सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी की रहने वाली ट्रांसजेंडर सोनाली सरकार को ‘बांग्लार गर्व सम्मान’ प्रदान किया गया इस सम्मान को पाकर जहां सोनाली फूली नहीं समा रही है वही समाज से आह्वान भी कर रही है कि हमारा साथ दें तो हम बहुत कुछ कर सकते हैं। हालांकि समाज में ट्रांसजेंडरों के लिए काफी काम हो रहा है मगर अब उनकी अपनी स्वीकृति के लिए जूझना पड़ता है। वे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं और अब सोनाली सरकार का नाम भी इसमें जुड़ गया है। सोनाली सरकार को पढ़ने लिखने का बहुत शौक था लेकिन वह कभी स्कूल नहीं गई उन्होंने घर पर ही प्राइवेट ट्यूशन रखकर पढ़ाई की और वह लिखने लगी कविताएं कहानी। लिखना उन्हें अच्छा लगता था उनकी लेखनी पर किसी लेखक की पारखी नजर पड़ी और उन्होंने उनकी कविताओं को ऊपर तक पहुंचाया।
मंजरी नामक पुस्तक में पश्चिम बंगाल के कई दिग्गज लेखकों की कविताएं प्रकाशित हुई जिनमें स्थान मिला सोनाली सरकार की कविताओं को। सिर्फ स्थान ही नहीं मिला उन्हें बांग्ला गर्व नामक सम्मान से गत शनिवार को पुरस्कृत किया गया। एक बड़े समारोह में बड़े साहित्यकार लेखकों के बीच जब उन्हें सम्मानित किया गया तो उनके लिए यह किसी सपने जैसा ही था। सिलीगुड़ी की पत्रकार लक्ष्मी शर्मा से बातचीत में उन्होंने बताया ‘समाज अगर हमारा साथ दें तो हमारे किन्नरों में भी कई प्रतिभाएं छुपी होती हैं किसी को अभिनय आता है, किसी को नाटक करना पसंद है, कोई गाना गाना चाहता है तो कोई लिखना पसंद करता है लेकिन हमारी प्रतिभाओं को जगह नहीं मिलती या पहचान नहीं मिलती क्योंकि समाज हमें उपेक्षित समझता है। हम भी अन्य लोगों की तरह इंसान है हमारी भी इच्छाएं हैं हमारे भी सपने हमारे भी विचार हैं अगर समाज में प्यार और इज्जत दे हमें अपना है तो हम समाज के लिए जिसके लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।’