Thursday, February 13, 2025
खबर एवं विज्ञापन हेतु सम्पर्क करें - [email protected]

पिता

डॉ. वसुंधरा मिश्र

पुरुषार्थ और पुरुषत्व का बीज है पिता
अपनी रचनात्मक ममत्व से माँ रचती मुझे
चलना सिखाया भले ही माँ ने
पिता की हथेलियों ने हर कदम पर संभाला मुझे
समाज और घर का सेतु बन
सजगता और निडरता की डोर थमाई मुझे
कोमलता और कठोरता के साथ
संघर्षशील बनने की प्रक्रिया में लगाया मुझे
पिता तो परिभाषित स्वयं है
वह आकाश है, पुरुष है, अधिकार है
एक व्यक्तित्व है, सृष्टि का एक पहिया है
जीवटता है, चट्टानों के बीच रिसती हुई जलधारा है
पिता परमेश्वर का अंश है, उष्णता का एकांश है
सृष्टि का एक पहिया है जो प्रकृति के गर्भ की स्थिति है
वह मेरा पिता है वह अंश है मुझमें ।

शुभजिता

शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।

शुभजिताhttps://www.shubhjita.com/
शुभजिता की कोशिश समस्याओं के साथ ही उत्कृष्ट सकारात्मक व सृजनात्मक खबरों को साभार संग्रहित कर आगे ले जाना है। अब आप भी शुभजिता में लिख सकते हैं, बस नियमों का ध्यान रखें। चयनित खबरें, आलेख व सृजनात्मक सामग्री इस वेबपत्रिका पर प्रकाशित की जाएगी। अगर आप भी कुछ सकारात्मक कर रहे हैं तो कमेन्ट्स बॉक्स में बताएँ या हमें ई मेल करें। इसके साथ ही प्रकाशित आलेखों के आधार पर किसी भी प्रकार की औषधि, नुस्खे उपयोग में लाने से पूर्व अपने चिकित्सक, सौंदर्य विशेषज्ञ या किसी भी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। इसके अतिरिक्त खबरों या ऑफर के आधार पर खरीददारी से पूर्व आप खुद पड़ताल अवश्य करें। इसके साथ ही कमेन्ट्स बॉक्स में टिप्पणी करते समय मर्यादित, संतुलित टिप्पणी ही करें।
Latest news
Related news