कोलकाता । एमसीसीआई ने आहार की आदतें एवं मधुमेह को लेकर एक विशेष सत्र आयोजित किया । इस अवसर पर आध्यात्मिक वैज्ञानिक डॉ. आदर्शचन्द्र मुनि जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे । उन्होंने कहा कि अध्यात्म अस्तित्व का मूल है और सभी को जीवन में सकारात्मक उर्जा चाहिए । सकारात्मक उर्जा जागृत करने के लिए सभी को उनके हृदय, आंतरिक ज्ञान और शांति का अनुसरण करना चाहिए । जैन धर्म पूरी तरह आध्यात्मिकता पर केंद्रित है । उन्होंने कहा कि बीच – बीच में उपवास करने पर ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है । स्वागत भाषण एमसीसीआई की हेल्थ केयर काउंसिल के चेयरमैन राजेन्द्र खंडेलवाल ने दिया । उन्होंने स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ आदतें अपनाने पर जोर दिया ।