रपट – राधा कुमारी ठाकुर
कोलकाता । लिटिल थेस्पियन द्वारा आयोजित 12वा नेशनल थियेटर फेस्टिवल जश्न ए अज़हर कोलकाता में स्थित 11 प्रिटोरिया स्ट्रीट ज्ञान मंच में भारत सरकार द्वारा वित्तीय सहायता से आयोजित होने किया गया 18 मार्च से 24 मार्च तक।
18 मार्च पहला दिन शनिवार दोपहर उद्घाटन समारोह एवं अरुण पांडे (निर्देशक विवेचन रंगमंडल जबलपुर) जी को अज़हर आलम स्मृति सम्मान से पुरस्कृत किया किया, तथा इसी क्रम में “नाट्य रंग और रचनात्मक प्रतिरोध के संदर्भ:” विषय पर रंग संवाद हुआ, जिसके केंद्र में जितेंद्र भाटिया ,अरुण होता, संतोष राजपूत रहे और उन्होंने अपनी बात रखी। इस प्रथम रंग संवाद सत्र का संचालन शुभ्रा उपाध्याय के द्वारा संपन्न हुआ तथा दूजों कबीर संतोष राजपूत के निर्देशन में विवेचन रंगमंडल द्वारा प्रस्तुत किया गया।
19 मार्च कठपुतली थिएटर के निर्देशक दिलीप मंडल को सम्मानित करने के साथ रंग संवाद विषय “विसंगतियों में चक्रव्यूह में आज का व्यक्तित्व” विषय पर मृत्युंजय प्रभाकर, दिनेश वडेरा, राजेश सिंह जी ने अपनी बात रखी। इस दुसरे दिन के संवाद सत्र का संचालन सूफिया यासमीन द्वारा सम्पन्न हुआ तथा इसी क्रम में राजेश सिंह के निर्देशन में नाटक व्यक्तिगत फ्लाइंग फेदर्स आर्ट एसोसिएशन दिल्ली समूह के द्वारा प्रस्तुत किया गया।
20 मार्च को अभिनेता दिलीप दवे को सम्मानित किया गया और साथ ही रंग संवाद “स्त्री हस्तक्षेप” विषय पर शर्मिला जालान, राजश्री शुक्ला, अयाज़ खान जी ने अपना वक्तव्य रखा। इस तीसरे रंग संवाद सत्र का संचालन गीता दुबे द्वारा संपन्न हुआ तथा इसी कड़ी में अयाज खान के निर्देशन में नाटक ए लड़की ग्वालियर की परिवर्तन समूह के द्वारा प्रस्तुत किया गया।
21 मार्च को अभिनेत्री और निर्देशक रूकया रे को सम्मानित करने के साथ “नाटकों में प्रेम और प्रतिरोध” विषय पर मोहम्मद कासिम, सोमा बंदोपाध्याय, निलॉय रॉय, जी ने अपनी बात रखी और इस चौथे रंग संवाद का संचालन इतू सिंह द्वारा संपन्न हुआ तथा इसी कड़ी में निलॉय रॉय के निर्देशन में नाटक ओडिपस संवाद पीपुल्स थियेटर ग्रुप दिल्ली के द्वारा प्रस्तुत किया गया।
22 मार्च को अभिनेता और निर्देशक अशोक सिंह को सम्मानित करने के साथ “संभावनाएं और चुनौतियां” विषय पर कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, मृत्युंजय श्रीवास्तव, मुस्ताक काक जी ने अपना वक्तव्य रखा। इस पांचवें रंग संवाद का संचालन मोहम्मद कासिम के द्वारा संपन्न हुआ तथा इसी क्रम में मुस्ताक काक के निर्देशन में नाटक लम्हों की मुलाकात विनीत रंगमंच जम्मू समूह के द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसकी पटकथा उमा झुनझुनवाला द्वारा लिखी गई है।
23 मार्च को जामा हबीब को सम्मानित करने के साथ विषय “स्त्री अस्मिता स्वप्न और संघर्ष” विषय पर मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ. सत्या उपाध्याय और उमा झुनझुनवाला ने अपनी बात रखी तथा इस छठे रंग संवाद का संचालन डॉ. अल्पना नायक के द्वारा संपन्न हुआ। इसी क्रम में उमा झुनझुनवाला के निर्देशन में नाटक रेत और इंद्रधनुष कोलकाता के नाट्य संस्था लिटिल द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसकी रचना डॉ शशि सहगल ने की है।