दीवानी हैं, और कई ऐसे विशेषज्ञ भी हैं जो उनकी इस इच्छा को पूरा करने के उद्देश्य से नयी नयी डिज़ाइनों की मेहंदी लेकर आते रहते हैं। इसके कुछ उदाहरण हैं पाकिस्तानी मेहंदी, इंडो अरेबिक मेहंदी (Indo Arabic mehndi), मुग़लई मेहंदी, गुजरात मेहंदी आदि। नीचे मेहंदी की डिजाइन के कुछ प्रकार दिए गए हैं।
मेहंदी की डिजाइन के प्रकार – विभिन्न सांस्कृतिक परिवेशों के आधार पर मेहंदी को कई भागों में बांटा जा सकता है। पाकिस्तानी, अरबी, भारतीय तथा अफ़्रीकी। इन अलग अलग क्षेत्रों के डिज़ाइन भी काफी भिन्न होते हैं।
पाकिस्तानी मेहंदी डिज़ाइन – मेहंदी डिजाइन फोटो में पाकिस्तानी मेहंदी के डिज़ाइन – काफी गूढ़ अरबी और भारतीय डिज़ाइनों का मिश्रण होते हैं। इन डिज़ाइनों में काफी बारीकी होती है तथा ये दुल्हनों के द्वारा मेहँदी तथा शादी के मौके पर पहने जाते हैं। बच्चे भी ईद के मौके पर इन डिज़ाइनों का प्रयोग करते हैं।
अरबी मेहंदी डिज़ाइन/अरेबियन मेहंदी डिजाइन – भारतीय मेहंदी की गूढ़ डिज़ाइनों की तुलना में अरेबियन मेहंदी डिजाइन बनाने में आसान होती है। इनमें ज़्यादातर फूल, पत्तियों और डालियों की चित्रकारी का प्रयोग किया जाता है। अगर आप अपने हाथों और पैरों के ज़्यादातर भाग में मेहंदी लगाना चाहती हैं तो आपके लिए ये डिज़ाइन काफी अच्छे साबित होंगे। अरबी डिज़ाइनों की एक और ख़ास बात यह होती है कि इनमें आकारों को भरा नहीं जाता और सिर्फ बाहरी रूपरेखा बनाई जाती है। ये डिज़ाइन आपके हाथों और पैरों को पूरी तरह से नहीं भरते। इन डिज़ाइनों में काफी कम मेहंदी खर्च होती है और ये आसानी से सूख भी जाते हैं, जिसका अर्थ है कि आपको ज़्यादा देर तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती।
अफ़्रीकी मेहंदी डिज़ाइन – मेहंदी डिजाइन फोटो में अरबी मेहंदी के डिज़ाइनों की तरह ही अफ़्रीकी मेहंदी में भी आकारों को भरा नहीं जाता। ये डिज़ाइन सामान्य ज्यामितिक (geometric) आकार के होते हैं तथा रेखाओं, चौकोर आकारों तथा बिन्दुओं से भरपूर होते हैं। इस प्रकार की मेहंदी में अरबी मेहंदी की तरह रेखाओं के बीच ज़्यादा जगह नहीं होती। ये आपके हाथों और पैरों को अच्छी तरह से भर लेते हैं।
इंडो अरेबिक मेहंदी डिज़ाइन – इसमें अरबी/अरेबिक मेहंदी अंदाज़ में बाहरी रूपरेखा बनाई जाती है जिसे अच्छे से भरा जाता है। इसमें पारम्परिक भारतीय आकार और साज सज्जा उकेरी जाती है जिसे आप अपने हिसाब से ढाल सकती हैं। यह अरेबिक मेहंदी भारतीय शादियों में प्रयुक्त होने वाली सबसे बेहतरीन डिज़ाइन है।
फूलों वाली मेहंदी की डिज़ाइन – फूल प्रकृति के सबसे खूबसूरत नज़ारों में से एक होते हैं। फूलों के डिज़ाइन मेहंदी को एक नया रंग देने के लिए आसानी से प्रयोग में लाए जा सकते हैं। फूलों की कलाकारी में अगर ग्लिटर तथा शिमर (glitters and shimmers) भी शामिल कर लिए जाएं तो ये शादियों तथा अन्य ख़ास उत्सवों में लगाए जाने के लिए काफी बेहतरीन मेहंदी साबित होगी। इन्हें अच्छे से बनाए जाने तथा पेश किये जाने पर ये काफी सुन्दर दिखते हैं। आप विभिन्न डिज़ाइनों में से कोई भी चुन सकती हैं जिसका प्रयोग कार्यक्रम के अनुसार किया जा सके।
चूड़ियों के जैसी मेहंदी की डिज़ाइन – मेहंदी का यह प्रकार चूड़ियों के जैसा है। इसकी गोलाकार आकृति आपके हाथों एवं पैरों को काफी खूबसूरत रंग प्रदान करती हैं। इस स्टाइल (style) का प्रयोग करने पर आपको चूड़ियाँ पहनने के बारे में ज़्यादा सोचना नहीं पड़ेगा, क्योंकि ये डिज़ाइन मेहंदी में ही दी गयी है। यह एक अलग रंग से बनाया गया खूबसूरत डिज़ाइन है जिससे आप और आपके हाथ काफी सुन्दर और रंग बिरंगे दिखते हैं।
मोरक्कन मेहंदी – मोरक्कन हेना डिज़ाइन(mehandi ke design) स्वभाव से काफी ज्यामितिक (geometric) होती है। फूलों के असमान पैटर्न (pattern) इस मेहंदी को काफी खूबसूरत बनाते हैं। यह एक ऐसी डिज़ाइन है जिसका प्रयोग ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएं करना चाहती हैं क्योंकि यह काफी आसान और गरिमामय मेहंदी की डिज़ाइन है। यह कलाइयों की लम्बाई पर काफी सुन्दर लगता है।
राजस्थानी मेहंदी की डिज़ाइन – इसमें काफी गूढ़ कलाकारी की जाती है तथा मोर, फूल तथा बीच बीच में कुछ घुँघरालेपन तथा कर्व्स (curves) की आकृतियां बनायी जाती हैं। इसमें बीच में ज़्यादा जगह नहीं छोड़ी जाती। इन्हें ज़्यादातर महीन रेखाओं में बनाया जाता है जिसमें हाथों को उँगलियों के सिरे से लेकर कोहनियों तक तथा पैरों को अंगूठे से घुटनों तक अच्छे से ढका जाता है।
ग्लिटर मेहंदी – यह भारतीय और अरबी डिज़ाइन का मिश्रण है। इनके डिज़ाइन काफी उभरे हुए होते हैं तथा इनकी बाहरी रूपरेखा नाज़ुक पैटर्न और अलग अलग आकारों से भरपूर होते हैं। इन डिज़ाइन्स को और बेहतर बनाने के लिए इनपर चमक (sparkles) का प्रयोग किया गया है। यह आजकल मेहंदी की डिज़ाइन का सबसे प्रचलित आकर्षण है। इन डिज़ाइनों की रूपरेखा को विभिन्न रंगों के पत्थरों से सजाया गया है।
मुग़ल मेहंदी डिज़ाइन –यहाँ ये डिज़ाइन काफी साफ़ सुथरे और बारीकी से भरे हुए हैं। इनका एक अलग ही अंदाज़ है जहां हर कर्ल (curl) और हर बिंदु का अपना महत्त्व तथा अपनी अलग जगह है। मुगलई सबसे पुरानी और सबसे पारम्परिक डिज़ाइनों में से एक है। इनमें फूलों तथा ज्यामिति से जुड़ी हुई डिज़ाइनों का प्रयोग है जिसे हाथों पर काफी खाली जगह छोड़कर उकेरा गया है। आमतौर पर ये नीचे की दिशा में उँगलियों के सिरों से कलाइयों तक जाते हैं। इनमें फूल, पत्तियों और पंखुड़ियों के साथ महत्वपूर्ण रेखाओं और बिन्दुओं का मिश्रण किया गया है। इनमें विभिन्न प्रकार के नमूने, फूल और अन्य पैटर्न ऊपर से नीचे तक फैले हुए होते हैं। इनकी शुरुआत उँगलियों के सिरों से होती है तथा ये हाथ के आधे हिस्से तक जारी रहते हैं। इनमें बहाव के अंदाज़ में विभिन्न नमूनों का प्रयोग किया गया है। इसमें मौजूद अलग अलग रेखाएं, कर्व्स (curves) तथा बिंदु इस मेहंदी को काफी खूबसूरत रूप प्रदान करते हैं। भारत एवं अन्य एशियाई देशों की दुल्हनें इस मेहंदी को काफी पसंद करती हैं।
कई रंगों की मेहंदी की डिज़ाइन – कई रंगों में बनने वाली यह मेहंदी काफी फैशनेबल (fashionable) तथा आजकल के समय में काफी प्रचलन में हैं। इन्हें एक शेडेड अंदाज़ (shaded style) में बनाया गया है। इनमें कई भिन्न भिन्न रंगों का प्रयोग है तथा कई छोटे पत्थरों की सजावट भी है, जिससे इस पैटर्न की खूबसूरती में काफी इज़ाफ़ा हो रहा है।
(आलेख – साभार हिन्दी टिप्स डॉट कॉम)