1965 में जेम्स बॉण्ड की लोकप्रियता आसमान की ऊंचाइयों पर थी। उस समय जासूस के किरदार को अमर करने वाले शॉन कॉनरी ने प्लेबॉय मैग्जीन से कहा कि ‘यदि कोई अन्य कलाकार उनका किरदार निभाता है तो उन्हें आपत्ति नहीं होगी। दरअसल, मैं देखना चाहता हूं कि दूसरा इस रोल को किस तरह करेगा। बहुत लोग जेम्स बॉण्ड बन सकते हैं’। कॉनरी सही हो सकते हैं। लेकिन, दर्शकों की नजर में वे हमेशा पहले और सबसे अच्छे बॉण्ड रहेंगे।
गत शनिवार को 90 साल की आयु में अंतिम सांस लेने वाले कॉनरी की तुलना हमेशा उनके बाद जेम्स बॉण्ड बनने वाले अभिनेताओं से होती रही। रोजर मूर, टिमोथी डाल्टन, पीयर्स ब्रॉसनन, डेनियल क्रेग और जार्ज लेजनबी की अपनी-अपनी खासियत थी। फिर भी, उन्हें कॉनरी के हाव-भाव अपनाने पड़े थे। सीक्रेट एजेंट बॉण्ड के सर्जक इयॉन फ्लेमिंग 007 के रूप में रिचर्ड बर्टन या डेविड निवेन को पसंद करते थे। जॉन कॉर्क और ब्रूस सिवेली-जेम्स बॉण्ड: द लीगेसी किताब में लिखते हैं, कॉनेरी का प्रभाव केवल उनके खूबसूरत व्यक्तित्व के कारण ही नहीं बल्कि उनके अंदर मौजूद आत्मविश्वास से फूटता था। उनमें एक कुदरती आकर्षण था। वे लुभावने होने के साथ आक्रामक दिखते थे। बॉण्ड फिल्मों के निर्माता अलबर्ट ब्रोकोली उन्हें साहसी और दृढ़निश्चयी बताते थे। हैरी साल्ट्जमैन ने कहा, कॉनेरी जंगल के एक बड़े शेर के समान चलते हैं। बॉण्ड को संवारने का श्रेय कॉनेरी की शुरुआती फिल्मों के डायरेक्टर टेरेंस यंग को है। उन्होंने कॉनरी को जेम्स बॉण्ड के किरदार में ढाला। कैम्ब्रिज में पढ़े यंग आलीशान जिंदगी जीने के शौकीन थे। वे स्पष्टवादी थे। स्टंट डायरेक्टर जार्ज लीच कहते हैं, यंग निर्मम थे। सभ्य तरीके से सख्ती दिखाते थे।
1962 में जेम्स बॉण्ड सीरीज की पहली फिल्म डॉ.नो में कॉनरी थोड़े अनिश्चय से घिरे लगते थे। 1963 में फ्राम रशिया विद लव में उन्होंने सुधार किया। 1964 में गोल्डफिंगर के साथ कॉनेरी और बॉण्ड का व्यक्तित्व एकाकार हो गया। कॉनेरी कहते थे, बॉण्ड फिल्में एक्टर के रूप में परीक्षा नहीं लेती हैं। उनमें रग्बी खिलाड़ी के समान कड़ी मेहनत होती है। आपको 18 सप्ताह तक तैरना और जोर आजमाइश करनी पड़ती है। थंडरबॉल रिलीज होने के बाद कॉनरी ने कहा अब वे रास्ता बदलना चाहते हैं। वे किरदार और संवादों पर अधिक ध्यान देना चाहते हैं। 1970 में बॉण्ड सीरीज से बाहर निकलने के बाद वे फिर डायमंड्स आर फॉर एवर फिल्म के साथ वापस आए। कॉनरी ने एक बार उन्हें अमर बनने वाले पात्र को एक संकट, एक विशेषाधिकार, एक मजाक और एक चुनौती बताया था।