एक वो पुरूष होते हैं जो शादी नहीं करना चाहते हैं और अपनी जिन्दगी को मस्ती में जीना चाहते हैं और दूसरे तरीके के पुरूष वो होते हैं जो शादी करके सेटेल लाइफ जीना पसंद करते हैं। उम्र के एक पड़ाव के बाद हर पुरूष को शादी करनी ही पड़ती है। ऐसे में पुरूषों या लड़कों को कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। शादी, दो लोगों का आपसी मिलन होता है जो जिन्दगी भर एक-दूसरे का साथ निभाते हैं। कुछ लड़के सोचते हैं कि वो जिस लड़की से शादी करें वो हमेशा घर में ही रहें और किचेन का काम करें। लेकिन कुछ लड़के ऐसी महिलाओं को जीवन साथी बनाना भी पसंद करते हैं जो घर से लेकर बाहर तक के सारे काम आसानी से संभाल ले और खुश भी रहें।
सम्मान -शादी से पहले ही लड़कों को लड़कियों के प्रति सम्मान करना चाहिए। उनके प्रति अपना नजरिया बेहतर रखना चाहिए और उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए। जिस प्रकार आप अपनी मां और बहनों को सम्मान देते हैं उसी प्रकार दूसरे परिवार से आई लड़की को भी इज्जत देना सीखें।
ध्यान देना -शादी से पहले ही घर-परिवार की जिम्मेदारियों पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए। इससे परिवार और नौकरी में सांमजस्य बना रहता है।
देखभाल करने की आदत -महिलाओं को हद से ज्यादा देखभाल करवाने की आदत नहीं होती है लेकिन अगर पुरूष ऐसा करना शुरू कर दें तो इससे उन्हें काफी अच्छा लगेगा।
प्रेरणादायक -पति को पत्नी को हर काम को करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इससे वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अग्रसर होगी और आपके काम में भी हाथ बटाएंगी।
पूर्वानुमान न लगाएं -बीबी को लेकर कभी भी पहले से अनुमान न लगाएं कि ऐसी जगह से आई है तो ऐसी होगी। इस प्रकार की सोच से हमेशा घाटा ही होता है। हर व्यक्ति अलग स्वभाव का होता है। आपके लिए उचित होगा कि आप अपने पार्टनर को समझें और उसे हर बात में सपोर्ट करें, सिवाय गलत बातों को छोड़कर।
. खुली सोच -शादी से पहले मन की गन्दगी को निकाल दें। पार्टनर को उसका स्पेस दें और स्वयं को भी फालतू की झंझटों से दूर रखें। बात को खोदने की कोशिश न करें।
विश्वास -शादी के रिश्ते में भरोसे की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। अगर शादी में भरोसा और विश्वास नहीं होगा तो यह सम्बंध लम्बे समय तक टिका नहीं रह सकता है।
मदद करना -अब वो दिन लद गए, जब घर का काम करना सिर्फ पत्नी की जिम्मेदारी थी। अब पति और पत्नी; दोनों को मिलकर घर का काम निपटाना होता है। इससे दोनों में प्यार भी बना रहता है और जिम्मेदारियों का निर्वाह भी अच्छी तरीके से हो जाता है।
सुरक्षा प्रदान करना और महसूस करवाना -किसी भी सम्बंध में सुरक्षा देना और महसूस करवाना; दोनों ही बेहद आवश्यक होते हैं। पुरूष को अपनी पार्टनर को इतनी सहजता से रखना चाहिए कि वो कभी असुरक्षित न महसूस करें।
बातचीत -शादी से पहले और शादी के बाद, अक्सर बातों में फर्क आ जाता है। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए। जीवनसाथी के साथ बातचीत में घनिष्ठता बनी रहनी चाहिए, इससे जीवन में प्यार और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
विश्वास –शादी के रिश्ते में भरोसे की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। अगर शादी में भरोसा और विश्वास नहीं होगा तो यह सम्बंध लम्बे समय तक टिका नहीं रह सकता है।
पूर्वानुमान न लगाएं – बीबी को लेकर कभी भी पहले से अनुमान न लगाएं कि ऐसी जगह से आई है तो ऐसी होगी। इस प्रकार की सोच से हमेशा घाटा ही होता है। हर व्यक्ति अलग स्वभाव का होता है। आपके लिए उचित होगा कि आप अपने पार्टनर को समझें और उसे हर बात में सपोर्ट करें, सिवाय गलत बातों को छोड़कर।