ईरान में महिलाओं के सपोर्ट में पुरुष भी हिजाब पहन रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में कई पुरुषों ने हिजाब पहने हुए अपनी फोटोज शेयर की हैं। ये सभी फोटोज ईरानी एक्टिविस्ट और जर्नलिस्ट मसीह अलीनेजाद के उस कैंपेन का हिस्सा है, जो महिलाओं पर जबरन थोपे जाने वाले नियम का विरोध करता है। बता दें ईरान में इस्लामिक क्रांति के बाद से हिजाब पहनना अनिवार्य है।
#meninhijab हो रहा ट्रेंड…
न्यूयॉर्क में रहनी वाली मसीह महिलाओं के लिए हिजाब कम्पलसरी करने के खिलाफ कैंपेन चला रही हैं। इस कैंपेन के जरिए उन्होंने ईरान के पुरुषों से महिलाओं का सपोर्ट करने को कहा था। उन्होंने पुरुषों से #meninhijab हैशटैग के साथ हेडस्कॉर्फ में अपनी फोटो शेयर करने को कहा था, जिसमें महिला बिना हिजाब के हो।
इसके बाद हफ्तेभर में कई पुरुषों ने पत्नी या महिला रिलेटिव के साथ हिजाब में अपनी फोटो शेयर की हैं।
22 जुलाई के शुरू किए गए इस कैंपेन के बाद मसीह को हिजाब में 30 पुरूषों की फोटोज मिलीं।
उन्होंने बताया कि कई पुरुषों ने ये फोटोज अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी पोस्ट की थी।
मसीह माय स्टील्थी फ्रीडम कैंपेन चलाती हैं और ईरान में रही महिलाओं और लड़कियों की – आजादी के पल की फोटोज को शेयर करती हैं।
हिजाब पहनना है जरूरी
ईरान में 1979 में हुए इस्लामिक रिवोल्यूशन के बाद से महिलाओं के लिए हिजाब पहनना कम्पलसरी है। महिलाओं से इसका पालन कराने के लिए ईरान में मॉरैलिटी पुलिस काम करती है। हिजाब पहनने को प्रेरित करने के लिए देश में जगह-जगह बिलबोर्ड लगाए गए हैं। हिजाब न पहनना यहां अपमानजनक माना जाता है। और इसके लिए जुर्माने से लेकर कैद तक की सजा है।