सैन्य क्षेत्र में राष्ट्र का तत्काल आत्मनिर्भर होना आवश्यक है -लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता

कोलकाता में जुलाई में आयोजित होगा मिनी डिफेंस एक्सपो

 कोलकाता । सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता ने कहा कि युद्ध प्रणाली लगातार बदल रही है। सेना विश्व स्तर पर नयी तकनीक के साथ विकसित होने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी संघर्ष की स्थिति में किसी भी राष्ट्र को अकेले ही लड़ना होता है, इसलिए आत्मनिर्भर होने की तत्काल आवश्यकता है। कोलकाता में पहली बार छह से नौ जुलाई के बीच ‘मिनी डिफेंस एक्सपो’ का आयोजन किया जाएगा। मर्चेन्ट्स चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित  “एमसीसीआई डिफेंस कॉन्क्लेव 2022 को बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्घाटन भाषण में  उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने का अवसर देगा। स्वदेशीकरण पर बोलते हुए, ले. जनरल कलिता ने नैनो टेक्नोलॉजी, एआई, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स, मिसाइल, नेविगेशन टेक्नोलॉजी जैसी महत्वपूर्ण तकनीक के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने आगे बताया कि रक्षा स्वदेशी निर्माताओं के लिए 2014-2020 के दौरान 1.73 लाख करोड़ के परिव्यय के साथ 239 योजनाएं शुरू की गयी हैं।
अतिथियों का स्वागत करते हुए एमसीसीआई के अध्यक्ष ऋषभ कोठारी ने कहा कि डिफेंस कॉन्क्लेव पूर्वी क्षेत्र में औद्योगिक आधार के साथ रक्षा क्षेत्र के मुख्य उत्पादकों के बीच दीर्घकालिक तालमेल विकसित करने का एक प्रयास है। “हमें यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि हमने लक्ष्य को पार कर लिया है और भारत में स्वदेशी रूप से निर्मित रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए पूंजी अधिग्रहण बजट के 65.50 प्रतिशत का उपयोग किया है।”

जनरल आईएस राठौर, पूर्वी कमान (मुख्यालय), शेखर चक्रवर्ती, सीईओ, हुगली कोचीन शिपयार्ड मधुमिता चक्रवर्ती, निदेशक, सीएमएसडीएस, डीआरडीओ, ए लाहिड़ी, एड. महाप्रबंधक, एचएएल, बैरकपुर मंडल, हेमवती एम, एजीएम-रणनीतिक योजना, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हरिकुमार आर, महाप्रबंधक-प्रौद्योगिकी योजना, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड. हरिहर दास, उप महाप्रबंधक (वीडी और आईईपी), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड और  सुजय कुमार माजी, मुख्य प्रबंधक (आउटसोर्सिंग), एचएएल, बैरकपुर डिवीजन ने भी विचार रखे।
अतिथि वक्ताओं ने उन व्यावसायिक अवसरों के बारे में बताया। कॉन्क्लेव में विभिन्न स्कीटर्स के 150 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों ने रक्षा उत्पादन इकाइयों के साथ बातचीत की। बी2बी सत्र में पूर्वी कमान, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), बैरकपुर डिवीजन, हुगली कोचीन शिपयार्ड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने भाग लिया। डिफेंस कॉन्क्लेव में आज 66 बी2बी बैठकें आयोजित की गईं। एमसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ललित बेरीवाल ने धन्यवाद दिया।

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