नयी दिल्ली : उर्दू साहित्य के दीवानों के लिये खुशी की खबर है कि अब वह उर्दू की 25 बेहतरीन कहानियों को अंग्रेजी भाषा मे भी पढ़ सकते हैं।
‘‘उर्दू की कालजयी कहानियां’’ नाम से इन कहानियों का संकलन एवं अनुवाद मुहम्मद उमर मेमन ने किया है। वह विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय में उर्दू साहित्य और इस्लामिक अध्ययन के प्रोफेसर हैं। उन्होंने इस संकलन में इस्मत चुगतई, राजिंदर सिंह बेदी, मुन्शी प्रेमचंद और सआदत हसन मंटो जैसे लेखकों की कहानियां शामिल की हैं।
मेनन ने इस किताब के परिचय में उर्दू कहानियों के विकास का उल्लेख किया है। इसमें 1930 के उत्तरार्ध में प्रगतिशील विचारधारा के उद्भव और अंतत: आधुनिकतावादी दौर में उर्दू भाषा में इस विधा की शुरूआत करने वाले प्रेमचंद से लेकर मौजूदा दौर तक की अग्रणी एवं प्रयोगवादी उर्दू कहानियों को शामिल किया है। संकलन की हर कहानी अपने समय के समाज का चित्रण करती है। इसमें प्रेमचंद की उत्कृष्ट कृति ‘कफन’ और विभाजन की भयावहता दर्शाने वाली मंटो की कहानी ‘टोबा टेक सिंह’ भी शामिल हैं।