असम में मुस्लिम बना रहे हैं सबसे ऊंची दुर्गा प्रतिमा, गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में होगी दर्ज

असम के गुवाहाटी में बांस से बनने वाली सौ फुट ऊंची दुर्गा की प्रतिमा दुनिया में अपने किस्म की सबसे ऊंची प्रतिमा के तौर पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होगी। विष्णुपुर दुर्गा पूजा समिति के लिए कला निदेशक नुरुद्दीन अहमद की देखरेख में बीते एक अगस्त से ही 40 मजदूर दिन-रात इस पर काम कर रहे हैं।

इससे पहले वर्ष 2015 में कोलकाता में फाइबर से बनी 83 फुट की एक प्रतिमा ने ऊंचाई का रिकॉर्ड बनाया था। नुरुद्दीन कहते हैं कि उनसे अक्सर सवाल किया जाता है कि मुसलमान होने के बावजूद वे हिंदू देवताओं की ऐसी प्रतिमा क्यों बनाते हैं। लेकिन वर्ष 1975 से ही यह काम करने वाले अहमद कहते हैं कि कलाकार का कोई धर्म नहीं होता। मानवता की सेवा करना ही उसकी ड्यूटी है। उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा को बनाने में पांच हजार बांसों का इस्तेमाल किया गया है।
इस परियोजना के सुपरवाइजर दीप अहमद बताते हैं कि पहले इस प्रतिमा की ऊंचाई 110 फुट रखने का विचार था। लेकिन इस बीच 17 सितंबर को आए एक भयावह तूफान की वजह से ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। उसके बाद बचे-खुचे समय में दोबारा इसे तैयार करना एक बड़ी चुनौती थी।

लेकिन सबके सहयोग से यह काम लगभग 70 फीसदी पूरा हो चुका है। अहमद बताते हैं कि इस प्रतिमा की खास बात यह है कि सब कुछ बांस से ही बनाया गया है। इसमें किसी धातु या प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया गया है।

 

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