मेहंदी लायेगी गहरा रंग इस तरह

भारतीय सौन्दर्य सज्जा में मेहंदी का खास स्थान है और इसे अधिकतर राज्यों में लगाया जाता है, फिर चाहे वह करवाचौथ हो या ईद। शादी में भी मेहंदी का होना बेहद जरूरी है और आज मेहंदी बहुत अच्छा प्रोफेशन भी है जिसके लिए डिग्री की नहीं, बस कल्पना और हुनर की जरूरत है। मेहंदी सिर्फ लड़कियाँ ही नहीं पुरुष भी लगाते हैं और बड़े प्रेम से लगाते हैं। मॉल्स में आपको मेहन्दी कॉर्नर भी मिलेंगे। सच कहा जाये तो मेहन्दी अब सिर्फ सौन्दर्य ही नहीं बल्कि एक फैशन स्टेटमेंट और कॅरियर भी है। जरूरी है कि इसे देखने का नजरिया हम बदलें। आइए जानते हैं कि मेहंदी से जुड़ी कुछ खास बातें और इसे गहरा बनाने के तरीके –
मेहंदी का इतिहास
मेहंदी को समर्पित एक वेब पेज की जानकारी बताती है कि मेहंदी संस्कृत शब्द मेदिक्का से ली गई है, हल्दी और हिना पेस्ट का उपयोग हिंदू अनुष्ठान ग्रंथों और इतिहास द्वारा समर्थित है। मेहंदी या भारत में प्रयुक्त हेन्ना मेहेन्दी पौधे से ली गई है जो वैज्ञानिक रूप से लॉसनिया इन्रर्मिस के रूप में जाना जाता है और इसे लोकप्रिय रूप से हेन्ना पेड़ कहा जाता है। यह फूल पौधे अरब प्रायद्वीप, उत्तरी अफ्रीका, पूर्व और दक्षिण अफ्रीका के निकट है। कई अरब देशों में मेहेन्दी प्रथा धूमधाम से मनाई जाती है। इतिहास साबित करता है कि मेहेन्डी या हिना को 1 9वीं शताब्दी में यूरोप में इस्तेमाल किया गया था। यह अरबी संस्कृतियां भारतीय परंपरा का एक अभिन्न हिस्सा बन गई हैं। मेहंदी भारत के सभी समुदायों में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान बन गई है और आम तौर पर डीजे रातों जैसे अन्य मजेदार भरे कार्यक्रमों का पालन किया जाता है। हिना एक पेस्ट है जो मणि पौधे के उपजी और पत्तियों से बनाई जाती है और जब हाथ पर इसे लागू किया जाता है तो यह मेहंदी बन जाती है।

मेहंदी के गुण – मेहंदी की तासीर ठंड़ी होती हैं। यह बालों में चमक के साथ-साथ दिमाग को शांत रखती है।
मेहंदी का प्रयोग केवल बालों को सुदंर बनाने के लिए ही नहीं किया जाता है, बल्कि इसका प्रयोग विभिन्न रोगों के इलाज में किया जाता है।
ख़ून के विकार, उल्टी, कब्ज, कफ-पित्त, कुष्ठ (कोढ़), बुखार, जलन, रक्तपित्त, पेशाब करने में कठिनाई होना (मूत्रकृच्छ) तथा खुजली आदि रोगों में मेहंदी काफ़ी लाभकारी है।
उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति के पैरों के तलवों और हथेलियों पर मेहंदी का लेप समय-समय पर करने से आराम मिलता है।
मेहंदी लगाने से शरीर की बढ़ी हुई गर्मी बाहर निकल जाती है।
रात के समय मेहंदी को साफ़ पानी में भिगो दें और सवेरे के समय छानकर पीयें। इसके पीने से ख़ून की सफाई होने के साथ-साथ शरीर के अन्दर की गर्मी भी शांत हो जाती है।
इन बातों का ध्यान रखें, मेहंदी रंग लायेगी
साफ हाथों में मेहंदी लगाएं – मेहंदी लगाने या लगवाने से पहले अपने हाथों को अच्छे से धोकर साफ कर लें। अगर मेहंदी लगाने से पहले आपने अपने हाथों में किसी तरह का लोशन या फिर ऑयल लगाया है तो साबुन से हाथों को धोने से वह निकल जाएगा।
चीनी और नींबू का मिश्रण – इस बात को हर कोई जानता है कि मेहंदी लगाने के बाद जब वह सूख जाए, तो उसमें चीनी और नींबू का मिश्रण लगाने से वह काफी गहरी हो जाती है। इस पेस्ट के चिपचिपे होने की वजह से यह मेहंदी को निकलने नहीं देता और आपकी मेहंदी ज्यादा समय तक गहरी रहेगी।
सरसों का तेल लगाएं – मेहंदी को हटाने से 30 मिनट पहले सरसों के तेल को अपने हाथों में लगा लें। सरसों का तेल हथेलियों पर लगाने से मेहंदी आसानी से निकल जाती है। इसके अलावा यह मेहंदी को डार्क भी करती है।
मेहंदी को कभी भी पानी से न धोएं – कई महिलाएं मेहंदी लगाने के बाद मेहंदी वाले हाथों को पानी से धो लेती हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए ऐसा करने से मेहंदी साफ होने के साथ अपना रंग भी छोड़ देती है। मेहंदी छुड़ाने का सबसे आसान तरीका है कि आप या तो अपने हाथों को एक दूसरे के साथ अच्छे से रब कर लें या तो आप एक बटर नाइफ की मदद भी ले सकती हैं। इसके बाद आप अपनी मेहंदी को देखेंगे तो वह गहरे नारंगी रंग की दिखाई देगी। इसके बाद आप अपने हाथों पर पसीना न होने दें, क्योंकि जैसे जैसे समय बितेगा, मेहंदी उतनी ही गहरी हो जाएगी।
सूरज की गर्मी से दूर रहें – मेहंदी लगाते समय सूरज में बैठने से बचना चाहिए। क्योंकि यह आपकी मेहंदी को जल्दी सुखा देगा और आपकी मेहंदी को हल्का बना देगा। गहरी मेहंदी पाने के लिए हमें सूरज की रोशनी से दूरी बनाकर चलना पड़ता है।
विक्स लगाएं – मेहंदी को ऐसे समय में लगाए कि वह पूरी रात भर आपके हाथों में लगी रहे। मेहंदी को हटाने के बाद आप अपने हाथों पर विक्स या आयोडेक्स लगा लें। इन बाम के गर्म होने के कारण यह मेहंदी को गहरा रंग दे देता है।
दस्ताने पहनें – गर्मी के कारण हाथों में मेहंदी का रंग काफी गहरा होने लगता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप किसी गर्म उपकरण के सामने जाकर बैठ जाएं। इसके लिए आपको अपने हाथों पर विक्स और आयोडेक्स लगाना चाहिए। इसके बाद दस्ताने पहन कर सो जाना चाहिए। ऐसा करने से हाथों में गर्मी होने लगती है और मेहंदी का रंग गहरा होने लगता है।
वैक्सिंग और स्क्रबिंग न करें – वैक्सिंग और स्क्रबिंग आपको मेहंदी लगाने से पहले करनी चाहिए ना कि बाद में। मेहंदी लगाने के बाद स्क्रब या वैक्स करने से हाथों से मेहंदी का रंग हल्का होने लग जाता है।
पानी से दूर रहें – अगर आप चाहती हैं कि आपकी मेहंदी काफी गहरी हो तो ऐसे में आपको पानी से दूरी बनानी चाहिए। मेहंदी वाले हाथों में पानी पड़ने से मेहंदी का रंग हल्का हो जाता है। हम जानते है कि ऐसे कई काम होते हैं जिनमें पानी की जरूरत होती हैं। ऐसे में आप अपने घरवालों और दोस्तों की मदद ले सकती हैं। इसके अलावा आप दस्ताने पहनकर भी अपने काम कर सकती हैं। लेकिन ध्यान रहे कि यह दस्ताने ज्यादा समय के लिए ना पहने, ऐसा करने से हाथों में काफी अधिक पसीना आ जाता है जिससे मेहंदी हल्की भी हो सकती है।

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