पाकिस्तान के जाने माने समाजसेवी अब्दुल सत्तार ईधी का गत शुक्रवार रात निधन हो गया. उन्हें शुक्रवार सुबह डायलिसिस के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब्दुल सत्तार की तबियत बिगड़ने की रिपोर्ट के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके लिए दुआएं मांगी, जो उनकी मौत की ख़बर के बाद श्रद्धांजलि में बदल गईं. अब्दुल सत्तार ईधी के नाम से संचालित अकाउंट से बताया गया कि उनके आख़िरी शब्द थे, “मेरे मुल्क के ग़रीबों का ख़्याल रखना.” एक और ट्वीट में कहा गया, “उन्होंने अपने एकमात्र सक्रिय अंग आँखों को दान कर दिया. अपना सबकुछ वो पहले ही दान कर चुके थे.” पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक ने लिखा, “एक चमकता हुआ सितारा अपने शुरू किए गए काम को हमारे लिए पूरा करने के लिए छोड़ गया है. मेरी दुआएँ ईधी साहब और उनके परिवार के साथ हैं.”पाकिस्तान के चर्चित धर्मगुरू ताहिर-अल-क़ादरी ने लिखा, “मैं अब्दुल सत्तार ईधी साहब के निधन से दुखी हूं।”
मुहम्मद लीला ने लिखा, “जिन लोगों के बारे में आपने सुना है, वो उनमें सबसे सबसे महान थे.”
माहिरा ख़ान ने ट्वीट किया, “अल्लाह खुली बांहों से उनका स्वागत करेंगे. उन जैसा दूसरा नहीं होगा.” माइकल कूगलमैन ने ट्वीट किया, “ईधी पाकिस्तान और दुनिया के महानतम हीरो में से एक हैं. हमें इस दुनिया में ईधी जैसों की ज़रूरत है.”
क्रिकेटर अहमद शहज़ाद ने लिखा, “मैं बहुत दुखी हूँ. दुनिया के महानतम मानवतावादियों में से एक के लिए दुआ कीजिए. आइए हम उनके विचारों और कामों का अनुरसण करके उन्हें ज़िंदा रखें.”
मोईद पीरज़ादा ने लिखा, “ईधी जैसे पवित्र मन और आत्मा वाले व्यक्ति इस देश में हमारे बीच थे. ये बताता है कि उम्मीद अभी बाक़ी है.”
वहीं भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लिखा, “शोक संतप्त परिवार और ईधी फ़ाउंडेशन के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है.”