सखी समूह फरवरी 2011 में शुरू हुआ महिलाओ का पहला समूह था जो उनका सीक्रेट अड्डा था जहाँ वे अपनी बातें एक दूसरे से बेहिचक साँझा करती रही है।आज 7हजार की संख्या में देशभर से सखियाँ हंसना बोलना , लिखना , गाना , नाचना , रसोई , चित्रकारी , कशीदाकारी , हर विधा पर इस समूह में कार्यशाला आयोजित होती , भविष्य में ऑनलाइन कुंकिंग क्लास व मधुबनी पेंटिंग सीखने की सशुल्क कक्षाएँ भी संचालित हो रही हैं। वैसे तो इन कक्षाओं का शुल्क अधिक है मगर 600 रुपये शुल्क के साथ घरेलू महिलाओ के लिए वाट्सएप पर क्लास लगाई जा रही है। सभवः हो भविष्य में यह महिलाओ के लिए और भी मजबूत आधारशिला बनेंगी। सोशल मीडिया पर ‘आ सखी चुगली करें ‘के नाम यह समूह सक्रिय है।
इस समूह की सृजनात्मकता आप अब शुभजिता की वेबसाइट और यू ट्यूब चैनल पर आ रही है। हमारे सहयोगी के रूप में समूह की सदस्याओं की प्रतिभा आप विभिन्न रूपों में देख सकेंगे और महिलाएँ इससे जुड़ भी सकेंगी…क्योंकि यह समूह महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए निर्मित है। आज से शुरुआत..राजकुमारी व्यास के एक खास वीडियो से…जो आखा तीज की जानकारी देता है। सरल भाषा के कारण बच्चे भी इससे साख सकते हैं –